कैलाश पर्वत की कहानी

  1. कैलाश पर्वत
  2. Kailash Parvat Mystery know about Lord Shiva residence why mount Kailash is unclimbed
  3. Why no one has climbed on Kailash Mountain in Hindi
  4. खुल चुका है कैलाश पर्वत का रहस्य
  5. आज भी बरकरार है कैलाश पर्वत के कई रहस्य, भगवान शिव करते हैं निवास
  6. कैलाश पर्वत का रहस्य क्या है? 9 Mystery of Kailash Mountain


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कैलाश पर्वत

कैलाश पर्वत – शिव का निवास सद्‌गुरु: कैलाश के अपने अनुभव और समझ को मैं कभी व्यक्त नहीं कर सकता। मेरे लिए वह इतना बड़ा है कि मैं उसके लिए मरने को तैयार हूं। मैं बस इतना ही कह सकता हूं। जब पहले जैन तीर्थंकर ऋषैभदेव कैलाश पर्वत आए, तो उनका एक ध्येय था। उन्होंने कैलाश के बारे में बहुत कुछ सुना था। इसलिए उन्होंने सोचा कि वह इस सारे ज्ञान को समेट कर दुनिया के लिए कुछ करेंगे। जब पहले जैन तीर्थंकर ऋषभदेव कैलाश पर्वत आए, तो उनका एक ध्येय था। उन्होंने कैलाश के बारे में बहुत कुछ सुना था। इसलिए उन्होंने सोचा कि वह इस सारे ज्ञान को समेट कर दुनिया के लिए कुछ करेंगे। वह इस पूरी प्रक्रिया के प्रति ग्रहणशील व्यक्ति थे। कैलाश के संपर्क में आने के बाद, उस ज्ञान को लेकर दुनिया में जाने और कुछ करने की बजाय, उन्होंने इस पर्वत में विलीन होने का फैसला कर लिया। वह उसका एक हिस्सा बन गए। वह इस पूरी प्रक्रिया के प्रति ग्रहणशील मुनि थे। कैलाश के संपर्क में आने के बाद, उस ज्ञान को लेकर दुनिया में जाने और कुछ करने की बजाय, उन्होंने इस पर्वत में विलीन होने का फैसला कर लिया। वह उसका एक हिस्सा बन गए। थोड़ी गहराई में इसका स्वाद चखने वाले किसी भी प्राणी के लिए इस प्रलोभन से बचना मुश्किल है। जब आप इसके संपर्क में आते हैं, तो आप सोचने लगते हैं, ‘यही सब कुछ है, हम क्यों न ऐसा करें?’ बाकी सभी चीजें – हमने अपने लिए जो छोटे-मोटे लक्ष्य तय किए हैं, वे अर्थहीन हो जाते हैं। यह मृत्यु की कामना नहीं है। जब अमर होने का अवसर आपको दिखता है, तो वह एक जबर्दस्त प्रलोभन होता है। जब इतनी भव्य चीज का हिस्सा बनने की संभावना आपके सामने आती है, तो इस प्रलोभन से बचना मुश्किल हो जाता है। कैलाश पर्वत एक जबर्दस्त आध्यात्मिक पुस्तकालय ...

Kailash Parvat Mystery know about Lord Shiva residence why mount Kailash is unclimbed

तिब्बत में स्थित कैलाश पर्वत यानी कैलास उल्लेख कई हिंदू ग्रंथों में मिलता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार कैलाश पर्वत भगवान शिव का निवास स्थान है। हिंदू धर्म में कैलाश पर्वत को पवित्र माना जाता है। धर्म के अनुयायी कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर आते हैं और पर्वत की परिक्रमा करते हैं। वैसे कैलाश पर्वत अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए है। लोगों का मानना है कि यहां कई चमत्कार होते रहते हैं। कोई भी व्यक्ति अभी तक इस पर्वत की चढ़ाई नहीं कर पाया है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव आज भी कैलाश पर्वत पर अपने परिवार के साथ निवास करते हैं। उनके साथ कई देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों का भी ये निवास स्थान है। यहां कोई आम इंसान नहीं जा सकता है। कैलाश पर्वत पर चढ़ने के लिए खास सिद्धि की जरूरत होती है। ऐसा इंसान जिसने कभी पाप नहीं किया हो वो ही इस पर्वत पर जिंदा चढ़ सकता है। कई पर्वतारोहियों ने कैलाश पर्वत पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। गूंजती है डमरू और ऊँ की आवाज स्थानीय लोगों के मुताबिक कैलाश पर्वत के आसपास डमरू और ऊँ की आवाज सुनाई देती है। यहां आने वाले दर्शनार्थी और पर्यटक भी ये आवाज सुनते हैं। ये आवाजें कहां से आती हैं, अभी तक इसका स्रोत नहीं पता चल पाया है। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि पहाड़ पर मौजूद बर्फ से हवा के टकराने से ये ध्वनि उत्पन्न होती है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक कैलाश पर्वत पर अलौकिक शक्ति का वास है। यहां पुण्य आत्माएं रहती हैं। इसे स्वर्ग का द्वार भी कहा जाता है। कई तपस्वी आज भी यहां तप करते हैं, उन्हें खलल न पड़े इसलिए कोई व्यक्ति ऊपर नहीं जा सकता। अगर कोई शख्स ऊपर चढ़ने की कोशिश भी करता है, तो कोई न कोई अड़चन जरूर आ जाती है। या फिर उसकी मौत हो जाती है।...

Why no one has climbed on Kailash Mountain in Hindi

यह बात तो हम सभी को मालूम है की भगवान शिव कैलाश पर्वत पर निवास करते है इसी वजह से ही Kailash Mountain in Hindi का एन अनोखा स्थान है. वैसे तो दुनिया की सबसे ऊँची चोटी माउंट एवरेस्ट है जिसकी ऊंचाई 8848 मीटर है पर फिर भी इसके इतने ऊँचे शिखर पर बहोत सारे लोगो ने विजय प्राप्त की हुई है. • कहानी उस बहादुर लड़की की जिन्होंने जिन्दगी को बोज नहीं समजा वही दूसरी और तिब्बत के हिमालय क्षेत्र में स्थित कैलाश पर्वत की ऊंचाई 6638 मीटर है यानि की दुनिया के सबसे ऊँचे शिखर से करीब 2200 मीटर निचा है फिर भी आज तक कोई भी इन्सान इस शिखर पर विजय प्राप्त नहीं कर सका है. एसा क्या है इस कैलाश पर्वत पर पि आज तक कोई भी पर्वतारोह इस चोटी पर चढ़ नहीं पाया है? चलिए जानते है इस आर्टिकल के माध्यम से. दोस्तों, एसा नहीं है की इस पर्वत पर चढ़ने की किसीने कोशिष नहीं की है, सच तो यह है की बहोत सारे पर्वतारोह ने इस पर्वत पर चढ़ने की कोशिस की है लेकिन वो नाकामयाब रहे है. एसा ही सरगे सिस्टीयाकोव. जिसने बताया की “ जब में Kailash Mountain in Hindi के बिल्कुल पास पहोच गया तो मेरा दिल तेजी से धडकने लगा. मै इस पर्वत के बिल्कुल सामने था, जिस पर आज तक कोई भी नहीं चढ़ पाया था, लेकिन अचानक मुझे बहोत कमजोरी महेसुस होने लगी और मन में खयाल आने लगा की मुझे यहाँ एक पल भी नहीं रुकना चाहिए. उसके बाद जैसे-जैसे में निचे उतरता गया मेरा मन हल्का होता गया. “ एसा ही हुआ था कर्नल आर. सी. विलसन के साथ. जब विलसन ने Kailash Mountain in Hindi पर चढ़ने की कोशिस की तब इतनी भारी मात्रा में बर्फबारी होने लगी की कैलाश पर्वत पर चढ़ना असम्भव हो गया और उनको हार मानकर वहा से वापिस लौटना पड़ा था. पुराणों के अनुसार Kailash Mountain in Hindi पर धरती और स्वर्ग...

खुल चुका है कैलाश पर्वत का रहस्य

दोस्तों कैलाश पर्वत को हिन्दुधर्म में बोहोत ही पवित्र और विशेष पर्वत माना जाता है। हिन्दुधर्म के अनुसार कैलाश पर्वत पर भगवन शिव अपनी पत्नी पार्वती और पुत्रों के साथ सदा निवास करते है। आप जानते ही होंगे की भगवान शिव को हिन्दुधर्म में आदिदेव कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है की सृस्टि का आरम्भ करने वाला| भगवान शिव को देवों के देव महादेव भी कहा जाता है, जिसका अर्थ होता है की भगवन शिव सभी देवताओं के द्वारा पूजनीय और सर्वाधिक शक्तिशाली देवता है। इस प्रकार भगवन शिव का स्थाई निवास स्थान होने के कारण हिन्दुधर्म में कैलाश पर्वत को सबसे खास और परम पूज्य पर्वत माना जाता है। ऐसा माना जाता है की कैलाश पर्वत पर भगवान शिव साक्षात् उपस्थित है, और कैलाश पर्वत के निकट शिव की तपस्या करने से मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। कैलाश पर्वत का आकर विशाल शिवलिंग की तरह है और इसी वजह से कैलाश पर्वत को बारह ज्योतिर्लिंगों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। हजारों सालो से श्रद्धालु अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए और शांति प्राप्त करने के लिए कैलाश पर्वत के दर्शन करने और कैलाश पर्वत की परिक्रमा करने के लिए जाते है, माना जाता है की कैलाश पर्वत की परिक्रमा करने से समस्त पापो का नाश हो जाता है, तथा भगवान शिव की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही बहुत रहस्य छुपे हुए हैं , चलो जानते हैं | कैलाश पर्वत को अजय पर्वत जाना जाता है | इस पर्वत पर आज तक कोई भी पर्वतारोही नहीं चढ़ पाया है जबकि कैलाश पर्वत दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट से 2200 मीटर छोटा है , फिर भी आज तक इस पर्वत पर कोई नहीं चढ़ पाया है, वहीं माउंट एवरेस्ट पर 7000 से ज्यादा लोग चढ़ चुके हैं | ऐसा नहीं है इस पर चढ़ने की कोशिश नहीं की गई, इस पर बहुत पर्वता...

आज भी बरकरार है कैलाश पर्वत के कई रहस्य, भगवान शिव करते हैं निवास

Kailash Parvat Ke Rahasya: पौराणिक हिन्दू कथाओं में भगवान शंकर (Lord Shankar) को एक योगी और तपस्वी के रूप में बताया गया है. उनका निवास हिमालय (Himalaya) पर कैलाश मानसरोवर को बताया गया है. हिंदू धर्म में इस स्थान को सबसे पवित्र माना जाता है और यह हिन्दुओं के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों में से एक है. यह अद्भुत स्थान रहस्यों से भरा हुआ है. हिन्दू धर्मग्रंथो (Hindu Mythology) में शिवपुराण, स्कंद पुराण, मत्स्य पुराण में इस स्थान की महिमा का गुणगान अलग ही अध्यायों के रूप में किया गया है. भगवान शिव के निज निवास माने जाने वाले कैलाश पर्वत (Kailash Parvat) से कई प्रकार के रहस्य जुड़े हुए हैं. जिन पर आज भी कई बड़े वैज्ञानिक शोध करने में लगे हुए हैं. तो आइये जानते कैलाश पर्वत से जुड़े कुछ रहस्यों के बारे में. आज तक अजेय है कैलाश पर्वत कैलाश पर्वत की ऊंचाई 6600 मीटर से अधिक है, जो दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट से लगभग 2200 मीटर कम है. इसके बाद भी माउंट एवेरेस्ट पर अब तक 7 हजार से अधिक बार चढाई कर चुके हैं लेकिन कैलाश पर्वत पर अब भी कोई व्यक्ति नहीं चढ़ पाया है. यह आज भी अजेय है. इसे भी पढ़ें – 1. कैलाश पर्वत की चोटियों पर दो झीलें हैं पहली मानसरोवर झील जो दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित शुद्ध पानी की सबसे बड़ी झील है. इसका आकार सूर्य के समान है और दूसरी राक्षस झील जो दुनिया की सबसे ऊंचाई पर स्थित खारे पानी की सबसे बड़ी झील है, और इसका आकार चन्द्रमा के समान है. यह दोनों झीलें यहां कैसे बनी इसको लेकर वैज्ञानिक आज भी शोध कर रहें हैं. इसी कारणों से कैलाश पर्वत को अद्भुत और रहस्यमयी कहा जाता है. 2. हमारी पृथ्वी के एक तरफ उत्तरी ध्रुव है दूसरी तरफ दक्षिणी ध्रुव. और इन दोनों ध्रुवों के बीच मे...

कैलाश पर्वत का रहस्य क्या है? 9 Mystery of Kailash Mountain

कैलाश पर्वत कहां है कैलाश पर्वतमाला भारत में कश्मीर से लेकर चीन के कब्जे में मौजूद तिब्बत और भूटान तक फैली हुई है। यह ल्हा चू और झोंग चू के बीच में कैलाश पर्वत श्रंखला है जिसके उत्तरी शिखर का नाम कैलाश पर्वत है। इस शिखर की आकृति एक विराट् शिवलिंग की तरह दिखाई देती है। कैलाश पर्वतों से बने एक षोडशदल कमल के मध्य यह स्थित है। कैलाश पर्वत सदैव बर्फ से आच्छादित रहता है। इसकी परिक्रमा का बड़ा महत्व बताया गया है। तिब्बती (भोटिया) लोग कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा का विशेष महत्व बताते हैं। इसकी एक बार परिक्रमा करने से एक जन्म का तथा दस बार परिक्रमा करने से एक कल्प का पाप नष्ट हो जाता है। जो लोग इसकी 108 बार परिक्रमा करते हैं उन्हें जन्म-मरण से मुक्ति मिल जाती है। कैलाश पर्वत का रहस्य क्या है कैलाश के विशेष महत्व के कारण ही शिवपुराण, स्कंद पुराण और मत्स्य पुराण में कैलाश खंड के नाम से एक अलग ही अध्याय को जोड़ा गया है, जहां इसकी महिमा का वर्णन किया गया है। कैलाश पर्वत का रहस्य क्या है, इस पर विज्ञान भी आज तक कोई उत्तर नहीं दे पाया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कैलाश के पास ही कुबेर की अलकापुरी नगरी बसी हुई है। यहीं से महाविष्णु के कर-कमलों से माँ गंगा निकलकर कैलाश पर्वत की चोटी पर गिरती है, जहां भगवान शिव उन्हें अपनी जटाओं में भर कर इस धरती पर एक निर्मल धारा के रूप में प्रवाहित करते हैं। कैलाश पर्वत का रहस्य ऐसा कहा जाता है की कैलाश के ऊपर स्वर्गलोक और उसके नीचे मृत्यलोक बसा हुआ है। यह स्थान अनेकों अद्भुत रहस्यों से भरा हुआ हैं – • कैलाश पर्वत धरती का केंद्र कैलाश को धरती का केंद्र कहा जाता है, इसके एक ओर उत्तरी ध्रुव और दूसरी ओर दक्षिणी ध्रुव है। इन दोनों के बीचोबीच हिमालय स्थित है, इ...