लक्ष्मी जी की पूजा कैसे करें

  1. कार्य सिद्धि के लिए माता लक्ष्मी के शक्तिशाली मंत्र
  2. दीपावली पूजा 2023: प्रकाश के साथ नए आरंभ की शुरुआत
  3. लक्ष्मी पूजा कैसे करें
  4. दिवाली पूजन सामग्री और पूजा विधि कैसे करें माता लक्ष्मी को प्रसन्न
  5. Vastu Tips 2023: तुलसी की जड़ का ये छोटा सा उपाय बदल देगा आपकी किस्मत जान लें क्या और कैसे करें
  6. लक्ष्मी पूजा कैसे करें? (Lakshmi Puja) Best Tips 2020


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कार्य सिद्धि के लिए माता लक्ष्मी के शक्तिशाली मंत्र

कहते हैं जिस घर में सुख शांति और समृद्धि का वास होता है उस घर पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा होती है। जिन लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा होती है उनके जीवन में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती। भक्ति भाव एवं कृतज्ञता मां लक्ष्मी की कृपा दृष्टि पाने का सबसे सरल उपाय है। मां लक्ष्मी के साथ-साथ श्री गणेश की पूजा आराधना करने एवं माता लक्ष्मी के मंत्र जाप करने वालों पर दौलत की बरसात स्वत: होने लगती है। Advertisement Mystic Mind के इस आर्टिकल में हम आपको, लक्ष्मी जी का मंत्र कौन सा है तथा लक्ष्मी सिद्धि कैसे करें, के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही लक्ष्मी मंत्र के सभी मंत्रों के जप विधि एवं उनसे मिलने वाले लाभों के बारे में भी जानकारी साझा करेंगे। लक्ष्मी माता के मंत्रों के बारे में जाने से पहले तथा मंत्रों का संपूर्ण लाभ लेने के लिए लक्ष्मी मंत्र क्या है तथा यह कैसे कार्य करता है, जान लेना आवश्यक है। Advertisement Lakshmi Mantra in Hindi Meaning लक्ष्मी मंत्र संस्कृत के उन शक्तिशाली शब्दों का समूह है जिसके उच्चारण से दरिद्रता दूर होती है तथा घर में में मां लक्ष्मी का वास होता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार जिन घरों में नियमित मंत्र जाप एवम पूजा पाठ होता है वहां देवी देवताओं का वास निश्चित है। आइए देखें लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने के लिए कौन सा मंत्र है? Advertisement The Most Powerful Mahalakshmi Mantra in Hindi लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने का The Most Powerful Mahalakshmi Mantra/ सबसे शक्तिशाली मंत्र वैभव लक्ष्मी मंत्र है। इस मंत्र का नियमित विधिवत १०८ बार जप करने से माता की कृपा दृष्टि पड़ती है। साथ व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि एवं शांति का प्रभाव देखने के लिए मिलता है।...

दीपावली पूजा 2023: प्रकाश के साथ नए आरंभ की शुरुआत

दीपावली हिन्दू धर्म का प्रमुख त्यौहार है और हर वर्ष इसे देश भर में बहुत ही उमंग और खुशियों के साथ मनाया जाता है | दीपावली के त्यौहार का इंतज़ार छोटों से लेकर बड़ों तक को होता है | दीपावली पर धन की देवी लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है | हिन्दू धर्म में माता लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है और यह माना जाता है की वह जिस पर प्रसन्न हो जाती है उसे जीवन भर धन, वैभव, सुख , सम्पदा की प्राप्ति होती है और उसके दुःखों का निवारण होता है | लेकिन लक्ष्मी माता को प्रसन्न करने के लिए पुरे विधि विधान से उनकी पूजा करके उनका ध्यान किया जाता है और उनसे यह प्रार्थना की जाती है की वे आकर उनके घर में रहें और सुख संपत्ति प्रदान करें | आज के इस लेख में हम दीपावली पूजा के शुभ मुहूर्त, पूजन सामग्री, दिवाली पूजा विधि के बारे में जानेंगे | यदि आप दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, चेन्नई, बैंगलोर, पुणे, अहमदाबाद, हैदराबाद रहते है और आपके पास पूजन की व्यवस्थाओं के लिए समय की कमी है या आप पूजन पंडित द्वारा करवाना चाहते है | तो अब यकरने ह सभी सुविधा आपको एक ही जगह पर मिल जाएगी | स्मार्टपूजा के दीपावली पूजा पैकेज में दीपवाली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त निकालना, पंडित, पूजन सामग्री, की व्यवस्था की जाती है | Table of Contents • • • • • • • • • • • • दीपावली पूजा के लिए शुभ मुहूर्त दीपावली प्रति वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मनाई जाती है | वर्ष 2023 में दीपावली 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी | दीपावली पूजा के लिए शाम के समय को बहुत ही शुभ माना जाता है | पंचाग के अनुसार कुछ खास मुहूर्त होते है जिसमें पूजन करने का खास लाभ होता है | पंचाग के अनुसार हम आपको कुछ खास मुहूर्त बता रहे है जिनके अनुसार आप दीपावली...

लक्ष्मी पूजा कैसे करें

लक्ष्मी पूजा कैसे करें – 5 विधि मंत्र सहित || Laxmi Pooja Procedure in Hindi – हर किसी को धन धान्य और वैभव चाहिए। और इसके लिए यह बड़ा ही जरूरी हो जाता है। कि धन की देवी माँ लक्ष्मी प्रसन्न हो। किन्तु इसके लिए यह जरूरी है कि हम यह पता करे कि आखिरकार लक्ष्मी पूजन बिलकुल सही और विधिवत तरीके से कैसे करें। तो चलिए जानते हैं। लक्ष्मी पूजा कैसे करें – 5 विधि मंत्र सहित माँ लक्ष्मी को ही नारायणी भी कहा जाता है। यह कही सिद्धियों और निधियों की स्वामिनी है। यह भगवान् के गणेश के साथ विराजमान होती है। जो कि सभी को सत बुद्धि प्रदान करने वाले हैं। इनके पूजन के लिए नवीन किसी चौकी पर पवित्र कपड़ा सबसे पहले बिछाये और गणेश जी के दाहिने ओर माँ लक्ष्मी को स्थापित कर देना चाहिए। पूजन के लिए ना केवल उस स्थान को बल्कि पूजा करने वाले व्यक्ति को भी बिलकुल स्वच्छ रहना चाहिए क्योंकि माँ लक्ष्मी को साफ सफाई बेहद पसंद है।किसी पवित्र बर्तन में केसर युक्त चन्दन से अष्टदल कमल बनाकर उस द्रव्य लक्ष्मी अर्थात रुपए रख देने चाहिए। अष्टदल के ऊपर स्वस्ति बना कलश भी आप रख सकते हैं। इस कलश में जल, सुपारी, सिक्का इत्यादि डालें। थोड़ा इसमें फूल भी रखे। और पान के या आप में पत्तों से इसको ढक देंवे। इसके ऊपर आप नारियल रखना बिलकुल ना भूलें। बाई तरफ गेंहू से षोडश मातृक स्थापित करें और दाहिने ओर नवगृह के नौ चावल पुंजों का निर्माण करें। यदि आपको मैया लक्ष्मी और भगवन गणपति की बड़ी फोटो लगानी है तो कलश के पीछे लगाएं और यदि मूर्ती रखनी हो तो कलश के आगे रखें। ध्यान रहे लक्ष्मी माता भगवान् गणपति के दाहिने और स्थापित हो। इसके बाद पूजन संकल्प लेंवे। यह पूजन संकल्प लेना बहुत ही जरूरी होता है। इसमें जो व्यक्ति पूजा कर रहा होता है। वह अ...

दिवाली पूजन सामग्री और पूजा विधि कैसे करें माता लक्ष्मी को प्रसन्न

दिवाली पूजन सामग्री और पूजा विधि | Diwali Puja samagri list Deepawali pujan vidhi आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि दीपावली की पूजा के लिए क्या-क्या सामग्री जरूरी होती है और मां लक्ष्मी की पूजा कैसे की जाती है। दिवाली पूजन सामग्री और पूजा विधि दीपावली का त्यौहार पूरे भारतवर्ष में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है लोग इस दिन खुशियां मनाते हैं और एक दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं दिए जलाते हैं और मां लक्ष्मी श्री गणेश की पूजा उपासना करते हैं। हिंदू कैलेंडर के अनुसार दीपावली हर साल कार्तिक माह की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि कार्तिक मास की अमावस्या के दिन ही भगवान राम अपना 14 वर्ष का वनवास पूरा करके अयोध्या वापस लौटे थे और उनके वापस लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने उनका स्वागत करते हुए दीपक जलाए थे और पूरी अयोध्या नगरी में जश्न का माहौल था। तब से ही दीपावली मनाने की परंपरा प्रारंभ हुई और तब से अब तक लगातार चली आ रही है। दिवाली पूजन सामग्री गणेश- लक्ष्मी जी की मूर्ति, साथ में मां सरस्वती की तस्वीर, चांदी का सिक्का क्योंकि इसे मां लक्ष्मी का प्रतीक कहा जाता है, पूजा के लिए फूल, खासकर मां लक्ष्मी को कमल का फूल पसंद है, इसलिए वो सबसे जरूरी है, इसके अलावा इन सामग्री की जरूरत होती है - चंदन, सिंदूर, कुमकुम, केसर, पांच यज्ञोपवीत, चावल, अबीर, गुलाल, हल्दी, सोलह श्रृंगार का सामान (चूड़ी, मेहंदी, पायल, बिछिया, काजल, बिंदी, कंघा). 5 सुपारी, 5 पान के पत्ते… फूलों की माला साबुत धनिया कुशा और दूर्वा दीपक बड़े दीपक के लिए तेल नारियल पंच मेवा (मखाना, किशमिश, छुहारा, बादाम, काजू आदि) गंगाजल या साफ जल पंचामृत (शहद, दूध, शक्कर, दही, गंगाजल, दूध) शुद्ध घी से बने आते के दिए मौस...

Vastu Tips 2023: तुलसी की जड़ का ये छोटा सा उपाय बदल देगा आपकी किस्मत जान लें क्या और कैसे करें

Vastu Tips 2023: सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का बहुत अधिक महत्व है, हिंदू धर्म में तुलसी पूजनीय मानी जाती है। प्रतिदिन तुलसी की पूजा की जाती है और उन्हें जल चढ़ाने का भी विधान है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी के पौधे को घर में लगाने से घर पर कभी संकट नहीं आता और धन की कमी भी नहीं होती, क्योंकि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का वास होता है। इतना ही नहीं तुलसी की दैनिक पूजा करने से घर में सुख-शांति व सकारात्मकता रहती है। अगर आप लंबे समय से किसी कार्य की सफलता का इंतजार कर रहे हैं और कड़ी मेहनत के बाद भी आपको सफलता नहीं मिल पा रही है तो थोड़ी सी तुलसी की जड़ को लेकर उसे गंगाजल से धोकर विधिवत तरीके से पूजा करें। इसके बाद आप तुलसी की जड़ को पीले रंग के कपड़े में बांधकर अपने पास रखें। इस उपाय को करने से आपके सभी काम बिना अड़चनों के पूरे हो जाते हैं।

लक्ष्मी पूजा कैसे करें? (Lakshmi Puja) Best Tips 2020

Lakshmi Puja: भारत में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा हिंदू त्यौहार diwali को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है| इस दिवाली मान्य्तायों के अनुसार diwali अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है| दिवाली बहुत ही लोकप्रिय और सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है| हर भारतीय परिवार में दीवाली का जश्न एक सप्ताह के लिए मनाया जाता है| प्रत्येक दिन अलग-अलग कार्यक्रम होते हैं| अनुक्रम • • • • • • • • • • • • Lakshmi Puja कब है? Lakshmi Puja दिवाली के दिन ही की जाती है इस बार दिवाली 14 नवम्बर, 2020 को है .इस बार छोटी दिवाली और बड़ी मगर दिवाली की पूजा रात में ही होती है इसलिए 14 नवबंर को दिवाली मनाई जाएगी. लक्ष्मी पूजन के दिन ही नरक चतुर्दशी भी मनाई जाएगी क्यूंकि चतुर्दशी 13 नवम्बर से शुरू होकर 14 नवम्बर तक रहेगी . दाद तथा स्नान 15 नवम्बर को ही किया जायेगा यह भी पढ़े: केलेंडर लिस्ट दिवाली का पहला दिन (12 नवम्बर 2020,गुरुवार) द्वादशी, गोवत्स द्वादशी : गोवत्स द्वादशी एक हिंदू त्योहार है जोधनतेरससे एक दिन पहले सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन, गायों और बछड़ों की पूजा की जाती है और इसेनंदिनी व्रतभी कहा जाता है दिवाली का दूसरा दिन (13 नवम्बर 2020,शुक्रवार) त्रयोदशी, धनतेरस,काली चौदस,हनुमान पूजा : धनतेरस धन और समृद्धि का उत्सव माना जाता है. यह त्योहारदिवालीकी शुरूआत होती है. पूरे भारत में हिंदू, इस दिन समृद्धि, खुशहाली, धन,और खुशी के लिए देवीलक्ष्मी की पूजाकरते हैं काली चौदस काली चौदस पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े धार्मिक त्यौहार में से एक है.मां काली देवी को दुर्गा का सबसे आक्रामक रूप माना गया है हनुमान puja हनुमान puja को लेकर मान्यता यह है कि दिवाली का उत्सव 14 वर्ष के वनवास के बाद देवी सीता और भगवान हनुमान के साथ ...