कंप्यूटर के निवेश एवं बहिर्वेश उपकरणों के क्या कार्य हैं ?

  1. कंप्यूटर के भाग और उनके कार्य क्या है , कंप्यूटर के मुख्य कितने भाग होते हैं उपकरणों के नाम कौन कौनसे है – 11th , 12th notes In hindi
  2. Compiler क्या है और इसका क्या काम होता है?
  3. कंप्यूटर की कार्य प्रणाली
  4. कंप्यूटर क्या है? इसके प्रकार, कार्य, भाग, विशेषताएं, फायदे और नुकसान
  5. Components of Computer in Hindi
  6. माउस क्या है और कंप्यूटर माउस के प्रकार एवं कार्य (Mouse in Hindi)
  7. कंप्यूटिंग में प्रोटोकॉल: विशेषताएं, प्रकार, उदाहरण


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कंप्यूटर के भाग और उनके कार्य क्या है , कंप्यूटर के मुख्य कितने भाग होते हैं उपकरणों के नाम कौन कौनसे है – 11th , 12th notes In hindi

इस विषय पर हम बात करेंगे कि कंप्यूटर के भाग और उनके कार्य क्या है , कंप्यूटर के मुख्य कितने भाग होते हैं उपकरणों के नाम कौन कौनसे है ? parts of computer in hindi ? कम्प्यूटर के विभिन्न भाग (DIFFERENT COMPONENTS OF A COMPUTER) : कम्प्यूटर, यूजर और सॉफ्टवेयर के साथ मिलकर एक प्रणाली के रूप में कार्य करता है जिसे कम्प्यूटर प्रणाली (Computer System) कहते हैं। इस कम्प्यूटर प्रणाली में प्रायः सिस्टम यूनिट, की-बोर्ड, माउस. मॉनीटर और प्रिंटर उपयोग किए जाते हैं। कम्प्यूटर हार्डवेयर को कम्प्यूटर के भाग भी कहा जाता है। कम्प्यूटर के ये भाग.परस्पर जुड़े रहते हैं। किसी कम्प्यूटर के मुख्य भाग निम्नलिखित होते हैं : • सिस्टम यूनिट (System Unit) यह कम्प्यूटर का मुख्य भाग है जिसमें सी. पी. यू. और अन्य डिवाइसेज का परिपथ होता है। an • (ii) की-बोर्ड और माउस ये डाटा और प्रोग्रामों को स्वीकार करते हैं और इन्हें सिस्टम यूनिट में प्रेषित करते है। ये इनपुट यूनिट के रूप में कार्य करते हैं। • (iii) मॉनीटर और प्रिंटर—ये सिस्टम यूनिट से प्राप्त परिणामों को यूजर को प्रदान करते हैं। ये कम्प्यूटर में आउटपुट यूनिट के रूप में कार्य करते हैं। सम्पूर्ण कम्प्यूटर हार्डवेयर को मुख्य रूप से दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है—सी. पी. यू. (CPU) और पेरीफेरल्स (Peripherals)| ग सिस्टम यूनिट में सी. पी. यू. एक मुख्य हार्डवेयर होता है इसलिए इसे प्रायः सी.पी.यू. के नाम से पुकारा जाता है। सिस्टम यूनिट एक बॉक्स होता है जिसमें सी.पी.यू. के अतिरिक्त कम्प्यूटर की कई अन्य डिवाइसेज और परिपथ बोर्ड (Circuit) होते हैं जो एक मुख्य परिपथ बोर्ड या मदर बोर्ड (Mother board) पर संयोजित रहते हैं। इस प्रकार कम्प्यूटर का अधिकतर परिपथ सिस...

Compiler क्या है और इसका क्या काम होता है?

पोस्ट में आप निम्नलिखित टॉपिक के बारे में सीखेंगे: – • • • • • • • चलिए सबसे पहले कम्पाइलर क्या होता है (What is Compiler in Hindi)? इसे विस्तार से जानते है। कम्पाइलर क्या है – What is Compiler in Hindi? Compiler उन भाषाओं को ऐसी संरचना मे परिवर्तित करने का कार्य करता हैं जो वास्तव में जटिल हैं, एवं जिन्हे समझ पाना कंप्यूटर की क्षमता से बाहर हैं। आसान शब्दों में इसे हम समझे तो यह उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं ( निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं ( यह मशीनी उपकरणों की सहायता से इन भाषाओं की संरचना में परिवर्तन करता हैं। यह एक Software program हैं जिसका प्रयोग भाषाओं को ट्रांसलेट करने हेतु किया जाता हैं। यह सम्बंधित पोस्ट: – Compiler आधुनिक समय की वह खोज हैं जो भाषाओं की जटिलता को सरलता प्रदान कर कंप्यूटर के अनुसार उसकी संरचना एवं इकाई में परिवर्तन लाने का कार्य करता हैं। जिससे कंप्यूटर के उद्देश्यों एवं उसकी आवश्यकतओं व कार्यों में स्पष्टता होती हैं और जिससे उसके निर्माण के उद्देश्यों की पूर्ति होती हैं। कम्पाइलर का क्या कार्य हैं सामान्य शब्दों में समझे तो Compiler का कार्य उच्च स्तरीय भाषाओं ( language translator की तरह कार्य करता है। यह भाषा की संरचना में परिवर्तन करने का एक उत्तम मार्ग हैं। जिससे कंप्यूटर के क्षेत्र में विस्तार लाने का कार्य किया जाता है। जिसकी सहायता से कंप्यूटर उत्तम तरीके से कार्य करता हैं। विस्तार में अगर हम इसे समझे तो जैसा कि आप जानते हैं कि कंप्यूटर हेतु एक ऐसी प्रोग्रामिंग भाषा होनी चाहिए, जिसे कंप्यूटर समझ सकें। कंप्यूटर की संरचना का निर्माण बाइनरी प्रणाली (Binary system) में होता हैं, जिसका निर्माण 0 एवं 1 से होता हैं। बाइनरी प्रणाली की भाषा क...

कंप्यूटर की कार्य प्रणाली

कंप्यूटर के मुख्य रूप से चार बुनियादी कार्य होते हैं। कम्प्यूटर उपयोगकर्ता/यूजर से डेटा तथा निर्देश लेता है, प्राप्त निर्देशों के अनुसार डेटा को संसाधित/प्रोसेस करता है और फिर प्रोसेस्ड/संसाधित डेटा को आउटपुट के रूप में प्रदर्शित या उसे मेमोरी में संग्रहीत करता है। इन कार्यों को हम क्रमशः इनपुट, प्रोसेसिंग, आउटपुट एवं स्टोरेज के रूप में जानते हैं। आइए कंप्यूटर के सभी चारों मूलभूत कार्यों को कंप्यूटर की कार्यप्रणाली ( Function of Computer ) के रूप में समझते हैं– 1. इनपुट फंक्शन - यह फंक्शन यूजर/उपयोगकर्ता से कम्प्यूटर सिस्टम में इनपुट उपकरणों जैसे कीबोर्ड, माउस, माइक्रोफ़ोन इत्यादि से किसी भी प्रकार के डेटा और निर्देशों को दर्ज करने की प्रक्रिया है। हम ऐसे इनपुट डिवाइसों जैसे कीबोर्ड के माध्यम से शब्दों और वाक्यों को टाइप करके, माउस के माध्यम से बटनों को स्क्रॉल करके और माइक्रोफ़ोन के माध्यम से ऑडियो रिकॉर्ड करके कंप्यूटर में डेटा इनपुट करने के लिए उपयोग करते हैं। यह पहला चरण होता है। 2. प्रोसेसिंग - यह फ़ंक्शन उपयोगकर्ता द्वारा निर्देशित इनपुट डेटा (information) को प्रोग्राम के माध्यम प्रोसेसिंग करने की प्रक्रिया है। इन इनपुट डेटा को संसाधित/प्रोसेसिंग करने के लिए कंप्यूटर को Central Processing Unit (CPU) की आवश्यकता होती है, जिसे कम्प्यूटर का दिमाग (Brain of Computer) भी कहा जाता है। यह डेटा और निर्देशों पर पूरा नियंत्रण रखता है। यह दूसरा चरण होता है। सीपीयू के अंदर तीन भाग होते हैं–(i) सीयू (Central Unit), (ii) ए.एल.यू (Arithmetical and Logical Unit) एवं (iii) टी.एम./रैम (Temporary Memory/RAM)। • सीयू ईकाई (Central Unit) द्वारा कंप्यूटर सिस्टम के भीतर सूचना/डेटा का हेरफेर क...

कंप्यूटर क्या है? इसके प्रकार, कार्य, भाग, विशेषताएं, फायदे और नुकसान

आज के समय में कंप्यूटर का उपयोग हर जगह हो रहा है इसीलिए हम सभी को यह जानकारी होनी चाहिए की कंप्यूटर क्या होता है, इसके टाइप क्या है ,कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया ,इसके फायदे और नुकसान क्या है? आज हम इन्ही सभी पॉइंट्स के ऊपर विस्तार से जानकारी अर्जित करने वाले है.इसलिए आप आप आर्टिकल को अंत तक विस्तार से पड़े और समझे. तो चलिए शुरू करते है और आज कुछ नया सीखते है. कंप्यूटर क्या होता है? (What is computer in hindi) कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो डाटा को स्टोर करने और एक जगह से दूसरे जगह भेजने का काम करता है. कंप्यूटर डाटा को स्टोर करने के साथ साथ अगर वह डाटा डिलीट हो गया है तो उस डाटा को पुनर्प्राप्त करने की छमता भी रखता है. अगर आप कंप्यूटर यूजर है तो आप जनाते ही होंगे की कंप्यूटर के और भी बहुत सारे फायदे है, जैसे डॉक्यूमेंट टाइप करना ,वीडियो कॉल करना , वीडियो गेम्स खेलना और ईमेल सेंड करना इत्यादि। कंप्यूटर में दो चीज़े बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण है पहला हार्डवेयर और दूसरा सॉफ्टवेयर। तो चलिए इनके बारे में भी जानते हुए आगे बढ़ते है, जिससे हमें यह समझने में मदत मिले गी की इसमें से कौन सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट है. कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया? (Who invented computer in hindi?) ऐसा माना जाता है , कि इन्वेन्ट किया जाने वाला पहला कंप्यूटर abacus or slide rule था, जिसका आविष्कार 1622 में William Otrade ने किया था। हालाँकि, पहली मशीन का आविष्कार किया जो कंप्यूटर से मिलती-जुलती थी, वह Analytical Engine थी. यह एक ब्रिटिश माथेमैटिशन चार्ल्स बैबेज द्वारा 1833 और 1871 के बीच परिकल्पित और डिजाइन किया गया एक डिवाइस था। भारत का पहला कंप्यूटर कब और कहाँ स्थापित किया गया था?(where w...

Components of Computer in Hindi

Components of Computer in Hindi) होते हैं जैसा कि नीचे दी गई चित्र में दिखाया गया है- • इनपुट यूनिट (Input device) • सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central processing Unit) और • स्टोरेज यूनिट (Storage Unit) • आउटपुट यूनिट (Output Unit) इनपुट डिवाइस 1. इनपुट यूनिट (Input device) ये घटक उपयोगकर्ताओं को कंप्यूटर सिस्टम में डेटा और कमांड दर्ज करने में मदद करते हैं। डेटा संख्याओं, शब्दों, कार्यों आदि के रूप में हो सकता है। इनपुट उपकरणों का मुख्य कार्य कंप्यूटरों में कमांड और डेटा को निर्देशित करना है। कंप्यूटर तब इस डेटा को प्रोसेस करने और आउटपुट देने के लिए अपने CPU का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, लैपटॉप का की-बोर्ड एक इनपुट इकाई है जो संख्याओं और वर्णों के रूप में डेटा को दर्ज करता है। इसी तरह, एक माउस भी दिशाओं और निर्देशो को दर्ज करने के लिए एक इनपुट इकाई का कार्य करता है। अन्य उदाहरणों में , बारकोड रीडर, मैग्नेटिक इंक कैरेक्टर रीडर्स (MICR), ऑप्टिकल कैरेक्टर रीडर्स (OCR), आदि शामिल हैं। यहाँ पढ़ें: यहाँ पढ़ें: यहाँ पढ़ें: यहाँ पढ़ें: इनपुट उपकरणों का एक और उदाहरण टच-स्क्रीन है। उपयोगकर्ता केवल कमांड दर्ज करने के लिए किसी अन्य डिवाइस का उपयोग किए बिना इन स्क्रीन को छू सकते हैं। स्मार्टफोन से लेकर एटीएम मशीन तक, इन दिनों ये इनपुट डिवाइस बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। • की-बोर्ड (Key-board) कंप्यूटर की-बोर्ड कंप्यूटर के साथ उपयोग किए जाने वाले प्राथमिक इनपुट उपकरणों में से एक है। यह एक टाइपराइटर के समान होता है। की-बोर्ड भौतिक रूप से आयताकार होता हैं। इसमें लगभग 108 key होती हैं। की-बोर्ड में कई प्रकार की कुंजियाँ (key) होती है जैसे- अक्षर (Alphabet), नंबर (number), चिन्ह (symbol), फंक्श...

माउस क्या है और कंप्यूटर माउस के प्रकार एवं कार्य (Mouse in Hindi)

What is Mouse in Hindi: कंप्यूटर माउस क्या है और माउस का कंप्यूटर में क्या काम रहता है. पर क्या आप जानते हैं माउस का अविष्कार किसने किया, माउस कितने प्रकार के होते हैं, माउस के क्या-क्या काम हैं और माउस का पूरा नाम क्या है? अगर आप ऊपर पूछे गए सभी सवालों का जवाब जानना चाहते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़िए इसमें आपको सारे सवालों का संतोषपूर्ण जवाब मिलेगा.तो आइये बिना समय गवांये शुरुवात से जानते हैं माउस क्या होता है. माउस का पूरा नाम (Mouse Full Form in Hindi) माउस का पूरा नाम (Full Form) Manually OperatedUser Selection Equipmentहोता है. जिसे हिंदी में उपयोगकर्ता के द्वारा मैन्युअल रूप से संचालित चयन उपकरणकहते हैं. • M – Manually • O – Operated • U – User • S – Selection • E – Equipment माउस के अविष्कारक (Inventor of Mouse in Hindi) माउस का अविष्कार सन 1963 में Douglas Engelbartने किया था. वे Sandford Research Institute में एक शोधकर्ता थे. इनके द्वारा बनाये गए पहले माउस का नाम X – Y Pointer था. इसे इस्तेमाल करने के लिए दोनों हाथों की जरूरत पड़ती थी. आगे चलके माउस में और बदलाव किये गए जिससे इसका इस्तेमाल एक हाथ से कर सकते थे. माउस से पहले कंप्यूटर माउस के प्रकार (Type of Mouse in Hindi) आजकल मार्किट में अनेक प्रकार के माउस उपलब्ध है. जिनमें से पांच प्रमुख प्रकार के Mouse के बारे में हमने आपको बताया है जो इस्तेमाल में लाये जाते हैं. Mechanical Mouse(यांत्रिक माउस) Mechanical Mouse में नीचे एक रबर की बॉल लगी होती है, इस बॉल में Movement के द्वारा ही माउस स्क्रीन पर कर्सर को उसी दिशा में Move करते हैं. इस प्रकार के माउस का उपयोग पहले किया जाता था अब इनकी जगह पर Optical Mouse का इस्त...

कंप्यूटिंग में प्रोटोकॉल: विशेषताएं, प्रकार, उदाहरण

वीडियो: नेटवर्क प्रोटोकॉल विषय • कंप्यूटिंग में प्रोटोकॉल के लक्षण • नियम-आधारित • मानक • डेटा स्थानांतरण • विश्वसनीयता • कंप्यूटर प्रोटोकॉल किसके लिए है? • इंटरोऑपरेबिलिटी • प्रवाह नियंत्रण को विनियमित करें • भीड़ का प्रबंधन • बग की जाँच करें • प्रोटोकॉल के प्रकार • - नेटवर्क प्रशासक • कड़ियों का समावेश • संबंध • समस्या को सुलझाना • - संचार • तात्कालिक संदेशन • ब्लूटूथ • - सुरक्षा • ट्रांसपोर्ट • एन्क्रिप्शन • प्रोटोकॉल उदाहरण • फ़ाइल स्थानांतरण प्रोटोकॉल (एफ़टीपी) • ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (टीसीपी) • इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) • इंटरनेट / ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (टीसीपी / आईपी) • हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल (HTTP) • टेलनेट • वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) • संगीत वाद्ययंत्र डिजिटल इंटरफ़ेस (MIDI) • संदर्भ कंप्यूटिंग में प्रोटोकॉल यह मानकों और मानदंडों का एक औपचारिक सेट है जो एक नेटवर्क या संचार प्रणाली के भीतर विभिन्न उपकरणों के बीच बातचीत के प्रारूप और नियंत्रण दोनों को नियंत्रित करता है, इस प्रकार डेटा को उनके बीच संचारित करने की अनुमति देता है। संदेशों के आदान-प्रदान के लिए एक संचार प्रणाली विशिष्ट स्वरूपों का उपयोग करती है। इनमें से प्रत्येक संदेश का एक सटीक कारण है, जो प्रत्येक विशेष स्थिति के लिए पहले से स्थापित संभावित उत्तरों की एक श्रृंखला से प्रतिक्रिया प्राप्त करना है। इसलिए, प्रोटोकॉल वह दिशानिर्देश है जो संचार के शब्दार्थ को परिभाषित करता है, त्रुटि पुनर्प्राप्ति विधियों के अलावा, यह निर्दिष्ट करता है कि डेटा का आदान-प्रदान कैसे किया जाना चाहिए। इन नियमों का सटीक रूप से पालन किया जाना चाहिए, अन्यथा एक कंप्यूटर अन्य उपकरणों के साथ संवाद करने...