जयति जय जय माँ सरस्वती वंदना इन हिंदी

  1. Ma Sarasvati Stuti : મા સરસ્વતી તુજ નામને જપનાર
  2. प्रार्थना/सरस्वती वंदना
  3. आरती: माँ सरस्वती वंदना
  4. Saraswati Vandana Lyrics


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Ma Sarasvati Stuti : મા સરસ્વતી તુજ નામને જપનાર

Ma Sarasvati Stuti is very famous in every age group of people specially Children. We have written Ma Sarasvati Tuj Namne Prayer lyrics in Hindi and Gujarati, enjoy it and share your precious reviews with us. Ma Sarasvati Stuti : Tuj Namne Prayer Details Song: Ma Sarasvati Tuj Namne Japnaar Genre: Album: Saraswati Vandana Language: Gujarati & Hindi मा सरस्वती तुज नामने जपनार Ma Sarasvati Tuj Namne Lyrics in Hindi करूं याद ज्यारे आपने, जीभ उपर आवी बिराजजो, अस्खलित मुज वाणी तणी, गंगोत्री वहेती राखजो; मुज जीवनमां केवलज्ञान, सरस्वती भगवती देवी तमे. कविजन हृदयमां वास करती, काव्य शक्ति तुं ज छे, वकतृत्व शक्ति प्रदान करवा, सर्वदा तुं समर्थ छे; सूरिमंत्र जापे प्रथम, विद्यापीठनी अधिष्ठायिका, मुज पर बनो सुप्रसन्न, सरस्वती भगवती देवी तमे. મા સરસ્વતી સ્તુતિ – મા સરસ્વતી તુજ નામને જપનાર | Ma Sarasvati Stuti મા સરસ્વતી તુજ નામને, જપનાર જગમાં છે ઘણા, હું પણ જપું તુજ નામને, સન્મુખ થઈ એક જ મના; વરદાન હો મુજ જ્ઞાન લક્ષ્મી, વૃદ્ધિ પામે સર્વદા, મુજ પર બનો સુપ્રસન્ન, સરસ્વતી ભગવતી દેવી તમે કરૂં યાદ જ્યારે આપને, જીભ ઉપર આવી બિરાજજો, અસ્ખલિત મુજ વાણી તણી, ગંગોત્રી વહેતી રાખજો; મુજ જીવનમાં કેવલજ્ઞાન, સરસ્વતી ભગવતી દેવી તમે. કવિજન હૃદયમાં વાસ કરતી, કાવ્ય શક્તિ તું જ છે, વકતૃત્વ શક્તિ પ્રદાન કરવા, સર્વદા તું સમર્થ છે; સૂરિમંત્ર જાપે પ્રથમ, વિદ્યાપીઠની અધિષ્ઠાયિકા, મુજ પર બનો સુપ્રસન્ન, સરસ્વતી ભગવતી દેવી તમે निष्कर्ष दोस्त! अगर आपको “सरस्वती वंदना : मा सरस्वती तुज नामने जपनार लिरिक्स” वाला यह आर्टिकल पसंद है तो कृपया इसे अपने दोस्तों को सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूलें। आपका एक शेयर हमें आपके लिए न...

प्रार्थना/सरस्वती वंदना

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥ शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं, वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌। हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌, वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥ सरलीकृत देवनागरी [ ] या कुन्देन्दु तुषार हारधवला, या शुभ्र वस्त्रावृता, या वीणावर दण्ड मण्डित करा, या श्वेत पद्मासना। या ब्रह्माच्युत शंकर प्रभृतिभिर् देवै सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेष जाड्यापहा॥ शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमां आद्यां जगद्व्यापिनीं, वीणा-पुस्तक-धारिणीम् अभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌। हस्ते स्फटिक मालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌, वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌॥

आरती: माँ सरस्वती वंदना

Read in English त्योहार सरस्वती पूजा, वसंत पंचमी व केंद्रीय विद्यालयों, सरस्वती शिशु मंदिर, डी ए वी स्कूल मे गायी जाने वाली लोकप्रिय प्रार्थना। या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना । या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा ॥१॥ शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं, वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्‌ । हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्‌, वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्‌ ॥२॥ हिन्दी भावार्थ: जो विद्या की देवी भगवती सरस्वती कुन्द के फूल, चन्द्रमा, हिमराशि और मोती के हार की तरह धवल वर्ण की हैं और जो श्वेत वस्त्र धारण करती हैं, जिनके हाथ में वीणा-दण्ड शोभायमान है, जिन्होंने श्वेत कमलों पर आसन ग्रहण किया है तथा ब्रह्मा, विष्णु एवं शंकर शङ्कर आदि देवताओं द्वारा जो सदा पूजित हैं, वही सम्पूर्ण जड़ता और अज्ञान को दूर कर देने वाली माँ सरस्वती हमारी रक्षा करें। शुक्लवर्ण वाली, सम्पूर्ण चराचर जगत्‌ में व्याप्त, आदिशक्ति, परब्रह्म के विषय में किए गए विचार एवं चिन्तन के सार रूप परम उत्कर्ष को धारण करने वाली, सभी भयों से भयदान देने वाली, अज्ञान के अँधेरे को मिटाने वाली, हाथों में वीणा, पुस्तक और स्फटिक की माला धारण करने वाली और पद्मासन पर विराजमान्‌ बुद्धि प्रदान करने वाली, सर्वोच्च ऐश्वर्य से अलङ्कृत, भगवती शारदा की मैं वंदना करता हूँ।

Saraswati Vandana Lyrics

जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति वीणा धारिणी || जयति जय पद्मासन माता, जयति शुभ वरदायिनी | जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति वीणा धारिणी || जगत का कल्याण कर माँ, तुम हो वीणा वादिनी | जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति वीणा धारिणी || कमल आसन छोड़ कर आ, देख मेरी दुर्दशा मां | जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति वीणा धारिणी || ग्यान की दरिया बहा दे, हे सकल जगतारणी | जयति जय जय माँ सरस्वती, जयति वीणा धारिणी ||