खनिज किसे कहते हैं

  1. खनिज संसाधन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
  2. विश्‍व के प्रमुख खनिज, भंडार, प्रकार, महत्व और उत्‍पादक देश कौन से है जानिए
  3. Energy Minerals in the Circular Economy
  4. खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए minerals in hindi definition
  5. खनिज पदार्थ किसे कहते हैं खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय
  6. Energy Minerals in the Circular Economy
  7. विश्‍व के प्रमुख खनिज, भंडार, प्रकार, महत्व और उत्‍पादक देश कौन से है जानिए
  8. खनिज पदार्थ किसे कहते हैं खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय
  9. खनिज संसाधन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
  10. खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए minerals in hindi definition


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खनिज संसाधन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

Table of Contents • • • • • • प्रश्न: खनिज (mineral) की परिभाषा लिखिए। उत्तर: खनिज वह भौतिक पदार्थ हैं जिसे खान से खोद कर निकाला जाता हैं। दुसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्राकृतिक रूप में उपलब्ध वे पदार्थ जिसकी एक निश्चित आंतरिक संरचना होती है, खनिज कहलाता हैं। जैसे– लोहा, अभ्रक,जस्ता, चूना पत्थर, कोयला, बॉक्साइट इत्यादि। खनिज दो प्रकार के होते हैं >>धात्विक खनिज (metallic minerals) >>अधात्विक खनिज (non-metallic minerals) प्रश्न: खनिज शब्द किन दो शब्दों के मेल से बना है? उत्तर: खनिज शब्द दो शब्द खनि और ज के मेल से बना हैं। इसका अर्थ होता है खान से प्राप्त प्रश्न: धात्विक खनिज किसे कहते हैं? उत्तर: धात्विक खनिज उस खनिज को कहते हैं जिन खनिजों से धातु प्राप्त की जाती है। जैसे –लौह अयस्क, बॉक्साइट, आदि। प्रश्न: अधात्विक खनिज किसे कहते हैं? उत्तर: अधात्विक खनिज उस खनिज को कहते हैं जिन खनिजों से अधातु प्राप्त होते हैं । जैसे — अभ्रक, चूना पत्थर आदि। प्रश्न: खनिज के गुणों (Characteristics of a mineral) को बताए। उत्तर: खनिज के गुण निम्न है– >>खनिज ठोस अवस्था में स्वभाविक रूप में होना चाहिए। >>यह अजैविक हो तथा एक व्यवस्थित आंतरिक संरचना में होना चाहिए। >>खनिज में निश्चित रासायनिक संरचना होनी चाहिए। प्रश्न: अयस्क (Ores) किसे कहते हैं? उत्तर: अयस्क वह खनिज हैं जिनसे आसानी से और कम खर्च में धातु प्राप्त की जाती हैं। अयस्कों के प्रकार — अयस्क चार प्रकार के होते हैं a.ऑक्साइड b. कार्बोनेट अयस्क c. सल्फाइड d. halide अयस्क Hello Friends, NewsViral SK ब्लॉग में आपका बहुत बहुत स्वागत हैं। Newsviralsk एजुकेशन पोर्टल पर आपके साथ शेयर किया जाता है- News, Educational Tips, State Board लेटेस...

विश्‍व के प्रमुख खनिज, भंडार, प्रकार, महत्व और उत्‍पादक देश कौन से है जानिए

खनिज किसे कहते है? खनिज की परिभाष वह भौतिक पदार्थ जो धरती (भूमि) के अन्दर से खोदकर निकाले जाते है, उन्हे खनिज पदार्थ कहा जाता है। खनिज प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले पदार्थ हैं। विश्व में पाए जाने कुछ उपयोगी खनिज पदार्थों में लोहा, अभ्रक, कोयला, बॉक्साइट, नमक, जस्ता (जिंक) और चूना पत्थर इत्यादि शामिल है। भारत मे दो तरह के खनिज पाये जाते है:- (i) धात्वीक खनिज (ii) अधात्वीक खनिज। विश्‍व के प्रमुख खनिजों का वर्गीकरण :- खनिजों का वर्गीकरण बहुत कठिन है फिर भी इनको कुछ विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है – सिलिकेट वर्ग। – कार्बोनेट वर्ग। – सल्फेट वर्ग। – हैलाइड वर्ग। – ऑक्साइड वर्ग। – सल्फाइड वर्ग। – फास्फेट वर्ग। – तत्व वर्ग। – कार्बनिक वर्ग। विश्व के प्रमुख खनिज एवं सर्वाधिक उत्पादक देशों खनिज का नाम सर्वाधिक उत्पादक देश लोहा (Iron) चीन, ऑस्ट्रलिया, ब्राजील, भारत, रूस (नवम्बर 2017 के अनुसार) ताँबा और ताम्र (Copper) चिली, पेरू, चीन (09 अगस्त 2018 के अनुसार) बॉक्साइट (Bauxite) ऑस्ट्रेलिया, चीन, गिनी (अगस्त 2017 के अनुसार) वंग या रांगा या टिन (Tin) चीन, इंडोनेशिया, पेरू (वर्ष 2014 के अनुसार) मैंगनीज (Manganese) दक्षिण अफ्रीका,चीन, आस्ट्रेलिया (वर्ष 2011 के अनुसार) जस्ता (Zinc) चीन, आस्ट्रेलिया, पेरू (वर्ष 2014 के अनुसार) सोना (Gold) चीन, आस्ट्रेलिया, रूस (वर्ष 2017 के अनुसार) चाँदी (Silver) पेरू, बोलीविया, मेक्सिको (अगस्त 2017 के अनुसार) हीरा (Diamond) रूस, बोत्सवाना, कांगो (वर्ष 2013 के अनुसार) पारा (Mercury) चीन, मेक्सिको, किर्गिस्तान (वर्ष 2016 के अनुसार) सीसा (Lead) चीन, आस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका (वर्ष 2016 के अनुसार) अभ्रक (Asbestos) रूस, चीन, ब्राजील (वर्ष ...

Energy Minerals in the Circular Economy

अरविंद कुमार मिश्रा भारत को ऊर्जा खनिज के बड़े उत्पादकों के साथ निवेश और तकनीक हस्तांतरण परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाना होगा। ठीक वैसे ही, जैसे रूस की सखालिन तेल परियोजना में भारत ने निवेश कर सफलता अर्जित की है। खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड उपक्रम की स्थापना और उसे मिल रही सफलताएं इस दिशा में बड़ा कदम है। दुनिया भर में जिस तरह पर्यावरण अनूकुल विकास को वरीयता दी जा रही है, ऐसे में ऊर्जा खनिज में आत्मनिर्भरता के बिना टिकाऊ विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। नए जमाने के ऊर्जा खनिज दो कुनबे में बंटे हैं। पहला, बैटरी खनिज जिसमें लिथियम, कोबाल्ट, निकेल और ग्रेफाइट शामिल हैं। दूसरा, सत्रह दुर्लभ पृथ्वी तत्त्व, जिसमें नियोडिमियम, प्रजोडिमियम, डिस्प्रोसियम आदि शामिल हैं। भारत को अपनी जरूरत का छियानबे फीसद लिथियम आयात करना पड़ता है। लेकिन कुछ समय पहले जम्मू के रियासी जिले में लिथियम के 59 लाख टन विशाल भंडार होने के सबूत मिले हैं। कर्नाटक के मंड्या जिले में 1600 टन लिथियम भंडार की पुष्टि हो चुकी है। अगर इन खनन परियोजनाओं का पूरी तरह दोहन करने में सफलता मिली तो भारत लिथियम निर्यातक देशों की श्रेणी में आ जाएगा। लिथियम आयन बैटरी के एक मुख्य घटक कोबाल्ट का भारत में उत्पादन लगभग नगण्य है। 2021 में दो अरब 50 करोड़ से अधिक का कोबाल्ट का निर्यात किया गया। भारत कांगो और आस्ट्रेलिया में कोबाल्ट के उत्खनन की नीति पर काम कर रहा है। गैस टर्बाइन और राकेट इंजन, लिथियम आयन बैटरी, स्टेनलेस स्टील, विभिन्न प्रकार की मेटल और विद्युत चुंबकीय परत में इस्तेमाल होने वाले निकेल का भारत में उत्पादन अभी नाममात्र का है। सिर्फ ओड़ीशा के पास देश में पाए जाने वाले निकेल का 93 फीसद रिजर्व है। भारत के सामने निकेल निस्कर्षण ...

खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए minerals in hindi definition

minerals in hindi definition खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए ? खनिज एवं ऊर्जा संसाधन (Minerals and Energy Resources) परिभाषा : भूगर्भ से खोदकर निकाली जाने वाली वस्तुओं को खनिज कहते हैं। ‘खनिज‘ वे प्राकृतिक रासायनिक तत्व या यौगिक हैं, जो मुख्यतः अजैव क्रियाओं से बनते हैं। ये अपने भौतिक तथा रासायनिक गुणों से जाने जाते हैं। जिन स्थानों से खनिज निकाले जाते हैं, उन्हें ‘ खान‘ कहते हैं। आज के वैज्ञानिक युग में किसी भी देश का आर्थिक विकास वहाँ पर पनपे हुए उद्योग-धंधों पर निर्भर करता है और अधिकांश उद्योग-धंधे खनिजों पर आधारित हैं। भारत जैसे विकासशील देश में खनिजों का विशेष महत्व है। हमारे देश के प्रमुख खनिज निम्नलिखित हैं: लौह-अयस्क (Iron Ore) देश में निकाले जा सकने योग्य हैमेटाइट लौह अयस्क का भंडार 14,630 मिलियन टन है जिसमें 13,916 मिलियन टन अर्थात् 95% मुख्यतः झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक तथा गोवा में है। हैमेटाइट लौह-अयस्क के भंडार 10,619 मिलियन टन है, जो मुख्यतः कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, बिहार, झारखंड, नागालैण्ड, राजस्थान तथा केरल में संचित हैं। तालिका 2.5 को देखने से विदित होता है कि भारत में लोहे के उत्पादन में निरंतर वृद्धि हो रही है। तालिका 2.6 से स्पष्ट होता है कि भारत का लगभग 99 प्रतिशत लोहा उड़ीसा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, गोवा तथा झारखंड में उत्पन्न होता है। इसका अर्थ यह है कि, भारत में लोहे का वितरण बहुत ही असमान है। उच्च कोटि का लोहा अपेक्षाकृत कम मिलता है। ऐसी स्थिति में औद्योगिक विकेंद्रीकरण में बाधा उत्पन्न होती है। – तालिका 2.5 भारत में लोहे का उत्पादन (हजार टन में) वर्ष 1994-95 1996-97 1997-98 1998-99 1999–00 2000-01 2...

खनिज पदार्थ किसे कहते हैं खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय

खनन से खनिज शब्द बना है। खनन का अर्थ है- खोदना। जमीन की खुदाई करके प्राप्त किये जाने वाले पदार्थों को खनिज पदार्थ या खनिज तत्व कहा जाता है। पैट्रोलियम, धातुएं आदि को मूल रूप से जमीन को खोदकर ही निकाला जाता है। खनिज पदार्थ किसे कहते हैंजो वस्तुएँ पृथ्वी के धरातल अथवा उसके गर्भ से खोदकर निकाली जाती हैं उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं। खनिज पदार्थ जब भूमि से अनेक अनावश्यक तत्वों के साथ मिश्रित रूप में निकाले जाते हैं तो उन्हें अयस्ककहते हैं। खनिज पदार्थ देष की प्राकृतिक सम्पदा माने जाते हैं। खनिज पदार्थ मूलत: तीन प्रकार के होते हैं। • धात्विक खनिज, लोहा, ताँबा, चाँदी, सोना टिन आदि। • अधात्विक खनिज अभ्रक, खड़िया, गन्धक, चूना, पत्थर, बाक्साइड आदि और • खनिज ईधन-कोयला, पेट्रोल, गैस, डीजल आदि। खनिज पदार्थ मनुष्य को प्रकृति से प्राप्त वह धरोहर है जिसका समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। परन्तु दुर्भाग्य से मानव सभ्यता खनिज पदार्थों का अन्धाधुन्ध दोहन करती जा रही है जिस प्रकार खनिज पदार्थों का दोहन किया जा रहा है। उसके कारण खनिज भण्डार धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है। भू-गर्भ में प्राय: सभी खनिज सीमित मात्रा में है और इनके निर्माण में करोड़ों वर्ष लगते हैं। अत: इन्हें निर्मित करने का कोई विकल्प नहीं है। यदि इनका शोशण रोका न गया और नियन्त्रित उपयोग नही किया गया तो एक दिन खनिज का भण्डारण समाप्त हो जायेगा। खनिज पदार्थों को खदानों से उत्खनन विधि से निकाला जाता है। खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय • खनिज सम्पदा का नियन्त्रित उपयोग किया जाये। • खनिज को बर्बाद होने से बचाया जाये। • कोयला, पेट्रोल आदि खनिज ईधनों का प्रयोग कम किया जाये और इनके स्थानापन्न ईधनों की खोज की जाये जैसे-विद्युत, सौर ऊर्जा, नाभिक...

Energy Minerals in the Circular Economy

अरविंद कुमार मिश्रा भारत को ऊर्जा खनिज के बड़े उत्पादकों के साथ निवेश और तकनीक हस्तांतरण परियोजनाओं को अमलीजामा पहनाना होगा। ठीक वैसे ही, जैसे रूस की सखालिन तेल परियोजना में भारत ने निवेश कर सफलता अर्जित की है। खनिज विदेश इंडिया लिमिटेड उपक्रम की स्थापना और उसे मिल रही सफलताएं इस दिशा में बड़ा कदम है। दुनिया भर में जिस तरह पर्यावरण अनूकुल विकास को वरीयता दी जा रही है, ऐसे में ऊर्जा खनिज में आत्मनिर्भरता के बिना टिकाऊ विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। नए जमाने के ऊर्जा खनिज दो कुनबे में बंटे हैं। पहला, बैटरी खनिज जिसमें लिथियम, कोबाल्ट, निकेल और ग्रेफाइट शामिल हैं। दूसरा, सत्रह दुर्लभ पृथ्वी तत्त्व, जिसमें नियोडिमियम, प्रजोडिमियम, डिस्प्रोसियम आदि शामिल हैं। भारत को अपनी जरूरत का छियानबे फीसद लिथियम आयात करना पड़ता है। लेकिन कुछ समय पहले जम्मू के रियासी जिले में लिथियम के 59 लाख टन विशाल भंडार होने के सबूत मिले हैं। कर्नाटक के मंड्या जिले में 1600 टन लिथियम भंडार की पुष्टि हो चुकी है। अगर इन खनन परियोजनाओं का पूरी तरह दोहन करने में सफलता मिली तो भारत लिथियम निर्यातक देशों की श्रेणी में आ जाएगा। लिथियम आयन बैटरी के एक मुख्य घटक कोबाल्ट का भारत में उत्पादन लगभग नगण्य है। 2021 में दो अरब 50 करोड़ से अधिक का कोबाल्ट का निर्यात किया गया। भारत कांगो और आस्ट्रेलिया में कोबाल्ट के उत्खनन की नीति पर काम कर रहा है। गैस टर्बाइन और राकेट इंजन, लिथियम आयन बैटरी, स्टेनलेस स्टील, विभिन्न प्रकार की मेटल और विद्युत चुंबकीय परत में इस्तेमाल होने वाले निकेल का भारत में उत्पादन अभी नाममात्र का है। सिर्फ ओड़ीशा के पास देश में पाए जाने वाले निकेल का 93 फीसद रिजर्व है। भारत के सामने निकेल निस्कर्षण ...

विश्‍व के प्रमुख खनिज, भंडार, प्रकार, महत्व और उत्‍पादक देश कौन से है जानिए

खनिज किसे कहते है? खनिज की परिभाष वह भौतिक पदार्थ जो धरती (भूमि) के अन्दर से खोदकर निकाले जाते है, उन्हे खनिज पदार्थ कहा जाता है। खनिज प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले पदार्थ हैं। विश्व में पाए जाने कुछ उपयोगी खनिज पदार्थों में लोहा, अभ्रक, कोयला, बॉक्साइट, नमक, जस्ता (जिंक) और चूना पत्थर इत्यादि शामिल है। भारत मे दो तरह के खनिज पाये जाते है:- (i) धात्वीक खनिज (ii) अधात्वीक खनिज। विश्‍व के प्रमुख खनिजों का वर्गीकरण :- खनिजों का वर्गीकरण बहुत कठिन है फिर भी इनको कुछ विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है – सिलिकेट वर्ग। – कार्बोनेट वर्ग। – सल्फेट वर्ग। – हैलाइड वर्ग। – ऑक्साइड वर्ग। – सल्फाइड वर्ग। – फास्फेट वर्ग। – तत्व वर्ग। – कार्बनिक वर्ग। विश्व के प्रमुख खनिज एवं सर्वाधिक उत्पादक देशों खनिज का नाम सर्वाधिक उत्पादक देश लोहा (Iron) चीन, ऑस्ट्रलिया, ब्राजील, भारत, रूस (नवम्बर 2017 के अनुसार) ताँबा और ताम्र (Copper) चिली, पेरू, चीन (09 अगस्त 2018 के अनुसार) बॉक्साइट (Bauxite) ऑस्ट्रेलिया, चीन, गिनी (अगस्त 2017 के अनुसार) वंग या रांगा या टिन (Tin) चीन, इंडोनेशिया, पेरू (वर्ष 2014 के अनुसार) मैंगनीज (Manganese) दक्षिण अफ्रीका,चीन, आस्ट्रेलिया (वर्ष 2011 के अनुसार) जस्ता (Zinc) चीन, आस्ट्रेलिया, पेरू (वर्ष 2014 के अनुसार) सोना (Gold) चीन, आस्ट्रेलिया, रूस (वर्ष 2017 के अनुसार) चाँदी (Silver) पेरू, बोलीविया, मेक्सिको (अगस्त 2017 के अनुसार) हीरा (Diamond) रूस, बोत्सवाना, कांगो (वर्ष 2013 के अनुसार) पारा (Mercury) चीन, मेक्सिको, किर्गिस्तान (वर्ष 2016 के अनुसार) सीसा (Lead) चीन, आस्ट्रेलिया, संयुक्त राज्य अमेरिका (वर्ष 2016 के अनुसार) अभ्रक (Asbestos) रूस, चीन, ब्राजील (वर्ष ...

खनिज पदार्थ किसे कहते हैं खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय

खनन से खनिज शब्द बना है। खनन का अर्थ है- खोदना। जमीन की खुदाई करके प्राप्त किये जाने वाले पदार्थों को खनिज पदार्थ या खनिज तत्व कहा जाता है। पैट्रोलियम, धातुएं आदि को मूल रूप से जमीन को खोदकर ही निकाला जाता है। खनिज पदार्थ किसे कहते हैंजो वस्तुएँ पृथ्वी के धरातल अथवा उसके गर्भ से खोदकर निकाली जाती हैं उन्हें खनिज पदार्थ कहते हैं। खनिज पदार्थ जब भूमि से अनेक अनावश्यक तत्वों के साथ मिश्रित रूप में निकाले जाते हैं तो उन्हें अयस्ककहते हैं। खनिज पदार्थ देष की प्राकृतिक सम्पदा माने जाते हैं। खनिज पदार्थ मूलत: तीन प्रकार के होते हैं। • धात्विक खनिज, लोहा, ताँबा, चाँदी, सोना टिन आदि। • अधात्विक खनिज अभ्रक, खड़िया, गन्धक, चूना, पत्थर, बाक्साइड आदि और • खनिज ईधन-कोयला, पेट्रोल, गैस, डीजल आदि। खनिज पदार्थ मनुष्य को प्रकृति से प्राप्त वह धरोहर है जिसका समुचित उपयोग किया जाना चाहिए। परन्तु दुर्भाग्य से मानव सभ्यता खनिज पदार्थों का अन्धाधुन्ध दोहन करती जा रही है जिस प्रकार खनिज पदार्थों का दोहन किया जा रहा है। उसके कारण खनिज भण्डार धीरे-धीरे समाप्त होता जा रहा है। भू-गर्भ में प्राय: सभी खनिज सीमित मात्रा में है और इनके निर्माण में करोड़ों वर्ष लगते हैं। अत: इन्हें निर्मित करने का कोई विकल्प नहीं है। यदि इनका शोशण रोका न गया और नियन्त्रित उपयोग नही किया गया तो एक दिन खनिज का भण्डारण समाप्त हो जायेगा। खनिज पदार्थों को खदानों से उत्खनन विधि से निकाला जाता है। खनिज संसाधन संरक्षण के उपाय • खनिज सम्पदा का नियन्त्रित उपयोग किया जाये। • खनिज को बर्बाद होने से बचाया जाये। • कोयला, पेट्रोल आदि खनिज ईधनों का प्रयोग कम किया जाये और इनके स्थानापन्न ईधनों की खोज की जाये जैसे-विद्युत, सौर ऊर्जा, नाभिक...

खनिज संसाधन से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

Table of Contents • • • • • • प्रश्न: खनिज (mineral) की परिभाषा लिखिए। उत्तर: खनिज वह भौतिक पदार्थ हैं जिसे खान से खोद कर निकाला जाता हैं। दुसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि प्राकृतिक रूप में उपलब्ध वे पदार्थ जिसकी एक निश्चित आंतरिक संरचना होती है, खनिज कहलाता हैं। जैसे– लोहा, अभ्रक,जस्ता, चूना पत्थर, कोयला, बॉक्साइट इत्यादि। खनिज दो प्रकार के होते हैं >>धात्विक खनिज (metallic minerals) >>अधात्विक खनिज (non-metallic minerals) प्रश्न: खनिज शब्द किन दो शब्दों के मेल से बना है? उत्तर: खनिज शब्द दो शब्द खनि और ज के मेल से बना हैं। इसका अर्थ होता है खान से प्राप्त प्रश्न: धात्विक खनिज किसे कहते हैं? उत्तर: धात्विक खनिज उस खनिज को कहते हैं जिन खनिजों से धातु प्राप्त की जाती है। जैसे –लौह अयस्क, बॉक्साइट, आदि। प्रश्न: अधात्विक खनिज किसे कहते हैं? उत्तर: अधात्विक खनिज उस खनिज को कहते हैं जिन खनिजों से अधातु प्राप्त होते हैं । जैसे — अभ्रक, चूना पत्थर आदि। प्रश्न: खनिज के गुणों (Characteristics of a mineral) को बताए। उत्तर: खनिज के गुण निम्न है– >>खनिज ठोस अवस्था में स्वभाविक रूप में होना चाहिए। >>यह अजैविक हो तथा एक व्यवस्थित आंतरिक संरचना में होना चाहिए। >>खनिज में निश्चित रासायनिक संरचना होनी चाहिए। प्रश्न: अयस्क (Ores) किसे कहते हैं? उत्तर: अयस्क वह खनिज हैं जिनसे आसानी से और कम खर्च में धातु प्राप्त की जाती हैं। अयस्कों के प्रकार — अयस्क चार प्रकार के होते हैं a.ऑक्साइड b. कार्बोनेट अयस्क c. सल्फाइड d. halide अयस्क Hello Friends, NewsViral SK ब्लॉग में आपका बहुत बहुत स्वागत हैं। Newsviralsk एजुकेशन पोर्टल पर आपके साथ शेयर किया जाता है- News, Educational Tips, State Board लेटेस...

खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए minerals in hindi definition

minerals in hindi definition खनिज किसे कहते हैं इसका महत्व समझाइए , खनिज की परिभाषा बताइए ? खनिज एवं ऊर्जा संसाधन (Minerals and Energy Resources) परिभाषा : भूगर्भ से खोदकर निकाली जाने वाली वस्तुओं को खनिज कहते हैं। ‘खनिज‘ वे प्राकृतिक रासायनिक तत्व या यौगिक हैं, जो मुख्यतः अजैव क्रियाओं से बनते हैं। ये अपने भौतिक तथा रासायनिक गुणों से जाने जाते हैं। जिन स्थानों से खनिज निकाले जाते हैं, उन्हें ‘ खान‘ कहते हैं। आज के वैज्ञानिक युग में किसी भी देश का आर्थिक विकास वहाँ पर पनपे हुए उद्योग-धंधों पर निर्भर करता है और अधिकांश उद्योग-धंधे खनिजों पर आधारित हैं। भारत जैसे विकासशील देश में खनिजों का विशेष महत्व है। हमारे देश के प्रमुख खनिज निम्नलिखित हैं: लौह-अयस्क (Iron Ore) देश में निकाले जा सकने योग्य हैमेटाइट लौह अयस्क का भंडार 14,630 मिलियन टन है जिसमें 13,916 मिलियन टन अर्थात् 95% मुख्यतः झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, कर्नाटक तथा गोवा में है। हैमेटाइट लौह-अयस्क के भंडार 10,619 मिलियन टन है, जो मुख्यतः कर्नाटक, गोवा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, असम, बिहार, झारखंड, नागालैण्ड, राजस्थान तथा केरल में संचित हैं। तालिका 2.5 को देखने से विदित होता है कि भारत में लोहे के उत्पादन में निरंतर वृद्धि हो रही है। तालिका 2.6 से स्पष्ट होता है कि भारत का लगभग 99 प्रतिशत लोहा उड़ीसा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, गोवा तथा झारखंड में उत्पन्न होता है। इसका अर्थ यह है कि, भारत में लोहे का वितरण बहुत ही असमान है। उच्च कोटि का लोहा अपेक्षाकृत कम मिलता है। ऐसी स्थिति में औद्योगिक विकेंद्रीकरण में बाधा उत्पन्न होती है। – तालिका 2.5 भारत में लोहे का उत्पादन (हजार टन में) वर्ष 1994-95 1996-97 1997-98 1998-99 1999–00 2000-01 2...