मेहंदीपुर बालाजी नियरेस्ट रेलवे स्टेशन

  1. how to reach mehandipur balaji by train bus and plane
  2. मेहंदीपुर बालाजी जाने का रास्ता
  3. मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने का रास्ता (बस और ट्रेन की पूरी जानकारी)
  4. Mehandipur Balaji मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन से मिलती है ख़तरनाक भूत
  5. नासे रोग हरे सब पीरा: राजस्थान में असीम आस्था के केन्द्र हैं मेहंदीपुर बालाजी
  6. मेहंदीपुर बालाजी जाने से पहले इन बातों को जरूर जान लें, ताकि बाद में ना हो परेशानी
  7. मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Balaji rajasthan) की संपूर्ण जानकारी व प्रेतराज सरकार (Pretraj Sarkar) की कहानी


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how to reach mehandipur balaji by train bus and plane

How To Reach Mehandipur Balaji – मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ( Mehandipur Balaji Mandir ), राजस्थान के दौसा ज़िले के करौली में स्थित है. इस मंदिर में हनुमान जी के बाल रूप के पूजा होती है. दो पहाड़ों के बीच होने की वजह से इसे घाटा और पास में मेहंदीपुर गाँव होने की वजह से मेहंदीपुर नाम से जाना जाता है. इस मंदिर का पूरा नाम घाटा मेहंदीपुर बालाजी ( Ghata Mehandipur Balaji Mandir ) है. आइए इस ब्लॉग में हम जानते हैं कि किस तरह मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ( Mehandipur Balaji Mandir ) पहुँचा जा सकता है. How to Reach Mehandipur Balaji Mandir by Train मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ( Mehandipur Balaji Mandir ) ट्रेन से पहुँचा जा सकता है. Bandikui Junction Railway Station एक बड़ा रेल जंक्शन है. यहा दौसा जिले में पड़ता है. इस स्टेशन पर 6 प्लेटफ़ॉर्म हैं. ये स्टेशन, आगरा-जयपुर और दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग का अहम जंक्शन है. राजस्थान में पहली ट्रेन बांदीकुई जंक्शन से ही चली थी. 1874 में इस ट्रेन की शुरुआत हुई थी. अपनी पहली यात्रा में इस ट्रेन ने बांदीकुई से आगरा क़िला स्टेशन तक का सफ़र पूरा किया था. अगर आप मेहंदीपुर बालाजी ( Mehandipur Balaji Mandir ) आना चाहते हैं तो देश के अलग अलग हिस्सों से ट्रेन लेकर बांदीकुई जंक्शन आ सकते हैं. इस स्टेशन का कोड BKI है. IRCTC की वेबसाइट/ऐप्लिकेशन पर आपको इस कोड से स्टेशन मिल जाएगा. इस स्टेशन के लिए समय समय पर कई ट्रेनें हैं जो देश के अलग अलग हिस्सों से यहाँ पहुँचती हैं. बांदीकुई स्टेशन से मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ( Mehandipur Balaji Mandir ) की दूरी 37 किलोमीटर की है. स्टेशन पर आपको मंदिर के लिए मिनी बस, जीप मिलती हैं. आप इन्हें लेकर बालाजी मंदिर पहुँच सकते हैं. इनका किराया...

मेहंदीपुर बालाजी जाने का रास्ता

मेहंदीपुर बालाजी उत्तर भारत में एक बहुत बड़ा तीर्थ स्थान है, जहां दूर दूर से लोग हनुमान जी की पूजा करने आते हैं। यह स्थान प्रेत बाधा से पीड़ित लोगो के लिए किसी वरदान से कम नहीं माना जाता। बालाजी की कृपा से यहां लोगों को प्रेत बाधा से मुक्ति मिलती है। यह मंदिर और इससे जुड़े चमत्कार देखकर कोई भी हैरान हो सकता है। शाम के समय जब बालाजी की आरती होती है तो भूतप्रेत से पीड़ित लोगों को जूझते देखा जाता है। यह मंदिर राजस्थान के दौसा जिले के पास दो पहाडिय़ों के बीच बसा हुआ है। यह मंदिर जयपुर-बांदीकुई- बस मार्ग पर जयपुर से लगभग 65 किलोमीटर दूर है। दो पहाडिय़ों के बीच की घाटी में स्थित होने के कारण इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहते हैं । बताया जाता है कि, यह मंदिर करीब 1 हजार साल पुराना है। यहां पर एक बहुत विशाल चट्टान में हनुमान जी की आकृति स्वयं ही उभर आई थी। इसे ही श्री हनुमान जी का स्वरूप माना जाता है। इनके चरणों में छोटी सी कुण्डी है, जिसका जल कभी समाप्त नहीं होता। यह मंदिर तथा यहाँ के हनुमान जी का विग्रह काफी शक्तिशाली एवं चमत्कारिक माना जाता है तथा इसी वजह से यह स्थान न केवल राजस्थान में बल्कि पूरे देश में विख्यात है। delhi mehandipur balaji route map guide मेहंदीपुर बालाजी में रोज ही हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं, अगर आप भी मेहंदीपुर बालाजी जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो हम बताने जा रहें है दिल्ली,जयपुर और आगरा से पहुँचने का रूट। अगर आप दिल्ली से होकर मेहंदीपुर बालाजी जा रहे हैं तो पढ़े ये दिल्ली-,मेहंदीपुर बालाजी वाया अलवर धौलाकुआं-जयपुर नेशनल हाईवे 8-भिवाड़ी पहुंचेगे-अलवर-सिकंदरा-आगरा-मेहंदीपुर बालाजी...इस रूट से आप दिल्ली से मेहंदीपुर4 घंटे 11 मिनट में पहुंच जायेंगे। delhi meh...

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने का रास्ता (बस और ट्रेन की पूरी जानकारी)

Mehandipur Balaji Jane Ka Rasta : दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं, राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर बालाजी मंदिर स्थित है| मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की कई विशेषताएं हैं, यहीं पर प्रेतराज सरकार और भैरव बाबा की प्रतिमा भी है| जो भक्तजन ऊपरी प्रेत बाधाओं से परेशान रहते हैं, वे मेहंदीपुर बालाजी का दर्शन करने जाते हैं| अगर आप भी मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने की सोच रहे है| लेकिन आपको मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने का रास्ता नहीं पता है, तो आपको यह आर्टिकल ध्यान पूर्वक पूरा पढ़ना चाहिए| क्योंकि आज के इस आर्टिकल में मैं आपको Mehandipur Balaji Jane Ka Rasta पूरा विस्तार से बताने वाला हूं| कि आप कैसे बस अथवा ट्रेन द्वारा मेहंदीपुर बालाजी धाम जा सकते हैं| इसके अलावा मेहंदीपुर बालाजी धाम पहुंचने के बाद आपके रुकने की व्यवस्था, खाने पीने की व्यवस्था, आदि के बारे में बताने वाला हूं| इसे भी पढ़ें 👇 Table of Contents • • • • • • • • • मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने का रास्ता | Mehandipur Balaji Jane Ka Rasta बस द्वारा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने का रास्ता अगर आप बस द्वारा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाने की सोच रहे है, तो आपको अपने Near Bus Station पर जाना होगा| वहां से मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान का टिकट कटाना होगा| वह बस आपको लाकर Mehandipur Balaji धाम उतार देगी| अगर आपके नजदीकी बस स्टेशन से बस सीधे मेहंदीपुर बालाजी ना जाती हो| तो आपको अपने नजदीकी बस स्टेशन से दौसा जिले के लिए टिकट लेना होगा| दौसा जिला राजस्थान बस स्टेशन पर आने के बाद आपको दूसरी बस पकड़नी होगी, जिन श्रद्धालुओं का घर मेहंदीपुर बालाजी धाम से कुछ घंटों की दूरी पर है, उन्हें बस द्वारा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाना चाहिए| क्योंकि वे बड़े आराम स...

Mehandipur Balaji मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन से मिलती है ख़तरनाक भूत

नई दिल्ली। हनुमान जी का बहुत ही प्रसिद्ध 'मेहंदीपुर बालाजी मंदिर' राजस्थान के सिकराय तहसील में स्थित है। इसे घाटा मेहंदीपुर भी कहा जाता है। दो पहाड़ियों के बीच बना यह मंदिर खूबसूरत होने के साथ ही हिंदुओं के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। हनुमानजी को समर्पित इस मंदिर में दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा से यहां भूत-पिशाच से छुटकारा पाया जा सकता है। अरावली पर्वत पर बने इस मंदिर को एक हज़ार साल पुराना माना जाता है। जहां, तीन देवताओं बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और श्री भैरव की पूजा होती है। यह हनुमानजी के शक्तिशाली मंदिरों में से एक है। बड़ी से बड़ी और खतरनाक भूत-प्रेतात्माओं से यहां आकर मुक्ति मिल जाती है। बालाजी की आरती के समय तो यहां का नज़ारा ही अलग होता है। जब पीड़ित छटपटाते हुए नज़र आते हैं। बाला जी में न तो किसी को अपना प्रसाद दें और न ही स्वयं किसी दूसरे से प्रसाद लें। अक्सर लोग मंदिरों से प्रसाद घर लेकर आते हैं लेकिन यहां प्रसाद तो दूर अगर आपने कोई सामान्य खाद्य पदार्थ भी यहां से लिया है तो वह भी आपको वहीं छोड़ना होता है बालाजी के धाम से आते समय अपने साथ खाने-पीने की वस्तु न लेकर चलने की सलाह दी जाती है। कैसे पहुंचे हवाई मार्ग यदि आप फ्लाइट से आ रहे हैं तो जयपुर या दिल्ली तक की फ्लाइट लें। वहां से श्री मेहंदीपुर धाम आएं। जयपुर और दिल्ली से डायरेक्ट बस सेवा और प्राइवेट टैक्सी आसानी से मिल जाती है। जयपुर से 100 और दिल्ली से 260 किमी है यह धाम। रेल मार्ग अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो बांदीकुई नज़दीकी रेलवे स्टेशन है। बांदीकुई से 40 किमी की दूरी पर स्थित है मेहंदीपुर धाम। जयपुर, कानपूर, ब...

नासे रोग हरे सब पीरा: राजस्थान में असीम आस्था के केन्द्र हैं मेहंदीपुर बालाजी

जयपुर. देश में हनुमान जी (Hanuman ji) के लाखों मंदिर हैं, लेकिन कुछ मंदिर अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध हैं. इन मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ता है. ऐसा ही एक मंदिर राजस्थान में मेहन्दीपुर स्थित बालाजी (Mehndipur Balaji Temple) का चमत्कारित मंदिर है. हनुमान चालीसा में वर्णित ”नासे रोग हरे सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत वीरा…” की उक्ति को यह मंदिर चरितार्थ करता है. मान्यता है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं के सारे रोग और दुख बालाजी हर लेते हैं. दो अति सुरम्य पहाड़ियों के बीच की घाटी में स्थित होने के कारण यह मंदिर घाटा मेहन्दीपुर भी कहलाता है. यह मंदिर करीब एक हजार साल पुराना है. इस मंदिर में स्थित बजरंग बली की बालरूप मूर्ति किसी कलाकार ने नहीं बनाई बल्कि यह स्वंयभू है. हनुमानजी देशभर में रूद्र अवतार, सूर्य-शिष्य, ​बजरंगबली,​ केसरी नन्दन, वायु-पुत्र, अंजनि-सुत और श्री बालाजी के नाम से पूजे जाते हैं. माता अंजनि के गर्भ से प्रकट हनुमान जी में पांच देवताओं का तेज समाहित है. बालाजी की यह मूर्ति पहाड़ के अखण्ड भाग के रूप में मंदिर की पिछली दीवार का कार्य भी करती है. इस मूर्ति को प्रधान मानते हुए बाकी मंदिर का निर्माण कराया गया है. इस मूर्ति के सीने के बांई तरफ एक अत्यन्त सूक्ष्म छिद्र है, जिससे पवित्र जल की धारा बहती रहती है. यह जल बालाजी के चरणों तले स्थित एक कुण्ड में एकत्रित होता रहता है जिसे भक्तजन चरणामृत के रूप में अपने साथ ले जाते हैं. कलियुग में भगवान शिव के ग्यारहवें रूद्र अवतार हनुमान जी को सबसे ज्यादा पूजा जाता है. यही कारण है कि हनुमान जी को कलयुग का जीवंत देवता कहा गया है. बालाजी अपने भक्तों को सहज ही अष्टसिद्धी, नवनिधि और फिर मोक्ष प्रदान करते हैं. बालाजी मंदिर का इतिहास मं...

मेहंदीपुर बालाजी जाने से पहले इन बातों को जरूर जान लें, ताकि बाद में ना हो परेशानी

प्राचीन ग्रंथों में वर्णित 7 करोड़ मंत्रों में श्री हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है। भगवान हनुमान के कई रूप प्रसिद्ध है, जिनमें से एक बालाजी भी है। हनुमान जी के इसी स्वरूप का प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के सिकराय तहसील में स्थित है। इसे घाटा मेहंदीपुर के नाम से जाना जाता है। दो पहाड़ियों के बीच बना यह मंदिर बेहद खूबसूरत होने के साथ ही हिंदुओं के सबसे पवित्र स्थल में से एक माना जाता है। Social Media हर दिन लगती है हजारों की भीड़ भगवान हनुमान के स्वरूप को समर्पित इस मंदिर में दर्शन करने देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। यहां हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगती है। ऐसे में यह भी मान्यता है कि लोग भूत-पिशाच से छुटकारा पाने के लिए भी मेहंदीपुर बालाजी आते हैं। Social Media 1000 साल पुराना है मंदिर बता दें अरावली पर्वत पर बना यह मंदिर 1000 साल पुराना है, जहां 3 देवताओं बालाजी महाराज, प्रेतराज सरकार और श्री भैरव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि श्री मेहंदीपुर बालाजी में जिन्हें भूत प्रेत, चौकी बंधन और खास रोग होते हैं वही लोग आते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है मेहंदीपुर बालाजी आकर हर दुख तकलीफ से आपको निजात मिलती है। Social Media यहा पर किसी को प्रसाद ना दे ना ले मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को लेकर कई तरह की अलग-अलग मान्यताएं हैं। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर को लेकर यह बात खास तौर पर कही जाती है कि यहां किसी को ना ही अपना प्रसाद दें और ना ही स्वयं किसी का प्रसाद ले। यह बात सभी जानते हैं कि अक्सर लोग मंदिरों में से प्रसाद लेकर घर आते हैं, लेकिन यहां प्रसाद तो दूर अगर आपने कोई सामान्य खाद्य पदार्थ भी यहां से लिया तो वह भी आपको वही छोड़ना होना होता है। साथ ही यह ...

मेहंदीपुर बालाजी (Mehandipur Balaji rajasthan) की संपूर्ण जानकारी व प्रेतराज सरकार (Pretraj Sarkar) की कहानी

नमस्कार, दोस्तों हिंदू धर्म में अनेक देवी-देवताओं को का पूजन किया जाता है। हमारे भारत में अनेक मंदिर ऐसे हैं जो अपने आप में कई रहस्यो को छुपाए हुए हैं। हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जी कलयुग के जागृत देवताओं में से एक हैं। इसलिए भगवान हनुमान जी के मंदिर भी कई स्थानों पर बने हुए हैं। आज के इस लेख में हम भगवान हनुमान जी के ऐसे मंदिर के बारे में बात करेंगे जहां जाने पर आपको किसी भी प्रकार की नकारात्मक उर्जा, भूत, प्रेत, कष्टों व रोगों आदि से मुक्ति मिल जाती है। इस मंदिर में भगवान हनुमान जी को बालाजी के नाम से जाना जाता है। Mehandipur Balaji जी हां दोस्तों अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम किस मंदिर के विषय में बात कर रहे हैं। हम राजस्थान में स्थित भगवान हनुमान जी के सुप्रसिद्ध मंदिर मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं। जहां पर भगवान बालाजी अर्थात हनुमान जी के साथ प्रेतराज सरकार की भी पूजा की जाती है। ( और पढ़े :-हनुमान अष्टक पाठ की महिमा, फायदे औऱ पूजन विधि) आज के इस लेख में हम जानेंगे कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर कहां पर है? प्रेतराज सरकार कौन है? मेहंदीपुर में भगवान बालाजी की स्थापना कैसे हुई? यहां पर रुकने व ठहरने की क्या व्यवस्था है? आदि के बारे में तो चलिए शुरू करते हैं। मेहंदीपुर बालाजी कहां स्थित है? ( Where is Mehandipur Balaji located)? दोस्तों मेहंदीपुर बालाजी मंदिर राजस्थान के दौसा जिले के अंतर्गत आता है। यह मंदिर दो पहाड़ियों के बीच बना हुआ है। जहां भक्त अपनी हर प्रकार की मनोकामना की पूर्ति हेतु आते हैं। मंगलवार और शनिवार के दिन यहां पर भक्तों की भीड़ लगी रहती है। प्रेतराज सरकार कौन है? (Who is Pretraj Sarkar)? मेहंदीपुर बालाजी में भगवान बालाजी के साथ प्रेतरा...