Khasi me kya khaye

  1. सुबह नाश्ते के लिए 11 हेल्दी फूड
  2. Cough And Cold: What To Eat And What Not To Cough, These Things Will Benefit
  3. वीर्य को जल्दी निकलने से रोकने के घरेलू उपाय
  4. चना खाने के 58 जबरदस्त फायदे सुन आप भी रह जायेंगे हैरान
  5. गर्भावस्था में वजन कितना होना चाहिए (Pregnancy me weight kitna hona chahiye)
  6. गले में खराश के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज


Download: Khasi me kya khaye
Size: 23.17 MB

सुबह नाश्ते के लिए 11 हेल्दी फूड

Naste me kya khaye : रात में 8 से 10 घंटे सोने के बाद सुबह शरीर को ऐसे आहार (breakfast) की जरूरत होती हैं जिससे उसे एनर्जी और ताकत मिल सके। सुबह का नाश्ता (breakfast in hindi) दिन का सबसे अहम भोजन होता हैं, सुबह के नाश्ते से शरीर को दिनभर काम करने के लिए ऊर्जा और ताकत मिलती हैं। साथ ही आपकी बॉडी का शेप और वजन भी काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता हैं कि आप सुबह के नाश्ते में क्या खाते हैं। कुछ लोग सुबह के नाश्ते (breakfast in hindi) में बहुत ज्यादा भारी भोजन, तेलीय पदार्थ, फास्ट फूड, नमकीन, बिस्किट व वाइट ब्रेड जैसी अनहेल्दी चीजों का सेवन करते हैं, जो स्वास्थ के लिहाज से सही नहीं होता। आपका सुबह का नाश्ता (morning breakfast) ज्यादा से ज्यादा पोष्टिक और हेल्दी होना चाहिए। इसमें प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और हेल्दी फैट शामिल होना चाहिए। इजी लाइफ हिंदी के इस आर्टिकल में हम सुबह नाश्ते में क्या खाएं (subha ki diet me kya khana chahiye) या सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए (naste me kya khaye) के बारे में बता रहे हैं। यहाँ हम आपको 11 से ज्यादा ऐसी चीजें बता रहे हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं, साथ ही इन्हें बनाने में भी कम समय लगता हैं। सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए | सुबह की डाइट में क्या खाना चाहिए | Subha Ke Naste Me Kya Khaye सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए (subha ki diet me kya khana chahiye) , में नीचे हम कुछ पौष्टिक आहार बता रहे हैं। अपनी सुविधानुसार आप इनमें से किसी का चुनाव भी कर सकते हैं। सुबह के नाश्ते (breakfast in hindi) में ओट्स या ओटमील लेना सबसे बेस्ट होता हैं। बाजार में आपको दो प्रकार के ओट्स मिलेंगे सिंपल और मसाला ओट्स। सिंपल ओट्स मसा...

Cough And Cold: What To Eat And What Not To Cough, These Things Will Benefit

Cough And Cold: खांसी-जुकाम में क्या खाएं और क्या नहीं, ये चीजें करेंगी फायदा Prevention for Cough And Cold: मौसम बड़ी तेजी से बदला है. सर्दियों में जुकाम-खांसी आम है. खांसी के बारे में कहा जाता है कि यह अपने आपमें कोई रोग नहीं है, बल्कि दूसरे रोग का लक्षण होता है. जैसे सर्दी-जुकाम (Cough And Cold), निमोनिया, टीबी, दमा, एलर्जी, अस्थमा. खांसी अगर लंबे समय तक बनी रहे तो दूसरे कई रोग पैदा हो सकते हैं. Cough And Cold: मौसम बड़ी तेजी से बदला है.सर्दियों में जुकाम-खांसी आम है. हमारा शरीर एकदम से बदले मौसम में एडजस्ट नहीं कर पाता इसलिए हमें सर्दी खासी जैसी समस्याएं हो जाती हैं.खांसी के बारे में कहा जाता है कि यह अपने आपमें कोई रोग नहीं है, बल्कि दूसरे रोग का लक्षण होता है. जैसे सर्दी-जुकाम (Cough And Cold), निमोनिया, टीबी, दमा, एलर्जी, अस्थमा. खांसी अगर लंबे समय तक बनी रहे तो दूसरे कई रोग पैदा हो सकते हैं. इसलिए खांसी का इलाज जल्दी ही किया जाना चाहिए. कई लोग खांसी जुकाम के घरेलू नुस्खे (Home Remedies Cough And Cold) अपनाते हैं, तो कुछ सर्दी जुकाम और खांसी की टेबलेट लेते हैं, लेकिन क्या आपने कभी अपने खानपान के बारे में सोचा कि हमें खांसी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. अक्सर सर्दियों में खांसी जुकाम होने पर गर्म चीजें खानें की सलहा दी जाती है, लेकिन कई चीज़ों से तौबा कर ली जाती है. हर कोई सूप, साग, गरम पानी, गुड़, मसाला चाय जैसी गरम चीजों को लेने को कहते हैं, लेकिन क्या वाकई ये चीजें आपकी खांसी जुकाम को रोकेंती हैं तो यहां हम बता रहे हैं कि खांसी जुकाम में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं... खांसी जुकाम में खाएं ये चीजें 1. केला: कई लोग जुकाम-खांसी में केला खाना बंद कर देते है...

वीर्य को जल्दी निकलने से रोकने के घरेलू उपाय

Virya Ko Jaldi Girne Se Rokne Ke Upay आमतौर पर यौन समस्याएं महिला और पुरुष दोनों को होती है, लेकिन वीर्य जल्दी बाहर निकल आना या शीघ्रपतन एक ऐसी समस्या है जो पुरुषों में बहुत सामान्य है। अक्सर पाया गया है कि ज्यादातर पुरुष जोश में जल्दी वीर्य गिरने की समस्या से परेशान रहते हैं। चूंकि जल्दी स्खलित हो जाने से पत्नी या पार्टनर को बेहतर शारीरिक सुख प्राप्त नहीं हो पाता है, इसलिए यह समस्या पुरुषों की मर्दानगी पर भी सवाल उठाती है। अगर आप भी जल्दी स्खलित हो जाते हैं तो इस लेख में हम आपको वीर्य को जल्दी निकलने से रोकने के घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। विषय सूची 1. 2. 3. • • • • • • • वीर्य का जल्दी गिरना या शीघ्रपतन क्या है – What Is Premature Ejaculation in Hindi वीर्य का जल्दी बाहर निकल आना या शीघ्रपतन एक ऐसी समस्या है आप अपने साथी के साथ संभोग करते समय एक मिनट से भी कम समय में या बहुत जल्दी स्खलित हो जाते हैं और अपने साथी को यौन संतुष्टि प्रदान नहीं कर पाते और वह सेक्स का आनंद नहीं ले पाती है। जल्दी स्खलित होने की समस्या काफी शर्मनाक मानी जाती है और यह शादीशुदा जीवन को भी प्रभावित करती है। (और पढ़े – वीर्य के जल्दी बाहर निकलने के कारण – Causes of Premature Ejaculation in Hindi वास्तव में सेक्स के दौरान वीर्य बाहर निकलने का कोई सटीक समय नहीं है और अब तक जल्दी स्खलन होने का वास्तविक कारण भी ज्ञात नहीं हो पाया है। लेकिन सेक्सोलॉजिस्ट मानते हैं कि यह पुरुषों के मस्तिष्क से जुड़ा होता है। इसका अर्थ यह है कि यदि किसी पुरुष के मस्तिष्क में सेरोटोनिन (serotonin) नामक रसायन का स्तर कम है तो उसे सेक्स के दौरान जल्दी वीर्य बाहर आने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा यह समस्या अन्...

चना खाने के 58 जबरदस्त फायदे सुन आप भी रह जायेंगे हैरान

5 चना खाने के नुकसान : chana khane ke nuksan चना क्या है ? : Gram (Chana) in Hindi चना शरीर में ताकत लाने वाला और भोजन में रुचि पैदा करने वाला होता है। सूखे भुने हुए चने बहुत रूक्ष और वात तथा कुष्ठ को नष्ट करने वाले होते हैं। उबले हुए चने कोमल, रुचिकारक, पित्त, शुक्रनाशक, शीतल, कषैले, वातकारक, ग्राही, हल्के, कफ तथा पित्त नाशक होते हैं। चना की तासीर : चना गर्म प्रकृति का होता है। चना के गुण व सेवन की मात्रा : Chana ke Gun in Hindi • चना शरीर को चुस्त-दुरुस्त करता है। खून में जोश पैदा करता है। यकृत (जिगर) और प्लीहा के लिए लाभकारी होता है। तबियत को नर्म करता है। खून को साफ करता है। धातु को बढ़ाता है। आवाज को साफ करता है। रक्त सम्बन्धी बीमारियों और वादी में लाभदायक होता है। इसके सेवन से पेशाब खुलकर आता है। इसको पानी में भिगोकर चबाने से शरीर में ताकत आती है। • चना विशेषकर किशोरों, जवानों तथा शारीरिक मेहनत करने वालों के लिए पौष्टिक नाश्ता होता है। इसके लिए 25 ग्राम देशी काले चने लेकर अच्छी तरह से साफ कर लें। मोटे पुष्ट चने को लेकर साफ-सुथरे, कीडे़ या डंक लगे व टूटे चने निकालकर फेंक देते हैं। शाम के समय इन चनों को लगभग 125 ग्राम पानी में भिगोकर रख देते हैं। सुबह के समय शौचादि से निवृत्त होकर एवं व्यायाम के बाद चने को अच्छी तरह से चबाकर खाएं और ऊपर से चने का पानी वैसे ही अथवा उसमें 1-2 चम्मच शहद मिलाकर पी जाएं। देखने में यह प्रयोग एकदम साधारण लगता है किन्तु यह शरीर को बहुत ही स्फूर्तिवान और शक्तिशाली बनाता है। • चने की मात्रा धीरे-धीरे 25 से 50 ग्राम तक बढ़ाई जा सकती है। भीगे हुए चने खाने के बाद दूध पीने से वीर्य पुष्ट होता है। • व्यायाम के बाद रात के भीगे हुए चने, चने का पानी के ...

गर्भावस्था में वजन कितना होना चाहिए (Pregnancy me weight kitna hona chahiye)

गर्भावस्था में वजन कितना होना चाहिए (Pregnancy me weight kitna hona chahiye) गर्भावस्था में वजन Pregnancy me weight kitna hona chahiye : गर्भावस्था के दौरान अतिरिक्त Weight का काफी महत्व होता है. वैसे गर्भावस्था में माँ और बच्चे के वजन में अतिरिक्त वृद्धि किसी चमत्कार जैसा ही होती है. लिहाजा आज मै आपसे ‘प्रेगनेंसी के समय पर होने के लिए आदर्श वेट’ के बारे में वजनदार तथ्यों की चर्चा करूगीं. आशा है ये खास जानकारी आपकी ढ़ेरों समस्याओं का समाधान करने में सहायक होगी. मेरा मानना है कि स्वस्थ गर्भधारण की इच्छा करने वाली महिलाएं खासतौर पर प्रथम बार माँ बनने जा रही महिलाएं अगर गर्भ में पलने वाले बच्चे और उसके weight की प्रगति की जानकारी अच्छी तरह से जान ले तो प्रसव (Delivery) की बहुत-सी दुश्चिंताओं के प्रति वे स्वयं को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार कर लेती हैं. तो चलिए जानते है प्रेगनेंसी के दौरान कौन से माह में कितना वजन बढ़ना चाहिए और Delivery के समय पर होने के लिए कितना बॉडी weight अवश्य होना चाहिए. गर्भावस्था के समय आदर्श वजन कितना होना चाहिए (Pregnancy ke Dauran ideal weight kitna hona chahiye) Pregnancy me weight kitna hona chahiye गर्भधारण के समय कैसे खानपान से बचे कि स्वस्थ रहे जच्चा बच्चा यहाँ पढ़े गर्भावस्था के दौरान यह जरुर खाएं Click Here 4 माह से 6 माह तक भ्रूण का विकास अधिक तीव्र गति से होता है, इसमें माता को अतिरिक्त पौष्टिक तत्व लेने चाहिए तथा शरीर निर्माणक तत्वों की आवश्यकताओं की पूर्ति करनी चाहिए जिससे कि प्रेग्नेंसी के सातवें महीने तक करीब 8 – 9 किलो वेट अवश्य गेन कर सके। और आखिरी के 8 सप्ताह यानि 8वें और नौवें महीने में कुल 10 – 12 किलोग्राम वजन का बढ़ना गर्भवती के ...

गले में खराश के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

गले में खराश के पहले • सर्दि जिसमें ठंड लगना • छींकना • खाँसी • • सामान्य तापमान 101 F (38.33 C) से अधिक बुखार • थकान और मांसपेशियों में दर्द • गर्दन में सूजन • गले में खराश या खरोंच की सनसनी • सफेद धब्बे या मवाद जो टॉन्सिल और छोटे लाल धब्बे • जो मुंह खोलने • निगलने और दर्दनाक गर्दन लिम्फ नोड्स में कठिनाई करता है तो आप तीव्र ग्रसनीशोथ से पीड़ित हो सकते हैं स्ट्रेप्टोकोक्की • एक के कारण हो सकता है आपके लार या कफ में रक्त देखा जा सकता है • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं आदि से भी पीड़ित हो सकता है। COVID-19 लक्षण: गले में खराश गले में खराश पैदा करने वाली सबसे आम स्थितियां हैं: • • किसिंग डिजीज या मोनोन्यूक्लिओसिस- एक वायरल संक्रमण जो लगातार गले में खराश का कारण बनता है। • अन्य वायरल संक्रमण- इन्फ्लुएंजा, हर्पंगिना, मम्प्स और इसी तरह के अन्य वायरल रोग। • कोरोनावायरस रोग (COVID-19) गले में खराश पैदा करने वाले बैक्टीरियल संक्रमण हैं: • स्ट्रेप थ्रोट, जो कंजेशन और खांसी से नहीं होता है। • टॉन्सिलिटिस और एडेनोओडाइटिस के कारण होने वाली सूजन। • पेरिटोनसिलर फोड़ा, जो गले के पास के टिश्यू का संक्रमण है। • एपिग्लोटटिटिस • उवुलिटिस • क्लैमाइडिया, सिफलिस और गोनोरिया जैसे एसटीडी संक्रमण। गले में खराश, कुछ हफ्तों से अधिक समय तक भी रह सकती है यदि यह किसी चोट या जलन के कारण होती है जैसे: • धूम्रपान से गले में इर्रिटेशन, कम नमी, चिल्लाना, वायु प्रदूषण या गले के पिछले हिस्से में नैसल ड्रेनेज के कारण। • एलर्जी या भरी हुई नाक के कारण, नाक से लगातार सांस लेना। • गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) जिसमें पेट का एसिड वापस गले में चला जाता है, जिससे हार्टबर्न के अलावा मुंह में खांसी और एसिड का ...