कुंवार की नवरात्रि 2022

  1. Chaitra Navratri 2022 Date and auspicious time of ghatsthapna
  2. Navratri 2022: नवरात्रि के दौरान ऐसे करें पूजा, जानिए मां के किस स्वरूप को क्या भोग लगाएं
  3. Shardiya Navratri 2022 Date Puja Mantra Ghatsthapana Shubh Muhurat Niyam
  4. चैत्र नवरात्रि 2022 : इस बार 8 दिन की है या 9 दिन की जानिए यहां
  5. भारतीय त्यौहार कैलेंडर २०२२, Indian Hindu Festivals 2022 in Hindi, Astrotalk.com
  6. Navratri Colours 2023
  7. Navratri 2022: इस बार शारदीय नवरात्रि पर बन रहा है बेहद ही शुभ संयोग, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
  8. Navratri 2022 Date:शारदीय नवरात्रि कब से शुरू? जानिए महत्व, कलश स्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि


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Chaitra Navratri 2022 Date and auspicious time of ghatsthapna

Chaitra Navratri 2022 Date: हिंदू धर्म में शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना का विशेष पर्व नवरात्रि (Navratri 2022) कहलाता है। यूं तो साल में चार नवरात्रि आती है। लेकिन इनमें भी दो सबसे प्रमुख क्रमश: चैत्र व शारदीय नवरात्र माने जाते हैं। इस दौरान नवरात्रि में मां दुर्गा (Maa Durga) के नौ स्वरूपों की पूजा करने का विधान है। वहीं इनके अलावा 2 अन्य नवरात्र गुप्त नवरात्र कहलाते हैं, जिनमें दस महाविद्याओं के पूजन का विधान है। मान्यता के अनुसार नवरात्र में मनवांछित फल की प्राप्ति के लिए भक्त नौ दिनों तक का उपवास भी रखते हैं।

Navratri 2022: नवरात्रि के दौरान ऐसे करें पूजा, जानिए मां के किस स्वरूप को क्या भोग लगाएं

डीएनए हिंदी: हिन्दू धर्म में नवरात्रि एक प्रमुख त्यौहार के रूप में माना जाता है. नौ दिन तक चलने वाले इस त्यौहार में लोग शक्ति की पूजा और आराधना करते हैं. नवरात्रि एक संस्कृत का शब्द है जिसका अर्थ होता है नौ रातें. इन नौ रातों के दौरान देवी और उनके नौ रूपों की पूजा की जाती है. हर वर्ष विक्रम सम्वत की प्रथम तिथि के दिन चैत्र नवरात्रि का शुभारम्भ होता है. इस दिन को भारत के अलग-अलग प्रदेश में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है और इसे हिंदू नववर्ष के पहले दिन के रूप में भी जाना जाता है. इस वर्ष हिंदू नववर्ष का प्रारंभ 2 अप्रैल से हो रहा है. इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएगी और भैंस पर सवार होकर वापस जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार,इस बार चैत्र नवरात्रि को पूरे नौ दिन तक मनाया जायेगा और मां दुर्गा के नौ रूपों की विधि-विधान से पूजा अर्चना होगी. जानिए मां के 9 स्वरूप नवरात्रि के नौ रातों में प्रमुख रूप से तीन देवियों - महालक्ष्मी, महासरस्वती या सरस्वती और महाकाली के नौ स्वरुपों की पूजा होती है. नन्दा देवी ,योगमाया (विंध्यवासिनी शक्तिपीठ), रक्तदंतिका (सथूर), शाकम्भरी (सहारनपुर शक्तिपीठ), दुर्गा(काशी), भीमा (पिंजौर) और भ्रामरी (भ्रमराम्बा शक्तिपीठ) को मिलाकर ही नवदुर्गा कहा जाता है. जानिए मां के नौ स्वरुप को क्या लगाए भोग पहला दिन मां शैलपुत्री पहला दिन मां शैलपुत्री का माना जाता है. इस दिन मां शैलपुत्री की विधिवत पूजा की जाती है.माना जाता है कि मां शैलपुत्री कोपीला रंग प्रिय होता है.इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनकर पूजा करने को विशेष मान्यता है.वहीं मां शैलपुत्री को हिमाल्य की पुत्री भी कहते हैं. सफेद रंग को भी मां शैलपुत्री के प्रिय रंगों में गिना जाता है. आरोग्य और धन लाभ के लिए म...

Shardiya Navratri 2022 Date Puja Mantra Ghatsthapana Shubh Muhurat Niyam

Navratri 2022 Puja Mantra: अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शक्ति की साधना शुरू हो जाएगी. 26 सितंबर 2022 को शारदीय नवरात्रि (Shardiya navratri 2022 date) का आरंभ हो रहा है. इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिन मनाई जाएगी, हर दिन मां जगदंबा के नौ रूपों (devi nind roop)की पूजा होती है. देवी को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में प्रत्येक दिन पूजा में विशेष रंग (Navratri colours 2022) का उपयोग किया जाता है नवरात्रि में पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की पूजा होगी. इस नवरात्रि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी. आइए जानते है शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना का मुहूर्त, विधि, सामग्री, मंत्र और नियम शारदीय नवरात्रि 2022 घटस्थापना मुहूर्त (Shardiya Navratri 2022 Ghatsthapana muhurat) अश्विन प्रतिपदा तिथि आरंभ- 26 सितंबर 2022, 03.23 AM अश्विन प्रतिपदा तिथि समापन - 27 सितम्बर 2022, 03.08 AM • घटस्थापना सुबह का मुहूर्त - 06.17 AM - 07.55 AM (26 सितंबर 2022) (Ghatsthapana Morning Time 2022) अवधि - 01 घण्टा 38 मिनट • घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त - 11:54 AM - 12:42 PM ((26 सितंबर 2022) (Ghatsthapana Day Time 2022) अवधि - 48 मिनट नवरात्रि में घटस्थापना महत्व ? (Navratri Ghatsthapana Importance) हिंदू धर्म के तीज, त्योहारों पर घटस्थापना (कलश स्थापना) का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कलश में देवी-देवताओं, ग्रहों और नक्षत्रों का वास माना गया है. कलश सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला और मंगल कार्य का प्रतीक माना जाता है. घट यानी कलश में शक्तियों का आव्हान कर उसे सक्रिया करना. नवरात्रि में भी कलश स्थपाना कर समस्त शक्तियों आव्हान किया जाता है. इससे घर में मौजूद नकार...

चैत्र नवरात्रि 2022 : इस बार 8 दिन की है या 9 दिन की जानिए यहां

Chaitra navratri 2022Chaitra Navratri 2022: हिन्दू नवर्ष का प्रारंभ चैत्र नवरात्रि से ही होता है। चैत्र माह में आने वाली नवरात्रि को चैत्र इस बार चैत्र नवरात्रि का पर्व 2 अप्रैल से प्रारंभ हो रहा है। आओ जानते हैं कि इस बार 8 दिन की है या 9 दिन की। इस वर्ष कोई भी तिथि क्षय नहीं है इसीलिए पूरे नौ दिन की रहेगी नवरात्रि।

भारतीय त्यौहार कैलेंडर २०२२, Indian Hindu Festivals 2022 in Hindi, Astrotalk.com

महा शिवरात्रि मंगलवार, 1 मार्च, 2022 फुलेरा दूज शुक्रवार, 4 मार्च 2022 अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मंगलवार, 8 मार्च, 2022 होलिका दहन गुरुवार 17 मार्च 2022 रंगवाली होली शुक्रवार, 18 मार्च 2022 लक्ष्मी जयंती शुक्रवार, 18 मार्च 2022 होली भाई दूज रविवार, 20 मार्च 2022 शीतला अष्टमी शुक्रवार, 25 मार्च, 2022 गुड़ी पड़वा रविवार 2 अप्रैल 2022 - सोमवार 11 अप्रैल 2022 चैत्र नवरात्रि रविवार, 2 अप्रैल, 2022 - सोमवार, 11 अप्रैल, 2022 गणगौर पूजा सोमवार, 4 अप्रैल, 2022 राम नवमी रविवार, 10 अप्रैल 2022 यमुना छठ गुरुवार, 7 अप्रैल 2022 महावीर जयंती गुरुवार, 14 अप्रैल, 2022 बैसाखी गुरुवार, 14 अप्रैल, 2022 हनुमान जयंती शनिवार, 16 अप्रैल, 2022 पृथ्वी दिवस शुक्रवार, 22 अप्रैल, 2022 अंतर्राष्ट्रीय हँसी दिवस रविवार, 1 मई, 2022 मजदूर दिवस रविवार, 1 मई 2022 परशुराम जयंती मंगलवार, 3 मई, 2022 अक्षय तृतीया मंगलवार, 3 मई, 2022 मदर्स डे रविवार, 8 मई 2022 बुद्ध पूर्णिमा सोमवार, 16 मई, 2022 नारद जयंती मंगलवार, 17 मई, 2022 वट सावित्री सोमवार, 30 मई, 2022 शनि जयंती सोमवार, 30 मई, 2022 तंबाकू निषेध सोमवार, 31 मई, 2022 जगन्नाथ रथ यात्रा शुक्रवार, 1 जुलाई 2022 गौरी व्रत शनिवार, 9 जुलाई, 2022 - बुधवार, 13 जुलाई, 2022 कोकिला व्रत बुधवार, 13 जुलाई 2022 गुरु पूर्णिमा बुधवार, 13 जुलाई 2022 पहला श्रावण सोमवार व्रत सोमवार, 18 जुलाई 2022 दूसरा श्रावण सोमवार व्रत सोमवार, 25 जुलाई 2022 तीसरा श्रावण सोमवार व्रत सोमवार, 1 अगस्त 2022 चौथा श्रावण सोमवार व्रत सोमवार, 8 अगस्त 2022 हरियाली तीज रविवार, 31 जुलाई 2022 नाग पंचमी मंगलवार, 2 अगस्त 2022 फ्रेंडशिप डे रविवार, 7 अगस्त 2022 रक्षा बंधन गुरुवार, 11 अगस्त, 2022 वरलक्ष्मी व्रत श...

Navratri Colours 2023

नवरात्रि हिंदू धर्म का एक बेहद खास त्योहार है। देश भर में यह त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है - चैत्र (मार्च-अप्रैल) और शरद (अक्टूबर-नवंबर) के महीने में। नवरात्रि में रंगों का खास महत्व (Navratri Colours) होता है। ऐसा माना जाता है कि मां दुर्गा के नौ रूपों की अलग-अलग रंगों से पूजा करने से मां का आशीर्वाद मिलता है। इन रंगों का ध्यान रखते हुए पूजा विधि का पालन करने से घर परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है।इसके अलावा, इस उत्सव को मनाने के लिए कुछ लोग नवरात्रि के 9 रंगों (Navratri Colours) के अनुसार अपने घर के मंदिर की सजावट भी करते हैं। नवरात्रि का भारतीय घरों में विशेष महत्व होता है। देश के अलग-अलग हिस्सों में नवरात्रि को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। हालांकि, इस त्योहार को मनाने की सबसे खास वजह देवी काली या दुर्गा की विजय का उत्सव है। नवरात्रि को महिलाएं नौ दिनों तक उपवास करती हैं, कपड़े पहनती हैं और दोस्तों व परिवार से मिलने जाती हैं। देश भर में नवरात्रि का त्योहार लाखों महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जो घर पर नवरात्रि (Navratri at Home) मनाने के दौरान खाने पीने के तरह तरह के पकवान बनाती हैं। हमने यहां 2023 में नवरात्रि के 9 रंग ( 9 Colours of Navratri)बताए हैं, जो आपको पता होना चाहिए। त्योहार खत्म होने तक हर दिन इनमें से किसी एक रंग में सजना-संवरना बेहद खास माना जाता है। नवरात्रि के खत्म होने तक हर दिन इन नवरात्रि रंगों के कपड़े पहनने सहित अपनेघर कीमंदिर की सजावट के लिए इस थीम को रखना बहुत खास माना जाता है। यह भी पढ़ें: आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि चैत्र नवरात्रि 22 मार्च से 30 मार्च 2023 के बीच मनाई जाएगी। और शरद नवरात्रि 15 अक्टूबर 2023 तथा 24अक्टूबर 2023 के...

Navratri 2022: इस बार शारदीय नवरात्रि पर बन रहा है बेहद ही शुभ संयोग, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

• • Faith Hindi • Navratri 2022: इस बार शारदीय नवरात्रि पर बन रहा है बेहद ही शुभ संयोग, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि Navratri 2022: इस बार शारदीय नवरात्रि पर बन रहा है बेहद ही शुभ संयोग, जानें घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि Navratri 2022: आश्विन माह की प्रतिपदा तिथि के दिन शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी और फिर 9 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों का पूजन किया जाएगा. Shardiya Navratri 2022 Navratri 2022: हिंदू धर्म में पितृपक्ष के बाद अगले दिन शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है. जो कि हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन से शुरू होते हैं. ( Shardiya Navratri 2022) इस साल यह तिथि 26 सितंबर 2022, सोमवार के दिन है और इसी दिन से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी. नवरात्रि के दिन पहले दिन से घटस्थापना की जाती है और 9 दिनों तक नियमों का पूर्ण विधि से पालन करते हुए मां दुर्गा की अराधना की जाती है. ( Navratri 2022 Date and Time) इस साल शारदीय नवरात्रि के दिन बेहद ही शुभ संयोग बन रहा है. नवरात्रि पर बन रहा है शुभ संयोग शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर 2022 से शुरू होंगे और पहले दिन घटस्थापना की जाती है और नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व है. इस नवरात्रि बेहद ही शुभ संयोग बन रहा है. इस दिन शुक्ल और ब्रह्म योग का अद्भुत संयोग बन रहा है जो कि पूजन विधि के लिए काफी खास है. इस मुहूर्त में पूजा करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और 7 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. यानि आपके पास घटस्थापना यानि कलश स्थापना के लिए 1 घंटा 38 मिनट का समय है. हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा हर बार नवरात्रि ...

Navratri 2022 Date:शारदीय नवरात्रि कब से शुरू? जानिए महत्व, कलश स्थापना शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अभी पितृ पक्ष जारी है और जैसे ही पितृ पक्ष खत्म होगा उसके फौरन बाद ही शारदीय नवरात्रि आरंभ हो जाएंगे। हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व का विशेष महत्व होता है। इस बार 26 सितंबर से 5 अक्तूबर 2022 तक नवरात्रि होंगे। मान्यता है कि मां दुर्गा नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान कैलाश पर्वत से पृथ्वी लोक पर आती हैं। नवरात्रि के 9 दिनों तक माता दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा उपासना और साधना की जाती है। इसके अलावा मां दुर्गा की उपासना के साथ 9 दिनों का व्रत भी रखा जाता है। नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा पर घटस्थापना होती है। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त आश्विन नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि 26 सितंबर 2022 को सुबह 03 बजकर 23 मिनट से शुरू हो जाएगी जो 27 सितंबर 2022 को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर खत्म होगी। ऐसे में इस शारदीय नवरात्रि पर मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 26 सितंबर 2022 को सुबह 6 बजकर 11 मिनट से लेकर 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा इस दिन अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट पर किया जा सकता है। शारदीय नवरात्रि 2022 घटस्थापना मुहूर्त अवधि नवरात्रि 2022 सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 51 मिनट तक 1 घंटे 40 मिनट कलश स्थापना पूजा विधि • नवरात्रि पर सभी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। मां दुर्गा इस दिन भक्तों के घर आती हैं ऐसे में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ स्वास्तिक बनाएं और दरवाजे पर आम और अशोक के पत्ते का तोरण लगाएं। • नवरात्रि में माता की मूर्ति को लकड़ी की चौकी या आसन पर स्थापित करना चाहिए। जहां मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें वहां पहले स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। उसके बाद रोली और अक्षत से टीकें और फिर...