कोरोना वायरस 2023

  1. कोरोना वायरस पर निबंध कैसे लिखें 2023
  2. उपलब्धि:एक ही जांच से पता चलेगा इन्फ्लूएंजा ए, बी और कोरोना वायरस, भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी अनोखी तकनीक
  3. कोरोनावायरस पर निबंध 2023


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कोरोना वायरस पर निबंध कैसे लिखें 2023

Table of Contents • • • • • • • • • कोरोना वायरस पर निबंध कैसे लिखें – Corona Virus par Nibandh kaise likhe आइए आपको बताते हैं Corona Virus par Nibandh kaise likhe के बारे में प्रस्तावना कोरोना वायरस कहां से आया यह कैसे आया हमें पता ही नहीं चला। लेकिन समाचार की दृष्टि से यह कोरोना वायरस चीन के वुहान City से फैला। कहा जाता है कि चीन के वुहान के समुद्री खाद्य बाजार अर्थात पशु बाजार से निकलकर चीन के कई राज्यों में फैला और देखते ही -देखते इसने लाखों लोगों की जिंदगी से खेलना प्रारंभ कर दिया। इस कोरोना वायरस ने 180 देशों को और अनेक राज्यों को अपनी चपेट में ले लिया दिसंबर 2019 में चीन में पहली बार कोरोना वायरस से मौत की पुष्टि हुई, इस वायरस ने सितंबर 2021 तक लगभग 45. 50 लाख लोगों की जान ली है। 7 जनवरी, 2020 को चीन ने World Health Organisation (विश्व स्वास्थ्य संगठन) को नए ‘वायरस’ कोरोना वायरस (Covid 19) के बारे में जानकारी दी। कोरोना कैसे फैलता है? कोरोना वायरस संक्रमित मरीज के छींकने से आस – पास के लोगों तक तेजी से फैलता है। किसी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के थूक को सतह पर छूने से और फिर, अपने मुंह, चेहरे, नाक को हाथ लगाने से फैलता है। यह कोरोनावायरस यात्रा कर रहे किसी संक्रमित व्यक्ति के कारण तेजी से फैल सकता है। इतना ही नहीं हवाई जहाज की सीट पर यह कई घंटों तक जिंदा रहकर स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है। कहा जा सकता है कि कोरोनावायरस से संक्रमित व्यक्ति हजारों लोगों को संक्रमित कर सकता है। कोरोनावायरस मनुष्य के शरीर में बिना लक्षण दिखाएं 14 दिनों तक एक्टिव रह सकता है। Corona par Nibandh कोरोना वायरस के लक्षण कोरोना वायरस के प्रभाव से व्यक्ति के शरीर में तेज बुखार गले मे...

उपलब्धि:एक ही जांच से पता चलेगा इन्फ्लूएंजा ए, बी और कोरोना वायरस, भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी अनोखी तकनीक

उपलब्धि: एक ही जांच से पता चलेगा इन्फ्लूएंजा ए, बी और कोरोना वायरस, भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजी अनोखी तकनीक लेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिकों ने मल्टीप्लेक्स सिंगल ट्यूब रीयल टाइम आरटी पीसीआर तकनीक की खोज की है। इस आरटी पीसीआर तकनीक से प्राप्त रिपोर्ट को सबसे बेहतर और गुणवत्तायुक्त माना जाता है। विस्तार भारतीय वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक को खोजा है, जिसके जरिये केवल एक ही नमूने से इन्फ्लूएंजा ए, बी और कोरोना वायरस संक्रामक रोगों की पुष्टि हो सकेगी। अभी तक यह तकनीक अमेरिका, चीन, जापान और रूस जैसे देशों के पास भी मौजूद नहीं है। यूरोप में एक तकनीक है, लेकिन वह एंटीजन आधारित है, जिसे इलाज के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है। नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के वैज्ञानिकों ने मल्टीप्लेक्स सिंगल ट्यूब रीयल टाइम आरटी पीसीआर तकनीक की खोज की है। इस आरटी पीसीआर तकनीक से प्राप्त रिपोर्ट को सबसे बेहतर और गुणवत्तायुक्त माना जाता है। इसकी पुष्टि के आधार पर ही चिकित्सक रोगी का इलाज तय करता है। इस तकनीक के जरिये मरीज में पुन: संक्रमण या फिर एक ही मरीज में सह संक्रमण का पता भी चल सकता है। जल्द ही इसकी किट बाजार में उपलब्ध होगी। • 93 नमूनों की जांच एक बार में महज 45 मिनट में होगी पूरी> 100 फीसदी सटीक परिणाम खोजकर्ता एनआईवी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वर्षा पोतदार ने बताया, मरीजों पर इसके परिणाम जानने के लिए कुछ क्लीनिकल ट्रायल किए, जिनमें 100 से ज्यादा रोगियों के नमूने लिए गए। इसमें पता ...

कोरोनावायरस पर निबंध 2023

• • • • • • • • • कोरोना वायरस क्या है? कोरोना वायरस कैसे फैलता है? स्वास्थ्य विशेषज्ञ अभी भी इसके बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। वर्तमान में, ऐसा अंदाज़ा है कि ये निम्न कारणों से फैल सकता है:- • किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर उसकी श्वसन की बूंदों से। • उन लोगों के बीच जो एक दूसरे के निकट संपर्क में आते हैं(लगभग 6 फीट के भीतर)। कोरोना वायरस कितना खतरनाक है? ज्यादातर कोरोना वायरस की शुरुआत बुखार और खांसी के साथ होती है। कोरोना वायरस से संक्रमित अधिकांश लोगों को अस्पताल में देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है। बहुत कम संख्या में लोग निमोनिया जैसी श्वसन समस्याओं से गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं। बुजुर्ग लोगों और वे लोग जो कुछ खास तरह की स्वास्थ्यसमस्या से गुजर रहे हैं उनमें इस वायरस का सबसे अधिक जोखिम है कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं? जिन लोगों में कोरोनो वायरस पाया गया है, उनमें ऐसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं जो वायरस के संपर्क में आने के बाद 2 दिनों से लेकर 14 दिनों के अंदर दिखाई देते हैं: बुखार खांसी से सांस लेने में तकलीफ आदि | मुझे कब चिकित्सा जांच और सलाह लेनी चाहिए? यदि आपको खांसी, बुखार या अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं हो रही हैं, तो पहले अपने नियमित चिकित्सक से संपर्क करें। आपातकालीन कमरों को न लें। आपातकालीन कमरे उन मरीजों के लिए उपलब्ध होना जरूरी है जो अधिक गंभीर स्थिति में हैं। यदि आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप कोरोना वायरस की चपेट में हैं, फिर भी आपको 911 पर कॉल करना चाहिए। यदि आपकी आयु 60 से अधिक है और आपको मधुमेह, हृदय रोग और फेफड़ों से संबंधित कोई बीमारी है, तो आपके कोरोना वायरस की चपेट में आने की संभावनाओं की पहच...

Covid

भारत में एक दिन में कोरोना वायरस (Covid-19) संक्रमण के 92 नए मामले सामने आने के बाद देश में अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 4,49,92,880 हो गई है. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2,350 रह गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, भारत में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला सामने नहीं आया और मृतक संख्या 5,31,891 पर स्थिर है. देश में 14 फरवरी को संक्रमण के 74 दैनिक मामले सामने आए थे. अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, भारत में अभी कोरोना वायरस संक्रमण 2,350 उपचाराधीन मरीज हैं, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.01 प्रतिशत है. वहीं, देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है. आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अभी तक कुल 4,44,58,639 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, भारत में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 2,20,67,30,614 खुराक लगाई जा चुकी हैं. गौरतलब है कि भारत में सात अगस्त 2020 को कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी. संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. Listen to the देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे. चार मई 2021 को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी. पिछले साल 25 जनवरी को संक्रमण के कुल मामले चार करोड़ के पार चले गए थे. (इस ...