लाला लाजपत राय का जीवन परिचय

  1. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय।
  2. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
  3. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय व उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें..
  4. लाला लाजपत राय जी जीवन परिचय
  5. लाला लाजपत राय की जीवनी, निबंध व उनके द्वारा किये गये योगदान
  6. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय/Biography of lala lajpatrai
  7. लाला लाजपत राय जी जीवन परिचय
  8. लाला लाजपत राय की जीवनी, निबंध व उनके द्वारा किये गये योगदान
  9. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
  10. लाला लाजपत राय का जीवन परिचय/Biography of lala lajpatrai


Download: लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
Size: 19.24 MB

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय।

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय, लाला लाजपत राय की बायोग्राफी और जीवनी लाला लाजपत राय, एक देशभक्त व्यक्ति थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया. लाला लाजपत राय एक लेखक, वकील, राजनीतिज्ञ और स्वतंत्रता सेनानी थे. लाला जी को पंजाब केसरी के नाम से भी जाना जाता था. उन्होंने दयाल सिंह के साथ मिलकर 12 अप्रैल 1894 को भारत के दूसरे सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पंजाब नेशनल बैंककी स्थापना की थी। लाला लाजपत राय जन्म 28 जनवरी 1865 उपनाम पंजाब केसरी जन्म स्थान जगराओं, पंजाब, ब्रिटिश भारत मृत्यु 17 नवंबर 1928 (63 वर्ष की आयु में) मृत्यु स्थान लाहौर, पंजाब, ब्रिटिश भारत जन्मदिन 28 जनवरी शिक्षा गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल धर्म हिंदू धर्म राजनीतिक गुरु (Giuseppe Mazzini) सदस्य भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आर्य समाज आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन, स्वदेशी आंदोलन राजनीतिक विचारधारा राष्ट्रवाद और उदारवाद राष्ट्रीयता भारतीय लाला लाजपत राय का परिवार पिता का नाम मुंशी राधा कृष्ण अग्रवाल माता का नाम गुलाब देवी अग्रवाल भाई लाला धनपत राय पत्नी का नाम राधा देवी अग्रवाल बच्चे अमृत राय अग्रवाल, प्यारेलाल अग्रवाल और एक बेटी पार्वती अग्रवाल लाला लाजपत राय की जीवनी। | Lala Lajpat Rai Biography in Hindi लाला लाजपत राय की कहानी लाला लाजपत राय का प्रारंभिक जीवन लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 को धुडिके में एक पंजाबी हिंदू परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम मुंशी राधा किशन अग्रवाल था, जो कि उर्दू और फ़ारसी के सरकारी शिक्षक थे, और उनकी माँ का नाम गुलाब देवी अग्रवाल था, जो की एक धार्मिक महिला थी। उनका परिवार उनके जन्म के 5 साल बाद 1870 के अंत में रेवाड़ी चला गया, वहां...

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय ( Lala Lajpatrai Freedom Fighter Family, Education,Birth Details, Caste, Biography in Hindi) लाला लाजपत राय की छवि प्रमुखत: एक राष्ट्रवादी नेता के रूप में हैं और इसी के साथ यें देश की स्वतंत्रता के लिए किये गये संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका में थे,लेकिन वो एक लेखक, वकील,समाज-सुधारक और आर्य समाजी भी थे. ब्रिटिश शासन के खिलाफ दिए जाने वाले शक्तिशाली भाषणों और अपनी देशभक्ति के कारण उन्हें ‘पंजाब केसरी’ या “पंजाब के शेर” भी कहा जाता था. बचपन से ही वह अपने देश की सेवा करने की इच्छा रखतें थे और इसलिए उन्होंने इसे विदेशी शासन से मुक्त करवाने की प्रतिज्ञा ली थी. नाम (Name) लाला लाजपत राय पेशा (Occupation) स्वतंत्रता सेनानी,वकील,राजनीतिज्ञ जन्मदिन (Birth date) 28 जनवरी 1865 पिता (Father) मुंशी राधा कृष्णा आजाद माता (Mother) गुलाब देवी जन्मस्थान (Birth place) फिरोजपुर जिले में धुडिके गाँव में लालाजी के पिता मुंशी आज़ाद पर्सियन और उर्दू के ज्ञाता थे और उनकी माताजी भी एक धार्मिक महिला थी जिन्होंने अपने बच्चों में भी धर्म-कर्म की भावना को प्रेरित किया था, वास्तव में उनके पारिवारिक परिवेश ने ही उन्हें देशभक्ति का काम करने की प्रेरणा दी थी. लाला लाजपत राय की शिक्षा ( Education Details of Lala Lajpatrai) सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रेवारी में लालाजी के पिता प्राध्यापक थे. इसी विद्यालय से इनका स्वयं का भी प्राथमिक अध्यन संपन्न हुआ था. इसके बाद 1880 में कानून का अध्ययन करने के लिए लाजपत राय ने लाहौर में सरकारी कॉलेज में एडमिशन ले लिया. 1884 में इनके पिता का रोहतक स्थानांतरण हो गया इस कारण उनके साथ यह स्वयं भी रोहतक शिफ्ट हो गए. लाहौर के सरकारी कॉलेज में विधि ...

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय व उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें..

सामान्य परिचय- नाम: लाला लाजपत राय जन्म दिन : 28 जनवरी 1865 जन्म स्थान : ढुडीके, पंजाब, ब्रिटिश भारत मृत्यु : 17 नवंबर 1928 (63 वर्ष की आयु में) संगठन: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आर्य समाज आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन धर्म: हिंदू धर्म अन्य उपाधि: लाल, बाल, पाल की तिकड़ी में से एक, पंजाब केसरी लाला लाजपत राय ने देशभक्ति के ऐसे आदर्श स्थापित किए जिसके लिए पूरा देश उनका हमेशा ऋणी रहेगा. इन्हें पंजाब केसरी भी कहा जाता है. इन्होंने पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की थी. लाला लाजपत राय जी एक वकील थे वे वकालत का कार्य करते थे. परंतु पराधीन भारत का दर्द उन्हें हमेशा कचोटता रहता था. लाला लाजपत राय उन अमर स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे जिन्होंने भारतभूमि की गुलामी की जंजीरों को तोड़ने में अपनी ओर से पूरा प्रयत्न किया. और बहुत हद तक उन्हें सफलता भी मिली थी. लाला लाजपत राय जी ने दो नारे भी दिए थे जो इस प्रकार है- 1. साइमन कमीशन वापस जाओ. 2. मेरे सिर पर लाठी का एक एक प्रहार अंग्रेजी शासन के ताबूत में एक एक कील साबित होगा. अतीत पर: 1. अतीत को देखते रहना व्यर्थ है, जबतक उस अतीत पर गर्व करने योग्य भविष्य के निर्माण के लिये कार्य न किया जाय. अधिकार पर: 2. व्यक्ति को सोचने का पूरा अधिकार है, पर उसे सोचे हुए को भाषा में या कार्यरूप में व्यक्त करने की बात हो तो वह अधिकार शर्तों और सीमाओं में बंध जाता है. नैतिक पहलू से तो वह अधिकारों की अपेक्षा कर्तव्यों पर जोर देना उत्तम है. जो कर्तव्यों से अधिक अधिकारों पर जोर देते हैं, वे स्वार्थी, दम्भी और आत्मकेन्द्रित हो जाते हैं. अनुशासन पर: 3. सार्वजनिक जीवन में अनुशासन को बनाये रखना और उसका पालन करना बहुत आवश्यक है, अन्यथा प...

लाला लाजपत राय जी जीवन परिचय

लाला लाजपत राय भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाले मुख्य क्रांतिकारियों में से एक थे। वह पंजाब केसरी (पंजाब का शेर) के नाम से विख्यात थे और कांग्रेस के गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चन्द्र पाल) में से एक थे। उन्होंने पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की। लाला लाजपत राय ने बहुत से क्रांतिकारियों को प्रभावित किया और उनमे एक थे शहीद भगत सिंह। सन् 1928 में साइमन कमीशन के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और 17 नवम्बर सन् 1928 को परलोक सिधार गए। लाला लाजपत राय ने वर्ष 1889 में वकालत की पढाई के लिए लाहौर के सरकारी विद्यालय में दाखिला लिया। कॉलेज के दौरान वह लाला हंसराज और पंडित गुरुदत्त जैसे देशभक्तों और भविष्य के स्वतंत्रता सेनानियों के संपर्क में आये। तीनों अच्छे दोस्त बन गए और स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज में शामिल हो गए। लाला लाजपत रायराजनैतिक जीवन वर्ष 1885 में उन्होंने सरकारी कॉलेज से द्वितीय श्रेणी में वकालत की परीक्षा उत्तीर्ण की और हिसार में अपनी वकालत शुरू कर दी। वकालत के अलावा लालाजी ने दयानन्द कॉलेज के लिए धन एकत्र किया, आर्य समाज के कार्यों और कांग्रेस की गतिविधियों में भाग लिया। वह हिसार नगर पालिका के सदस्य और सचिव चुने गए। वह 1892 में लाहौर चले गए। लाला लाजपत राय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन प्रमुख हिंदू राष्ट्रवादी नेताओं में से एक थे। वह लाल-बाल-पाल की तिकड़ी का हिस्सा थे। बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चन्द्र पाल इस तिकड़ी के दूसरे दो सदस्य थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नरम दल (जिसका नेतृत्व पहले गोपाल कृष्ण गो...

लाला लाजपत राय की जीवनी, निबंध व उनके द्वारा किये गये योगदान

» लाला लाजपत राय पर निबंध « पूरा नाम : श्री लाला लाजपत राधाकृष्ण राय जी जन्म : 28 जनवरी 1865 जन्म स्थान : दुधिके गाँव, पंजाब, बर्तानवी भारत मृत्यु : 17 नवम्बर 1928 मृत्यु स्थान : लाहौर (पाकिस्तान ) संगठन : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आर्य समाज, हिन्दू महासभा आन्दोलन : भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन धर्म जाति : हिन्दू धर्म पिता : श्री राधाकृष्ण जी माता : श्रीमती गुलाब देवी जी शिक्षा : 1880 में कलकत्ता और पंजाब विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण, 1886 में कानून की उपाधि ली लाला लाजपत राय – Information About Lala Lajpat Rai in Hindi भारत में जन्मे एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे और पंजाब में जन्म लेने के कारण इन्हें पंजाब केसरी कहा जाता है| लाला लाजपत राय ने ही पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना की थी. स्वतंत्रता सेनानियों में तीन प्रमुख नेताओं लाल-पाल-बाल में से एक थे. सन् 1928 में इन्होने साइमन कमीशन के खिलाफ एक प्रदर्शन में हिसा भी लिया था और लाठी के प्रहार से वे घायल हो गए थे और लाठियों से घायल होने पर 17 नवम्बर सन् 1928 को इनकी मृत्यु हो गयी थी. इनकी मौत का भारत को बहुत बड़ा झटका लगा था और भगत सिंह जैसे अन्य क्रांतिकारियों के दिलों में जल रही स्वतंत्रता की आग को और भी जयादा तेज कर दी. लाला लाजपत राय की जीवनी – Lala Lajpat Rai Biography In Hindi लाला लाजपत राय भारतीय पंजाबी लेखक थे और साथ में एक राजनेता भी थे, भारतीय स्वतंत्रता अभियान के मुख्य नेता के रूप में आज भी याद किये जाते है. पंजाबी भाषा में लेख लिखने की वजह से वे पंजाब केसरी के नाम से भी जाने जाते थे. लाला लाजपत राय प्रारंभिक जीवन – History of Lala Lajpat Rai in Hindi लाला लाजपत राय के पिता जो की अग्रवाल...

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय/Biography of lala lajpatrai

धार्मिक मान्यता:जैन धर्म जीवन परिचय: लाला लाजपत राय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे|बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था|इन्हीं तीनों नेताओं ने सबसे पहले भारत में पूर्ण स्वतन्त्रता की माँग की थी| जन्म: लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को फिरोजपुर, पंजाब में हुआ| उनके पिता मुंशी राधा कृष्ण आजाद फारसी और उर्दू के महान विद्वान थे और माता गुलाब देवी धार्मिक महिला थीं| पंजाब नैशनल बैंक की स्थापना में लाला लाजपत राय की अहम भूमिका थी। शिक्षा:- लाला लाजपत राय के पिता राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रेवाड़ी में शिक्षक थे| वहीं से उन्होंने प्राथमिक शिक्षा हासिल की| 1886 में लाला लाजपत राय का परिवर हिसार आ गया था| जहां उन्होंने वकालत शुरू की| 1888 और 1889 के नैशनल कांग्रेस के वार्षिक सत्रों के दौरान उन्होंने प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा लिया। हाई कोर्ट में वकालत करने के लिए 1892 में वह लाहौर चले गए| READ IN ENGLISH:- राजनीतिक कार्य: लाला लाजपत राय ने स्वामी दयानन्द सरस्वती के साथ मिलकर आर्य समाज को पंजाब में लोकप्रिय बनाया| लाला हंसराज एवं कल्याण चन्द्र दीक्षित के साथ दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालयों का प्रसार किया, लोग जिन्हें आज डीएवी स्कूल्स व कालेज के नाम से जाना जाता है| लालाजी ने अनेक स्थानों पर अकाल में शिविर लगाकर लोगों की सेवा भी की| मृत्यु: 30 अक्टूबर 1928लाहौर में लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्ततः 17नवम्बर सन् 1928को इनका देहान्त हो गया| उस समय इन्होंने कहा था: "मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी...

लाला लाजपत राय जी जीवन परिचय

लाला लाजपत राय भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने वाले मुख्य क्रांतिकारियों में से एक थे। वह पंजाब केसरी (पंजाब का शेर) के नाम से विख्यात थे और कांग्रेस के गरम दल के तीन प्रमुख नेताओं लाल-बाल-पाल (लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चन्द्र पाल) में से एक थे। उन्होंने पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) और लक्ष्मी बीमा कम्पनी की स्थापना भी की। लाला लाजपत राय ने बहुत से क्रांतिकारियों को प्रभावित किया और उनमे एक थे शहीद भगत सिंह। सन् 1928 में साइमन कमीशन के विरुद्ध प्रदर्शन के दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और 17 नवम्बर सन् 1928 को परलोक सिधार गए। लाला लाजपत राय ने वर्ष 1889 में वकालत की पढाई के लिए लाहौर के सरकारी विद्यालय में दाखिला लिया। कॉलेज के दौरान वह लाला हंसराज और पंडित गुरुदत्त जैसे देशभक्तों और भविष्य के स्वतंत्रता सेनानियों के संपर्क में आये। तीनों अच्छे दोस्त बन गए और स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज में शामिल हो गए। लाला लाजपत रायराजनैतिक जीवन वर्ष 1885 में उन्होंने सरकारी कॉलेज से द्वितीय श्रेणी में वकालत की परीक्षा उत्तीर्ण की और हिसार में अपनी वकालत शुरू कर दी। वकालत के अलावा लालाजी ने दयानन्द कॉलेज के लिए धन एकत्र किया, आर्य समाज के कार्यों और कांग्रेस की गतिविधियों में भाग लिया। वह हिसार नगर पालिका के सदस्य और सचिव चुने गए। वह 1892 में लाहौर चले गए। लाला लाजपत राय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन प्रमुख हिंदू राष्ट्रवादी नेताओं में से एक थे। वह लाल-बाल-पाल की तिकड़ी का हिस्सा थे। बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चन्द्र पाल इस तिकड़ी के दूसरे दो सदस्य थे। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में नरम दल (जिसका नेतृत्व पहले गोपाल कृष्ण गो...

लाला लाजपत राय की जीवनी, निबंध व उनके द्वारा किये गये योगदान

» लाला लाजपत राय पर निबंध « पूरा नाम : श्री लाला लाजपत राधाकृष्ण राय जी जन्म : 28 जनवरी 1865 जन्म स्थान : दुधिके गाँव, पंजाब, बर्तानवी भारत मृत्यु : 17 नवम्बर 1928 मृत्यु स्थान : लाहौर (पाकिस्तान ) संगठन : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आर्य समाज, हिन्दू महासभा आन्दोलन : भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन धर्म जाति : हिन्दू धर्म पिता : श्री राधाकृष्ण जी माता : श्रीमती गुलाब देवी जी शिक्षा : 1880 में कलकत्ता और पंजाब विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण, 1886 में कानून की उपाधि ली लाला लाजपत राय – Information About Lala Lajpat Rai in Hindi भारत में जन्मे एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे और पंजाब में जन्म लेने के कारण इन्हें पंजाब केसरी कहा जाता है| लाला लाजपत राय ने ही पंजाब नैशनल बैंक और लक्ष्मी बीमा कंपनी की स्थापना की थी. स्वतंत्रता सेनानियों में तीन प्रमुख नेताओं लाल-पाल-बाल में से एक थे. सन् 1928 में इन्होने साइमन कमीशन के खिलाफ एक प्रदर्शन में हिसा भी लिया था और लाठी के प्रहार से वे घायल हो गए थे और लाठियों से घायल होने पर 17 नवम्बर सन् 1928 को इनकी मृत्यु हो गयी थी. इनकी मौत का भारत को बहुत बड़ा झटका लगा था और भगत सिंह जैसे अन्य क्रांतिकारियों के दिलों में जल रही स्वतंत्रता की आग को और भी जयादा तेज कर दी. लाला लाजपत राय की जीवनी – Lala Lajpat Rai Biography In Hindi लाला लाजपत राय भारतीय पंजाबी लेखक थे और साथ में एक राजनेता भी थे, भारतीय स्वतंत्रता अभियान के मुख्य नेता के रूप में आज भी याद किये जाते है. पंजाबी भाषा में लेख लिखने की वजह से वे पंजाब केसरी के नाम से भी जाने जाते थे. लाला लाजपत राय प्रारंभिक जीवन – History of Lala Lajpat Rai in Hindi लाला लाजपत राय के पिता जो की अग्रवाल...

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय

पंजाब केसरी के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय भारत के एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन चरमपंथी सदस्यों में से एक थे जिन्होंने अन्य दो सदस्यों बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन दिया। उन्हें सामूहिक रूप से लाल-बाल-पाल के रूप में जाना जाता था। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ये चरमपंथी सदस्य भारत के लिए स्वशासन चाहते थे और देश के लिए पूर्ण राजनीतिक स्वतंत्रता की मांग करने वाले वे पहले भारतीय नेता थे। पढ़ें लाला लाजपत राय की महत्वपूर्ण जानकारी जैसे: विकी (Wiki), जन्म स्थान (Birth Place), व्यवसाय (Occupation) आयु (Age), जाति (Cast), धर्म (Religion), शिक्षा (Education), परिवार (Family) और अन्य जानकारी के लिए नीचे दी गई टेबल देखें:- लाला लाजपत राय की बायोग्राफी: (Lala Lajpat Rai Biography in Hindi) पूरा नाम लाला लाजपत राय उपनाम पंजाब केसरी जन्म तिथि 28 जनवरी 1865 जन्म स्थान दुधिके, पंजाब, भारत पेशा या व्यवसाय स्वतंत्रता सेनानी मृत्यु 17 नवम्बर 1928 धर्म हिंदू राष्ट्रीयता भारतीय लाला लाजपत राय का निजी जीवन: (Personal Life of Lala Lajpat Rai) लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 दुधिके, पंजाब, भारत में हुआ था। वह मुंशी राधा कृष्ण आज़ाद और गुलाब देवी के सबसे बड़े पुत्र थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल, रेवाड़ी से की थी। लाला लाजपत राय ने वर्ष 1889 में वकालत की पढाई के लिए लाहौर के सरकारी विद्यालय में दाखिला लिया। कॉलेज के दौरान वह लाला हंसराज और पंडित गुरुदत्त जैसे देशभक्तों और भविष्य के स्वतंत्रता सेनानियों के संपर्क में आये। तीनों अच्छे दोस्त बन गए और स्वामी दयानंद सरस्वती द्व...

लाला लाजपत राय का जीवन परिचय/Biography of lala lajpatrai

धार्मिक मान्यता:जैन धर्म जीवन परिचय: लाला लाजपत राय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे|बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था|इन्हीं तीनों नेताओं ने सबसे पहले भारत में पूर्ण स्वतन्त्रता की माँग की थी| जन्म: लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को फिरोजपुर, पंजाब में हुआ| उनके पिता मुंशी राधा कृष्ण आजाद फारसी और उर्दू के महान विद्वान थे और माता गुलाब देवी धार्मिक महिला थीं| पंजाब नैशनल बैंक की स्थापना में लाला लाजपत राय की अहम भूमिका थी। शिक्षा:- लाला लाजपत राय के पिता राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, रेवाड़ी में शिक्षक थे| वहीं से उन्होंने प्राथमिक शिक्षा हासिल की| 1886 में लाला लाजपत राय का परिवर हिसार आ गया था| जहां उन्होंने वकालत शुरू की| 1888 और 1889 के नैशनल कांग्रेस के वार्षिक सत्रों के दौरान उन्होंने प्रतिनिधि के तौर पर हिस्सा लिया। हाई कोर्ट में वकालत करने के लिए 1892 में वह लाहौर चले गए| READ IN ENGLISH:- राजनीतिक कार्य: लाला लाजपत राय ने स्वामी दयानन्द सरस्वती के साथ मिलकर आर्य समाज को पंजाब में लोकप्रिय बनाया| लाला हंसराज एवं कल्याण चन्द्र दीक्षित के साथ दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालयों का प्रसार किया, लोग जिन्हें आज डीएवी स्कूल्स व कालेज के नाम से जाना जाता है| लालाजी ने अनेक स्थानों पर अकाल में शिविर लगाकर लोगों की सेवा भी की| मृत्यु: 30 अक्टूबर 1928लाहौर में लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन के विरुद्ध एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया, जिसके दौरान हुए लाठी-चार्ज में ये बुरी तरह से घायल हो गये और अन्ततः 17नवम्बर सन् 1928को इनका देहान्त हो गया| उस समय इन्होंने कहा था: "मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी...