महाराणा प्रताप का जीवन परिचय

  1. महाराणा प्रताप का इतिहास
  2. महाराणा प्रताप का इतिहास, 2023 जयंति, जीवन परिचय
  3. Maharana Pratap Biography in Hindi
  4. Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी
  5. Maharana Pratap (महाराणा प्रताप ) Full History in Hindi Download Read Online
  6. महाराणा प्रताप का परिचय
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  8. महाराणा प्रताप का इतिहास
  9. महाराणा प्रताप का इतिहास, 2023 जयंति, जीवन परिचय
  10. Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी


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महाराणा प्रताप का इतिहास

महाराणा प्रताप मेवाड़ के शूरवीर राजा थे। इनकी वीरता के किस्से आज भी बहुत प्रसिद्ध है। इन्होने कभी भी किसी के आगे अपना सर नहीं झुकाया था। यह हमेशा देश और धर्म के लिए लड़ते थे। महाराणा प्रताप राजपूत थे उनकी सेना कभी मुगलो के सामने नहीं झुकती थी। महाराणा प्रताप के समय मुगल शासक अकबर पुरे हिंदुस्तान पर राज करने का सपना ले कर आया था लगभग आधे हिंदुस्तान पर तो अकबर कब्ज़ा कर चूका था पर महाराणा प्रताप ने कसम खा ली थी कि “मैं घास की रोटी और जमीन पर लेट जाऊंगा, परंतु किसी की अधीनता कभी स्वीकार नहीं करूंगा” और इस कसम पर वह हमेशा अटल रहे । तो आइये जानते है महाराणा प्रताप का जीवन परिचय एवं इतिहास के बारे में | Table of Contents • • • • महाराणा प्रताप का जीवन परिचय एवं इतिहास महाराणा प्रताप का जन्म वैशाख 19, 1462 ( मई 9, 1540 ) को मेवाड़, राजस्थान में हुआ था। इनकी कुल 11 पत्निया थी। इनके पिता का नाम उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई था। महाराणा प्रताप राजपूत थे इनका पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया है। इनकी कहानी शौर्य पराक्रम से भरी हुई है। इनके प्रमुख शत्रु मुगल थे जो पुरे हिन्दुस्तान पर राज करने का सपना ले कर आये थे पर महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओ की वजह से वह पूरा ना हो सका। महाराणा प्रताप बचपन में भीलो के साथ रह कर युद्ध कला सीखा करते थे। महाराणा प्रताप का बचपन का नाम कीका था। महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था जिसकी मृत्यु हल्दीघाटी के युद्ध में हो गए थी . ये घोडा महाराणा प्रताप को बहुत प्रिय था। हल्दी घाटी के युद्ध के समय जब चेतक के सामने एक नदी आ जाती है तब वह उसे फलांग मार कर पार तो कर लेता है परन्तु इस घटना में वह घायल हो जाता है जिस कारण उसकी मृत्यु हो जाती है। हल्दी घ...

महाराणा प्रताप का इतिहास, 2023 जयंति, जीवन परिचय

महाराणा प्रताप जयंति 2023 कब है? , महाराणा प्रताप इतिहास, जीवन परिचय, हल्दीघाटी का युद्ध, चेतक का इतिहास (Maharana Pratap History And Biography in Hindi) Maharana Pratap Jayanti 2023 In Hindi महाराणा प्रताप का इतिहास (Maharana Pratap History In Hindi) भारतीय इतिहास की वह शौर्य गाथा है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। Advertisements भारत की पवित्र भूमि अपने वीर सपूतों की वीरगाथा से भरी पड़ी है। इतिहास गवाह है कि जब जब भारत की अस्मिता पर आंच आई है भारत के किसी ना किसी वीर सपूत ने अपने प्राणों की आहुति देकर इसकी रक्षा की है। भारत के इन महान वीर सपूतों में भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप का नाम भी शामिल है जिन्होंने भारत की अस्मिता को बचाने के लिए मुगलों से संघर्ष किया और उनकी ईट से ईट बजा दी। वीर महाराणा प्रताप ने आजीवन भारत की अस्मिता को बचाने के लिए मुगलों से संघर्ष किया और मुगलों के हर आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब दिया। आज भी वीर महाराणा प्रताप को सबसे महान भारतीय योद्धाओं में गिना जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की चिंता किए बगैर भारत की अस्मिता के लिए संघर्ष किया। वीर महाराणा प्रताप का नाम सुनने के बाद मुगल सम्राट अकबर तक की रूह कांप उठती थी। भारतीय इतिहास में मुगल सम्राट अकबर तथा वीर महाराणा प्रताप दोनों के बीच संघर्ष का वर्णन मिलता है। महाराणा प्रताप जी मेवाड़ के राजा थे जो इस समय राजस्थान में पड़ता है। भारतीय इतिहास में महाराणा प्रताप जी के के साथ-साथ उनके घोड़े चेतक का भी वर्णन किया गया है। केवल इतना ही नहीं वीर महाराणा प्रताप और चेतक के ऊपर आज इस लेख के जरिए हम आपको महाराणा प्रताप का इतिहास (History Of Maharana Pratap In Hindi) बताने वाले हैं। • • • • • • • • • • • • • •...

Maharana Pratap Biography in Hindi

1.2.1 महाराणा प्रताप महान का व्यक्तित्व| Maharan Pratap Mahan ka Vyktitva (the personality of Maharana Pratap Singh Sisodiya Maha) Maharana Pratap Biography History Jivani in Hindi| महाराणा प्रताप का जीवन परिचय Maharana Pratap Biography History Jivani in Hindi राजस्थान के राजपूत राज्यों ने भारत में आने वाली विदेशी आक्रमणकारियों का प्रारंभ से ही प्रतिरोध किया, पृथ्वीराज के बाद मेवाड़ के महाराणा सांगा, मारवाड़ के मालदेव, राव चंद्रसेन, सिरोही के देवड़ा सुरताण, इत्यादि ने इस संघर्ष को जारी रखा सन 1526 ईस्वी के पानीपत के प्रथम युद्ध में इब्राहिम लोदी को हराकर बाबर ने दिल्ली पर मुगल शेरशाह सूर से हार गया, दिल्ली पर शेर शाह सूर के वंशज अधिक समय तक शासन नहीं संभाल सके, 15 वर्ष के भीतर उसके एक प्रधान हरियाणा में रेवाड़ी के हेमचंद्र जो कि हेमू के नाम से प्रसिद्ध है उन्होंने दिल्ली की गद्दी पर अधिकार कर लिया, हेमचंद्र ‘विक्रमादित्य’ के नाम से दिल्ली की गद्दी पर बैठा वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बायोग्राफी इन हिंदी | Veer Shiromani Maharana Pratap Biography jivani Parichay Veer Shiromani Maharana Pratap Biography Jivani Kahani वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 ईसवी को कुंभलगढ़ में हुआ, इनके पिता का नाम महाराणा उदय सिंह व माता का नाम जयंताभाई सोनगरा था, महाराणा उदय सिंह की 28 फरवरी 1572 ईस्वी में मृत्यु हो गई और उसी दिन महाराणा प्रताप का 32 वर्ष की आयु में गोगुंदा में राज्यारोहण​ हुआ, यह शासन महाराणा प्रताप के लिए कांटो का मुकुट था, किंतु स्वतंत्रता प्रेमी महाराणा प्रताप ने इसे संघर्ष स्वीकार किया, वह तनिक भी विचलित नहीं हुए महाराणा प्रताप ने कुंभलगढ़ और गोगुंदा को केंद्र बनाक...

Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी

राजपूत राजाओं में सबसे प्रसिद्ध Maharana Pratap biography in hindi के बारे में हम लोग इस लेख में पूरी जानकारी पाने वाले हैं भारत के इतिहास में कई राजा महाराजा हुए जो कि वीरता और शौर्य पराक्रम त्याग से इतिहास में उनका नाम अमर हो गया भारत देश पर कई साल मुगलों का शासन रहा। मुगल से लड़ने के लिए मुगल को भारत से निकालने के लिए भारत के कई राजा महाराजाओं ने युद्ध किया उन्हें हराया और भारत को मुस्लिमों से स्वतंत्र कराना चाहा उन्हीं में से एक बहुत ही वीरता और त्याग पराक्रम के प्रतिमूर्ति माने जाने वाले महाराणा प्रताप राजा थे Maharana Pratap एक सच्चे देशभक्त साहसी शक्तिशाली वीर राजा थे उन्होंने मुगलों को भी इतना परेशान कर दिया था कि महाराणा प्रताप के मृत्यु के बाद अकबर के भी आंख से आंसू आ गया था और वह Maharana Pratap के साहस का और वीरता का गुणगान करता था. Maharana Pratap एक ऐसे शासक थे जिन्हें हराने के लिए जब तक महाराणा प्रताप जीवित रहे अकबर उन्हें हराने का कोशिश करता रहा लेकिन यह कोशिश उसका नाकाम ही रहा वह महाराणा प्रताप को कभी भी हरा नहीं सका अपनी अधीनता स्वीकार नहीं करा सका. महाराणा प्रताप का जन्म Maharana Pratap का जन्म 9 मई 1540 इसवी में हुआ था. और हिंदी संवत के अनुसार उनका जन्म जेष्ठ महीना के शुक्ल पक्ष में तृतीया तिथि को मनाया जाता हैं महाराणा प्रताप के दादाजी महान शक्तिशाली और साहसी राजा महाराज राणा सांगा थे. Maharana Pratap के पिता जी का नाम उदय सिंह था और उनकी माता का नाम महारानी जयवंती था. महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ के दुर्ग में हुआ था. महाराणा प्रताप के बचपन का नाम कीका था महाराज महाराणा प्रताप बचपन से ही बहुत साहसी शक्तिशाली और देशभक्त इंसान थे वह अपने मातृभूमि के ल...

Maharana Pratap (महाराणा प्रताप ) Full History in Hindi Download Read Online

Maharana Pratap History in Hindi Full (महाराणा प्रताप का जीवन परिचय) महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था इनका राजतिलक १ मार्च १५७२ को हुआ इनके पिता उदयसिंह द्वितीय थे, प्रताप के उत्तराधिकारी महाराणा अमर सिंह थे, इस वीर पुरुष की माता का नाम महाराणी जयवंताबाई था, महाराणा प्रताप की पूरी जीवनी पड़ने के लिए नीचे दिए गए Download बटन पर क्लिक करे आप यहाँ पर प्रताप के जन्म से लेकर मृत्यु तक की पूरी कथा डिटेल में पढ़ सकते है, अगर आप को लिंक डाउनलोड करने में कोई समस्या आ रही है तो आप कमेंट बॉक्स में अपना नाम ईमेल id के साथ submit कर दे आप को PDF फाइल भेज दी जाएगी मेवाड़ के सिसोदिया राजपूत एक नजर (1326–1884) शासन काल 1 राणा हम्मीर सिंह 1326–1364 2 राणा क्षेत्र सिंह 1364–1382 3 राणा लखा 1382–1421 4 राणा मोकल 1421–1433 5 राणा कुम्भ 1433–1468 6 उदयसिंह प्रथम 1468–1473 7 राणा रायमल 1473–1508 8 राणा सांगा 1508–1527 9 रतन सिंह द्वितीय 1528–1531 10 राणा विक्रमादित्य सिंह 1531–1536 11 बनवीर सिंह 1536–1540 12 उदयसिंह द्वितीय 1540–1572 13 महाराणा प्रताप 1572–1597 14 अमर सिंह प्रथम 1597–1620 15 करण सिंह द्वितीय 1620–1628 16 जगत सिंह प्रथम 1628–1652 17 राज सिंह प्रथम 1652–1680 18 जय सिंह 1680–1698 19 अमर सिंह द्वितीय 1698–1710 20 संग्राम सिंह द्वितीय 1710–1734 21 जगत सिंह द्वितीय 1734–1751 22 प्रताप सिंह द्वितीय 1751–1754 23 राज सिंह द्वितीय 1754–1762 24 अरी सिंह द्वितीय 1762–1772 25 हम्मीर सिंह द्वितीय 1772–1778 26 भीम सिंह 1778–1828 27 जवान सिंह 1828–1838 28 सरदार सिंह 1828–1842 29 स्वरूप सिंह 1842–1861 30 शम्भू सिंह 1861–1874 31 उदयपुर के सज्जन सिंह 1874–1884 32 फतेह सिंह...

महाराणा प्रताप का परिचय

विषय सूची • 1 जन्म तथा परिचय • 2 विवाह • 3 युद्धमय जीवन • 4 टीका टिप्पणी और संदर्भ • 5 बाहरी कड़ियाँ • 6 संबंधित लेख जन्म तथा परिचय विवाह राणा प्रताप की पत्नियाँ और पुत्र/पुत्रियाँ क्र.सं. पत्नी का नाम पुत्र/पुत्रियाँ 1. महारानी अजब्धे पंवार अमरसिंह और भगवानदास 2. अमरबाई राठौर नत्था 3. शहमति बाई हाडा पुरा 4. अलमदेबाई चौहान जसवंत सिंह 5. रत्नावती बाई परमार माल, गज, क्लिंगु 6. लखाबाई रायभाना 7. जसोबाई चौहान कल्याणदास 8. चंपाबाई जंथी कल्ला, सनवालदास और दुर्जन सिंह 9. सोलनखिनीपुर बाई साशा और गोपाल 10. फूलबाई राठौर चंदा और शिखा 11. खीचर आशाबाई हत्थी और राम सिंह युद्धमय जीवन सम्पूर्ण जीवन युद्ध करके और भयानक कठिनाइयों का सामना करके

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Maharana Pratap History in Hindi Full (महाराणा प्रताप का जीवन परिचय) महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया था इनका राजतिलक १ मार्च १५७२ को हुआ इनके पिता उदयसिंह द्वितीय थे, प्रताप के उत्तराधिकारी महाराणा अमर सिंह थे, इस वीर पुरुष की माता का नाम महाराणी जयवंताबाई था, महाराणा प्रताप की पूरी जीवनी पड़ने के लिए नीचे दिए गए Download बटन पर क्लिक करे आप यहाँ पर प्रताप के जन्म से लेकर मृत्यु तक की पूरी कथा डिटेल में पढ़ सकते है, अगर आप को लिंक डाउनलोड करने में कोई समस्या आ रही है तो आप कमेंट बॉक्स में अपना नाम ईमेल id के साथ submit कर दे आप को PDF फाइल भेज दी जाएगी मेवाड़ के सिसोदिया राजपूत एक नजर (1326–1884) शासन काल 1 राणा हम्मीर सिंह 1326–1364 2 राणा क्षेत्र सिंह 1364–1382 3 राणा लखा 1382–1421 4 राणा मोकल 1421–1433 5 राणा कुम्भ 1433–1468 6 उदयसिंह प्रथम 1468–1473 7 राणा रायमल 1473–1508 8 राणा सांगा 1508–1527 9 रतन सिंह द्वितीय 1528–1531 10 राणा विक्रमादित्य सिंह 1531–1536 11 बनवीर सिंह 1536–1540 12 उदयसिंह द्वितीय 1540–1572 13 महाराणा प्रताप 1572–1597 14 अमर सिंह प्रथम 1597–1620 15 करण सिंह द्वितीय 1620–1628 16 जगत सिंह प्रथम 1628–1652 17 राज सिंह प्रथम 1652–1680 18 जय सिंह 1680–1698 19 अमर सिंह द्वितीय 1698–1710 20 संग्राम सिंह द्वितीय 1710–1734 21 जगत सिंह द्वितीय 1734–1751 22 प्रताप सिंह द्वितीय 1751–1754 23 राज सिंह द्वितीय 1754–1762 24 अरी सिंह द्वितीय 1762–1772 25 हम्मीर सिंह द्वितीय 1772–1778 26 भीम सिंह 1778–1828 27 जवान सिंह 1828–1838 28 सरदार सिंह 1828–1842 29 स्वरूप सिंह 1842–1861 30 शम्भू सिंह 1861–1874 31 उदयपुर के सज्जन सिंह 1874–1884 32 फतेह सिंह...

महाराणा प्रताप का इतिहास

महाराणा प्रताप मेवाड़ के शूरवीर राजा थे। इनकी वीरता के किस्से आज भी बहुत प्रसिद्ध है। इन्होने कभी भी किसी के आगे अपना सर नहीं झुकाया था। यह हमेशा देश और धर्म के लिए लड़ते थे। महाराणा प्रताप राजपूत थे उनकी सेना कभी मुगलो के सामने नहीं झुकती थी। महाराणा प्रताप के समय मुगल शासक अकबर पुरे हिंदुस्तान पर राज करने का सपना ले कर आया था लगभग आधे हिंदुस्तान पर तो अकबर कब्ज़ा कर चूका था पर महाराणा प्रताप ने कसम खा ली थी कि “मैं घास की रोटी और जमीन पर लेट जाऊंगा, परंतु किसी की अधीनता कभी स्वीकार नहीं करूंगा” और इस कसम पर वह हमेशा अटल रहे । तो आइये जानते है महाराणा प्रताप का जीवन परिचय एवं इतिहास के बारे में | Table of Contents • • • • महाराणा प्रताप का जीवन परिचय एवं इतिहास महाराणा प्रताप का जन्म वैशाख 19, 1462 ( मई 9, 1540 ) को मेवाड़, राजस्थान में हुआ था। इनकी कुल 11 पत्निया थी। इनके पिता का नाम उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई था। महाराणा प्रताप राजपूत थे इनका पूरा नाम महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया है। इनकी कहानी शौर्य पराक्रम से भरी हुई है। इनके प्रमुख शत्रु मुगल थे जो पुरे हिन्दुस्तान पर राज करने का सपना ले कर आये थे पर महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओ की वजह से वह पूरा ना हो सका। महाराणा प्रताप बचपन में भीलो के साथ रह कर युद्ध कला सीखा करते थे। महाराणा प्रताप का बचपन का नाम कीका था। महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम चेतक था जिसकी मृत्यु हल्दीघाटी के युद्ध में हो गए थी . ये घोडा महाराणा प्रताप को बहुत प्रिय था। हल्दी घाटी के युद्ध के समय जब चेतक के सामने एक नदी आ जाती है तब वह उसे फलांग मार कर पार तो कर लेता है परन्तु इस घटना में वह घायल हो जाता है जिस कारण उसकी मृत्यु हो जाती है। हल्दी घ...

महाराणा प्रताप का इतिहास, 2023 जयंति, जीवन परिचय

महाराणा प्रताप जयंति 2023 कब है? , महाराणा प्रताप इतिहास, जीवन परिचय, हल्दीघाटी का युद्ध, चेतक का इतिहास (Maharana Pratap History And Biography in Hindi) Maharana Pratap Jayanti 2023 In Hindi महाराणा प्रताप का इतिहास (Maharana Pratap History In Hindi) भारतीय इतिहास की वह शौर्य गाथा है जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। Advertisements भारत की पवित्र भूमि अपने वीर सपूतों की वीरगाथा से भरी पड़ी है। इतिहास गवाह है कि जब जब भारत की अस्मिता पर आंच आई है भारत के किसी ना किसी वीर सपूत ने अपने प्राणों की आहुति देकर इसकी रक्षा की है। भारत के इन महान वीर सपूतों में भारत के वीर पुत्र महाराणा प्रताप का नाम भी शामिल है जिन्होंने भारत की अस्मिता को बचाने के लिए मुगलों से संघर्ष किया और उनकी ईट से ईट बजा दी। वीर महाराणा प्रताप ने आजीवन भारत की अस्मिता को बचाने के लिए मुगलों से संघर्ष किया और मुगलों के हर आक्रमण का मुंहतोड़ जवाब दिया। आज भी वीर महाराणा प्रताप को सबसे महान भारतीय योद्धाओं में गिना जाता है जिन्होंने अपने प्राणों की चिंता किए बगैर भारत की अस्मिता के लिए संघर्ष किया। वीर महाराणा प्रताप का नाम सुनने के बाद मुगल सम्राट अकबर तक की रूह कांप उठती थी। भारतीय इतिहास में मुगल सम्राट अकबर तथा वीर महाराणा प्रताप दोनों के बीच संघर्ष का वर्णन मिलता है। महाराणा प्रताप जी मेवाड़ के राजा थे जो इस समय राजस्थान में पड़ता है। भारतीय इतिहास में महाराणा प्रताप जी के के साथ-साथ उनके घोड़े चेतक का भी वर्णन किया गया है। केवल इतना ही नहीं वीर महाराणा प्रताप और चेतक के ऊपर आज इस लेख के जरिए हम आपको महाराणा प्रताप का इतिहास (History Of Maharana Pratap In Hindi) बताने वाले हैं। • • • • • • • • • • • • • •...

Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी

राजपूत राजाओं में सबसे प्रसिद्ध Maharana Pratap biography in hindi के बारे में हम लोग इस लेख में पूरी जानकारी पाने वाले हैं भारत के इतिहास में कई राजा महाराजा हुए जो कि वीरता और शौर्य पराक्रम त्याग से इतिहास में उनका नाम अमर हो गया भारत देश पर कई साल मुगलों का शासन रहा। मुगल से लड़ने के लिए मुगल को भारत से निकालने के लिए भारत के कई राजा महाराजाओं ने युद्ध किया उन्हें हराया और भारत को मुस्लिमों से स्वतंत्र कराना चाहा उन्हीं में से एक बहुत ही वीरता और त्याग पराक्रम के प्रतिमूर्ति माने जाने वाले महाराणा प्रताप राजा थे Maharana Pratap एक सच्चे देशभक्त साहसी शक्तिशाली वीर राजा थे उन्होंने मुगलों को भी इतना परेशान कर दिया था कि महाराणा प्रताप के मृत्यु के बाद अकबर के भी आंख से आंसू आ गया था और वह Maharana Pratap के साहस का और वीरता का गुणगान करता था. Maharana Pratap एक ऐसे शासक थे जिन्हें हराने के लिए जब तक महाराणा प्रताप जीवित रहे अकबर उन्हें हराने का कोशिश करता रहा लेकिन यह कोशिश उसका नाकाम ही रहा वह महाराणा प्रताप को कभी भी हरा नहीं सका अपनी अधीनता स्वीकार नहीं करा सका. महाराणा प्रताप का जन्म Maharana Pratap का जन्म 9 मई 1540 इसवी में हुआ था. और हिंदी संवत के अनुसार उनका जन्म जेष्ठ महीना के शुक्ल पक्ष में तृतीया तिथि को मनाया जाता हैं महाराणा प्रताप के दादाजी महान शक्तिशाली और साहसी राजा महाराज राणा सांगा थे. Maharana Pratap के पिता जी का नाम उदय सिंह था और उनकी माता का नाम महारानी जयवंती था. महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ के दुर्ग में हुआ था. महाराणा प्रताप के बचपन का नाम कीका था महाराज महाराणा प्रताप बचपन से ही बहुत साहसी शक्तिशाली और देशभक्त इंसान थे वह अपने मातृभूमि के ल...