केदारनाथ मंदिर कब बंद होगा

  1. Kedarnath Kapat Opening Date 2021: When will kedarnath temple reopen in 2021 Know here kedarnath Dham Openind Date and Time
  2. केदारनाथ यात्रा के खुलने और बंद होने की तिथियां
  3. 6 महीनों के लिए बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, 20 नवंबर को बंद होगा बद्रीनाथ मंदिर
  4. Kedarnath Temple time Changes committee changes timing of opening and closing temple know the new timing
  5. Baba Kedarnath Dham doors closed know when it will open now Winter


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Kedarnath Kapat Opening Date 2021: When will kedarnath temple reopen in 2021 Know here kedarnath Dham Openind Date and Time

Kedarnath Kapat Opening Date 2021: इस तारीख से खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट, जानिए कब हो जाते हैं बंद विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर... केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाछ की 13 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी। बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं। कब खुलेंगे बद्रीनाथ धाम के कपाट- उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस साल 18 मई को खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया। चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि भगवान विष्णु को समर्पित बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई को ब्रह्म मुहूर्त में सवा चार बजे खुलेंगे।चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट पिछले साल शीतकाल के लिए 19 नवंबर को बंद हुए थे। बदरीनाथ सहित चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद हो जाते हैं जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में खुलते हैं।

केदारनाथ यात्रा के खुलने और बंद होने की तिथियां

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ यात्रा शिव भक्तों के लिए सबसे सर्वोपरि स्थानों में से एक है। मंदिर के अंदर एक शंक्वाकार चट्टान के निर्माण को भगवान शिव के “सदाशिव” रूप में पूजा जाता है। श्री केदारनाथ मंदिर केदारनाथ मंदिर, चारधाम तीर्थ यात्रा सर्किट का एक हिस्सा है, और भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। केदारनाथ मंदिर के पीछे केदारनाथ शिखर, केदार गुम्बद और अन्य हिमालय की चोटियाँ खड़ी हैं। केदारनाथ के खुलने और बंद होने की तिथियां: 1. घूमने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल-अक्टूबर। घूमने का सबसे अच्छा समय है और भारी बर्फबारी के कारण, सर्दियों के महीनों का शहर बंद हो जाएगा 2. दर्शन का समय: मंदिर सुबह 4:00 बजे खुलता है और लगभग 8:00 बजे बंद होता है 3. केदारनाथ मंदिर खुलने की तारीख: 25 अप्रैल 2023 सुबह 6:20 AM 4. केदारनाथ मंदिर बंद होने की तारीख 2023: नवंबर 5. केदारनाथ कैसे पहुँचें: यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: अप्रैल-जून और सितंबर-अक्टूबर। गर्मी और मानसून के बाद का समय घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है कैसे पहुंचे केदारनाथ : ट्रेन से – केदारनाथ का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन NH58 पर केदारनाथ से 216 किलोमीटर पहले स्थित है। सड़क मार्ग से – उत्तराखंड के प्रमुख स्थलों जैसे देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, श्रीनगर, चमोली आदि से गौरीकुंड के लिए बसें और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग 109 पर स्थित है जो रुद्रप्रयाग को केदारनाथ से जोड़ता है। हवाईजहाज से – 238 किलोमीटर की दूरी पर स्थित केदारनाथ का निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट है। केदारनाथ में देखने लायक स्थान: A. यात्रा करने के लिए कई दर्शनीय औ...

6 महीनों के लिए बंद हुए केदारनाथ धाम के कपाट, 20 नवंबर को बंद होगा बद्रीनाथ मंदिर

उत्तराखंड (Uttarakhand) में केदारनाथ मंदिर के कपाट सर्दियों में 6 महीने के लिए बंद कर दिए गए हैं। शनिवार सुबह 6 बजे हुई पूजा अर्चना आरंभ पूरे विधि विधान और लग्न के अनुसार 8 बजे केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham ) के कपाट बंद किए गए। अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर के लिए बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली भी रवाना हुई। वहीं यमुनोत्री (Yamunotri) के कपाट भी आज सर्दियों के लिए बंद रहेंगे और अगले छह महीने तक बंद रहेंगे। यह भी पढ़ें: मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित केदारनाथ मंदिर चार प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है जिसे 'चार धाम' कहा जाता है, जिसमें यमुनोत्री, गंगोत्री और बद्रीनाथ भी शामिल हैं। आठवीं शताब्दी ईस्वी में जगद गुरु आदि शंकराचार्य द्वारा निर्मित, केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार बद्रीनाथ मंदिर 20 नवंबर को बंद हो जाएगा। इससे पहले पुजारियों द्वारा धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद शुक्रवार सुबह 11.45 बजे गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। समारोह को देखने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और स्थानीय लोग मौजूद थे। गंगोत्री मंदिर की मां गंगा की उत्सव डोली अगले छह महीने तक गंगोत्री के कपाट बंद रहने के बाद अपने शीतकालीन निवास मुखबा के लिए रवाना हुई और आज भाई दूज के अवसर पर वहां पहुंचेगी। यह भी पढ़ें: उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि इस वर्ष के दौरान 32,948 से अधिक तीर्थयात्रियों ने गंगोत्री धाम के दर्शन किए। चार धाम यात्रा इस साल 18 सितंबर को शुरू हुई, जब नैनीताल उच्च न्यायालय ने 16 सितंबर को चार धाम यात्रा पर प्रतिबंध हटा दिया। लोगों को वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए अनिव...

Three

तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान में भगवान ईशानेश्वर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद शिवलिंग को मंदिर में स्थापित किया जाएगा। मंगलवार प्रातः दस बजे बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, आचार्यगणों, तीर्थपुरोहितों व मुख्य यजमान सोलंकी परिवार की मौजूदगी में पंचपूजा प्रारंभ की गई। तीन दिनों तक चलने वाली इस पूजा में ईशानेश्वर शिवलिंग की विशेष पूजा अर्चना के साथ जलवास, अन्न वास, फल वास के बाद प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके साथ ही ईशानेश्वर मंदिर पर कलश भी स्थापित किया जाएगा। गुरुवार को प्राण प्रतिष्ठा पूजा समाप्ति के बाद विधिवत पूजा अर्चना शुरू होगी। बताते चलें कि वर्ष 2013 की आपदा में ईशानेश्वर मंदिर बह गया था। इस मौके पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय, बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, सीईओ योगेंद्र सिंह, ईओ आरसी तिवारी, धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, उमेश चन्द्र पोस्ती, स्वयंम्बर सेमवाल, महामंत्री राजेन्द्र तिवारी, उपमंत्री अंकित सेमवाल, संजय तिवारी आदि मौजूद थे।

Kedarnath Temple time Changes committee changes timing of opening and closing temple know the new timing

Kedarnath Temple time Changes committee changes timing of opening and closing temple know the new timing | Kedarnath News: केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने व बंद करने के समय में बदलाव, जानें अब कब से कब तक कर सकेंगे दर्शन | Hindi News, Uttarakhand Kedarnath News: केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने व बंद करने के समय में बदलाव, जानें अब कब से कब तक कर सकेंगे दर्शन Kedarnath Temple New Timing: बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने आम दर्शनों का समय चार घंटे कम कर दिया है. मानसून सक्रिय होने के साथ ही कम होती यात्रियों की संख्या को देखते हुए केदारनाथ में सुबह कपाट खोलने, धर्म दर्शन, दोपहर को भोग व विश्राम और सांयकालीन आरती के बाद कपाट बंद करने के समय में भी बदलाव किया है. Kedarnath Temple New Timing: हरेंद्र नेगी/रुद्रप्रयाग: मॉनसून सीजन शुरू होने के साथ ही तीर्थयात्रियों की घटती संख्या को देखते हुए बद्री-केदार मंदिर समिति ने बड़ा निर्णय लिया है. मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने व बंद करने के समय में बदलाव किया है. साथ ही आम श्रद्धालुओं के लिए भी दर्शनों का समय चार घंटे कम कर दिया है. पहले जहां श्रद्धालु सुबह 4 बजे से रात्रि 11 बजे बाबा केदार के दर्शन कर रहे थे. वहीं अब सुबह 5 बजे से केदारनाथ मंदिर में दर्शन शुरू होंगे. इधर सांयकालीन आरती व श्रृंगार दर्शन के बाद रात्रि को नौ बजे मंदिर को बंद कर दिया जाएगा. 6 मई को खुले थे कपाट बता दें कि 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले गये थे. जिसके बाद हजारों की संख्या में बाबा के दर्शनों के लिए भक्त पहुंचे. कई बार एक दिन में 20 से 22 हजार के करीब तीर्थयात्री केदारनाथ धाम पहुंचे. मई और जून माह में भारी संख्या में ...

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देहरादून: केदारनाथ धाम के कपाट बृहस्पतिवार को भैया दूज के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए. ये धाम उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित है. मंदिर समिति ने बताया कि सुबह साढ़े आठ बजे ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत पूजा-अर्चना के बाद शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए. इस दौरान, श्रद्धालुओं के ‘बम बम भोले’ और ‘जय केदार’ के उद्घोष से केदारनाथ धाम गुंजायमान रहा. मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि तड़के तीन बजे केदारनाथ मंदिर को खोले जाने के बाद चार बजे से कपाट बंद करने की समाधि पूजन प्रक्रिया शुरू हुई. पुजारी टी गंगाधर लिंग ने भगवान केदारनाथ के स्वयंभू ज्योर्तिलिंग को शृंगार रूप से समाधि रूप देते हुए उसे बाघंबर, भृंगराज फूल, भस्म, स्थानीय शुष्क फूलों-पत्तों से ढक दिया. इसके बाद भैरव नाथ के आह्वान के साथ गर्भगृह और मुख्य द्वार को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया और भगवान शंकर की पंचमुखी डोली उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर की तरफ रवाना हो गई. शीतकाल के दौरान भगवान केदारनाथ की पूजा ओंकारेश्वर मंदिर में ही होगी. क्या बोले सीएम धामी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीर्थयात्रियों का आभार जताया और कहा कि इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में नयी केदार पुरी अस्तित्व में आ चुकी है, जहां तीर्थयात्रियों को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं. धामी ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री ने गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे का शिलान्यास किया है और इसके बनने से केदारनाथ यात्रा और सुगम हो जाएगी. गढ़वाल क्षेत्र की आर्थिक रीढ़ मानी जान...

केदारनाथ

देहरादून, 15 अक्टूबर, 2021: देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों केदारनाथ-बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनाेत्री के कपाट इस महीने खुले रहेंगे। चारधाम देवस्थानम् बोर्ड द्वारा कहा गया है कि, सर्द ऋतु में भारी बर्फबारी की संभावना को देखते हुए चार धामों के कपाट अगले महीने बंद कराए जाएंगे। कपाट बंद होने की तारीखें भी बता दी गई हैं, जिसमें गंगोत्री के कपाट 5 नवंबर को बंद किए जाएंगे। इसके बाद 6 नवंबर से केदारनाथ व यमुनोत्री मंदिरों के कपाट बंद किए जाएंगे। वहीं, बद्रीनाथ के कपाट बंद करने की तारीख आज यानी कि, शुक्रवार को घोषित की जाएगी। केदारनाथ-बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट कब होंगे बंद इस महीने खुले रहेंगे चारधामों के कपाट चारधाम देवस्थानम बोर्ड ने कहा है कि, केदारनाथ-बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनाेत्री के कपाट बंद होने के साथ ही सर्दियों के लिए चारधाम यात्रा पर विराम लग जाएगा। उसके बाद श्रद्धालु अगले वर्ष ही यात्रा कर पाएंगे। गौरतलब हो कि, कोरोना महामारी के कारण चारधाम की यात्रा 2020 से बाधित होती रही है। हालांकि, यात्रियों की संख्या को लेकर लगाया गया प्रतिबंध हटते ही इस महीने रौनक लौट आई। आंकड़ों के मुताबिक, यात्रा शुरू होने के बाद से सबसे ज्यादा यात्री केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। केदारनाथ में आ रहे सबसे ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम प्रबंधन ने बताया कि, इस महीने हर रोज हजारों श्रद्धालुओं ने केदारनाथ मंदिर में दर्शन किए हैं। जिसमें 6 अक्टूबर के दिन रिकॉर्ड 2300 यात्रियों ने दर्शन किए। दरअसल, लंबे समय बाद केदारनाथ में यात्रियों को गर्भ-गृह के दर्शन करने की अनुमति मिली है। जबकि बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में श्रद्धालु बाहर से ही दर्शन करते हैं। केदारनाथ मन्दिर उत्तराखण्...