कार्तिक पूर्णिमा की कहानी

  1. कार्तिक पूर्णिमा कथा
  2. kartik purnima 2020 date time puja vidhi and shubh muhurat
  3. कार्तिक पूर्णिमा
  4. Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images
  5. कार्तिक पूर्णिमा
  6. कार्तिक पूर्णिमा
  7. कार्तिक पूर्णिमा
  8. kartik purnima 2020 date time puja vidhi and shubh muhurat
  9. कार्तिक पूर्णिमा कथा
  10. Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images


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कार्तिक पूर्णिमा कथा

कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का खास महत्व होता है। कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima Katha PDF) कहते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है । इस दिन किए जाने वाले दान-पुण्य समेत कई धार्मिक कार्य विशेष फलदायी होते हैं। पूर्णिमा व्रत का सनातन धर्म में बहुत अधिक महत्व माना गया है। पूर्णिमा के दिन व्रत करने से कुंडली में चंद्र प्रबल होता है। वैदिक ज्योतिष के विद्द्वान कहते हैं यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा की महादशा व अन्तर्दशा चल रही है, तो पूर्णिमा व्रत अवश्य करना चाहिए। पूर्णिमा व्रत के दौरान कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा अवश्य पढ़नी चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha पौराणिक कथा के अनुसार तारकासुर नाम का एक राक्षस था. उसके तीन पुत्र थे- तारकक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली. भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिक ने तारकासुर का वध किया। अपने पिता की हत्या की खबर सुन तीनों पुत्र बहुत दुखी हुए. तीनों ने मिलकर ब्रह्माजी से वरदान मांगने के लिए घोर तपस्या की ब्रह्माजी तीनों की तपस्या से प्रसन्न हुए और बोले कि मांगों क्या वरदान मांगना चाहते हो. तीनों ने ब्रह्मा जी से अमर होने का वरदान मांगा, लेकिन ब्रह्माजी ने उन्ह...

kartik purnima 2020 date time puja vidhi and shubh muhurat

नई दिल्ली. इस बार कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2020) 30 नवंबर यानी सोमवार को मनाई जाएगी. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को ही ‘कार्तिक पूर्णिमा’ (Kartik Purnima) कहते हैं. हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. पुराणों के अनुसार, इस दिन जो मनुष्य विधि-विधान से पूजा करने के बाद दान-पुण्य करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कार्तिक पूर्णिमा का महत्व पुराणों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना बेहद लाभकारी होता है. इस दिन गंगा स्नान करने पर दस यज्ञ करने के बराबर पुण्य मिलता है. साथ ही इस दिन दान करने का भी बहुत महत्व है. इस दिन दान करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहती है. इस दिन भूलकर भी प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा और नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. यह भी पढ़ें- कार्तिक पूर्णिमा व्रत की पूजन विधि - कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. वहीं, अगर आप इस दिन पवित्र नदी, सरोवर या कुंड में स्नान करते हैं तो बेहद शुभ माना जाता है. - स्नान करने के बाद भगवान शिव और राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना करें. - इस पावन पर्व पर दीपदान करना बिल्कुल न भूलें. - अगर आपने उपवास रखा हुआ है तो हवन जरूर करें. - उसके बाद दान करें. आप किसी गरीब को या मंदिर में जाकर दान कर सकते हैं. यह भी पढ़ें-

कार्तिक पूर्णिमा

गगन-सरोवर में कूदा है मल-मल चाँद नहाए उछले छींटे पानी के तरु-वस्त्र भीगे जाए तट पर आकर रजनीकर अनगिन दीपक तैराए सागर जगमग जगमग करता देख चाँद मुस्काए लौट रही मुस्कान धरा पर कण कण को मुस्काए हरित सलाइयों सी निकली गेहूँ फ़सलें इठलाएँ कृषक रखवाले रजनीभर हलकारे ख़ूब लगाए कंधों पर कंबल डाले अग्नि पर हाथ तपाएँ सरदी हाड़ कँपाती है डांफर शर तेज़ चलाए पर खेतों के तपसी को इंच एक हिला ना पाए

Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images

Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन दीपदान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस अति पावन अवसर पर आप अपने प्रियजनों के साथ इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स और एचडी इमेजेस को शेयर करके उनसे हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा कह सकते हैं. Kartik Purnima 2021 Messages in Hindi: हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) का विशेष महत्व बताया जाता है. कार्तिक अमावस्या को दीपावली (Deepawali) का त्योहार मनाए जाने के बाद कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली (Dev Deepawali) मनाई जाती है, जिसकी भव्यता और दिव्यता भगवान शिव (Lord Shiva) की नगरी काशी में देखते ही बनती है. आज यानी 19 नवंबर 2021 को कार्तिक पूर्णिमा का यह पावन पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन भोलेनाथ की पावन नगरी काशी (Kashi) में देव दिवाली (Dev Diwali) का उत्सव बहुत भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा की संध्या को ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने मत्स्य अवतार लिया था और भगवान शिव ने इसी दिन त्रिपुरारी अवतार लेकर त्रिपुरासुर (Tripurasur) का संहार किया था. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन दीपदान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस अति पावन अवसर पर आप अपने प्रियजनों के साथ इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स और ...

कार्तिक पूर्णिमा

कार्तिक पूर्णिमा- क्यों है देवताओं की दीपावली का पर्व?: Kartik Purnima 2022 Close • Search for: Search • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • • Open dropdown menu • • Open dropdown menu • • • • • • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • • • • • • • Facebook • Instagram • YouTube • Twitter • Linkedin Close Kartik Purnima 2022 : दीपावली के ठीक पंद्रह दिन बाद मनाए जाने वाले इस त्योहार को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता स्वर्गलोक से धरती पर उतरते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाने वाली देव दीपावली के दिन प्रदोष काल में दीपदान करने का विधान है। देव दीपावली एक ऐसा पर्व है, जब गंगा और काशी के घाट पर खूब रौनक देखी जा सकती है। यहां पर रोजाना की भांति संध्याकाल में गंगा आरती की जाती है और उसके बाद स्थानीय लोग घाटों के निकट दीपों का प्रज्वलित करते हैं। इस खास दिन यहां के घाटों और तटों की खूबसूरती देखते ही बनती है। शुभ मुहूर्त कार्तिक पूर्णिमा आरंभ : 7 नवंबर 2022 संध्याकाल 4 बजकर 15 मिनट से कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त : 8 नवंबर 2022 संध्याकाल 4 बजकर 31 मिनट तक कार्तिक पूर्णिमा का महत्व • इस दिन गंगा स्नान करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से देवताओं की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। साथ ही श्री हरि आपको सभी पापों से मुक्ति दिलाते हैं। • देव दिवाली के दिन शिवलिंग के सामने दीप प्रज्वलित करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन कष्ट मुक्त हो जाता है। • ऐसी मान्यता है कि देव दिवाली के दिन मुखी दीपक जलाने से गुणवान संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा तीन मुखी दीपक जलाने से घर परिवार बुर...

कार्तिक पूर्णिमा

गगन-सरोवर में कूदा है मल-मल चाँद नहाए उछले छींटे पानी के तरु-वस्त्र भीगे जाए तट पर आकर रजनीकर अनगिन दीपक तैराए सागर जगमग जगमग करता देख चाँद मुस्काए लौट रही मुस्कान धरा पर कण कण को मुस्काए हरित सलाइयों सी निकली गेहूँ फ़सलें इठलाएँ कृषक रखवाले रजनीभर हलकारे ख़ूब लगाए कंधों पर कंबल डाले अग्नि पर हाथ तपाएँ सरदी हाड़ कँपाती है डांफर शर तेज़ चलाए पर खेतों के तपसी को इंच एक हिला ना पाए

कार्तिक पूर्णिमा

कार्तिक पूर्णिमा- क्यों है देवताओं की दीपावली का पर्व?: Kartik Purnima 2022 Close • Search for: Search • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • • Open dropdown menu • • Open dropdown menu • • • • • • Open dropdown menu • • • Open dropdown menu • • • • • • • • • • • Facebook • Instagram • YouTube • Twitter • Linkedin Close Kartik Purnima 2022 : दीपावली के ठीक पंद्रह दिन बाद मनाए जाने वाले इस त्योहार को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन देवी-देवता स्वर्गलोक से धरती पर उतरते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाई जाने वाली देव दीपावली के दिन प्रदोष काल में दीपदान करने का विधान है। देव दीपावली एक ऐसा पर्व है, जब गंगा और काशी के घाट पर खूब रौनक देखी जा सकती है। यहां पर रोजाना की भांति संध्याकाल में गंगा आरती की जाती है और उसके बाद स्थानीय लोग घाटों के निकट दीपों का प्रज्वलित करते हैं। इस खास दिन यहां के घाटों और तटों की खूबसूरती देखते ही बनती है। शुभ मुहूर्त कार्तिक पूर्णिमा आरंभ : 7 नवंबर 2022 संध्याकाल 4 बजकर 15 मिनट से कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त : 8 नवंबर 2022 संध्याकाल 4 बजकर 31 मिनट तक कार्तिक पूर्णिमा का महत्व • इस दिन गंगा स्नान करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से देवताओं की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। साथ ही श्री हरि आपको सभी पापों से मुक्ति दिलाते हैं। • देव दिवाली के दिन शिवलिंग के सामने दीप प्रज्वलित करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से जीवन कष्ट मुक्त हो जाता है। • ऐसी मान्यता है कि देव दिवाली के दिन मुखी दीपक जलाने से गुणवान संतान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा तीन मुखी दीपक जलाने से घर परिवार ब...

kartik purnima 2020 date time puja vidhi and shubh muhurat

नई दिल्ली. इस बार कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2020) 30 नवंबर यानी सोमवार को मनाई जाएगी. कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को ही ‘कार्तिक पूर्णिमा’ (Kartik Purnima) कहते हैं. हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है. पुराणों के अनुसार, इस दिन जो मनुष्य विधि-विधान से पूजा करने के बाद दान-पुण्य करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. कार्तिक पूर्णिमा का महत्व पुराणों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना बेहद लाभकारी होता है. इस दिन गंगा स्नान करने पर दस यज्ञ करने के बराबर पुण्य मिलता है. साथ ही इस दिन दान करने का भी बहुत महत्व है. इस दिन दान करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहती है. इस दिन भूलकर भी प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा और नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. यह भी पढ़ें- कार्तिक पूर्णिमा व्रत की पूजन विधि - कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना चाहिए. वहीं, अगर आप इस दिन पवित्र नदी, सरोवर या कुंड में स्नान करते हैं तो बेहद शुभ माना जाता है. - स्नान करने के बाद भगवान शिव और राधा-कृष्ण की पूजा-अर्चना करें. - इस पावन पर्व पर दीपदान करना बिल्कुल न भूलें. - अगर आपने उपवास रखा हुआ है तो हवन जरूर करें. - उसके बाद दान करें. आप किसी गरीब को या मंदिर में जाकर दान कर सकते हैं. यह भी पढ़ें-

कार्तिक पूर्णिमा कथा

कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi हिन्दी PDF डाउनलोड करें इस लेख में नीचे दिए गए लिंक से। अगर आप कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi हिन्दी पीडीएफ़ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं। इस लेख में हम आपको दे रहे हैं कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha & Pooja Vidhi के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और पीडीएफ़ का direct डाउनलोड लिंक। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का खास महत्व होता है। कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima Katha PDF) कहते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है । इस दिन किए जाने वाले दान-पुण्य समेत कई धार्मिक कार्य विशेष फलदायी होते हैं। पूर्णिमा व्रत का सनातन धर्म में बहुत अधिक महत्व माना गया है। पूर्णिमा के दिन व्रत करने से कुंडली में चंद्र प्रबल होता है। वैदिक ज्योतिष के विद्द्वान कहते हैं यदि आपकी कुंडली में चन्द्रमा की महादशा व अन्तर्दशा चल रही है, तो पूर्णिमा व्रत अवश्य करना चाहिए। पूर्णिमा व्रत के दौरान कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा अवश्य पढ़नी चाहिए। कार्तिक पूर्णिमा कथा | Kartik Purnima Vrat Katha पौराणिक कथा के अनुसार तारकासुर नाम का एक राक्षस था. उसके तीन पुत्र थे- तारकक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली. भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिक ने तारकासुर का वध किया। अपने पिता की हत्या की खबर सुन तीनों पुत्र बहुत दुखी हुए. तीनों ने मिलकर ब्रह्माजी से वरदान मांगने के लिए घोर तपस्या की ब्रह्माजी तीनों की तपस्या से प्रसन्न हुए और बोले कि मांगों क्या वरदान मांगना चाहते हो. तीनों ने ब्रह्मा जी से अमर होने का वरदान मांगा, लेकिन ब्रह्माजी ने उन्ह...

Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images

Kartik Purnima 2021 Messages: हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings और HD Images कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन दीपदान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस अति पावन अवसर पर आप अपने प्रियजनों के साथ इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स और एचडी इमेजेस को शेयर करके उनसे हैप्पी कार्तिक पूर्णिमा कह सकते हैं. Kartik Purnima 2021 Messages in Hindi: हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) का विशेष महत्व बताया जाता है. कार्तिक अमावस्या को दीपावली (Deepawali) का त्योहार मनाए जाने के बाद कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली (Dev Deepawali) मनाई जाती है, जिसकी भव्यता और दिव्यता भगवान शिव (Lord Shiva) की नगरी काशी में देखते ही बनती है. आज यानी 19 नवंबर 2021 को कार्तिक पूर्णिमा का यह पावन पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन भोलेनाथ की पावन नगरी काशी (Kashi) में देव दिवाली (Dev Diwali) का उत्सव बहुत भव्य और दिव्य तरीके से मनाया जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा की संध्या को ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने मत्स्य अवतार लिया था और भगवान शिव ने इसी दिन त्रिपुरारी अवतार लेकर त्रिपुरासुर (Tripurasur) का संहार किया था. कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. इस दिन दीपदान करने से सभी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस अति पावन अवसर पर आप अपने प्रियजनों के साथ इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स और ...