महाराणा प्रताप का जन्म कहां हुआ

  1. महाराणा प्रताप का इतिहास Maharana Pratap History in Hindi
  2. Maharana Pratap Jayanti In Hindi
  3. जानिए शूरवीर भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप के इतिहास बारे में
  4. Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी
  5. महाराणा प्रताप जयंती 2024 (Maharana Pratap Jayanti Kab Hai 2024)
  6. जानिए शूरवीर भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप के इतिहास बारे में
  7. महाराणा प्रताप का इतिहास Maharana Pratap History in Hindi
  8. Maharana Pratap Jayanti In Hindi
  9. Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी
  10. महाराणा प्रताप — महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ई. को हुआ था।


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महाराणा प्रताप का इतिहास Maharana Pratap History in Hindi

Life History of Maharana Pratap in Hindi महाराणा प्रताप ने कभी मुगलों की पराधीनता स्वीकार नहीं की और अकबर जैसे शासक को नाकों चने चबवा दिए| महाराणा प्रताप का इतिहास इस बात का गवाह है कि भारतमाता ने ऐसे अनेक वीरों को जन्म दिया है जिन्होंने मरते दम तक अपने देश की रक्षा की है। महाराणा प्रताप का नाम भारत में जन्म लेने वाले शूरवीरों में सबसे ऊपर आता है। महाराणा प्रताप ने जीवनभर संघर्ष किया और सालों तक जंगलों में रहकर जीवन व्यतीत किया, घास की रोटियां खायीं और गुफा में सोये लेकिन मुगलों की पराधीनता कभी स्वीकार नहीं की। महाराणा को वीरता और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति माना जाता है। उन्होंने आखिरी सांस तक मेवाड़ की रक्षा की। महाराणा की बहादुरी को देखकर उनका सबसे बड़ा दुश्मन अकबर भी उनका कायल हो गया था। महाराणा का जन्म 9 मई सन 1540 को मेवाड़ के कुम्भलगढ दुर्ग में हुआ था। महाराणा की माता का नाम जैवन्ताबाई और पिता का नाम उदय सिंह था। महाराणा के बचपन का नाम “कीका” था। आगे चलकर महाराणा को मेवाड़ का साम्राज्य सौंप दिया गया। महाराणा का सबसे बड़ा दुश्मन अकबर – उन दिनों अकबर मुगल साम्राज्य का शासक था। अकबर उस समय सबसे शक्तिशाली सम्राट भी था। अकबर के आगे कई राजपूत राजा पहले ही घुटने टेक चुके थे इसलिए अकबर अपनी मुग़ल सेना को अजेय मानता था। अकबर पूरे भारत पर राज करना चाहता था। इसलिए उसने कई राजपूत राजाओं को हराकर उनका राज्य हथिया लिया तो वहीं कई राजाओं ने मुग़ल सेना के डर से आत्मसमर्पण कर दिया। अकबर ने महाराणा प्रताप को भी 6 बार संधि वार्ता का प्रस्ताव भेजा था लेकिन महाराणा ने अकबर के आगे झुकने से मना कर दिया और महाराणा के पास अकबर की सेना की तुलना में आधे ही सिपाही थे लेकिन फिर भी उन्होंने अकबर के दांत ख...

Maharana Pratap Jayanti In Hindi

महाराणा प्रताप जयंती -मेवाड़ के 13वें राजा महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को हुआ था। महाराणा प्रताप को भारतीय इतिहास के सबसे मजबूत योद्धाओं में से एक के रूप में भी जाना जाता है। 9 मई को प्रत्येक वर्ष महाराणा प्रताप जयंती मनाई जाती है। इस लेख में हम आपको महाराणा प्रताप और उनसे जुड़े इतिहास के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं।जानें की महाराणा प्रताप जयंती किस दिन मनाई जाती है, यह क्यों मनाई जाती है| महाराणा प्रताप के हल्दीघाटी का युद्ध के बारे में भी पढ़े| Table of Content • 1. महाराणा प्रताप जयंती | Maharana Pratap Jayanti • 2. महाराणा प्रताप का प्रारंभिक जीवन | Maharana Pratap Early Life • 3. महाराणा प्रताप का ऐतिहासिक सम्बन्à¤...

जानिए शूरवीर भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप के इतिहास बारे में

Share रचनाकर पीथल की पुस्तक डिंगल में वीरस के पृष्ठ संख्या 41 पर दो पंक्तियां हैं, जो खासकर मेवाड़ में काफी लोकप्रिय है। वह इस प्रकार है… माई एहड़ा पूत जण, जेहड़ा राणा प्रताप। अकबर सूतो ओझकै, जाण सिराणै साँप॥ इस पंक्तियों का अर्थ है कि हे माता! ऐसे पुत्र को जन्म दे, जैसे राणा प्रताप हैं। जिन्हें सिरहाने का साँप समझ कर सोता हुआ अकबर भी चौंक पड़ता है। जी हॉं! यह कहानी है वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम, स्वाभिमान और मातृभूमि की स्वतंत्रता के​ लिए अपना जीवन अर्पण कर देने वाले हिन्दूआ सूरज, मेवाड़ रत्न, वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की। जिन्होंने आजीवन कभी भी मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई बार मुगलों को युद्ध में भी हराया। महाराणा प्रताप का जन्म महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिं​ह सिसोदिया था। वे मेवाड़ राजवंश के शासक थे। जो सिसादिया वंशीय थे। इस वंश बप्पा रावल, राणा कुंभा, महाराणा संग्राम सिंह जैसे वीर हुए थे। महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 – 19 जनवरी 1597 को राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ महल में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ था। कुछ इतिहासकारोंं का यह भी मत है कि उनका जन्म पाली जिले के राजमहलों में यानी उनके मामा के घर पर हुआ था। लेकिन कर्नल जेम्स टॉड के मत कि महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ महल में हुआ था, को ज्यादा मान्यता दी गई है। महाराणा प्रताप को बचपन में कीका नाम से पुकारा जाता था। इसके पीछे का कारण यह था कि महाराणा प्रताप का बचपन भील समुदाय के साथ बिता था। उन्हीं के साथ वे युद्ध कला सीखते थे। चूॅंकि भील अपने पुत्र को कीका कहकर पुकारते हैं इसलिए वे महाराणा प्रताप को भी कीका नाम से पुक...

Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी

राजपूत राजाओं में सबसे प्रसिद्ध Maharana Pratap biography in hindi के बारे में हम लोग इस लेख में पूरी जानकारी पाने वाले हैं भारत के इतिहास में कई राजा महाराजा हुए जो कि वीरता और शौर्य पराक्रम त्याग से इतिहास में उनका नाम अमर हो गया भारत देश पर कई साल मुगलों का शासन रहा। मुगल से लड़ने के लिए मुगल को भारत से निकालने के लिए भारत के कई राजा महाराजाओं ने युद्ध किया उन्हें हराया और भारत को मुस्लिमों से स्वतंत्र कराना चाहा उन्हीं में से एक बहुत ही वीरता और त्याग पराक्रम के प्रतिमूर्ति माने जाने वाले महाराणा प्रताप राजा थे Maharana Pratap एक सच्चे देशभक्त साहसी शक्तिशाली वीर राजा थे उन्होंने मुगलों को भी इतना परेशान कर दिया था कि महाराणा प्रताप के मृत्यु के बाद अकबर के भी आंख से आंसू आ गया था और वह Maharana Pratap के साहस का और वीरता का गुणगान करता था. Maharana Pratap एक ऐसे शासक थे जिन्हें हराने के लिए जब तक महाराणा प्रताप जीवित रहे अकबर उन्हें हराने का कोशिश करता रहा लेकिन यह कोशिश उसका नाकाम ही रहा वह महाराणा प्रताप को कभी भी हरा नहीं सका अपनी अधीनता स्वीकार नहीं करा सका. महाराणा प्रताप का जन्म Maharana Pratap का जन्म 9 मई 1540 इसवी में हुआ था. और हिंदी संवत के अनुसार उनका जन्म जेष्ठ महीना के शुक्ल पक्ष में तृतीया तिथि को मनाया जाता हैं महाराणा प्रताप के दादाजी महान शक्तिशाली और साहसी राजा महाराज राणा सांगा थे. Maharana Pratap के पिता जी का नाम उदय सिंह था और उनकी माता का नाम महारानी जयवंती था. महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ के दुर्ग में हुआ था. महाराणा प्रताप के बचपन का नाम कीका था महाराज महाराणा प्रताप बचपन से ही बहुत साहसी शक्तिशाली और देशभक्त इंसान थे वह अपने मातृभूमि के ल...

महाराणा प्रताप जयंती 2024 (Maharana Pratap Jayanti Kab Hai 2024)

Maharana Pratap Jayanti Kab Hai 2024: भारत के वीरों की बात करें तो महाराणा प्रताप का नाम जरूर लिया जाता है। महाराणा प्रताप का जन्म सोलहवीं शताब्दी में वीरों की भूमि राजस्थान में हुआ था। महाराणा प्रताप ने अकबर से युद्ध के मैदान में कई बार युद्ध किया और अपने परिवार के साथ जंगलों में प्रतिकूल परिस्थितियों को भी देखा, लेकिन हार नहीं मानी और अकबर के सामने कभी सिर नहीं झुकाया। आज भी महाराणा प्रताप के शौर्य और पराक्रम के किस्से सुनाए जाते हैं और उनका नाम इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। आइए जानते हैं महाराणा प्रताप की जयंती कब है और उनके जीवन से जुड़ी खास बातें – महाराणा प्रताप की जयंती कब है 2024 (Maharana Pratap Ki Jayanti Kab Hai 2024 ) अंग्रेजी कलैण्डर के अनुसार महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को कुम्भलगढ़ में हुआ था, लेकिन सन 1540 ई. में इस दिन ज्येष्ठ मास की तृतीया तिथि थी, इसलिए हिंदी पंचांग के अनुसार इस बार महाराणा प्रताप की जयंती 9 मई 2024, गुरूवार को मनाई जाएगी। महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़ी खास बातें • महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ई. को राजस्थान के कुंभलगढ़ में हुआ था, उन्होंने युद्ध कौशल ​​अपनी मां से सीखा था। • महाराणा प्रताप और अकबर के बीच हुए भीषण युद्ध को आज भी इतिहास में पढ़ा जाता है। यह युद्ध 1576 ई. में मुगल बादशाह अकबर और महाराणा प्रताप द्वारा लड़ा गया था। • अकबर के पास एक विशाल सेना और हथियार थे, लेकिन महाराणा प्रताप के पास उनकी शौर्यऔर वीरता थी। उनके पास कुछ लेकिन बहादुर योद्धा थे। जिन्होंने हर हाल में महाराणा प्रताप का साथ दिया। • हल्दीघाटी की लड़ाई में महाराणा प्रताप के पास केवल 20 हजार सैनिक थे और अकबर के पास 85 हजार सैनिकों की एक ...

जानिए शूरवीर भारत के वीर सपूत महाराणा प्रताप के इतिहास बारे में

Share रचनाकर पीथल की पुस्तक डिंगल में वीरस के पृष्ठ संख्या 41 पर दो पंक्तियां हैं, जो खासकर मेवाड़ में काफी लोकप्रिय है। वह इस प्रकार है… माई एहड़ा पूत जण, जेहड़ा राणा प्रताप। अकबर सूतो ओझकै, जाण सिराणै साँप॥ इस पंक्तियों का अर्थ है कि हे माता! ऐसे पुत्र को जन्म दे, जैसे राणा प्रताप हैं। जिन्हें सिरहाने का साँप समझ कर सोता हुआ अकबर भी चौंक पड़ता है। जी हॉं! यह कहानी है वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम, स्वाभिमान और मातृभूमि की स्वतंत्रता के​ लिए अपना जीवन अर्पण कर देने वाले हिन्दूआ सूरज, मेवाड़ रत्न, वीर शिरोमणी महाराणा प्रताप की। जिन्होंने आजीवन कभी भी मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई बार मुगलों को युद्ध में भी हराया। महाराणा प्रताप का जन्म महाराणा प्रताप का पूरा नाम महाराणा प्रताप सिं​ह सिसोदिया था। वे मेवाड़ राजवंश के शासक थे। जो सिसादिया वंशीय थे। इस वंश बप्पा रावल, राणा कुंभा, महाराणा संग्राम सिंह जैसे वीर हुए थे। महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 – 19 जनवरी 1597 को राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ महल में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ था। कुछ इतिहासकारोंं का यह भी मत है कि उनका जन्म पाली जिले के राजमहलों में यानी उनके मामा के घर पर हुआ था। लेकिन कर्नल जेम्स टॉड के मत कि महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ महल में हुआ था, को ज्यादा मान्यता दी गई है। महाराणा प्रताप को बचपन में कीका नाम से पुकारा जाता था। इसके पीछे का कारण यह था कि महाराणा प्रताप का बचपन भील समुदाय के साथ बिता था। उन्हीं के साथ वे युद्ध कला सीखते थे। चूॅंकि भील अपने पुत्र को कीका कहकर पुकारते हैं इसलिए वे महाराणा प्रताप को भी कीका नाम से पुक...

महाराणा प्रताप का इतिहास Maharana Pratap History in Hindi

Life History of Maharana Pratap in Hindi महाराणा प्रताप ने कभी मुगलों की पराधीनता स्वीकार नहीं की और अकबर जैसे शासक को नाकों चने चबवा दिए| महाराणा प्रताप का इतिहास इस बात का गवाह है कि भारतमाता ने ऐसे अनेक वीरों को जन्म दिया है जिन्होंने मरते दम तक अपने देश की रक्षा की है। महाराणा प्रताप का नाम भारत में जन्म लेने वाले शूरवीरों में सबसे ऊपर आता है। महाराणा प्रताप ने जीवनभर संघर्ष किया और सालों तक जंगलों में रहकर जीवन व्यतीत किया, घास की रोटियां खायीं और गुफा में सोये लेकिन मुगलों की पराधीनता कभी स्वीकार नहीं की। महाराणा को वीरता और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति माना जाता है। उन्होंने आखिरी सांस तक मेवाड़ की रक्षा की। महाराणा की बहादुरी को देखकर उनका सबसे बड़ा दुश्मन अकबर भी उनका कायल हो गया था। महाराणा का जन्म 9 मई सन 1540 को मेवाड़ के कुम्भलगढ दुर्ग में हुआ था। महाराणा की माता का नाम जैवन्ताबाई और पिता का नाम उदय सिंह था। महाराणा के बचपन का नाम “कीका” था। आगे चलकर महाराणा को मेवाड़ का साम्राज्य सौंप दिया गया। महाराणा का सबसे बड़ा दुश्मन अकबर – उन दिनों अकबर मुगल साम्राज्य का शासक था। अकबर उस समय सबसे शक्तिशाली सम्राट भी था। अकबर के आगे कई राजपूत राजा पहले ही घुटने टेक चुके थे इसलिए अकबर अपनी मुग़ल सेना को अजेय मानता था। अकबर पूरे भारत पर राज करना चाहता था। इसलिए उसने कई राजपूत राजाओं को हराकर उनका राज्य हथिया लिया तो वहीं कई राजाओं ने मुग़ल सेना के डर से आत्मसमर्पण कर दिया। अकबर ने महाराणा प्रताप को भी 6 बार संधि वार्ता का प्रस्ताव भेजा था लेकिन महाराणा ने अकबर के आगे झुकने से मना कर दिया और महाराणा के पास अकबर की सेना की तुलना में आधे ही सिपाही थे लेकिन फिर भी उन्होंने अकबर के दांत ख...

Maharana Pratap Jayanti In Hindi

महाराणा प्रताप जयंती -मेवाड़ के 13वें राजा महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को हुआ था। महाराणा प्रताप को भारतीय इतिहास के सबसे मजबूत योद्धाओं में से एक के रूप में भी जाना जाता है। 9 मई को प्रत्येक वर्ष महाराणा प्रताप जयंती मनाई जाती है। इस लेख में हम आपको महाराणा प्रताप और उनसे जुड़े इतिहास के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं।जानें की महाराणा प्रताप जयंती किस दिन मनाई जाती है, यह क्यों मनाई जाती है| महाराणा प्रताप के हल्दीघाटी का युद्ध के बारे में भी पढ़े| Table of Content • 1. महाराणा प्रताप जयंती | Maharana Pratap Jayanti • 2. महाराणा प्रताप का प्रारंभिक जीवन | Maharana Pratap Early Life • 3. महाराणा प्रताप का ऐतिहासिक सम्बन्à¤...

Maharana Pratap biography in hindi महाराणा प्रताप की जीवनी

राजपूत राजाओं में सबसे प्रसिद्ध Maharana Pratap biography in hindi के बारे में हम लोग इस लेख में पूरी जानकारी पाने वाले हैं भारत के इतिहास में कई राजा महाराजा हुए जो कि वीरता और शौर्य पराक्रम त्याग से इतिहास में उनका नाम अमर हो गया भारत देश पर कई साल मुगलों का शासन रहा। मुगल से लड़ने के लिए मुगल को भारत से निकालने के लिए भारत के कई राजा महाराजाओं ने युद्ध किया उन्हें हराया और भारत को मुस्लिमों से स्वतंत्र कराना चाहा उन्हीं में से एक बहुत ही वीरता और त्याग पराक्रम के प्रतिमूर्ति माने जाने वाले महाराणा प्रताप राजा थे Maharana Pratap एक सच्चे देशभक्त साहसी शक्तिशाली वीर राजा थे उन्होंने मुगलों को भी इतना परेशान कर दिया था कि महाराणा प्रताप के मृत्यु के बाद अकबर के भी आंख से आंसू आ गया था और वह Maharana Pratap के साहस का और वीरता का गुणगान करता था. Maharana Pratap एक ऐसे शासक थे जिन्हें हराने के लिए जब तक महाराणा प्रताप जीवित रहे अकबर उन्हें हराने का कोशिश करता रहा लेकिन यह कोशिश उसका नाकाम ही रहा वह महाराणा प्रताप को कभी भी हरा नहीं सका अपनी अधीनता स्वीकार नहीं करा सका. महाराणा प्रताप का जन्म Maharana Pratap का जन्म 9 मई 1540 इसवी में हुआ था. और हिंदी संवत के अनुसार उनका जन्म जेष्ठ महीना के शुक्ल पक्ष में तृतीया तिथि को मनाया जाता हैं महाराणा प्रताप के दादाजी महान शक्तिशाली और साहसी राजा महाराज राणा सांगा थे. Maharana Pratap के पिता जी का नाम उदय सिंह था और उनकी माता का नाम महारानी जयवंती था. महाराणा प्रताप का जन्म कुंभलगढ़ के दुर्ग में हुआ था. महाराणा प्रताप के बचपन का नाम कीका था महाराज महाराणा प्रताप बचपन से ही बहुत साहसी शक्तिशाली और देशभक्त इंसान थे वह अपने मातृभूमि के ल...

महाराणा प्रताप — महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ई. को हुआ था।

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