कराग्रे वसते लक्ष्मी

  1. Practical Sanskrit: The joy of Shiva
  2. Karagre Vasate Laxmi
  3. Karaagre Vasate Lakshmi prayer:Lyrics in English+Sanskrit, meaning in English
  4. कृष्ण मंत्र श्लोक
  5. Karagre Vasate Lakshmi Lyrics Marathi
  6. कराग्रे वसते लक्ष्मी... क्यों देखते हैं सुबह अपनी हथेलियां, यह लेख आपकी आंखें खोल देगा। hatheli ke darshan
  7. Pratah Smaran Mantra in Sanskrit / नित्य प्रातः स्मरण श्लोक
  8. सरस्वती मंत्र, श्लोक, स्त्रोतम
  9. Karaagre vasate lakshmi meaning


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Practical Sanskrit: The joy of Shiva

वन्दे शम्भुं उमा-पतिं सुर-गुरुं वन्दे जगत्कारणम् वन्दे पन्नग-भूषणं मृगधरं वन्दे पशूनां पतिम्। वन्दे सूर्य-शशांक-वह्नि-नयनं वन्दे मुकुन्द-प्रियम् वन्दे भक्त-जनाश्रयं च वरदं वन्दे शिवं शंकरम्॥ vande shambhum umA-patim sura-gurum vande jagat-kAraNam vande pannaga-bhUShaNam mRiga-dharam vande pashUnAm patim | vande sUrya-shashA~Nka-vahni-nayanam vande mukunda-priyam vande bhakta-janAshrayam cha varadam vande shivam sha~Nkaram || vandé shambhum umā-patim sura-gurum vandé jagat-kāraṇam vandé pannaga-bhūṣhaṇam mṛiga-dharam vandé pashūnām patim | vandé sūrya-shashāṅka-vahni-nayanam vandé mukunda-priyam vandé bhakta-janāshrayam cha varadam vandé shivam shaṅkaram || This classic mantra in praise of the Great Lord, mahAdeva (महादेव), the Great Time (mahA-kAla महा-काल) is a good source for various names of Shiva (शिव) which also define its attributes for the form-meditating devotee. Let us see them one by one. The -am at the end of all the words makes them the object of 'vande', that is, I [give] praise to the "...-am" shambhu The root verb 'sham' (शम्) means to pacify, calm down, even be tired, suppressed, to destroy. Shiva in his rudra (रुद्र violent) form destroys the bad and in its benign form brings peace, calmness of a yogI (योगी). The same root is in the name sha~Nkara (शङ्कर) which mean that which does 'calming', that is, brings calm, peace, good. umA-pati We saw in an earlier post the name umA (उमा), for pArvatI (पार्वती). When the beautiful young princess, daughter of himAla...

Karagre Vasate Laxmi

4. Karagre Vasate Lakshmi Lyrics in Odia Karagre Vasate Laxmi | प्रातःकाल के मंत्र | କରାଗ୍ରେ ବସତି ଲକ୍ଷ୍ମୀ “कराग्रे वसते लक्ष्मी” (Karagre Vasate Laxmi’s) मंत्र मूल रूप से विष्णु पुराण का एक श्लोक है। विष्णु पुराण और भारतीय ऋषि-मुनियों के अनुसार दिन का आरंभ शुभ हो इसलिए जब आप सुबह नींद से जागें तो अपनी करदर्शनम यानी हथेलियों का दर्शन करें। काराग्रे वसते लक्ष्मी मंत्र देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती और भगवान विष्णु को समर्पित है। हाथ के अग्रभाग में भगवती लक्ष्मी का निवास है, मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है। देवी लक्ष्मी धन की प्रदाता हैं, देवी सरस्वती बुद्धि की दाता हैं और भगवान विष्णु समृद्धि के दाता हैं। इसलिए हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ऐसे कर्म करें जिससे जीवन में धन, सुख और ज्ञान प्राप्त कर सकें। हमारे हाथों से कोई बुरा काम न हो एवं दूसरों की मदद के लिए हमेशा हाथ आगे बढ़ें। मैं अपनी उंगलियों पर ध्यान केंद्रित करता हूं (कारा: हाथ; आगरा: ऊपर / टिप) जाह्ना देवी लक्ष्मी निवास करती हैं । मैं अपनी हथेलियों के केंद्र पर ध्यान केंद्रित करता हूं (कारा: हाथ, मध्य: मध्य) जाह्ना देवी सरस्वती निवास करती हैं । मैं अपनी हाथ के आधार पर (कारा: हाथ, मूल: नीचे) जाह्ना भगवान विष्णु निवास करते हैं । कर-Kara हस्त-Hand अग्रे-Agre अग्र भाग-Beginning of the hand वसते-Vasate वास है-Resides लक्ष्मी-Lakshmi मां लक्ष्मी-Deity of Wealth-Goddess Lakshmi कराग्रे वसते लक्ष्मी: अर्थात् हस्त के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी का वास है। करमध्ये-Kara-Madhye हस्त के मध्य-In the middle of Hand सरस्वती-Saraswati मां सरस्वती-Deity of Knowledge-Goddess Saraswati करमध्ये सरस्व...

Karaagre Vasate Lakshmi prayer:Lyrics in English+Sanskrit, meaning in English

→ AumAmen» Hinduism» Prayers Karaagre Vasate Lakshmi prayer:Lyrics & meaning Karaagre Vasate Lakshmi is a prayer said at the beginning of the day when one wakes up, a prayer to the three Tattvas of Wealth, Wisdom & Power at the beginning of the day Karaagre Vasate Lakshmi: Lyrics & Meaning in English & Sanskrit कराग्रे वसते लक्ष्मीः, करमध्ये सरस्वती । करमूले स्थिता गौरी, मंगलं करदर्शनम् ॥ KaraAgre Vasate Lakshmi, Kara-Madhye Saraswati Kara-Moole Sthitaa Gowri, Mangalam Kara-Darshanam On the tip of hand (fingers) resides Goddess Lakshmi, At the center of hand(palm) resides Goddess Saraswati At the base(wrist) of the hand sits Goddess Gowri, It is auspecious to look at the hands (at the beginning of the day) • Kara: Hand • KaraAgre: Beginning of the hand; Agra=beginning • Vasate: Resides • Lakshmi: Goddess Lakshmi; deity of wealth, beauty • Kara-Madhye: In the middle of Hand(Palm); Madhya=middle • Saraswati: Goddess Saraswati; deity of Knowledge, wisdom • Kara-Moole: In the base of the hand(wrist); Moola=base • Sthitaa: Sit/Exist • Gowri: Goddess Gowri/ Parvati; deity of Power,strength • Mangalam: Auspecious • Darshanam: Seeing Alternative 1 कराग्रे वसते लक्ष्मिः करमध्ये सरस्वति । करमूले तु गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम् ॥ KaraAgre Vasate Lakshmi, Kara-Madhye Saraswati Kara-Moole Sthitaa Govindaa, Prabhate Kara-Darshanam Alternative 2 कराग्रे वसते लक्ष्मिः करमध्ये सरस्वति । करमूले स्थितो ब्रह्मा, प्रभाते करदर्शनम् KaraAgre Vasate Lakshmi, Kara-Madhye Saraswati Kara-Moole Sthitaa...

कृष्ण मंत्र श्लोक

लेख सारिणी • • • • • • • • कृष्ण मंत्र श्लोक – Krishna Mantra Sloka Krishna Sloka in Sanskrit – श्रीकृष्ण के मंत्र (Mantra of Shri Krishna) और कृष्ण श्लोक (Sloka on Krishna) ना सिर्फ आर्थिक समस्या दूर करते हैं बल्कि जीवन की हर परेशानी में कान्हा के चमत्कारी मंत्र और श्लोक सहायक सिद्ध होते हैं। चाहे संतान प्राप्ति हो या घर में होने वाले कलह, लव मैरिज हो या विजय प्राप्ति की अभिलाषा, हर समस्या का अंत करते हैं, कृष्णाष्टमी का व्रत करने वालों के सब क्लेश दूर हो जाते हैं। दुख-दरिद्रता से उद्धार होता है। जिन परिवारों में कलह-क्लेश के कारण अशांति का वातावरण हो, वहां घर के लोग जन्माष्टमी का व्रत करने के साथ इस मंत्र का अधिकाधिक जप करें | श्री कृष्णा मंत्र – Mantra of Shri Krishna • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः • ॐ श्री कृष्णाय गोविन्दाय गोपीजन वल्लभाय नमः • ॐ श्री कृष्णाय नमः कृष्ण श्लोक – Sloka on Krishna कस्तूरीतिलकं ललाटपटले वक्षःस्थले कौस्तुभं नासाग्रे नवमौक्तिकं करतले वेणुं करे कङ्कणम् । सर्वाङ्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च मुक्तावलिं गोपस्त्री परिवेष्टितो विजयते गोपाल चूडामणिः ॥ कृष्ण मंत्र – Mantra of Shri Krishna कृं कृष्णाय नमः यह श्रीकृष्ण का बताया मूलमंत्र है जिसके प्रयोग से व्यक्ति का अटका हुआ धन प्राप्त होता है। इसके अलावा इस मूलमंत्र का जाप करने से घर-परिवार में सुख की वर्षा होती है। धार्मिक उद्देश्यों के अनुसार यदि आप इस मंत्र का लाभ पाना चाहते हैं तो प्रातःकाल नित्यक्रिया व स्नानादि के पश्चात एक सौ आठ बार इसका जाप करें। ऐसा करने वाले मनुष्य सभी बाधाओं एवं कष्टों से सदैव मुक्त रहते हैं। इस मंत्र से कहीं भी अटका धन तुरंत प्राप्त होता है। यह भी पढ़े : • • • ऊं श्रीं नमः श्र...

Karagre Vasate Lakshmi Lyrics Marathi

कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमूले सरस्वती। करमध्ये तू गोविंदः प्रभाते करदर्शनम्॥ समुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मंडिते। विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यं पाद स्पर्शं क्षमश्वमेव ॥ Maruti Stotra In Marathi Video Credit: Song: The Muffin Man, Singer: , Lyricist: Traditional. For more Info: Karagre Vasate Lakshmi is a popular Hindu prayer that is recited to invoke the blessings of Goddess Lakshmi. The shloka is from the Rig Veda and translates to: "At the end of the day, may Lakshmi, the Goddess of prosperity and auspiciousness, come and be seated on our threshold." This shloka is recited to invoke the presence of the goddess into one's home and to be blessed with her abundance and good fortune. The shlokaKaragre Vasate Lakshmi Lyrics Marathi (कराग्रे वसते लक्ष्मी) is often chanted at the start of a puja or other religious ceremony as an invocation to the goddess.

कराग्रे वसते लक्ष्मी... क्यों देखते हैं सुबह अपनी हथेलियां, यह लेख आपकी आंखें खोल देगा। hatheli ke darshan

अर्थात मेरे हाथ के अग्रभाग में भगवती लक्ष्मी का निवास है। मध्य भाग में विद्यादात्री सरस्वती और मूल भाग में भगवान विष्णु का निवास है। अतः प्रभातकाल में मैं इनका दर्शन करता हूं। इस श्लोक में धन की देवी लक्ष्मी, विद्या की देवी सरस्वती और अपार शक्ति के दाता, सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु की स्तुति की गई है, ताकि जीवन में धन, विद्या और भगवत कृपा की प्राप्ति हो सके।

Pratah Smaran Mantra in Sanskrit / नित्य प्रातः स्मरण श्लोक

*प्रात: कर-दर्शनम्* कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥ *पृथ्वी क्षमा प्रार्थना* समुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मंडिते। विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यं पाद स्पर्शं क्षमश्वमेव॥ *त्रिदेवों के साथ नवग्रह स्मरण* ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र: शनिराहुकेतव: कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्॥ Pratah Smaran Mantra in Sanskrit / नित्य प्रातः स्मरण श्लोक *स्नान मन्त्र* गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥ *सूर्यनमस्कार* ॐ सूर्य आत्मा जगतस्तस्युषश्च आदित्यस्य नमस्कारं ये कुर्वन्ति दिने दिने। दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि शोक विनाशनम् सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम्॥ ॐ मित्राय नम: ॐ रवये नम: ॐ सूर्याय नम: ॐ भानवे नम: ॐ खगाय नम: ॐ पूष्णे नम: ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ॐ मरीचये नम: ॐ आदित्याय नम: ॐ सवित्रे नम: ॐ अर्काय नम: ॐ भास्कराय नम: ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम: आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीदमम् भास्कर। दिवाकर नमस्तुभ्यं प्रभाकर नमोऽस्तु ते॥ Pratah Smaran Mantra in Sanskrit / नित्य प्रातः स्मरण श्लोक *संध्या दीप दर्शन* शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा। शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते॥ दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दनः। दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते॥ *गणपति स्तोत्र* गणपति: विघ्नराजो लम्बतुन्ड़ो गजानन:। द्वै मातुरश्च हेरम्ब एकदंतो गणाधिप:॥ विनायक: चारूकर्ण: पशुपालो भवात्मज:। द्वादश एतानि नामानि प्रात: उत्थाय य: पठेत्॥ विश्वम तस्य भवेद् वश्यम् न च विघ्नम् भवेत् क्वचित्। विघ्नेश्वराय वरदाय शुभप्रियाय। लम्बोदराय विकटाय गजाननाय॥ नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषि...

सरस्वती मंत्र, श्लोक, स्त्रोतम

लेख सारिणी • • • • • • • • • • • • • • • • • सरस्वती मंत्र, श्लोक, स्त्रोतम – Saraswati Mantra, Sloka & Stotram सरस्वती मंत्र – Saraswati Mantra, Saraswati Mantra Lyrics ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः। सरस्वती मंत्र – Saraswati Mantra In Hindi ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः। सरस्वती गायत्री मंत्र – Saraswati Gayatri Mantra १ – ॐ सरस्वत्यै विधमहे, ब्रह्मपुत्रयै धीमहि । तन्नो देवी प्रचोदयात। २ – ॐ वाग देव्यै विधमहे काम राज्या धीमहि । तन्नो सरस्वती: प्रचोदयात। सरस्वती मंत्र स्मरण शक्ति नियंत्रण हेतु – Saraswati Mantra For Intelligence ॐ ऐं स्मृत्यै नमः। सरस्वती मंत्र विघ्न निवारण हेतु – Saraswati Mantra For Problems ॐ ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा। सरस्वती मंत्र स्मरण शक्ति बढा के लिए – Saraswati Mantra For Students ऐं नमः भगवति वद वद वाग्देवि स्वाहा। सरस्वती मंत्र परीक्षा में सफलता के लिए – Saraswati Mantra For Passing Exams १ – ॐ नमः श्रीं श्रीं अहं वद वद वाग्वादिनी भगवती सरस्वत्यै नमः स्वाहा विद्यां देहि मम ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा। २ -जेहि पर कृपा करहिं जनु जानी, कवि उर अजिर नचावहिं बानी। मोरि सुधारिहिं सो सब भांती, जासु कृपा नहिं कृपा अघाती॥ हंसारुढा मां सरस्वती का ध्यान कर मानस-पूजा-पूर्वक निम्न मन्त्र का २१ बार जप करे-” ॐ ऐं क्लीं सौः ह्रीं श्रीं ध्रीं वद वद वाग्-वादिनि सौः क्लीं ऐं श्रीसरस्वत्यै नमः।” सरस्वती मंत्र विद्या प्राप्ति एवं मातृभाव हेतु – Saraswati Mantra For Study विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा: स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु। त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्तिः॥ अर्थातः– देवि! विश्वकि सम्...

Karaagre vasate lakshmi meaning

कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती करमूले तु गोविन्द प्रभाते करदर्शनम् karagre vasate lakshmi kara madhye saraswati karamoole tu govinda prabhate kara darshanam Lakshmi resides at the top of the palm, In the middle, Saraswati. At the base of the palm, Gouri/Govinda resides. We pray to Lakshmi for money. We pray to Saraswati for knowledge. We pray to Gauri or Govinda for health. All three are needed for a healthy life. This mantra holds both spiritual and material meaning.