लक्ष्मी पूजा 2022

  1. Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat
  2. Jyeshtha Purnima 2022: ज्येष्ठ पूर्णिमा की पूजा का महात्म्य एवं शुभ मुहूर्त! जानें माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के खास उपाय!
  3. Kojagari Puja 2022: कोजागरी पूजा कब और कैसे करें, शुभ मुहूर्त, व्रत करने से मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा
  4. Mahalaxmi Vrat 2022 Date: इस दिन रखा जाएगा महालक्ष्मी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि?
  5. Lakshmi Puja on diwali 2022 Auspicious time and method


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Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat

Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat –If we follow the scriptures, then it is believed that the Pradosh period has a lot of importance in the worship of Deepawali. Here today you are going to get information about the right time of worship of Deepawali, friends, Lakshmi Puja of Deepawali. There is also a different time, if we talk about Pradosh Kaal, friends, Pradosh Kaal is very nectar, if we talk about what is Pradosh Kaal, then explain to you that the coincidence period of day and night is called Pradosh Kaal. It is believed that the union of Goddess Lakshmi and Lord Vishnu is considered during the period, so we consider the worship of Deepawali to be the best during the Pradosh period. So friends, this time it is the time of Pradosh period, we are going to mention it below in this article इस वर्ष दिवाली 2022 लक्ष्मी पूजा मुहूर्त शाम 06 बजकर 55 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक का समय शुभ मुहूर्त माना गया है, इस समय के दौरान लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त समस्त भक्तों के द्वारा किया जाएगा। तथा भगवान जी की पूजा की जाएगी। Join Telegram • • • • • • Diwali 2022 Laxmi Puja Muhurat Today here you are getting information about Diwali Puja 2022. It is worth noting that we celebrate the festival of Diwali on the new moon of Kartik Krishna Paksha with great pomp and this year Diwali is on the new moon of Kartik month on 24th October i.e. Monday. Here let us tell you that on the day of Deepawali. There is a belief in the scriptures to worship Goddess Lakshmi, the goddess of wealth and the god of...

Jyeshtha Purnima 2022: ज्येष्ठ पूर्णिमा की पूजा का महात्म्य एवं शुभ मुहूर्त! जानें माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के खास उपाय!

Jyeshtha Purnima 2022: ज्येष्ठ पूर्णिमा की पूजा का महात्म्य एवं शुभ मुहूर्त! जानें माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के खास उपाय! पूर्णिमा की रात को माँ लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है, तथा चंद्रमा की पूजा से चद्र दोष मिटता है. इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए. प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है Jyeshtha Purnima 2022: पूर्णिमा की रात को माँ लक्ष्मी की पूजा करने से आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है, तथा चंद्रमा की पूजा से चद्र दोष मिटता है. इस दिन माँ लक्ष्मी की पूजा जरूर करनी चाहिए. प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. इसे जेठ पूर्णिमा अथवा जेठ पूर्णमासी के नाम से भी जाना जाता है. ज्येष्ठ पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. गौरतलब है कि पूर्णिमा की तिथि माँ लक्ष्मी को समर्पित माना गया है. मान्यता है कि गंगा-स्नान एवं दान के पश्चात मां लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन के सारे आर्थिक एवं पारिवारिक कष्ट दूर हो जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र में इस वर्ष की ज्येष्ठ पूर्णिमा को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है, क्योंकि इस साल ज्येष्ठ पूर्णिमा 14 जून आखिरी ज्येष्ठ मंगलवार के दिन पड़ रहा है. बहुत से श्रद्धालु इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा भी सुनना पसंद करते हैं. यह भी पढ़े: ज्येष्ठ पूर्णिमा का महात्म्य हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार पूर्णिमा की रात माँ लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से धन एवं ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, तथा जिसकी कुंडली में चंद्र दोष होता है, उसे इससे मुक्ति मिलती है. इसलिए प्रत्येक पूर्णिमा के दिन लक्ष्मी की प्राप्ति के कुछ न कुछ उप...

Kojagari Puja 2022: कोजागरी पूजा कब और कैसे करें, शुभ मुहूर्त, व्रत करने से मां लक्ष्मी की बरसेगी कृपा

डीएनए हिंदी: Kojagar Puja Vidhi, Shubh Muhurat And Vrat Katha-हिंदू धर्म में कोजागरी पूजा (Kojagari Puja) को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. इसे कोजागर व्रत रखा जाता है. इस दिन यानि आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है. बिहार, बंगाल, ओडिशा में महिलाएं यह व्रत रखती हैं. देशभर में यह दिन शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2022) के नाम से जाना जाता है. आईए जानते हैं कब है यह पूजा, विधि,महत्व और व्रत कथा क्या है. महत्व बंगाल में इसे लक्ष्मी पूजा भी कहते हैं, इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा होती है और कहते हैं मां की कृपा से कभी धन की कमी नहीं होती है. मान्यता के अनुसार शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के समय प्रकट हुई थीं,इसलिए शरद पूर्णिमा का त्योहार मां लक्ष्मी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है.कहते हैं कि इस दिन रात में जागरण कर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने धन-धान्य की कोई कमी नहीं आती. कहते हैं शरद पूर्णिमा की रात अमृत बरसता है, इसलिए रात में चंद्रमा की रोशनी में खीर रखी जाती है फिर माता लक्ष्मी को भोग लगाया जाता है. ऐसा करने पर घर में सदा बरकत बने रहने का आशीर्वाद मिलता है. यह भी पढे़ं- Kojagar Puja Shubh Muhurat कोजागर व्रत 9 अक्टूबर 2022 यानि रविवार के दिन मनाया जाएगा. निशिता काल समय 23:44 से 24:33 तक पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 08 अक्टूबर, 2022 को 27:42 पूर्णिमा तिथि समाप्त - 09 अक्टूबर, 2022 को 26:25 कोजागर व्रत पूजन विधि (Kojagar Pujan Vidhi in Hindi) कोजागिरी व्रत वाले दिन प्रात:काल सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लेना चाहिए.स्‍नान करने के बाद साफ स्‍वच्‍छ वस्‍त्र पहनने चाहिए.दिन भर व्रत का संकल्‍प लेन चाहिए. मंदिर या पूजा स्‍...

Mahalaxmi Vrat 2022 Date: इस दिन रखा जाएगा महालक्ष्मी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि?

• • Faith Hindi • Mahalaxmi Vrat 2022 Date: इस दिन रखा जाएगा महालक्ष्मी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि? Mahalaxmi Vrat 2022 Date: इस दिन रखा जाएगा महालक्ष्मी व्रत, जानें शुभ मुहूर्त और क्या है पूजा की विधि? Mahalaxmi Vrat 2022 Date and Timing: हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि बेहद ही खास है. इस दिन महालक्ष्मी का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि यदि महालक्ष्मी प्रसन्न हो जाएं तो जातक को कभी आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता. Mahalaxmi Vrat 2022 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार फिलहाल पितृपक्ष चल रहा है और इस दौरान कई ऐसे व्रत व त्योहार आते हैं जो कि बेहद ही होते हैं. इसमें महालक्ष्मी का व्रत सबसे महत्वपूर्ण होता है. ( Mahalaxmi Vrat 2022 Date) जो कि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन आता है. इस व्रत में हाथी पर सवार मां लक्ष्मी का पूजन किया जाता है और मान्यता है कि इस व्रत को करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. ( Mahalaxmi Vrat 2022 Shubh Muhurat) कई स्थानों पर इस दिन हाथी का पूजन किया जाता है और इसलिए इसे हाथी पूजा भी कहते हैं. आइए जानते हैं इस बार कब है महालक्ष्मी व्रत और पूजन विधि? Also Read: • • • कब है महालक्ष्मी व्रत 2022 हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 17 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 14 मिनट पर शुरू होगी 18 सितंबर को शाम 4 बजकर 33 मिनट तक रहेगी. व्रत 17 सितंबर को किया जाएगा. बता दें कि महालक्ष्मी पूजा की शुरुआत 3 सितंबर को हुई थी और 17 सितंबर को इसका समापन होगा.

Lakshmi Puja on diwali 2022 Auspicious time and method

महालक्ष्मी की पूजा का पर्व दिवाली का त्याैहार आज यानि सोमवार, 24 अक्टूबर 2022 काे मनाया जाएगा। इस दिन शाम 5 बजकर 27 मिनट तक चतुर्दशी तिथि रहेगी, जिसके चलते इस समय तक नरकचतर्दशी मानी जाएगी।वहीं इसके बाद से दिवाली यानि अमावस्या लग जाएगी। चूंकि अगले दिन यानि 25 अक्टूबर काे सूर्यग्रहण है अत: ऐसे में 24 की शाम काे ही दिवाली का त्याैहार मनाया जाएगा।