कर्नाटक चुनाव 2018

  1. Karnataka Politics
  2. कर्नाटक में किस पार्टी की सरकार है?
  3. हमने मोदी की तरह काम नहीं किया, विमर्श तय करने में विफल रहे: कर्नाटक में हार पर भाजपा नेता रवि – ThePrint Hindi
  4. Karnataka Assembly Election 2018: Karnataka Election Result Date, कर्नाटक विधान सभा इलेक्शन २०१८
  5. Rahul Gandhi Siddaramaiah and DK Shivakumar summoned in defamation case
  6. 2018 Karnataka Legislative Assembly election
  7. कर्नाटक चुनाव: सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, मुख्यमंत्री पद के लिए किसका पलड़ा भारी?
  8. Karnataka Politics
  9. कर्नाटक चुनाव: सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, मुख्यमंत्री पद के लिए किसका पलड़ा भारी?
  10. Rahul Gandhi Siddaramaiah and DK Shivakumar summoned in defamation case


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Karnataka Politics

अंबेडकर भवन में विभिन्न दलित समुदायों द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति सभा में जी परमेश्वर ने कहा कि जब मैं कर्नाटक कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था, उस दौरान 2013 में पार्टी को सत्ता में लाने के बावजूद मैं मुख्यमंत्री नहीं बन सका। हालांकि, मेरे नेतृत्व में पार्टी ने सफलता पाई थी। इसके बावजूद किसी ने भी मुझे क्रेडिट नहीं दिया। मैंने क्रेडिट लेने की कोशिश भी नहीं की। 2018 में दलितों की उपेक्षा करने के चलते पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। दलितों की उपेक्षा करने वाले तथाकथित बड़े नेताओं को चुनाव में सबक सिखाना था। सिद्दारमैया सरकार में मंत्री परमेश्वर ने ये भी दावा कर दिया कि जान-बूझकर दलित नेताओं को सीएम नहीं बनाया जा रहा है। मैं या सामाजिक कल्याण मंत्री डॉ. एचसी महादेवाप्पा, खाद्य आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा को सीएम क्यों नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने दलित नेताओं से हीनभावना छोड़कर एकजुट होने की अपील भी कर डाली। जी परमेश्वर कर्नाटक के बड़े दलित नेता हैं और उन्होंने कभी भी कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी नहीं छोड़ी है। लिहाजा, उनका बयान कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो आलाकमान कर्नाटक कांग्रेस में जारी सियासी बयानबाजी पर नजर बनाए हुए है। कांग्रेस नहीं चाहती है कि लोकसभा और बेंगलुरु निकाय चुनाव से पहले दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटबैंक को खोने का जोखिम उठाया जाए।

कर्नाटक में किस पार्टी की सरकार है?

कर्नाटक में किस पार्टी की सरकार है? कर्नाटक राज्य के आखरी विधानसभा चुनाव मई 2018 में संपन्न हुए हैं। कुल 222 सीट में से से 104 सीटें शुरूआत में 104 सीटों वाली बीजेपी के नेता येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली, लेकिन बहुमत ना होने के कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राज्य में लगभग एक साल तक कांग्रेस और JD(S) पार्टी ने मिलकर सरकार चलाई जिसमें JD(S) की तरफ से एच.डी. कुमारस्वामी मुख्यमंत्री रहे। लेकिन मई 2019 में लोकसभा चुनाव के दो महीने बाद राज्य में सरकार गिर गई जिसके बाद बीजेपी ने खुद सरकार बनाई जिसमें बी॰ एस॰ येदयुरप्पा राज्य के मुख्यमंत्री बने। 28 July 2021 को येदयुरप्पा के इस्तीफे के बाद बीजेपी के ही बसवराज बोम्मई राज्य के मुख्यमंत्री बनें। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2013 साल 2013 के चुनाव से पहले 2008 के चुनाव में बीजेपी बी.एस. येदियुरप्पा की अगुवाई में 110 सीटें हासिल करके सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। लेकिन फिर भी ये बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 3 सीटों की दूरी पर थी। लेकिन बीजेपी को कुछ आज़ाद उम्मीदवारों का साथ मिल गया जिसकी वजह से ये पहली बार दक्षिण भारत के किसी राज्य में सरकार बनाने में सफल हुई। येदियुरप्पा तब कर्नाटक के मुख्यमंत्री बने थे। 2008 से 2013 तक बीजेपी का पांच साल का कार्यकाल विघ्न रहित नही रहा और कई तरह के विवाद हुए। पार्टी से जुड़े कई लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे। यहां तक पार्टी के लोगों पर यौन उत्पीड़न और भाई-भतीजावाद के आरोप भी लगे। इन पांच सालों में बीजेपी के येदियूरप्पा समेत तीन अलग-अलग मुख्यमंत्री रहे। भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण बीजेपी हाईकमान ने जुलाई 2011 में येदियुरप्पा का इस्तीफा मांग लिया और इसके बाद डी. वी. सदानंद गौड़ा को मुख्यम...

हमने मोदी की तरह काम नहीं किया, विमर्श तय करने में विफल रहे: कर्नाटक में हार पर भाजपा नेता रवि – ThePrint Hindi

पणजी, 12 जून (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महासचिव सी टी रवि ने सोमवार को कहा कि पार्टी कर्नाटक विधानसभा चुनाव इसलिए हार गई क्योंकि वह दक्षिणी राज्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरह राष्ट्रीय स्तर पर काम नहीं कर सकी और चुनाव से पहले सही विमर्श तय करने में भी विफल रही। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्षी दल उद्योगपति ‘‘अडाणी और अंबानी’’ के लिए काम कर रहे, जबकि मोदी और उनकी पार्टी गरीबों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और वंशवाद की राजनीति से जुड़ी है। गोवा में संवाददाता सम्मेलन में रवि ने कहा कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे में कई कारक शामिल थे। कांग्रेस ने पिछले महीने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 224 सदस्यीय सदन में 130 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा ने 2018 में 100 से अधिक सीटें जीती थीं लेकिन इस बार पार्टी 66 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा अपना वोट सुरक्षित करने में कामयाब रही है। गारंटी कार्ड (कांग्रेस द्वारा किए गए चुनाव पूर्व वादे) के कारण, हमें प्रत्येक मतदान केंद्र में 100-200 वोट का नुकसान हुआ।’’ गोवा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु के प्रभारी महासचिव ने कहा कि भाजपा कर्नाटक चुनावों में उचित ‘विमर्श तय’ नहीं कर सकी, जो दक्षिणी राज्य में उसके नुकसान के कारणों में से एक था। रवि ने कहा, ‘‘भाजपा कर्नाटक में सत्ता बरकरार रखने में विफल रही क्योंकि हम प्रधानमंत्री (राष्ट्रीय स्तर पर) की तरह काम नहीं कर सके।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह विपक्षी दल हैं जो देश के शीर्ष उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं, जबकि भाजपा गरीब समर्थक है। रवि ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ...

Karnataka Assembly Election 2018: Karnataka Election Result Date, कर्नाटक विधान सभा इलेक्शन २०१८

Karnataka Bypoll: BJP ने बचाया दक्षिण का किला,येदियुरप्पा के पास ही रहेगी कर्नाटक की कमान Karnataka Bypoll Results : कनार्टक के 15 विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को हुए उपचुनाव में 11 बागी विधायकों ने बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीत लिया है।उपचुनाव में बागी विधायकों की जीत के साथ बीजेपी... Mon, 09 Dec 2019 12:25 PM Karnataka: शुरुआती रुझानों में BJP की बढ़त से कार्यकर्ताओं में उत्साह, बेंगलुरु ऑफिस के बाहर जश्न का माहौल कर्नाटक में लोकसभा चुनाव परिणाम के रुझान आने शुरू हो गए हैं। शुरूआती रुझानों में बीजेपी ने जबरदस्त बढ़त बना ली है। इसी बीच बेंगलुरू स्थित बाजपा कार्यालय के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया है। बीजेपी... Thu, 23 May 2019 11:10 AM कर्नाटक में सीएम कुमारस्वामी ने पेश किया पहला बजट, किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ कर्नाटक सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने गुरुवार को अपने पहले बजट में किसानों के दो लाख रुपये तक के कर्ज को माफ करने की घोषणा की। विधानसभा में बजट... Thu, 05 Jul 2018 11:23 PM कर्नाटक में कुमारस्वामी कल पेश करेंगे अपना पहला बजट, राहुल बोले- कर्जमाफी के वादे को पूरा करेगी सरकार कर्नाटक में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी सरकार की ओर से कल अपना पहला बजट पेश करेंगे। इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज विश्वास जताया कि सरकार अपने चुनावी वादे के मुताबिक किसानों का कर्ज... Wed, 04 Jul 2018 06:44 PM कर्नाटकः 6 खाली मंत्री पद भरने को लेकर खड़गे बोले, राहुल गांधी से करेंगे चर्चा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन में पार्टी को आवंटित पदों में से मंत्रिमंड...

Rahul Gandhi Siddaramaiah and DK Shivakumar summoned in defamation case

कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने एक बयान के कारण पहले ही मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। अब कर्नाटक कांग्रेस का एक विज्ञापन फिर से राहुल को परेशानी में डाल दिया है। जानकारी के अनुसार कर्नाटक की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने मानहानि के एक मामले में कांग्रेस गांधी को नोटिस भेजा है। राहुल के अलावा अदालत ने सीएम सिद्धारमैया डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को नोटिस भेजा गया है। क्या है मामला और कांग्रेस नेताओं को क्यों मिला है नोटिस? आइए जानते...

2018 Karnataka Legislative Assembly election

Indian state election 2018 Karnataka Legislative Assembly election ← 12 May 2018 (222 seats) 28 May 2018 (1 seat) 11 June 2018 (1 seat) 224 of 224 seats in the 113 seats needed for a majority Turnout 72.13% ( 0.30%) Majority party Minority party Third party Leader Party Alliance Leader'sseat (won) (won) (lost) (won) (won; vacated) Seatsbefore 40 122 40 Seatswon 104 80 37 Seatchange 64 42 3 Popularvote 13,267,956 13,932,069 6,726,667 Percentage 36.35% 38.14% 18.3% Swing 16.3% 1.4% 1.9% Results of the election Elected The 2018 Karnataka Legislative Assembly election was held on 12 May 2018 in 222 constituencies to the The Background [ ] The tenure of the 15th Karnataka Assembly ended on 28 May 2018. Organization [ ] Schedule [ ] The schedule of the election was announced by the Event Date Day Date for nominations 17 April 2018 Tuesday Last date for filing nominations 24 April 2018 Tuesday Date for scrutiny of nominations 25 April 2018 Wednesday Last date for withdrawal of candidatures 27 April 2018 Friday Date of poll 12 May 2018 Saturday Date of counting 15 May 2018 Tuesday Date before which the election shall be completed 31 May 2018 Thursday Controversies [ ] Leaked election dates [ ] The Election Commission of India ran into a major embarrassment on 27 March 2018, when BJP IT cell head On 14 April 2018, the committee said that the media reports were mere speculation and not a leak. Voter ID fraud case [ ] On 11 May 2018, BJP MLA The polling in RR Nagar was postponed to 2...

कर्नाटक चुनाव: सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, मुख्यमंत्री पद के लिए किसका पलड़ा भारी?

May 13, 2023 | 03:01 pm 1 मिनट में पढ़ें कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के नाम सबसे आगे हैं कर्नाटक चुनाव के नतीजों में पार्टी ने सभी विधायकों को आज रात तक राजधानी बेंगलुरू पहुंचने को कहा है, जहां कल विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर आइए जानते हैं कि दोनों में से किसका पलड़ा भारी है। कांग्रेस ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे का नहीं किया था ऐलान हर चुनाव की तरह इस बार भी कांग्रेस ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया था। दोनों नेता मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, इसलिए पार्टी जानती थी कि नाम का ऐलान करने से गुटबाजी बढ़ जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धारमैया ये है सिद्धारमैया का मजबूत पक्ष सिद्धारमैया मैसूर के सिद्धारमनहुंडी से आते हैं और 2013 से 2018 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं। वे अपने कार्यकाल के दौरान गरीबों के लिए आर्थिक कल्याण योजनाओं के लिए जाने जाते हैं। 7 किलो चावल देने वाली अन्न भाग्य योजना, स्कूली छात्रों को दूध देने के लिए क्षीर भाग्य योजना, लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा और इंदिरा कैंटीन योजना इसमें प्रमुख हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच भी सिद्धारमैया की लोकप्रियता ज्यादा मानी जाती है। यहां कमजोर पड़ सकते हैं सिद्धारमैया 2018 के चुनावों में सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस 122 से 80 सीटों पर सिमट गई थी। तब वे खुद चुनावी अभियान को संभाल रहे थे। पिछली सरकार के दौरान लिंगायत समुदाय से जुड़े कुछ फैसलों को लेकर भी सिद्धारमैया की आलोचना हुई थी। 2018 विधानसभा चुनावों में सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी सीट से हार भी गए थे। ये है डीके शिवकुमार की ...

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अंबेडकर भवन में विभिन्न दलित समुदायों द्वारा आयोजित अनुसूचित जाति सभा में जी परमेश्वर ने कहा कि जब मैं कर्नाटक कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था, उस दौरान 2013 में पार्टी को सत्ता में लाने के बावजूद मैं मुख्यमंत्री नहीं बन सका। हालांकि, मेरे नेतृत्व में पार्टी ने सफलता पाई थी। इसके बावजूद किसी ने भी मुझे क्रेडिट नहीं दिया। मैंने क्रेडिट लेने की कोशिश भी नहीं की। 2018 में दलितों की उपेक्षा करने के चलते पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। दलितों की उपेक्षा करने वाले तथाकथित बड़े नेताओं को चुनाव में सबक सिखाना था। सिद्दारमैया सरकार में मंत्री परमेश्वर ने ये भी दावा कर दिया कि जान-बूझकर दलित नेताओं को सीएम नहीं बनाया जा रहा है। मैं या सामाजिक कल्याण मंत्री डॉ. एचसी महादेवाप्पा, खाद्य आपूर्ति मंत्री केएच मुनियप्पा को सीएम क्यों नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने दलित नेताओं से हीनभावना छोड़कर एकजुट होने की अपील भी कर डाली। जी परमेश्वर कर्नाटक के बड़े दलित नेता हैं और उन्होंने कभी भी कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी नहीं छोड़ी है। लिहाजा, उनका बयान कई मायनों में बेहद खास माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो आलाकमान कर्नाटक कांग्रेस में जारी सियासी बयानबाजी पर नजर बनाए हुए है। कांग्रेस नहीं चाहती है कि लोकसभा और बेंगलुरु निकाय चुनाव से पहले दलितों और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटबैंक को खोने का जोखिम उठाया जाए।

कर्नाटक चुनाव: सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, मुख्यमंत्री पद के लिए किसका पलड़ा भारी?

May 13, 2023 | 03:01 pm 1 मिनट में पढ़ें कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के नाम सबसे आगे हैं कर्नाटक चुनाव के नतीजों में पार्टी ने सभी विधायकों को आज रात तक राजधानी बेंगलुरू पहुंचने को कहा है, जहां कल विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर आइए जानते हैं कि दोनों में से किसका पलड़ा भारी है। कांग्रेस ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे का नहीं किया था ऐलान हर चुनाव की तरह इस बार भी कांग्रेस ने कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया था। दोनों नेता मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं, इसलिए पार्टी जानती थी कि नाम का ऐलान करने से गुटबाजी बढ़ जाएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धारमैया ये है सिद्धारमैया का मजबूत पक्ष सिद्धारमैया मैसूर के सिद्धारमनहुंडी से आते हैं और 2013 से 2018 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं। वे अपने कार्यकाल के दौरान गरीबों के लिए आर्थिक कल्याण योजनाओं के लिए जाने जाते हैं। 7 किलो चावल देने वाली अन्न भाग्य योजना, स्कूली छात्रों को दूध देने के लिए क्षीर भाग्य योजना, लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा और इंदिरा कैंटीन योजना इसमें प्रमुख हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों के बीच भी सिद्धारमैया की लोकप्रियता ज्यादा मानी जाती है। यहां कमजोर पड़ सकते हैं सिद्धारमैया 2018 के चुनावों में सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस 122 से 80 सीटों पर सिमट गई थी। तब वे खुद चुनावी अभियान को संभाल रहे थे। पिछली सरकार के दौरान लिंगायत समुदाय से जुड़े कुछ फैसलों को लेकर भी सिद्धारमैया की आलोचना हुई थी। 2018 विधानसभा चुनावों में सिद्धारमैया चामुंडेश्वरी सीट से हार भी गए थे। ये है डीके शिवकुमार की ...

Rahul Gandhi Siddaramaiah and DK Shivakumar summoned in defamation case

कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने एक बयान के कारण पहले ही मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। अब कर्नाटक कांग्रेस का एक विज्ञापन फिर से राहुल को परेशानी में डाल दिया है। जानकारी के अनुसार कर्नाटक की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने मानहानि के एक मामले में कांग्रेस गांधी को नोटिस भेजा है। राहुल के अलावा अदालत ने सीएम सिद्धारमैया डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को नोटिस भेजा गया है। क्या है मामला और कांग्रेस नेताओं को क्यों मिला है नोटिस? आइए जानते...