महात्मा बुद्ध के उपदेश

  1. गौतम बुद्ध के उपदेश
  2. Buddha Purnima 2023:जीवन में एकाग्र और खुश रहने के लिए पढ़ें महात्मा बुद्ध के अनमोल विचार
  3. भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश
  4. गौतम बुद्ध (Goutam Buddha) और उनके उपदेश
  5. गौतम बुद्ध के उपदेश और अनमोल वचन
  6. गौतम बुद्ध
  7. गौतम बुद्धा के जीवन से सीखे 10 बातें
  8. महात्मा बुध के उपदेशों का वर्णन करें? Mahatma budh ke updesho ka varnan karen?
  9. Buddha Amritwani Gautam Buddha Motivational Story For Happy Life Astro Special
  10. भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश


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गौतम बुद्ध के उपदेश

महात्मा गौतम बुद्ध के उपदेश Gautam Buddha Quotes in Hindi अनुभव के आग में तप कर सामने आए हैं। इसीलिए गौतम बुद्ध के उपदेश Gautam Buddha Updesh in Hindi किसी खज़ाने से कम नहीं। गौतम बुद्ध विचार Gautam Buddha Thoughts in Hindi आज भी बेहद प्रासंगिक हैं। वे हमें इस संसार में राह दिखाते हैं। अगर हम महात्मा बुद्ध के उपदेश, Gautam Buddha Quotes Hindi, बुद्ध के विचार , Gautam Buddha Suvichar in Hindi को पढ़कर उन्हें अपने जीवन में अपनाएं तो अपना जीवन सफल बना सकते हैं। साथ ही हम बुद्धा कोट्स, Mahatma Budh ki Shiksha in Hindi, बुद्ध के उपदेश, Bhagwan Buddha ke Vichar के द्वारा हम दूसरों का भी कल्याण कर सकते हैं। तो फिर देर किस बात की, आप भी गौतम बुद्ध के उपदेश Gautam Buddha Quotes in Hindi को पढ़ें और इन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयत्न करें। एक पल एक दिन को बदल सकता है, एक दिन एक जीवन को बदल सकता है, और एक जीवन इस दुनिया को बदल सकता है। क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थी को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है। जिस व्यक्ति का मन शांत होता है, जो व्यक्ति बोलते और अपना काम करते समय शांत रहता है, वह वही व्यक्ति होता है जिसने सच को हासिल कर लिया है और जो दुःख-तकलीफों से मुक्त हो चुका है। जो व्यक्ति अपना जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता। अज्ञानी आदमी एक बैल के समान है। वह ज्ञान में नहीं, आकार में बढ़ता है। क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकडे रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं। ईर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौश...

Buddha Purnima 2023:जीवन में एकाग्र और खुश रहने के लिए पढ़ें महात्मा बुद्ध के अनमोल विचार

Buddha Purnima 2023 Motivational Quotes : बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध की जयंती को बुद्ध पूर्णिमा के तौर पर मनाते हैं। गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इस वर्ष बुद्ध पूर्णिमा 5 मई को मनाई जा रही है। गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के पास लुम्बिनी में हुआ था। उनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था। कम उम्र में सिद्धार्थ ने घर छोड़ दिया और सत्य की खोज में निकल गए। 27 वर्ष की आयु में बुद्ध संन्यासी बन गए। बाद में गौतम बुद्ध को महात्मा बुद्ध की उपाधि मिली। उन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की। सारनाथ में भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया। बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले लोग गौतम बुद्ध को भगवान की तरह पूजते हैं। ऐसे में बुद्ध पूर्णिमा की तिथि को लोग घरों में दीपक जलाकर ग्रंथों का पाठ करते है और सही मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं। महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन में चार आर्य सत्यों का उपदेश दिया था। उनके उपदेश जीवन में एकाग्रता और खुश रखने के लिए मूल मंत्र हैं, जिसका अनुसरण हर किसी को करना चाहिए। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर पढ़ें महात्मा बुद्ध के अनमोल विचार, जो सुखी जीवन के लिए जरूरी है। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestylesection) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़(Health and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी , (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़(relationship news in Hindi) और यात्रा(travel news in Hindi) आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ ( रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android

भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश

Comments भगवान गौतम बुद्ध जी जो बौद्ध धर्म के संस्थापक है उनका जन्म 563 ईंसवी पूर्व के बीच कपिलवस्तु के पास में लुंबिनी नामक ग्राम में हुआ जो कि इस समय नेपाल के तराई क्षेत्र में स्थित है व उनकी मृत्यु 80 वर्ष की उम्र में 483 ईसवी पूर्व में हुई थी | भगवान गौतम बुद्ध उपदेश व शिक्षा पर ही बौद्धा धर्म का प्रचलन हुआ था इसीलिए हम आपको गौतम बौद्ध के उपदेशो के बारे में बताते है जिनको जान कर आप गौतम बुद्ध जी के बारे में भी काफी कुछ जान सकते है | गौतम बुद्ध के उपदेश इन हिंदी अगर आप किसी बात पर हम जैसे ही क्रोधित होते हैं, हम सच का मार्ग छोड़कर अपने लिए प्रयास करने लग जाते है। इर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते। जीवन में एक दिन भी समझदारी से जीना कहीं अच्छा है, बजाय एक हजार साल तक बिना ध्यान के साधना करने के। आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए, आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो। गौतम बुद्ध का प्रथम उपदेश जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, वैसे ही मनुष्य भी बिना आध्यात्मिक जीवन के नहीं जी सकता। जिस तरह से तूफ़ान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता, उसी तरह से महान व्यक्ति, तारीफ़ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते। मैं कभी नहीं देखता क्या किया गया है, मैं केवल ये देखता हूं कि क्या करना बाकी है। मौत एक विचलित मन वाले व्यक्ति को उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से बाढ़ में एक गांव के (नींद में डूबे हुए) लोग बह जाते हैं। गौतम बुद्ध उपदेश अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। किसी जंगली जानवर की अपेक्...

गौतम बुद्ध (Goutam Buddha) और उनके उपदेश

गौतम बुध्द और उनके उपदेश गौतम बुद्ध का उल्लेख सभी प्रमुख पुराणों तथा सभी महत्वपूर्ण हिन्दू ग्रन्थों में हुआ है। गौतम बुद्ध को भगवान बुद्ध व महात्मा बुद्ध आदि नामों से भी जाना जाता है। वे विश्व प्रसिद्ध बौद्ध धर्म के संस्थापक माने जाते हैं। उनका जन्म 563 ईस्वी पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुम्बिनी में हुआ था, जो नेपाल में है। लुम्बिनी वन नेपाल के तराई क्षेत्र में कपिलवस्तु और देवदह के बीच नौतनवा स्टेशन से 8 मील दूर पश्चिम में रुक्मिनदेई नामक स्थान के पास स्थित है। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. पूर्व लुम्बिनी मैं इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल के राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था । उनकी माँ का नाम महामाया था जो कोलीय वंश से थीं, जिनका इनके जन्म के सात दिन बाद निधन हो गया था । गौतम बुद्ध का पालन पोषण महारानी की छोटी सगी बहन महाप्रजापती गौतमी ने किया। शिशु का नाम सिद्धार्थ रखा गया । जिसका अर्थ है “वह जो सिद्धी प्राप्ति के लिए जन्मा हो”। गौतम गोत्र में जन्म लेने के कारण वे गौतम भी कहलाए। जन्म समारोह के दौरान, साधु द्रष्टा आसित ने अपने पहाड़ के निवास से घोषणा की- बच्चा या तो एक महान राजा या एक महान पवित्र पथ प्रदर्शक बनेगा। शुद्दोधन ने पांचवें दिन एक नामकरण समारोह आयोजित किया और आठ ब्राह्मण विद्वानों को भविष्य पढ़ने के लिए आमंत्रित किया। सभी ने एक सी दोहरी भविष्यवाणी की, कि बच्चा या तो एक महान राजा या एक महान पवित्र आदमी बनेगा। सिद्धार्थ की शिक्षा सिद्धार्थ ने गुरु विश्वामित्र के पास वेद और उपनिषद्‌ को तो पढ़ा ही , राजकाज और युद्ध-विद्या की भी शिक्षा ली। कुश्ती, घुड़दौड़, तीर-कमान, रथ हाँकने में कोई उसकी बराबरी नहीं कर पाता। सिद्धार्थ के मन में ब...

गौतम बुद्ध के उपदेश और अनमोल वचन

विषय-सूचि • • • • • • • • • • • • • गौतमबुद्धकीबुनायादीशिक्षा महात्माबुद्धऔरबौद्धधर्मकेबारेमेजितनीभीजानकारीहैवहसब’पिटाका’मेमौजूदहै।बौद्धधर्मकेमूलउपदेशोकाप्रचारभीपिटाकासेकियाजाताहै। पिटाकातीनभागोमेविभाजितहै। –सुतापिटाका –विनयपिटाका –अभिदमपिटाका सुतापिटाका सुतापिटाकामेकुल 5 समूह/ निकेयाहै।यहकिताबबौद्धधर्मकीपवित्रकिताबमानीजातीहै। बौद्धधर्मकापालनकरनेवालेशिष्योनेइसकिताबकोपेशकियाथा।इसीकारणकीवजहसेबौद्धधर्मकीबुनयादीशिक्षाकेलिएहमपूरीतरहपिटाकापरनिर्भरनहीरहतेहै। चारबुनयादीसच–चतुरआर्यसत्यानी मोक्षऔरशांतिकीप्राप्तिकेलिएगौतमबुद्धनेअपनेअनुयायीयोकोयहबतायाकिउन्हेजीवनकेचारसत्योकोसमझनाहोगा।गौतमबुद्धनेअपनेभक्तोकोसच्चाईकापालनकरनेऔरखुशरहनेकेलिएभीकुछमूलमंत्रबताए।इनमूलमंत्रोकोचतुरआर्यसत्यानीकेनामसेपुकारागया। गौतमबुद्धकीप्रतिमा 1 –दुखऔरपीड़ाकाकारणहैइच्छाएं, अगरमनुष्यइच्छाओपरकाबूकरलेतोजीवनमेउसेकिसीपीडाकासामनानहीकरनापडेगा।धरतीपरजीवनगुजारनेकेलिएऔरअपनेअस्तित्वकोकायमरखनेकेलिएमनुष्यकोकष्टभोगनापड़ताहै। 2 –इच्छाएं, इंद्रिया, लगाावऔरलालचइनकुछकारणोकेकारणहीमनुष्यकोपीड़ाहोतीहै।मनुष्यकेदुखभोगनेकाकारणभीउसकीइंद्रियाहै। 3 –अगरमनुष्यअपनीइच्छाओपरनियंत्रणपासकेतोउसकेजीवनकेसारेदुखखत्महोजाएंगे।इंद्रियोकाविनाशकरनेसेदुखोकाविनाशहोताहैसाथहीपीड़ाकेकारणभीसमाप्तहोतेहै। 4 –जीवनकेदुखऔरपीड़ाखत्मकरनेकेलिएबहुतसेउपयोगीतरीकेहै। अस्तांगिकामार्ग–आठउपदेश गौतमबुद्धभक्तिमेंलीन महात्माबुद्धनेअपनेउपदेशोमेसाफसाफभक्तोकोयहबतायाहैकिमनुष्यकीपीड़ाकाक्याकारणहै।भगवानबुद्धनेदुखोकोऔरपीड़ासेछुटकारापानेकेलिए 8 महत्वपूर्णबिंदुबताएहैजोहै:- –सहीमनुष्यपरविश्वास –सहीतरीकेसेकार्यकरना –सहीशब्दोकाप्रयोगकरभाषणदेनायहबातकरना –सहीविचारोकामतिष्कमेआना –सहीतरीकेसेजीवनजीना ...

गौतम बुद्ध

• • Senior posting Predecessor Successor बुद्ध के जनम शाक्य कुल के एगो राज परिवार मे भइल रहे बाकिर अंत मे ऊ सभ त्याग के एगो मुनि बनि गइल रहन। बौद्ध कथा सभ के अनुसार, बरसन के कष्ट, ध्यान आ संन्यास के बाद इनकरा बोधि प्राप्त भइल आ ई ओह तंत्र के बुझ लिहलन जे लोगन के जीवन आ मरन के चक्का मे बान्ह के धइले रहेला। ओकरा बादि बुद्ध बुद्ध शब्द क अर्थ होला अइसन व्यक्ति जे के बोधि (मने ज्ञान) मिल गइल होखे आ तथागत भी कहल जाला जेकर मतलब होला 'जे उहाँ पहुँच गइल होखे' या 'जे ओ (ज्ञान) के प्राप्त कइ लिहले होखे/प्राप्त हो गइल होखे'। बिसयसूची • 1 इतिहासी व्यक्ति की रूप में गौतम बुद्ध • 2 पारंपरिक स्रोत • 3 जीवनी • 3.1 जनम • 3.2 प्रारंभिक जीवन आ बियाह • 3.3 महाभिनिष्क्रमण (संन्यास) • 3.4 ज्ञान प्राप्ति • 3.5 धर्मचक्रप्रवर्तन (पहिला उपदेश) आ संघ के अस्थापना • 3.6 महापरिनिर्वाण • 4 भगवान बुद्ध क शिक्षा • 4.1 चारि गो आर्य सत्य • 4.2 अष्टांगिक मार्ग • 5 नोट • 6 संदर्भ इतिहासी व्यक्ति की रूप में गौतम बुद्ध इतिहासी गौतम बुद्ध के जीवन के समय क निर्धारण कइल बहुत मुश्किल बा। काहें से कि उहाँ की जन्म आ मरला क कौनो निश्चित समय आ तारीख़ नइखे मालूम ज्यादातर बिद्वान लोग गौतम बुद्ध के जीवन 563 ईपू से 483 ईपू की बीच में मानेला। हालाँकि अबहिन कुछ दिन पहिले एगो संभावित बौद्ध अस्थान माया मंदिर के उत्खनन पारंपरिक स्रोत पारंपरिक रूप से भगवान बुद्ध की जीवन की बारे में बुद्धचरित, ललितविस्तार सूत्र, महावस्तु अउरी निदानकथा नाँव की ग्रन्थ में मिलेला। ए सभ में बुद्धचरितम् सबसे पुरान बा जेवन दूसरी सदी के रचना मानल जाला ई एगो महाकाव्य हवे जेकर रचना अश्वघोष कइले रहलें। जातक कथा की रूप में बुद्ध की पिछला कई जनम के कहानी मिले...

गौतम बुद्धा के जीवन से सीखे 10 बातें

Gautam Buddha Updesh in Hindi गौतम बुद्धा के जीवन से सीखे जाने वाले पाठ जो हमें जिंदगी में सफलता पाने में सहायता करेंगे – क्या आपको कभी इस बात को जानकर आश्चर्य हुआ है की गौतम बुद्धा की सभी मुर्तिया इतनी शांत, नम्र और हँसती हुई क्यों होती है? अच्छा चलो हम आपको बता ही देते है, क्योकि गौतम बुद्धा ने जिंदगी की सच्चाई को जानकर जिंदगी में खुश रहने के रहस्यों को उजागर किया था। उन्होंने अपने में से स्वार्थ को बिल्कुल निकाल ही दिया था और वर्तमान समय की सुन्दरता में जीने लगे थे। हमें भी उन्ही की तरह शांत और नम्र रहना चाहिये, इसके लिये आपको उनके द्वारा बताये गए मार्ग पर ही चलना होंगा। आइये बुद्धा के कुछ विचारो को आज हम जानते है – गौतम बुद्ध के ऐसे उपदेश जो बदल देंगे – Gautama Buddha Teachings In Hindi बुद्ध पूर्णिमा क्यों है बेहद खास? – Buddha Purnima Information in Hindi बुद्ध पूर्णिमा का दिन इसलिए और भी ज्यादा खास है क्योंकि इसी दिन गौतम बुद्ध के जन्मदिन के साथ-साथ उन्हें ज्ञान की प्राप्ति एवं महापरिनिर्वाण भी प्राप्त हुआ था। ऐसा संयोग किसी महापुरुष के साथ दुर्लभ ही पड़ता है। आपको बता दें कि सुख, शांति, दयाभाव एवं करुणा का संदेश देने वाले महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म बुद्ध पूर्णिमा को “वैशाख पूर्णिमा” भी कहा जाता है, क्योंकि इसे हिन्दी कैलेंडर के दूसरे महीने में मनाया जाता है। वैसे तो यह पर्व हर धर्म के द्धारा आजकल मनाया जाता है, लेकिन बौद्ध धर्म में इस पर्व का अपना एक खास महत्व है। सत्य एवं अहिंसा को अपने जीवन का आधार मानने वाले एवं बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध एक अध्यात्मिक नेता थे, जिनके महान विचारों, उपदेशों एवं शिक्षाओं के बल पर ही बौद्ध धर्म की नींव रखी गई थी। सिद्धार्थ ना...

महात्मा बुध के उपदेशों का वर्णन करें? Mahatma budh ke updesho ka varnan karen?

सवाल: महात्मा बुध के उपदेशों का वर्णन करें? महात्मा बुद्ध के उपदेश दुनिया के सबसे प्रभावशाली धार्मिक और दार्शनिक उपदेशों में से एक माने जाते हैं। वे भारतीय धर्म बौद्ध धर्म के संस्थापक हुए और उनके उपदेशों ने सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया। उनका मुख्य उद्देश्य मनुष्यों को दुःख से मुक्ति प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन करना था। महात्मा बुद्ध ने अपने उपदेशों में चार मुख्य सत्यों की प्रमुखता दी। पहला सत्य है कि जीवन में दुःख है, दूसरा सत्य है कि दुःख का कारण तानाशाही और आसक्ति है, तीसरा सत्य है कि दुःख से मुक्ति मात्र निर्वाण के माध्यम से प्राप्त हो सकती है, और चौथा सत्य है कि निर्वाण के मार्ग पर आचरण करने के लिए आत्मसंयम और मध्यम मार्ग का पालन करना आवश्यक है। उनके उपदेशों में करुणा, दया, निर्मलता और समग्रता की महत्वपूर्ण भूमिका है। वे सामान्य लोगों की जीवन दशा में दुःख को समझते थे और सभी मनुष्यों के लिए समान दया और सम्मान की मांग करते थे। उनके उपदेशों में शांति, समता, त्याग, मध्यम मार्ग, सहनशक्ति, प्रेम, सत्य, और आत्मसम्मान जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों का महत्व उठाया गया। महात्मा बुद्ध के उपदेश धर्म, नैतिकता, समयोचित आचरण, और सामाजिक संघर्ष के मुद्दों पर गहरा प्रभाव डाले। उनके उपदेशों का मुख्य उद्देश्य मनुष्यों को सच्ची खुशी, शांति, और मुक्ति की प्राप्ति में मदद करना था। वे भारतीय इतिहास के महान आदर्शवादी व्यक्तित्व माने जाते हैं और उनके उपदेशों ने मानवता को आदर्श जीवन की दिशा में प्रेरित किया है।

Buddha Amritwani Gautam Buddha Motivational Story For Happy Life Astro Special

Gautam Buddha Amritwani in Hindi:महात्मा गौतम बुद्ध को बौद्ध धर्म का संस्थापक कहा जाता है. उन्होंने वर्षों बोध गया के बोधि वृक्ष के नीचे बैठकर तपस्या की और इसके बाद उन्हें दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई. बुद्ध ने अपने विचारों और उपदेशों से पूरे संसार को शांति और अहिंसा का मार्ग दिखाया. इसलिए कहा जात है कि बुद्ध के विचार आपका जीवन बदल सकते हैं. बुद्ध की आज की अमृतवाणी में आपको बताएंगे गौतम बुद्ध से जुड़ी एक ऐसी कहानी के बारे में, जिससे आपके जीवन में खुशियां ही खुशियां रहेंगी. क्योंकि बुद्ध का मानना है कि, यह पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करता है कि आप खुशी या गम क्या लेना पसंद करते हैं? आप क्या लेना पसंद करेंगे? उदासी या मुस्कान एक बार बुद्ध एक गांव से गुजर रहे थे. लेकिन उस गांव में लोगों के बीच गौतम बुद्ध को लेकर गलत धारणा थी, जिस कारण वो बुद्ध को अपना दुश्मन मानते थे. जब उस गांव में बुद्ध आए तो गांव वाले उन्हें बहुत भला बुरा कहने लगे और बदुआएं देने लगे. लेकिन इसके बावजूद भी बुद्ध गांव वालों की बात शांति से और मुस्कुरा कर चुपचाप सुनते रहें. गांव वालों ने देखा कि, उनकी बातों का बुद्ध पर कोई असर नहीं हो रहा है और वे विनम्रता से उनकी बातें सुन रहे हैं. गांव वाले जब बोलते-बोलते थक गए तो आखिर में बुद्ध ने कहा कि–‘यदि आप सभी की बातें समाप्त हो गयी हो तो मैं अब प्रस्थान करूं’. बुद्ध की बात सुनकर गांव वाले हैरान रह हए. लेकिन उस भीड़ में एक व्यक्ति ने बुद्ध से कहा कि- ‘हमने तुम्हारी कोई प्रसन्नता नहीं की है. हम तुम्हें बदुआएं दे रहे हैं. क्या तुम्हे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता?” बुद्ध मुस्कुराते हुए बोले– जाओ मैं आपकी गालियां या बद्दुओं को लेता ही नहीं. आपके द्वारा दी गई गालियों से भला मेरा...

भगवान गौतम बुद्ध के उपदेश

Comments भगवान गौतम बुद्ध जी जो बौद्ध धर्म के संस्थापक है उनका जन्म 563 ईंसवी पूर्व के बीच कपिलवस्तु के पास में लुंबिनी नामक ग्राम में हुआ जो कि इस समय नेपाल के तराई क्षेत्र में स्थित है व उनकी मृत्यु 80 वर्ष की उम्र में 483 ईसवी पूर्व में हुई थी | भगवान गौतम बुद्ध उपदेश व शिक्षा पर ही बौद्धा धर्म का प्रचलन हुआ था इसीलिए हम आपको गौतम बौद्ध के उपदेशो के बारे में बताते है जिनको जान कर आप गौतम बुद्ध जी के बारे में भी काफी कुछ जान सकते है | गौतम बुद्ध के उपदेश इन हिंदी अगर आप किसी बात पर हम जैसे ही क्रोधित होते हैं, हम सच का मार्ग छोड़कर अपने लिए प्रयास करने लग जाते है। इर्ष्या और नफरत की आग में जलते हुए इस संसार में खुशी और हंसी स्थाई नहीं हो सकती। अगर आप अँधेरे में डूबे हुए हैं, तो आप रौशनी की तलाश क्यों नहीं करते। जीवन में एक दिन भी समझदारी से जीना कहीं अच्छा है, बजाय एक हजार साल तक बिना ध्यान के साधना करने के। आप अपने गुस्से के लिए दंडित नहीं हुए, आप अपने गुस्से के द्वारा दंडित हुए हो। गौतम बुद्ध का प्रथम उपदेश जैसे मोमबत्ती बिना आग के नहीं जल सकती, वैसे ही मनुष्य भी बिना आध्यात्मिक जीवन के नहीं जी सकता। जिस तरह से तूफ़ान एक मजबूत पत्थर को हिला नहीं पाता, उसी तरह से महान व्यक्ति, तारीफ़ या आलोचना से प्रभावित नहीं होते। मैं कभी नहीं देखता क्या किया गया है, मैं केवल ये देखता हूं कि क्या करना बाकी है। मौत एक विचलित मन वाले व्यक्ति को उसी तरह से बहा कर ले जाती है, जिस तरह से बाढ़ में एक गांव के (नींद में डूबे हुए) लोग बह जाते हैं। गौतम बुद्ध उपदेश अच्छे स्वास्थ्य में शरीर रखना एक कर्तव्य है, अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और साफ रखने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। किसी जंगली जानवर की अपेक्...