Manovaigyanik tanav ko spasht karen

  1. टेंशन दूर करने के लिए मंत्र (तनाव से राहत तुरंत)
  2. Tanav Ke Karan
  3. 41 रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य गजब हैं Psychological facts in hindi
  4. तनाव के कारण, लक्षण व इलाज
  5. मानव शरीर के सात चक्र
  6. समांतर और मनोवैज्ञानिक में संबंध स्पष्ट करें? » Samantar Aur Manovaigyanik Mein Sambandh Spasht Karen
  7. Relaxing Yoga Poses: Tanav se Mukti Pane ke Aasan Upay


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टेंशन दूर करने के लिए मंत्र (तनाव से राहत तुरंत)

Table of Contents • • • • • • • • टेंशन दूर करने के लिए मंत्र – तनाव मुक्ति मंत्र यदि आप भी टेंशन दूर करने का उपाय ढूंढ रहे हैं तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए और फॉलो कीजिये यहाँ बताये गए स्टेप्स को और आप तनाव से, टेंशन से तुरंत रहत पा पाएंगे। तनाव-मुक्ति मंत्र # 1: मैं हर एक सांस के साथ सुकून भीतर और टेंशन व तनाव बाहर छोड़ता हूँ। Tanav mukti Mantra कैसे और कब करें इस मंत्र का जाप: श्वास भरते समय मन में मंत्र का उच्चारण करें और फिर जब मंत्र पूरा हो जाए तो श्वास छोड़ दें। अतिरिक्त लाभों के लिए, जिस बात का भी आपको तनाव है, टेंशन है, उसकी कल्पना करें कि वह तनाव आपके सांस छोड़ने के साथ ही पिघल कर बाहर जा रहा है और आप हलके महसूस कर रहे हैं। इसे तीन बार दोहराएं। यह मंत्र आपकी कैसे मदद कर सकता है: आपकी सांस एक अत्यंत शक्तिशाली उपकरण है जो तुरंत विश्राम की भावना पैदा कर सकती है। यह मंत्र तब उपयोग करने के लिए एकदम सही है जब आपको तनाव से मुक्त होने की आवश्यकता होती है। आप इसका उपयोग ध्यान करते समय या अपने दैनिक कार्य करते समय भी कर सकते हैं। भले ही तनाव एक ऐसी चीज है जिसे आप भावनात्मक स्तर पर महसूस करते हैं, यह आपके शरीर को भी प्रभावित कर सकता है। समय के साथ, तनाव और टेंशन आपके कंधों, गर्दन और पेट में बन सकता है और आपको ऐसा महसूस करा सकता है जैसे आप गांठों में बंधे हैं। जब आप तनाव महसूस करते हैं, तो यह आपके दृष्टिकोण में परिलक्षित होता है और जीवन के प्रवाह को छोड़ना, आराम करना और आत्मसमर्पण करना बहुत मुश्किल बना सकता है। यह मंत्र अत्यधिक तनाव के परिणामस्वरूप आपके द्वारा महसूस किए जा रहे किसी भी शारीरिक या भावनात्मक तनाव को दूर करने में मदद करेगा और यह आपको मदद करेगा “खुदको, खुदके दिमाग स...

Tanav Ke Karan

Depression/तनाव एक प्रकार की मानसिक बीमारी है जो उदासी, चिंता, अकेलापन, नकारात्मक भाव, असुरक्षा के भाव के चलते एक व्यक्ति को मानसिक रूप विकृत कर देती है | उदास रहना, अकेले रहना, मन में हर समय नकारात्मक भाव ये सभी हर व्यक्ति के जीवन में कभी न कभी दस्तक जरुर देते है लेकिन इसकी समय अवधि केवल कुछ दिन की ही होती है( Tanav Ke Karan)| किन्तु इस प्रकार के भाव जब व्यक्ति लम्बे समय तक महसूस करता है तो यह उसकी आदत बन जाते है और वह चाहकर भी इनसे छुटकारा नहीं पा सकता | Tanav Ke Karan : एक बात तो स्पष्ट है कि जब लम्बे समय तक एक व्यक्ति किसी दुःख,तकलीफ या चिंता को मन में बैठाये रखता है तो आगे चलकर यह Tanav को जन्म देता है | यह पूर्ण रूप से एक मानसिक विकार है जो व्यक्ति के मूड से सम्बंधित है | और यह व्यक्ति की उदासी, किसी काम में मन न लगना या किसी सगे-संबंधी की मृत्यु के कारण उत्पन्न हो सकता है | यह एक लम्बी चलने वाली बीमारी है | सही उपचार न मिलने पर यह बीमारी जीवनभर रोगी को परेशान करती है और साथ ही शरीर में और भी बहुत सी बिमारियों का कारण बनती है | Depression/Tanav के लक्षण :- Tanav/ तनाव के लक्षण अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकते है इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा कि एक व्यक्ति में तनाव /Tanav होने पर जिस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है दुसरे Depressed व्यक्ति में भी सभी लक्षण वही हो | अकेलापन, उदासी, शरीर में उर्जा की कमी(कमजोरी), सोने में परेशानी, निराशा के भाव, भोजन करने में रूचि न रखना, एकाग्रता में परेशानी , आनंद की वस्तुएं और सामजिक गतिविधियों में रूचि न रखना, हीन भावना रखना, खुद को दोषी ठहराना या suicide करने के विचार मन में आना इस प्रकार के भाव जब एक व्यक्ति एक या दो महीने से अध...

41 रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य गजब हैं Psychological facts in hindi

मनुष्य का दिमाग रहस्यमयी है। मनोविज्ञान टॉपिक पर रिसर्च करके मनोवैज्ञानिकों ने कई रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य पता किये हैं। हम आपको ऐसी मजेदार बातें बतायेंगे जिससे आप दूसरों के बारे में और खुद के बारे में भी ऐसी बातें जानेंगे कि विश्वास नही होगा। Psychology facts in hindi | मनोवैज्ञानिक तथ्य 1) अगर किसी पुरुष को किसी से दुख मिला हो तो वे उसे माफ भले न करें लेकिन भूल जाते हैं। इसके उलट अगर लड़कियों, औरतों को किसी से तकलीफ हुई हो तो वे उसे माफ तो कर देती हैं लेकिन भूलती नहीं। 2) 1 दिन के 70% टाइम हमारा दिमाग या तो बीती हुई बातों, घटनाओं का दिमाग में Replay कर रहा होता है या भविष्य में होने वाली किसी घटना के सफलता की आशा कर रहा होता है। 3) अपना दुख और दूसरे का सुख हमेशा ज्यादा लगता है। 4) कोई आदमी अपने परिवार से बहुत अच्छा व्यवहार करता है तो इससे उसके अच्छे होने की गारंटी नहीं माना जा सकता। ये तो उसका कर्तव्य है। अगर वो अनजान आदमी या गरीब से सही व्यवहार करे तो ही उसे अच्छा इंसान मान सकते हैं। 5) ऐसी जगह रहना जहां से पानी का कोई स्रोत नदी, तालाब, झील, झरना, समुद्र आदि दिखता हो, आपको ज्यादा शांत, खुश और क्रिएटिव बनाता है। 6) शरीर की हर कोशिका पर आपके विचारो का प्रभाव पड़ता है. Negative सोच से रोगप्रतिरोधक क्षमता (Immunity) घट जाती है और आप बीमार भी हो जाते हैं। Manovaigyanik Facts in hindi – 7) 90% लोग मेसेज करते समय ऐसी बाते लिख डालते हैं जो सामने से कभी नहीं कह सकते। 8) ज्यादातर बुद्धिमान व्यक्ति अपने को कम आंकते हैं मगर अक्सर मूर्ख, अज्ञानी लोग अपने आप को Perfect समझते हैं। 9) स्ट्रेस के ज्यादातर मरीज 18 से 33 साल के बीच में होते हैं. 33 के बाद Stress Level कम होने लगता है क्योंकि ...

तनाव के कारण, लक्षण व इलाज

आज की दुनिया में कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसको तनाव ना होता हो। तनाव का होना अच्छी बात है परंतु एक हद के बाहर तनाव का हो जाना यह खतरनाक हो सकता है। जब यही तनाव हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में हमें परेशान करने लगता है तभी दिक्कत आती है। जिस व्यक्ति को तनाव हमेशा रहता है उसको इलाज के लिए किसी से सलाह लेना चाहिए। यह बात याद रखें कि यह कोई शर्म की बात नहीं है। यह कोई पागलपन या कोई बीमारी नहीं बल्कि ऐसा कभी भी किसी भी व्यक्ति के साथ हो सकता है। तनाव क्या होता है? तनाव यह डिप्रेशन एक प्रकार का मानसिक विकार है। किसी भी एक नकारात्मक विचार के दिमाग़ पर हावी हो जाने के बाद हमारी मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ता है। हमारा मस्तिष्क सही से कार्य करने और किसी भी ख़ुशी के मौक़े प्रसन्न होने में असक्षम हो जाता है। यह तनाव की स्थिति कही जा सकती है। कुछ लोगों में तनाव की खास वजह होती है और कुछ लोगों में कोई खास वजह नहीं भी होती है। तनाव के लक्षण • सर में दर्द • दांत और जबड़े पीसना • शरीर में थरथराहट होना • उदास रहना • • ज्यादा सोना या कम सोना • • किसी बात पर ध्यान ना देना • अपने को दूसरों से कम समझना • अपने ऊपर भरोसा कम करना • छोटी-छोटी बातों पर चिढ़ जाना • खुद को बेकार समझना • मायूस होना • मौत या खुदकशी के ख्याल आना • नींद बहुत आना या कम आना • खुश होने वाली बात पर गुस्सा आना • कम बोलना • किसी बात पर गौर ना करना तनाव के कारण 1. रोजमर्रा की जिंदगी हमारी जिंदगी में कभी-कभी कोई ऐसी घटना हो जाती है जिससे हमारी जिंदगी प्रभावित होती है। अपने किसी प्यारे के जिंदगी से चले जाना, तलाक, किसी की नौकरी खत्म हो जाना आदि! ये सब तनाव के कारण बन जाते हैं। व्यक्ति इनसे से बाहर नहीं निकल पाता और तनाव का शिकार ...

मानव शरीर के सात चक्र

सम्पूर्ण ब्रह्मांड की प्रत्येक चीज उर्जा द्वारा निर्मित एवं संचालित होती है, जिसमें मानव शरीर भी शामिल है। आधुनिक विज्ञान एवं तकनीक के आने के पहले से हमारी संस्कृति में यह मान्यता रही है कि हर जीव एक शक्ति से संचालित होता है, जो उसके अंदर विद्यमान होती है। मानव शरीर में इस शक्ति को सातचक्रके रूप में व्यक्त किया गया है। (और पढ़ें - "चक्र" एक संस्कृत शब्द है,जिसका शाब्दिक अर्थ है "पहिया"। मानव शरीर में शक्ति, जिसे "प्राण" कहते हैं, भी शरीर के अंदर पहिये की तरह ही घूमती है। इस शक्ति के 7 केंद्र या 7 चक्र हैं। पहला चक्र रीढ़ की हड्डी के सबसे निचले भाग में होता है, फिर ऊपर की तरफ चलते हुए सातवां और आखिरी चक्र मस्तिष्क में होता है। (और पढ़ें - ये सात चक्र एक स्वस्थ और संतुलित व्यक्ति के शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को ऊर्जा देते हैं। हालांकि, अगर आपका कोई भी एक चक्र ठीक से कार्य नहीं करता है, तो इससे आपके स्वास्थ पर असर पड़ सकता है। तो ज़रूरी है कि आपके ये चक्र संतुलित रहें, जिससे आपका स्वास्थ बिगड़े नहीं और आप अपना जीवन आनंदमय जीयें। (और पढ़ें - तो आइये आज हम आपको बताते हैं, मानव शरीर में मौजूद 7 चक्रों के बारे में - • • • • • • • मूलाधार दो शब्दों से बना है - "मूला" मतलब जड़ और "धारा" मतलब सहारा। इस चक्र का कार्य है पृथ्वी के साथ आपकी ऊर्जा को जोड़ना, जिसे ग्राउंडिंग (Grounding) कहते हैं। मूलाधार चक्र आपके जीवन के संघर्ष से संबंध रखता है। इस ऊर्जा का कार्य है, आपको वो सब देना जो इस धरती पर आपको जीने के लिए ज़रूरी है। कहाँस्थित होता है मूलाधार चक्र - मूलाधार चक्र गुदा के पास होता है। मूलाधार चक्र के भावनात्मक महत्व - मूलाधार चक्र से पैसा, भोजन और नींद आदि की समस्याएं खत्म होती हैं और जीवन से ...

समांतर और मनोवैज्ञानिक में संबंध स्पष्ट करें? » Samantar Aur Manovaigyanik Mein Sambandh Spasht Karen

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। सर्कुलर ऑल कॉलेज में संबंध स्पष्ट करें कि हमने किसी को किसी कार्ड पर रख लिया और उसका सर्वेश दूसरे कार्ड को अच्छे से कवर कर लिया और उसको आगे और उसको पार्लर बोलेंगे एंड मनोवैज्ञानिक जो साइकॉलजिस्ट होते हैं वह मेंटल प्रोसेस और दुर्बल b.a. b.a. का एडमिट थी करते हैं लाइक सेंसेशंस अटेंशंस पर चप्पल और और वह तुम्हारी माइक्रोप्रोसेसर को आप पहचानते हैं और बताते हैं circular all college mein sambandh spasht kare ki humne kisi ko kisi card par rakh liya aur uska sarvesh dusre card ko acche se cover kar liya aur usko aage aur usko parlour bolenge and manovaigyanik jo psychologist hote hain vaah mental process aur durbal b a b a ka admit thi karte hain like senseshans atenshans par chappal aur aur vaah tumhari microprocessor ko aap pehchante hain aur batatey hain सर्कुलर ऑल कॉलेज में संबंध स्पष्ट करें कि हमने किसी को किसी कार्ड पर रख लिया और उसका सर्वे

Relaxing Yoga Poses: Tanav se Mukti Pane ke Aasan Upay

Yoga sharir, atma aur mann ko ek sutra mai bandhata hai. Jiske jariye hume mansik aur sharirik labho ki prapt hoti hai, lekin iske bare mai logo ko jankari nahi hoti hai kis yoga ko karne se kya labh hota hai aur iss inhe kaise kiya jata hai. Aaj hum aapko kuch aise yogasan batane ja rahe hai jo aapke mansik tanav ko kam karne mai bahut sahayak sabit honge. Aaj ke samay mai har 10 mai se 8 vyakti tanav, Aaj har vyakti ko samay ka abhav sata raha hai, uske paas na to khud ke liye samay hai aur na hi apne pariwar ke liye. Apne kaamkaaj aur naukari mai sabhi itna busy ho gaye hai ki unke paas thik se bhojan karne tak ka time bhi nahi hai. Jiske parinaam swaroop wo dhire-dhire mansik tanav aur stress se grast ho jata hai. Yaha hum aapko iss tanav se mukti pane ke liye kuch aasan yoga kriyaye bata rahe hai, jo aapko swasth sharir ke sath-sath, surakshit jivan bhi pradan karte hai. To aaiye jante hai Relaxing Yoga Poses in Hindi. Relaxing Yoga Poses in Hindi: Tension Mukt Hokar Rahe Swasth Yoga ke dwara hum apne sharir ko sabhi tarah ke vikaro se bacha sakte hai, lekin iske liye ise karne ke sahi tariko ko janana behad jaruri hai, kyoki iski sahi vidhi aapko labh pahucha sakti hai to galat tarike se ise karne se yah aapke liye hanikarak bhi sabit ho sakte hai. Isliye iski shuruaat kisi yogya yoga shikshak ki upasthiti mai hi kare. Aaiye ab hum jante hai tanav se mukti dilane wale kuch yogasano ke Vishay mai. Shavasana Shavasana yoga ki ek aisi kriya hai jo apke sharir mai mojud ...