Ling kise kahate hain

  1. लिंग किसे कहते हैं
  2. Ling Kise Kahate Hain लिंग
  3. Ling Gender in Hindi
  4. लिंग किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण
  5. Ling Gender in Hindi
  6. Ling Kise Kahate Hain लिंग
  7. लिंग किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण
  8. लिंग किसे कहते हैं


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लिंग किसे कहते हैं

अनुक्रम • • • • • • • • • • • • • • • लिंग किसे कहते हैं? ( ling kise kahate hain) हिंदी व्याकरण के अनुसार लिंग से तात्पर्य ऐसे प्रावधान से हैं जिसमे वाक्य में कर्ता का रूप स्त्री, पुरुष और संजीव होने पर बदल जाते हैं. हिंदी भाषा में दो लिंग का अस्तित्व हैं. उसी प्रकार संस्कृत भाषा में तीन लिंग का प्रावधान हैं. विश्व की एक चौथाई भाषा में लिंग की व्यवस्था होती हैं. फ़ारसी भाषा में लिंग की कोई व्यवस्था नहीं हैं. और इसी प्रकार अंग्रेजी भाषा में केवल सर्वनाम शब्दों में ही लिंग की व्यवस्था हैं. सर्वनाम के कितने भेद होते हैं – सर्वनाम के कितने प्रकार होते हैं – सर्वनाम की परिभाषा लिंग के उदहारण • रमेश पढ़ता हैं. • सीता गाती हैं. प्रथम वाक्य में रमेश कर्ता, एकवचन और पुल्लिंग हैं. अत क्रिया पढ़ता भी वाक्य में पुल्लिंग प्रयोग हुई हैं. अगर कर्ता स्त्रीलिंग होता हैं. तो क्रिया का भी स्त्रीलिंग रूप ‘पढ़ती’ उपयोग में लिया जाता. इसी प्रकार से दुसरे वाक्य में सीता स्त्रीलिंग हैं. और क्रिया का भी स्त्रीलिंग रूप गाती प्रयोग हुआ हैं. गाती का पुल्लिंग रूप गाता होता हैं. लिंग का शाब्दिक अर्थ लिंग शब्द का एक संस्कृत शब्द हैं. जिसका अर्थ निशाना होता हैं. वाक्य में जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति की जानकारी प्राप्त होती हैं. उसे लिंग कहते हैं. लिंग शब्द से पता चलता हैं की व्यक्ति या कर्ता स्त्री या पुरुष हैं. लिंग के कितने भेद होते हैं | लिंग के कितने प्रकार होते हैं | ling ke kitne bhed hote hain | ling ke kitne prakar hote hain हिंदी व्याकरण के अनुसार दो प्रकार के लिंग पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं. वही संस्कृत भाषा में तीन प्रकार के लिंग पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग होते हैं. क्रिया विश...

Ling Kise Kahate Hain लिंग

इस लेख में, हिंदी में लिंग व्याकरण के बारे में प्रत्येक जानकारी पढ़ें। लिंग की परिभाषा, लिंग के भेद, लिंग के प्रकार, लिंग की पहचान, लिंग के उदाहरण, लिंग निर्णय के बारे में पढ़ें। Read each and every information regarding ling grammar in Hindi. Ling Kise Kahate Hain लिंग किसे कहते हैं लिंग की परिभाषा (Ling Ki Paribhasha) = शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का है अथवा स्त्री-जाति का, उसे लिंग (Ling) कहते हैं। लिंग के प्रकार (Ling Ke Prakar) = हिन्दी में दो लिंग होते हैं। • पुल्लिंग = पुरुषत्व का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग कहलाते हैं, जैसे-लड़का, मनुष्य, घोड़ा, देश। • स्त्रीलिंग = स्त्रीत्व का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग कहलाते हैं, जैसे-लड़की, देवी, घोड़ी, गायिका। लिंग भेद सम्बन्धी नियम = हिन्दी में तीन प्रकार के शब्द हैं। पहले जो शारीरिक रूप से पुरुष जाति के हैं। दूसरे जो, शारीरिक लक्षणों से ही स्त्री जाति के हैं। तीसरे, जिनमें पुरुष या स्त्री जैसा कुछ नहीं है। जैसे-पहाड़, नदी, कंकड़, पुस्तक, कलम आदि। प्राणिवाचक संज्ञाओं का लिंग-निर्णय = सामान्यतः पुरुषत्व का बोध कराने वाली संज्ञाएँ पुल्लिंग कहलाती हैं तथा स्त्रीत्व का बोध कराने वाली संज्ञाएँ ‘स्त्रीलिंग’ कहलाती हैं। किन्तु कुछ संज्ञाएँ नित्य पुल्लिंग के रूप में प्रचलित हैं तथा कुछ संज्ञाएँ नित्य स्त्रीलिंग के रूप में प्रचलित हैं। यथा – नित्य पुल्लिंग शब्द = उल्लू, कीड़ा, तोता, खरगोश, कौआ, गैंडा, खटमल, पक्षी, भेड़िया, मच्छर, चीता, गीदड़, कौआ आदि पशु। नित्य स्त्रीलिंग शब्द = संतान, सवारी, मछली, मक्खी, मकड़ी, मैना, लोमड़ी, गिलहरी, कोयल, भेड़, बुलबुल, छिपकली, तितली। उभयलिंगी शब्द = कुछ शब्द पुल्लिंग और स्त्र...

Ling Gender in Hindi

आज के इस लेख में Ling Gender के बारे में बताया गया हैं। जिसमे आप लिंग किसे कहते हैं और लिंग की परिभाषा क्या होती हैं इसके बारे में पढ़ सकते है और साथ ही में स्त्रीलिंग और पुंल्लिंग शब्दों की पहचान कैसे कर सकते हैं Ling Gender in Hindi बारे में भी जानकारी अच्छे से दिया गया हैं इसे भी आप पढ़ सकते हैं। Ling Gender in Hindi | Gender Kya Hai in Hindi | Ling Kise Kahate Hain Advertisements Gender (लिंग) – संज्ञा, सर्वनाम या क्रिया के जिस रूप से व्यक्ति, वस्तु और भाव की जाति का बोध हो, उसे हिंदी व्याकरण में ‘लिंग’ कहा जाता है। Ling Ke Bhed – लिंग के भेद जाति के आधार पर हिंदी व्याकरण में लिंग के दो भेद होते हैं – • 1 . पुंल्लिंग – जिस ‘संज्ञा’-शब्द से ‘पुरुष-जाति’ का बोध होता है, उसे पुंल्लिंग कहा जाता हैं। जैसे ➦ पहिया, कपड़ा, बक्सा, सिरका, लड़का, नाला, पहनावा, पराठा, हलुआ, मशाला आदि। #(ग.) जिन शब्दों के अंत में ‘पा’, ‘पन’, ‘त्व’, ‘आव’ प्रत्यय रहे, वे पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ बुढ़ापा, मोटापा, बड़प्पन, छुटपन, देवत्व, महत्व, बहाव, झुकाव आदि। #(घ.) पर्वतों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ हिमालय, विद्ययांचल, गौरीशंकर, मलयाचल आदि। #(ड़.) देशों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ भारत, अमेरिका, वर्मा, रूस, जापान, नेपाल आदि | अपवाद – श्री लंका #(च.) वर्ष के महीने के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ मार्च, अप्रैल, फागुन, चैत, वैशाख आदि | अपवाद – जनवरी, फरवरी, मई, जुलाई, अंग्रेजी महीनों के नाम स्त्रीलिंग हैं। #(छ.) वर्णमाला के नाम अक्षर पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ क, ख, ट, त, प, फ आदि। #(ज.) सप्ताह के दिनों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ सोमवार, मंगलवार, बुधवार आदि। #(झ.) ग्रहों के नाम पुंल्लि...

लिंग किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण

लिंग (Ling in Hindi Grammar) लिंगकीपरिभाषा–संज्ञा, सर्वनामयाक्रियाकेजिसरुपसेकिसीव्यक्ति, वस्तुयाभावकीजाति (स्त्रीयापुरुष) काबोधहो, उसेलिंगकहतेहैं। अथवा लिंगशब्दकाअर्थहैनिशानअर्थातजिसदिनसेयहपताचलेकिसंज्ञाशब्दपुरुषजातिकाहैयास्त्रीजातिका, उसेलिंगकहतेहैं। जैसे–मर्द-औरत, बकरा-बकरी, मोर-मोरनी, स्त्री-पुरुषआदि। लिंगकेभेद (Ling Ke Bhed in Hindi Vyakaran) हिंदीव्याकरणमेंलिंगकेदोप्रकारहोतेहैं– 1 . पुल्लिंग 2 . स्त्रीलिंग 1 . पुल्लिंगशब्द परिभाषा–वेशब्दजोपुरुषजातिकाबोधकरातेहैं, पुल्लिंगशब्दकहलातेहैं। जैसे–बैल, मोर, घर, फूल, बालक, राम, व्यक्ति, उपकरण, लेखक, खटमलआदि। 2 . स्त्रीलिंगशब्द परिभाषा–वेशब्दजोस्त्रीजातिकाबोधकरातेहैं, स्त्रीलिंगशब्दकहलातेहैं। जैसे–गाय, मोरनी, बालिका, लेखिका, जूंआदि। लिंग-निर्णय जीवधारीअथवाप्राणीवाचकसंज्ञाकालिंग-निर्णयकठिननहींहै, किंतुअप्राणीवाचक इसकठिनाईकोदूरकरनेकेलिएकुछनियमबनाएगएहैं।वेइसप्रकारहैं– 1 . पुल्लिंगशब्दोंकालिंगनिर्णय– (क.) अकारान्त (ख.) हिंदीकेआकारांतशब्दपुल्लिंगहोतेहै।जैसे–लड़का, भाड़ा, नाला, ढकना, पटाखा, धमाका, बुढ़ापा, बुलावा, दिखावा, पहनावा, चिमटा, छाता, हथौड़ा, जुर्माना, पहिया, चमड़ा, पैसा, कपड़ा, काढ़ा, रायता, सिरका, तांबा, लोहा, सोना, शीशा, कांसा, राँगा, पराठा, हलुआ, मसाला, परदा, गुस्सा, रास्ता, चश्मा, किस्साइत्यादि। इसनियमकेकुछअपवादभीहैं। (ग.) पर्वतोंकेनामपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–हिमालय, विंध्याचल, पश्चिमीघाट, शिवालिक, सतपुड़ा, आल्प्सआदि। (घ.) समयतथाउसकेविभागोंकेनामअधिकांशपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–घंटा, मिनट, सेकंड, पहर, दिन, दिनांक, समय, काल, वक्त, क्षण, पल, लम्हा, सप्ताह, पक्ष, पखवाड़ा, महीना, वर्ष, युगआदि। (ङ.) हिन्दीमास, वारआदिकेनामपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–चै...

Ling Gender in Hindi

आज के इस लेख में Ling Gender के बारे में बताया गया हैं। जिसमे आप लिंग किसे कहते हैं और लिंग की परिभाषा क्या होती हैं इसके बारे में पढ़ सकते है और साथ ही में स्त्रीलिंग और पुंल्लिंग शब्दों की पहचान कैसे कर सकते हैं Ling Gender in Hindi बारे में भी जानकारी अच्छे से दिया गया हैं इसे भी आप पढ़ सकते हैं। Ling Gender in Hindi | Gender Kya Hai in Hindi | Ling Kise Kahate Hain Advertisements Gender (लिंग) – संज्ञा, सर्वनाम या क्रिया के जिस रूप से व्यक्ति, वस्तु और भाव की जाति का बोध हो, उसे हिंदी व्याकरण में ‘लिंग’ कहा जाता है। Ling Ke Bhed – लिंग के भेद जाति के आधार पर हिंदी व्याकरण में लिंग के दो भेद होते हैं – • 1 . पुंल्लिंग – जिस ‘संज्ञा’-शब्द से ‘पुरुष-जाति’ का बोध होता है, उसे पुंल्लिंग कहा जाता हैं। जैसे ➦ पहिया, कपड़ा, बक्सा, सिरका, लड़का, नाला, पहनावा, पराठा, हलुआ, मशाला आदि। #(ग.) जिन शब्दों के अंत में ‘पा’, ‘पन’, ‘त्व’, ‘आव’ प्रत्यय रहे, वे पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ बुढ़ापा, मोटापा, बड़प्पन, छुटपन, देवत्व, महत्व, बहाव, झुकाव आदि। #(घ.) पर्वतों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ हिमालय, विद्ययांचल, गौरीशंकर, मलयाचल आदि। #(ड़.) देशों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ भारत, अमेरिका, वर्मा, रूस, जापान, नेपाल आदि | अपवाद – श्री लंका #(च.) वर्ष के महीने के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ मार्च, अप्रैल, फागुन, चैत, वैशाख आदि | अपवाद – जनवरी, फरवरी, मई, जुलाई, अंग्रेजी महीनों के नाम स्त्रीलिंग हैं। #(छ.) वर्णमाला के नाम अक्षर पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ क, ख, ट, त, प, फ आदि। #(ज.) सप्ताह के दिनों के नाम पुंल्लिंग होते हैं। जैसे ➦ सोमवार, मंगलवार, बुधवार आदि। #(झ.) ग्रहों के नाम पुंल्लि...

Ling Kise Kahate Hain लिंग

इस लेख में, हिंदी में लिंग व्याकरण के बारे में प्रत्येक जानकारी पढ़ें। लिंग की परिभाषा, लिंग के भेद, लिंग के प्रकार, लिंग की पहचान, लिंग के उदाहरण, लिंग निर्णय के बारे में पढ़ें। Read each and every information regarding ling grammar in Hindi. Ling Kise Kahate Hain लिंग किसे कहते हैं लिंग की परिभाषा (Ling Ki Paribhasha) = शब्द के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि वह पुरुष जाति का है अथवा स्त्री-जाति का, उसे लिंग (Ling) कहते हैं। लिंग के प्रकार (Ling Ke Prakar) = हिन्दी में दो लिंग होते हैं। • पुल्लिंग = पुरुषत्व का बोध कराने वाले शब्द पुल्लिंग कहलाते हैं, जैसे-लड़का, मनुष्य, घोड़ा, देश। • स्त्रीलिंग = स्त्रीत्व का बोध कराने वाले शब्द स्त्रीलिंग कहलाते हैं, जैसे-लड़की, देवी, घोड़ी, गायिका। लिंग भेद सम्बन्धी नियम = हिन्दी में तीन प्रकार के शब्द हैं। पहले जो शारीरिक रूप से पुरुष जाति के हैं। दूसरे जो, शारीरिक लक्षणों से ही स्त्री जाति के हैं। तीसरे, जिनमें पुरुष या स्त्री जैसा कुछ नहीं है। जैसे-पहाड़, नदी, कंकड़, पुस्तक, कलम आदि। प्राणिवाचक संज्ञाओं का लिंग-निर्णय = सामान्यतः पुरुषत्व का बोध कराने वाली संज्ञाएँ पुल्लिंग कहलाती हैं तथा स्त्रीत्व का बोध कराने वाली संज्ञाएँ ‘स्त्रीलिंग’ कहलाती हैं। किन्तु कुछ संज्ञाएँ नित्य पुल्लिंग के रूप में प्रचलित हैं तथा कुछ संज्ञाएँ नित्य स्त्रीलिंग के रूप में प्रचलित हैं। यथा – नित्य पुल्लिंग शब्द = उल्लू, कीड़ा, तोता, खरगोश, कौआ, गैंडा, खटमल, पक्षी, भेड़िया, मच्छर, चीता, गीदड़, कौआ आदि पशु। नित्य स्त्रीलिंग शब्द = संतान, सवारी, मछली, मक्खी, मकड़ी, मैना, लोमड़ी, गिलहरी, कोयल, भेड़, बुलबुल, छिपकली, तितली। उभयलिंगी शब्द = कुछ शब्द पुल्लिंग और स्त्र...

लिंग किसे कहते हैं। परिभाषा, भेद और उदाहरण

लिंग (Ling in Hindi Grammar) लिंगकीपरिभाषा–संज्ञा, सर्वनामयाक्रियाकेजिसरुपसेकिसीव्यक्ति, वस्तुयाभावकीजाति (स्त्रीयापुरुष) काबोधहो, उसेलिंगकहतेहैं। अथवा लिंगशब्दकाअर्थहैनिशानअर्थातजिसदिनसेयहपताचलेकिसंज्ञाशब्दपुरुषजातिकाहैयास्त्रीजातिका, उसेलिंगकहतेहैं। जैसे–मर्द-औरत, बकरा-बकरी, मोर-मोरनी, स्त्री-पुरुषआदि। लिंगकेभेद (Ling Ke Bhed in Hindi Vyakaran) हिंदीव्याकरणमेंलिंगकेदोप्रकारहोतेहैं– 1 . पुल्लिंग 2 . स्त्रीलिंग 1 . पुल्लिंगशब्द परिभाषा–वेशब्दजोपुरुषजातिकाबोधकरातेहैं, पुल्लिंगशब्दकहलातेहैं। जैसे–बैल, मोर, घर, फूल, बालक, राम, व्यक्ति, उपकरण, लेखक, खटमलआदि। 2 . स्त्रीलिंगशब्द परिभाषा–वेशब्दजोस्त्रीजातिकाबोधकरातेहैं, स्त्रीलिंगशब्दकहलातेहैं। जैसे–गाय, मोरनी, बालिका, लेखिका, जूंआदि। लिंग-निर्णय जीवधारीअथवाप्राणीवाचकसंज्ञाकालिंग-निर्णयकठिननहींहै, किंतुअप्राणीवाचक इसकठिनाईकोदूरकरनेकेलिएकुछनियमबनाएगएहैं।वेइसप्रकारहैं– 1 . पुल्लिंगशब्दोंकालिंगनिर्णय– (क.) अकारान्त (ख.) हिंदीकेआकारांतशब्दपुल्लिंगहोतेहै।जैसे–लड़का, भाड़ा, नाला, ढकना, पटाखा, धमाका, बुढ़ापा, बुलावा, दिखावा, पहनावा, चिमटा, छाता, हथौड़ा, जुर्माना, पहिया, चमड़ा, पैसा, कपड़ा, काढ़ा, रायता, सिरका, तांबा, लोहा, सोना, शीशा, कांसा, राँगा, पराठा, हलुआ, मसाला, परदा, गुस्सा, रास्ता, चश्मा, किस्साइत्यादि। इसनियमकेकुछअपवादभीहैं। (ग.) पर्वतोंकेनामपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–हिमालय, विंध्याचल, पश्चिमीघाट, शिवालिक, सतपुड़ा, आल्प्सआदि। (घ.) समयतथाउसकेविभागोंकेनामअधिकांशपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–घंटा, मिनट, सेकंड, पहर, दिन, दिनांक, समय, काल, वक्त, क्षण, पल, लम्हा, सप्ताह, पक्ष, पखवाड़ा, महीना, वर्ष, युगआदि। (ङ.) हिन्दीमास, वारआदिकेनामपुल्लिंगहोतेहैं।जैसे–चै...

लिंग किसे कहते हैं

अनुक्रम • • • • • • • • • • • • • • • लिंग किसे कहते हैं? ( ling kise kahate hain) हिंदी व्याकरण के अनुसार लिंग से तात्पर्य ऐसे प्रावधान से हैं जिसमे वाक्य में कर्ता का रूप स्त्री, पुरुष और संजीव होने पर बदल जाते हैं. हिंदी भाषा में दो लिंग का अस्तित्व हैं. उसी प्रकार संस्कृत भाषा में तीन लिंग का प्रावधान हैं. विश्व की एक चौथाई भाषा में लिंग की व्यवस्था होती हैं. फ़ारसी भाषा में लिंग की कोई व्यवस्था नहीं हैं. और इसी प्रकार अंग्रेजी भाषा में केवल सर्वनाम शब्दों में ही लिंग की व्यवस्था हैं. सर्वनाम के कितने भेद होते हैं – सर्वनाम के कितने प्रकार होते हैं – सर्वनाम की परिभाषा लिंग के उदहारण • रमेश पढ़ता हैं. • सीता गाती हैं. प्रथम वाक्य में रमेश कर्ता, एकवचन और पुल्लिंग हैं. अत क्रिया पढ़ता भी वाक्य में पुल्लिंग प्रयोग हुई हैं. अगर कर्ता स्त्रीलिंग होता हैं. तो क्रिया का भी स्त्रीलिंग रूप ‘पढ़ती’ उपयोग में लिया जाता. इसी प्रकार से दुसरे वाक्य में सीता स्त्रीलिंग हैं. और क्रिया का भी स्त्रीलिंग रूप गाती प्रयोग हुआ हैं. गाती का पुल्लिंग रूप गाता होता हैं. लिंग का शाब्दिक अर्थ लिंग शब्द का एक संस्कृत शब्द हैं. जिसका अर्थ निशाना होता हैं. वाक्य में जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति की जानकारी प्राप्त होती हैं. उसे लिंग कहते हैं. लिंग शब्द से पता चलता हैं की व्यक्ति या कर्ता स्त्री या पुरुष हैं. लिंग के कितने भेद होते हैं | लिंग के कितने प्रकार होते हैं | ling ke kitne bhed hote hain | ling ke kitne prakar hote hain हिंदी व्याकरण के अनुसार दो प्रकार के लिंग पुल्लिंग और स्त्रीलिंग होते हैं. वही संस्कृत भाषा में तीन प्रकार के लिंग पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग होते हैं. क्रिया विश...