मानव विकास सूचकांक 2023

  1. सूचकांक 2023 PDF Hindi – InstaPDF
  2. भारत: यूएन शान्तिरक्षा @75, नवाचार व उन्नत अन्तरराष्ट्रीय सहयोग पर बल
  3. अर्थव्यवस्था :आर्थिक विकास से मानव विकास, जरूरी है जीडीपी की गति बनाए रखना
  4. India’s Rank in Various Index 2023 List Hindi PDF, विभिन्न सूचकांकों में भारत की रैंकिंग और प्रथम स्थान 2023
  5. कर्णाली समृद्धिका आधार


Download: मानव विकास सूचकांक 2023
Size: 22.44 MB

सूचकांक 2023 PDF Hindi – InstaPDF

सूचकांक (Index and Rank of India) करेंट अफेयर्स से सबंधित टॉपिक है और यह समय के साथ बदलते रहता है, तो इस बात पर खास ध्यान देते हुए जैसे ही कोई नया सूचकांक/Index and Rank of India जारी होता है उसी समय इस पेज को अपडेट कर दिया जाता है। सूचकांक रिपोर्ट में जारी करने वाले संस्था संगठन का नाम, सूचकांक को तैयार करने के लिए शामिल सभी देशों की संख्या, सूचकांक में पहले स्थान पर रहने वाले देश या शहर और साथ ही साथ उसमें भारत की रैंकिंग शामिल है। सूचकांक/इंडेक्स जारी करने वाला संस्था सभी शामिल देश प्रथम देश/शहर भारत का रैंक इज ऑफ डूइंग बिजनेस विश्व बैंक 190 न्यू जीलैंड 63वां (2019 में 77 वां) मानव पूंजी सूचकांक विश्व बैंक 174 सिंगापुर 116 (2018 में 115वां) पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक 2020 विश्व आर्थिक मंच 180 डेनमार्क 168 (2018 में 177वां) वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक 2019 विश्व आर्थिक मंच 141 सिंगापुर 68 वां (2018 में 58वां) वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक 2021 विश्व आर्थिक मंच 115 स्वीडन 87वां(2020 में 74वां) ग्लोबल जेंडर गैप सूचकांक 2021 विश्व आर्थिक मंच 156 आइसलैंड 140 वां (2020 में 112 वां) ग्लोबल सोशल मोबिलिटी सूचकांक 2020 विश्व आर्थिक मंच 82 डेनमार्क 76वां मानव विकास सूचकांक 2020 संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम 189 नॉर्वे 131 वां (2019 में 129 वां) हेनले पासपोर्ट सूचकांक 2021 हेनले एंड पार्टनर्स 199 जापान 90 वां ग्लोबल स्मार्ट सिटी सूचकांक 2020 आईएमडी 109 सिंगापुर 85 वां (हैदराबाद) वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक 2020 आईएमडी 64 सिंगापुर 43वां (2020 में भी 43वां) विश्व प्रतिभा सूचकांक 2019 आईएमडी 63 स्वीटजरलैंड 59वां (2018 में 53वां) विश्व डिजिटल प्रतिस्पर्धात्मक सूचकांक 2019 आईएम...

भारत: यूएन शान्तिरक्षा @75, नवाचार व उन्नत अन्तरराष्ट्रीय सहयोग पर बल

UNinIndia भारत में संयुक्त राष्ट्र के रैज़िडेंट कोऑर्डिनेटर शॉम्बी शार्प ने इस कार्यक्रम में शिरकत करते हुए कहा कि शान्ति के लिए सैनिकों की तैनाती, अपने-आप में एक क्रान्तिकारी प्रयोग था, “सैनिकों का उपयोग करना, बख़्तरबन्द वाहनों और बन्दूकों को युद्ध के बजाय, शान्ति के औज़ारों के रूप में इस्तेमाल करना, सैन्य क्षेत्र में अहिंसा का सिद्धान्त स्थापित करना, युद्ध करने के लिए नहीं, बल्कि संघर्ष रोकने के लिए सैन्य बल तैनात करना, यह एक़दम क्रान्तिकारी क़दम थे, प्रमाण स्पष्ट है." शॉम्बी शार्प ने कहा, "अध्ययन की 16 अलग-अलग अवधियों में, यह स्पष्ट हो गया है कि जहाँ नीले हैलमेट वाले शान्तिरक्षक तैनात होते हैं, वहाँ कम नागरिक हताहत होते हैं, संघर्षों की रोकथाम होती है और शान्ति समझौतों को सुरक्षित बनाने में उनका सहयोग अनमोल रहा है." 29 मई 1948 को पहले संयुक्त राष्ट्र सन्धि विराम निरीक्षण संगठन (UNTSO) के सम्मान में हर साल, 29 मई को, यूएन अन्तरराष्ट्रीय शान्तिरक्षक दिवस मनाया जाता है. यूएन शान्तिमिशनों की शुरुआत हुए, इस वर्ष यानि 2023 में 75 वर्ष पूरे हो गए हैं. भारत का योगदान संयुक्त राष्ट्र शान्तिरक्षा की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर, इस साल अन्तरराष्ट्रीय शान्तिरक्षक दिवस पर भारत ने यूएन की प्रासंगिकता व शान्तिरक्षकों की प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए, यूएन प्रणाली में सुधार व नवाचार पर ज़ोर दिया. साथ ही, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और संसाधनों में निवेश बढ़ाने एवं शान्तिरक्षा में महिलाओं की सार्थक भागोदारी का आहवान भी किया है. भारतीय थल सेनाध्यक्ष, जनरल मनोज पांडे ने अपनी प्रारम्भिक टिप्पणी में कहा कि संयुक्त राष्ट्र शान्ति अभियानों में, भारत के योगदान की एक समृद्ध विरासत है और यह सैनिक...

अर्थव्यवस्था :आर्थिक विकास से मानव विकास, जरूरी है जीडीपी की गति बनाए रखना

अर्थव्यवस्था : आर्थिक विकास से मानव विकास, जरूरी है जीडीपी की गति बनाए रखना विस्तार भारतीय अर्थव्यवस्था 2016 से आर्थिक विकास में मंदी और बढ़ती शिक्षित बेरोजगारी के साथ एक महत्वपूर्ण चरण से गुजर रही है। 2004 से 2014 तक विकास दर भारत के आधुनिक आर्थिक इतिहास में सबसे अधिक थी। रोजगार में संरचनात्मक परिवर्तन, जो 2004 से शुरू हुआ था, के कारण कृषि में मशीनीकरण बढ़ा, निर्माण क्षेत्र में उछाल आया, गैर-कृषि नौकरी में उच्च वृद्धि हुई (2004-05 के बाद से 75 लाख प्रति वर्ष), वास्तविक मजदूरी दर बढ़ी, गरीबी में कमी आई । परंतु 2016 की नोटबंदी के बाद से वर्ष 2019 तक आर्थिक विकास दर घटती चली गई। फिर कोविड महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था में दशकों बाद भारी संकुचन हुआ। वैश्विक अर्थव्यवस्था में जहां 3.1 फीसदी का संकुचन हुआ, वहीं 2020-21 में भारत की जीडीपी में 6.6 फीसदी की कमी हुई। हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था में उसके बाद सुधार हुआ है, लेकिन नियमित, अनौपचारिक, औपचारिक नौकरियों, मजदूरी दर और गरीबों की आजीविका पर जो हानिकारक असर पड़े, उनमें सुधार नहीं हुआ है। अमीर और अमीर होते जा रहे हैं तथा गरीब लोग और भी गरीब। लोग वास्तविक वेतन वृद्धि का अनुभव नहीं कर पा रहे हैं। आर्थिक विकास और मानव विकास के बीच पारस्परिक संबंध होता है। हाल के शोध में हमने पाया कि भारत में जो राज्य 1993 से 2018 के बीच प्रांतीय जीडीपी की उच्च वृद्धि को बनाए रख सके, वे मानव विकास में अपेक्षाकृत उन्नत थे। उनकी जीडीपी प्रतिवर्ष सात फीसदी से अधिक दर से बढ़ी। इनमें केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा शामिल हैं। ये राज्य शिक्षा और स्वास्थ्य, दोनों पर जीडीपी का काफी अधिक हिस्सा खर्च कर रहे थे, जो उनके ...

India’s Rank in Various Index 2023 List Hindi PDF, विभिन्न सूचकांकों में भारत की रैंकिंग और प्रथम स्थान 2023

India’s Rank in Various Indices S. No. Index Released Body India’s rank Topped by 1 Henley passport Index 2023 [हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2023] Henley 84th Japan 2 Fastest growing urban regions/ fastest growing cities [सबसे तेजी से बढ़ते शहर] Economist Intelligence Unit Two other Indian cities – Kozhikode (4th) and Kollam (10th) are also in top 10 Malappuram, Kerala, India 3 Gender Gap Index [जेंडर गैप इंडेक्स] World Economic Forum 112 Iceland 4 State Energy Efficiency Index 2023 [राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक] Ministry of Power ____ Haryana, Kerala and Karnataka 5 Climate Change Performance Index [जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक] Released at COP 25 held at Madrid 9th Sweden 6 Human Development Index [मानव विकास सूचकांक ] United Nations Development Programme 129 Norway 7 Global Climate Risk Index 2023 [वैश्विक जलवायु जोखिम सूचकांक 2023] Germanwatch 5th Japan 8 Global Inclusive Prosperity Index[ वैश्विक समावेशी समृद्धि सूचकांक] Best Indian City: Bengaluru (world rank: 83) Zurich 9 Global Terrorism Index (GTI) [वैश्विक आतंकवाद सूचकांक] 7th Afghanistan 10 India Corruption Survey 2023 [भारत भ्रष्टाचार सर्वेक्षण] Transparency International India Rajasthan most corrupt, Kerala least corrupt 11 Global Talent Competitiveness Index 2023 [वैश्विक प्रतिभा प्रतिस्पर्धा सूचकांक] IMD 72nd Switzerland 12 India Justice Report 2023 (delivery of justice to people) Tata Trusts Maharashtra tops (Bihar Worst) 13 Index of Cancer Preparedness [कैंसर की तैयारी का सूचकांक] EIU 2nd US 14 Ease of Doing B...

कर्णाली समृद्धिका आधार

काठमाडौँ — हस्तिनापुरको राज्य विभाजन गरेर धृतराष्ट्र्रले पाण्डवहरुलाई खण्डप्रस्थ पठाए। श्रीकृष्णको योजना र पाण्डवहरुको पौरखले सुख्खा, बन्जर पहाड भएको खण्डप्रस्थलाई हराभरा, सुगम र रमणीय बनाए। खण्डप्रस्थको नाम परिवर्तन गरेर इन्द्रप्रस्थ बनाइयो। पाण्डवजस्तो मिहिनेत गर्‍यौँ भने कर्णाली प्रदेश इन्द्रप्रस्थ बन्ने सम्भावना छ। यो प्रदेश नक्साको हिसाबले चीनसँग सिमाना जोडिएको भए पनि व्यवहारमा भूपरिवेष्ठित छ। ठूलो क्षेत्रफलमा रहेको भूगोल, सबैभन्दा धेरै गरिबी, अशिक्षा, अभाव र भौगोलिक दुर्गमता भएको प्रदेश जहाँ मान्छेको औसत आयु ६४.९ वर्ष उल्लेख छ। के यो प्रदेश चल्ला? के यो प्रदेशको समृद्धि सम्भव छ? जस्ता प्रश्नहरुको घेरामा यसलाई उभ्याउँदै आइएको छ। कर्णाली प्रदेशभित्र २५ वटा नगर सरकार, ५४ वटा गाउँ सरकार, प्रदेश सरकार र संघीय सरकार गरी ८१ वटा सरकारहरु क्रियाशील छन्। यो प्रदेश सुर्खेत, सल्यान, जाजरकोट, पश्चिम रुकुम, डोल्पा, जुम्ला, मुगु, हुम्ला, कालीकोट र दैलेख गरी दशवटा जिल्लामा फैलिएको छ। जनतासँग विकासको हुटहुटी र अपेक्षाका चाङ छन्। यो प्रदेशलाई समृद्ध बनाउन, जनतालाई सुखी र खुसी बनाउन पर्याप्त सम्भावना छन्। प्रदेश संसद् चलिरहेको छ। प्रदेश सरकारले प्रदेशको भावी योजना, नीति, कार्यक्रम र बजेटको तयारी पनि गरिरहेको छ। प्रदेशको समृद्धिका लागि ठोस योजना, आवश्यक नीति, दृढसंकल्प, इच्छाशक्ति र पौरख महत्त्वपूर्ण कुरा हो। तथ्यमा कर्णाली कर्णाली प्रदेशको क्षेत्रफल ३१ हजार ८ सय ७३ वर्ग किलोमिटर छ। यो नेपालको जम्मा क्षेत्रफलको ३१.६६ प्रतिशत हो। पछिल्लो जनगणनाअनुसार कर्णालीको जनसंख्या १६ लाख ८८ हजार ४१२ छ। यसमध्ये पुरुष ४८.८५ र महिला ५१.२ प्रतिशत छन्। साक्षरतादर पुरुष ८३.३ प्रतिशत र महिला ६९.४ प्रतिशत ग...