लालची कुत्ता

  1. लालची कुत्ते की कहानी
  2. लालची कुत्ता.png
  3. लालची कुत्ते की कहानी बच्चों के लिए Greedy Dog story in Hindi
  4. Greedy Dog story in Hindi लालची कुत्ता की कहानी
  5. लालची कुत्ता
  6. Hindi Short Story “Lalchi Kutta”, “लालची कुत्ता” Hindi Laghu Katha for Class 9, Class 10 and Class 12.
  7. Lalchi Kutta Short Hindi Story For Kids
  8. लालची कुत्ते की शिक्षाप्रद कहानी Story Of Greedy Dog In Hindi
  9. लालची कुत्ते की कहानी
  10. लालची कुत्ता.png


Download: लालची कुत्ता
Size: 50.21 MB

लालची कुत्ते की कहानी

Lalchi kutta - kahani लालची कुत्ता और हड्डी की कहानी| Lalachi Kutta ki kahani एक गाँव में एक कुत्ता रहता था , एक दिन उसे किसी जानवर की हड्डी मिल गई | कुत्ते ने पहले तो बड़े चाव से उस हड्डी को चबाया और जब वह हड्डी को चबाते-चबाते थक गया तब उसे नींद आ गई और वह सो गया | जब कुत्ता सोकर उठा तब तक दोपहर हो जाने के कारण गर्मी बढ़ गई और कुत्ते को प्यास भी लग आई | कुत्ता अब अपनी प्यास बुझाना चाहता था परन्तु वह उस हड्डी को भी नहीं छोड़ना चाहता था इसीलिए उसने मुहं में हड्डी रखी और पानी पीने के लिए नदी की तरफ चल दिया | नदी बहुत गहरी थी | कुत्ता अपने मुंह से हड्डी निकलकर कहीं रखना चाहता था किन्तु उसे लगा कोई दूसरा कुत्ता आकर उसकी हड्डी ना ले जाए | कुत्ता मुहं में हड्डी दवाये हुए जैसे ही नदी के पास पहुंचा उसे नदी के पानी में अपनी परछाई दिखलाई दी | कुत्ते को लगा , यहाँ कोई दूसरा कुत्ता है जिसके मुंह में भी हड्डी है | कुत्ते के मन में लालच आ गया उसे लगा उसके पास एक हड्डी पहले से है और इस दूसरे कुत्ते की हड्डी भी छीन लूँ तो मेरे पास दो हड्डियाँ हो जाएँगी | कुत्ते ने उसे डराने के लिए भोंकने हेतु जैसे ही अपना मुंह खोला उसके मुंह से हड्डी पानी में गिर गई और बहकर कहीं गुम हो गई | कुत्ते को दूसरी हड्डी तो मिली नहीं बदले में उसके पास पहले से जो हड्डी थी वो भी चली गई | अपने द्वारा की गई इस गलती पर कुत्ता बहुत पछताया | शिक्षा–“ लालची कुत्ते की कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि अधिक लालच नहीं करना चाहिए कभी -कभी अधिक लालच के कारण हाँथ में आई हुई वस्तु भी चली जाती है |”

लालची कुत्ता.png

Page 1 : (0) कहानी लेखन, लालची कुत्ता, एक दिन एक कुत्ते को रोटी का टुकड़ा मिला। वह अकेला उसे खाने की चाह में नदी के उस पार, जाने लगा। नदी पार करते समय उसने अपनी परछाई पानी में देखी। उसे लगा कि यह कोई, दूसरा कुत्ता है , जिसके पास एक और रोटी है। उसके मन में लालच आ गया। दूसरे कुत्ते (स्वयं, की परछाई) से रोटी छीनने के लिए जैसे ही वह भौंका तो तुरंत उसके मुख से रोटी नदी में गिर, गयी। उसके हाथ पछतावे के अलावा कुछ न लगा।, , शिक्षा : लालच बुरी बला है।

लालची कुत्ते की कहानी बच्चों के लिए Greedy Dog story in Hindi

हेल्लो दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपके लिए लालची कुत्ते की कहानी (Greedy Dog story) लाये है। हमने कहानी के अंत में इस कहानी से क्या कहानी शीर्षक – लालची कुत्ता एक बार की बात है। एक एक दिन की बात है, वो हमेशा की तरह ही भोजन की तलाश में इधर उधर भटक रहा था। लेकिन उसे कहीं भी कुछ भी खाने के लिए नही मिल रहा था। बहुत देर तक भोजन की तलाश में भटकने के बाद उसको एक होटल के पास एक छोटा मांस का टुकड़ा मिल गया। उसने मांस के टुकड़े को मुँह से उठा लिया और उसने सोचा एकांत में खाऊंगा। इसलिए वो शहर से जंगल की तरफ जाने लगा। वो लालची कुत्ता किसी एकांत जगह की तलाश में जा रहा था। रास्ते में उसे एक नदी मिली। नदी के किनारे से गुजरने पर पानी में उसे अपनी परछाईं दिखाई दी। वो समझ नही पाया कि ये उसकी परछाईं है। उसे लगा ये कोई दूसरा कुत्ता है जिसके पास भी एक मांस का टुकड़ा है। लालची कुत्ते के मन में विचार आया, क्यों न मैं इसका मांस का टुकड़ा भी छीन लूँ। अगर इस कुत्ते का मांस का टुकड़ा मुझे मिल जाए, तो खाने में दोगुना मज़ा आ जाए और मेरा पेट भी भर जाए। लालची कुत्ते ने पहले तो अपनी परछाईं से गुर्राया, अपनी ही आवाज़ सुनकर उसे लगा दूसरा कुत्ता भी उसे डराने के लिए गुर्रा रहा है। लालची कुत्ते को गुस्सा आ गया। उसने पानी में परछाईं की तरफ देखकर खूब तेजी से भौंका, जैसे ही उसने भौंकने के लिए मुँह खोला उसके मुँह से मांस का टुकड़ा पानी में गिर गया। मांस का टुकड़ा पानी में गिरने के बाद पानी में देखने के बाद उसकी परछाईं के पास भी मांस का टुकड़ा नही था। इससे लालची कुत्ते को अपनी मुर्खता का समझ आ गया। उसने ज्यादा मांस के चक्कर में उसे भी गवां दिया। जो उसके पास था। कहानी से शिक्षा Moral इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिल...

Greedy Dog story in Hindi लालची कुत्ता की कहानी

Greedy Dog story in Hindi - एक लालची कुत्ता एक गाँव में रहता था।. उसने गाँव में घूमकर भोजन की तलाश की।. वह इतना लालची था कि उसे खाने से कम महसूस होता था। गाँव के अन्य कुत्तों के साथ उनकी अच्छी दोस्ती थी , लेकिन इस आदत के कारण , हर कोई उनसे दूर रहने लगा , लेकिन उन्होंने कोई आपत्ति नहीं की , उनका मतलब केवल अपने अच्छे से था।. उसके आने पर कोई खाने को कुछ देता था।. वह वही खाएगा जो उसे अकेले खाने के लिए मिला था। एक दिन उसे कहीं से हड्डी मिली।. हड्डी को देखकर खुशी नहीं हुई।. उसने सोचा कि इसका आनंद अकेले लेना चाहिए।. यह सोचकर , वह गाँव से जंगल की ओर जाने लगा। रास्ते में वह पुल के ऊपर से नदी पार कर रहा था , फिर उसने नीचे नदी के स्थिर पानी पर अपनी नज़र डाली।. उस समय उसकी आँखों में केवल हड्डी का लालच था।. उसे यह भी नहीं पता था कि उसका चेहरा नदी के पानी में देखा गया था। उसे लगा कि उसके नीचे एक कुत्ता है , जिसके पास एक और हड्डी है।. उसने सोचा कि उसकी हड्डी भी क्यों नहीं छीननी चाहिए , इसलिए मेरे पास दो हड्डियां होंगी।. फिर मैं एक साथ मस्ती की दो हड्डियाँ खा सकूँगा।. इस तरह से सोचते हुए , जैसे ही वह पानी में कूद गया , हड्डी सीधे उसके मुंह से नदी में गिर गई। जैसे ही वह मुंह से छुटकारा पाया और हड्डी के पानी में गिर गया , कुत्ते को होश आ गया और उसने अपने कार्यों पर पछतावा किया। कहानी से सीख - यह कहानी हमें यह सीख देती है कि हमें कभी भी लुभाया नहीं जाना चाहिए।. लालच हमारे नुकसान का कारण बनता है। Greedy dog story लालची कुत्ता की कहानी– 2 एक कुत्ता एक गाँव में रहता था।. वह हमेशा कुछ खाने की नोक में था , क्योंकि वह बहुत लालची था।. वह हमेशा भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकता रहता था , उसका पेट कभी न...

लालची कुत्ता

एक गाँव में बहुत ही लालची कुत्ता था। वह भोजन की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था, लेकिन कहीं भी उसे भोजन नही मिला। अंत में उसे एक होटल के बाहर से मांस का एक टुकड़ा मिला, जिसे वह अकेले में बैठकर खाना चाहता था। कुत्ता उस मांस के टुकड़े को लेकर वहाँ से चला गया। एकांत जगह की खोज करते-करते वह एक नदी के किनारे पहुँच गया। अचानक उसने अपनी परछाई नदी में देखी। उसने समझा कि पानी में कोई दूसरा कुत्ता है, जिसके मुँह में मांस का टुकड़ा है। उसने सोचा क्यों न इसका टुकड़ा भी छीन लिया जाए तो खाने का मजा दोगुना हो जाएगा। वह उस पर जोर से भौंका, भौंकने से उसका मांस का टुकड़ा भी नदी में गिर गया। अब वह अपना टुकड़ा भी खो बैठा और बहुत पछताया तथा मुँह लटकाता हुआ गाँव को वापस आ गया। क हानी से सीख लालच बुरी बला है। हमें कभी भी लालच नहीं करना चाहिए। जो भी इंसान लालच करता है, वह अपने जीवन में कभी भी खुश नहीं रह सकता। हमें अपनी मेहनत या किस्मत का जितना भी मिल गया, उसी से अपना काम निकालना चाहिए। लेकिन अगर हम थोड़ा-ज्यादा के चक्कर में लालच करेंगे तो हमारे पास अभी जितना है, उससे भी हाथ धोना पड़ सकता है। इसलिए कहते हैं ज्यादा लालच अच्छा नहीं होता।

Hindi Short Story “Lalchi Kutta”, “लालची कुत्ता” Hindi Laghu Katha for Class 9, Class 10 and Class 12.

लालची कुत्ता Lalchi Kutta एक बार एक कुत्ता था। वह बहुत भूखा था। वह भोजन की तलाश में इधरउधर भटकता रहा। परंतु कहीं भी उसे भोजन नहीं मिला। अंत में एक मांस की दूकान पर पहुंचने पर उसने एक हड्डी का टुकड़ा चुराया। वह उसे अकेले ही खाना चाहता था। इसलिए वह जंगल की ओर भागा। रास्ते में एक नदी पड़ती थी। जब वह पुल पार कर रहा था की उसने पानी में देखा तो आश्चर्यचकित हो गया कि पुल के नीचे भी एक कुत्ता है (वास्तिविकता में वह उसकी परछाई ही थी) वह डर गया, जैसे ही उसने भौंका उसके मुँह की हड्डी पानी में गिर गई। वह बहुत उदास हो गया परंतु अब बहुत देर हो चुकी थी।

Lalchi Kutta Short Hindi Story For Kids

Lalchi Kutta Short Story In Hindi – बहुत साला पहले की बात है एक गांव में एक आवारा लालची कुत्ता भूख के मारे खाने की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था वह गांव में बहुत इधर-उधर घुमा लेकिन खाने के लिए उसके हाथ कुछ भी नहीं लगा। फिर घूमते-घूमते वह एक कसाई के दुकान पर आ पंहुचा। वहा पर उसे हड्डी के साथ एक मास का टुकड़ा पड़ा मिला। वह बहुत ऐसा सोचकर उसने उस मास के टुकड़े को उठाया और खाने का आनंद लेने के लिए एक सुरक्षित और शांत जगह ढूंढ़ने के लिए वाह से भागकर चला गया। उसे एक पेड़ के निचे मन चाही जगह मिलती है वहा पर बैठता है और उस हड्डी के मास के टुकड़े को खाने लगता है। खाते-खाते उसने मास के टुकड़े को पूरा खा लिया और सिर्फ हड्डी बची हुयी थी। अब उसे थोड़ी प्यास लगती है पर वह उस हड्डी को छोड़कर नहीं जाना चाहता था तो वह उस हड्डी को ऐसे ही मुँह में पकड़कर नदी के किनारे आ गया। उस नदी पर इस पार से उस पार तक जाने के लिए एक पुल बना हुआ था। वह कुत्ता उस पुल पर आ गया और वह जैसे ही पानी को पिने के लिए नदी में झुका तभी उसे नदी में उसकी खुदकी परछाई दिखाई दी। पर उसे लगा पानी में कोई दूसरा कुत्ता अपने मुँह में हड्डी लिए बैठा है। उस पानी में अपनी खुद की परछाई को देखकर उसके लेकिन उसने जैसे ही उस परछाई से हड्डी छीनने के लिए अपना मुँह खोला तैसे ही उसके मुँह से वह भी हड्डी पानी में गिर गयी। जैसे ही हड्डी पानी में गिरा तो उसके गिरने की वजह से वह परछाई भी नस्ट हो गयी और तब उस कुत्ते को ध्यान आया की दूसरी हड्डी हासिल करने की कोशिश में उसके पास जो हड्डी थी उसे भी खो दिया। शिक्षा– जो चीज़े हमारे पास है उसका ख्याल रखना चाहिए और कभी भी लालची नहीं होना चाहिए। Read Also :-

लालची कुत्ते की शिक्षाप्रद कहानी Story Of Greedy Dog In Hindi

यह बाल कहानी Story Of Greedy Dog In Hindi लालची कुत्ते के बारे में है जिसने लालचवश अपनी मति खराब कर ली थी। “लालच बुरी बला है” यह कहावत चरितार्थ करने के लिए कई बाल कहानियां मौजूद है। ऐसी ही एक लालची कुत्ता की कहानी है। इस कहानी से जीवन जीने की अनमोल शिक्षा मिलती है। बच्चों के बालमन को प्रभावित करने में कहानियां महत्वपूर्ण होती है। “लालची कुत्ते की कहानी” बच्चों के लिए शिक्षाप्रद है। तो आइये दोस्तों, लालची कुत्ते की लघु कहानी (Greedy Dog Story For Kids In Hindi) और इससे मिलने वाली शिक्षा को पढ़ते है। लालची कुत्ते की कहानी – Story Of Greedy Dog In Hindi दोस्तों, एक समय की बात है। एक गांव में एक कुत्ता रहता था। वह कुत्ता स्वभाव से बहुत लालची था। वह हमेशा और अधिक पाने की चाह में लगा रहता था। एक दिन वह कुत्ता खाने की तलाश में गांव में घूम रहा था। उसे भूख भी बहुत तेज लगी थी। बहुत देर तक तलाश करने के बाद एक घर के बाहर कुत्ते को ब्रेड का टुकड़ा मिलता है। वह ब्रेड का टुकड़ा पाकर बहुत खुश हुआ। कुत्ते ने सोचा कि कही छाया में एकांत में बैठकर ब्रेड खाना चाहिए। इसलिए वह एकांत जगह की तलाश में चल पड़ता है। रास्ते में एक नदी पड़ती है। अचानक कुत्ते की नजर नदी के पानी पर जाती है। नदी के पानी में उसको खुद की परछाई दिखाई देती है। परन्तु वह मूर्ख कुत्ता यह समझ नही पाया कि वह परछाई उसी की है। परछाई को देखकर लालची कुत्ता सोचता है कि पानी में कोई और कुत्ता है जिसके पास भी ब्रेड का एक टुकड़ा है। मन में लालच आया कि पानी के अन्दर मौजूद कुत्ते से ब्रेड का टुकड़ा छीन ले। कहते है ना कि लालच में मति मारी जाती है। उस कुत्ते का भी दिमाग घास चरने चला गया था। वह लालचवश पानी के अंदर परछाई वाले कुत्ते पर भोंकता है। भो...

लालची कुत्ते की कहानी

Lalchi kutta - kahani लालची कुत्ता और हड्डी की कहानी| Lalachi Kutta ki kahani एक गाँव में एक कुत्ता रहता था , एक दिन उसे किसी जानवर की हड्डी मिल गई | कुत्ते ने पहले तो बड़े चाव से उस हड्डी को चबाया और जब वह हड्डी को चबाते-चबाते थक गया तब उसे नींद आ गई और वह सो गया | जब कुत्ता सोकर उठा तब तक दोपहर हो जाने के कारण गर्मी बढ़ गई और कुत्ते को प्यास भी लग आई | कुत्ता अब अपनी प्यास बुझाना चाहता था परन्तु वह उस हड्डी को भी नहीं छोड़ना चाहता था इसीलिए उसने मुहं में हड्डी रखी और पानी पीने के लिए नदी की तरफ चल दिया | नदी बहुत गहरी थी | कुत्ता अपने मुंह से हड्डी निकलकर कहीं रखना चाहता था किन्तु उसे लगा कोई दूसरा कुत्ता आकर उसकी हड्डी ना ले जाए | कुत्ता मुहं में हड्डी दवाये हुए जैसे ही नदी के पास पहुंचा उसे नदी के पानी में अपनी परछाई दिखलाई दी | कुत्ते को लगा , यहाँ कोई दूसरा कुत्ता है जिसके मुंह में भी हड्डी है | कुत्ते के मन में लालच आ गया उसे लगा उसके पास एक हड्डी पहले से है और इस दूसरे कुत्ते की हड्डी भी छीन लूँ तो मेरे पास दो हड्डियाँ हो जाएँगी | कुत्ते ने उसे डराने के लिए भोंकने हेतु जैसे ही अपना मुंह खोला उसके मुंह से हड्डी पानी में गिर गई और बहकर कहीं गुम हो गई | कुत्ते को दूसरी हड्डी तो मिली नहीं बदले में उसके पास पहले से जो हड्डी थी वो भी चली गई | अपने द्वारा की गई इस गलती पर कुत्ता बहुत पछताया | शिक्षा–“ लालची कुत्ते की कहानी से हमें शिक्षा मिलती है कि अधिक लालच नहीं करना चाहिए कभी -कभी अधिक लालच के कारण हाँथ में आई हुई वस्तु भी चली जाती है |”

लालची कुत्ता.png

Page 1 : (0) कहानी लेखन, लालची कुत्ता, एक दिन एक कुत्ते को रोटी का टुकड़ा मिला। वह अकेला उसे खाने की चाह में नदी के उस पार, जाने लगा। नदी पार करते समय उसने अपनी परछाई पानी में देखी। उसे लगा कि यह कोई, दूसरा कुत्ता है , जिसके पास एक और रोटी है। उसके मन में लालच आ गया। दूसरे कुत्ते (स्वयं, की परछाई) से रोटी छीनने के लिए जैसे ही वह भौंका तो तुरंत उसके मुख से रोटी नदी में गिर, गयी। उसके हाथ पछतावे के अलावा कुछ न लगा।, , शिक्षा : लालच बुरी बला है।