मकान के नक्शे

  1. मकान का नक्शा कैसे बनवाएं
  2. मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से घर बैठे मिलेगी
  3. भारत का मानचित्र (नक्शा)
  4. बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति
  5. बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति
  6. मकान का नक्शा कैसे बनवाएं
  7. भारत का मानचित्र (नक्शा)
  8. मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से घर बैठे मिलेगी


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मकान का नक्शा कैसे बनवाएं

मकान के नक्शे के बारे में हेलो दोस्तो आप सभी लोगों में से बहुत सारे लोगों के घर भी बने होंगे और मकान भी बने होंगे और दुकानें भी बने होंगे दोस्तों आप सभी लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि आप सभी लोगों ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो कि नक्शे से अपना घर में नहीं बनवाए होंगे नक्शे से घर बनाने का बहुत सारे बेकार के फायदे होते हैं नक्शे से घर अगर आप बनाते हैं तो आपको कम कीमत में अच्छा खसा घर और कम जगह में भी बन जाता है जगह आपके पास अगर काम है तो आपका घर बहुत अच्छा बन जाएगा थोड़ी ही जगह में तो नक्शा कैसे बनाना है नक्शा कहां से बनेगा इसी बात पर आजन चर्चा करने वाले हैं आपसे और आप को समझाने वाले हैं पूरा डिटेल में और आपको किसी भी प्रकार की अगर समस्या आती है तो उसका भी निवारण करने के लिए हम बिल्कुल तैयार हैं और अगर आपको नक्शा बनाने वाला कोई इंजीनियर नहीं मिल पा रहा है तो उसे से भी हम काटेक्ट करवा देंगे पूरा काम आपका हम करेंगे नक्शा कैसे बनवाएं नक्शा आप सभी लोगों को बनाने के लिए सबसे पहले क्या करना है कि इंजीनियर से सलाह लेनी है इंजीनियर आपको जो बताता है फिर अगर आपके समझ में कुछ अलग से आईडी आता है तो वह भी आपको इंजीनियर में बता देना इंजीनियर आपकी सारी बातें समझेगा और आपको ध्यान रहे कि बाहर बैठने वाला एक बात का और दोस्तों आंगन एक बीच में जरूर से जरूर हवा लेना है आंगन बहुत जरूरी होता है क्योंकि घर तभी सुंदर लगता है जब घर के बीच में आंगन होता है क्योंकि अब नए जमाने में लोग आंगन नहीं रख पाते हैं कहते हैं कि यह सब क्या होगा तो आपको मैं बताना चाहूंगा कि आंगन जरूर से जरूर आप रखें और आप सभी लोग उससे आपके घर की शोभा भी बढ़ेगी और प्लस में आपको बहुत सारे लोग होंगे जैसे कि आपके घर में उजाला भी आता रहेगा ...

मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से घर बैठे मिलेगी

प्रदेश के 168 नगरीय निकायों में मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से जारी होगी। इसे कोई भी घर बैठे डाउनलोड कर सकेगा। इसके लिए सूडा में फाइनल टेस्टिंग चल रही है। सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो इसे हफ्ते भर के अंदर लागू कर दिया जाएगा। निकायों में मकान नक्शा ऑन लाइन करने की चल रही प्रक्रिया के 3 साल के अंदर यह नया अपडेशन है। अब तक आन लाइन जो नक्शे प्राप्त होते थे, उनमें डिजिटल सिग्नेचर हुआ करता था, इसलिए इसे सूडा से वेरीफाई कराने की जरूरत पड़ती थी। मकान नक्शे की यह सबसे आधुनिक और नई तकनीक होगी, जिसमें न केवल आन लाइन परमिशन मिलेगी बल्कि एफडीआर और अन्य शुल्क सीधे जमा कराए जा सकेंगे। मकान नक्शा पास कराने की जटिल प्रक्रिया, नागरिकों की परेशानी और इसमें चल रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने निकायों में 10 नवंबर 2014 से मकान नक्शे को आॅन लाइन करने की शुरुआत की थी। मकान नक्शा आॅन लाइन करने के बावजूद अभी भी आवेदकों को आवेदन की हार्ड कॉपी नगर निगम में जमा करने के लिए जाना पड़ता था। वहीं एफडीआर की राशि भी निगम में जमा कराई जाती थी। नए अपडेशन में अब किसी भी आवेदक को मकान नक्शे के लिए एक भी बार नगर निगम जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जाहिर है कि अब न तो लोगों को निगम जाने की जरूरत होगी और न ही इंजीनियर या क्लर्क से उनका वास्ता रहेगा। अपडेशन हफ्ते भर में मकान नक्शे के आॅन लाइन सिस्टम में सुधार किया गया है। इसके लिए निकायों के इंजीनियरों को सूडा द्वारा रायपुर में ट्रेनिंग भी दिलाई जा चुकी है। नए सिस्टम को लागू करने के लिए टेस्टिंग चल रही है और हफ्ते भर में यह काम पूरा हो जाएगा। अरुण शर्मा बिल्डिंग, ऑफिसर नगर निगम अब ये होगा मकान नक्शे डिजिटल सिग्नेचर से जारी होते थे। अब गवर्न...

भारत का मानचित्र (नक्शा)

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बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति

बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी, ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति पहले स्वीकृत नक्शा तीन साल के लिए वैध होता था मगर अब इसकी वैधता पांच साल तक होगी। इसके अलावा 100 से अधिक आवास वाले ऊंचे भवनों के लिए पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति अनिवार्य होगी। बिल्डिंग बायलाज में संशोधन के बाद कई अहम बदलाव हुए हैं। राज्य ब्यूरो, पटना: राज्य के शहरी निकायों में बनने वाले मकान के लिए स्वीकृत नक्शे (भवन अनुज्ञा) की वैधता दो साल बढ़ा दी गई है। पहले स्वीकृत नक्शा तीन साल के लिए वैध होता था मगर अब इसकी वैधता पांच साल तक होगी। इसके अलावा 100 से अधिक आवास वाले ऊंचे भवनों के लिए पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति अनिवार्य होगी। बिल्डिंग बायलाज में संशोधन के बाद कई अहम बदलाव हुए हैं। नए बायलाज में एकीकृत टाउनशिप को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एफएआर यानी फ्लोर एरिया रेशियो भी 3.0 की जगह 3.5 कर दिया गया है। इससे अपेक्षाकृत कम जगह पर ज्यादा ऊंची इमारतें बनाई जा सकेंगी। बहुमंजिली इमारतों के लिए अधिकतम ग्राउंड कवरेज 40 प्रतिशत रखा गया है। अब कम जोखिम वाले छोटे भवनों के लिए पार्किंग मानकों को संशोधित कर कम किया गया है। अब मकान के लिए पार्किंग की गणना बिल्ट अप एरिया से नहीं बल्कि सर्विस एरिया (बिल्ट अप एरिया का अधिकतम 15 प्रतिशत तक) के आधार पर होगी। बिल्ट अप एरिया से घटा कर बचे हुए एरिया के आधार पर शापिंग माल व मल्टीप्लेक्स के लिए 35 प्रतिशत, व्यावसायिक भवन में 30 प्रतिशत और आवासीय भवन में 25 प्रतिशत एरिया पार्किंग के लिए तय होगी। गंगा नदी के किनारे बनी शहर सुरक्षा दीवार से शहरी इलाके की ओर भूमि पट्टी में भवन निर्माण के नियमों में भी ढील दी गई है। पहले 200 मीटर दूरी तक की भूमि पट्ट...

बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति

बिहार में मकान के नक्शे की वैधता दो साल बढ़ी, ऊंचे भवनों में पाइपलाइन से ही करनी होगी गैस आपूर्ति पहले स्वीकृत नक्शा तीन साल के लिए वैध होता था मगर अब इसकी वैधता पांच साल तक होगी। इसके अलावा 100 से अधिक आवास वाले ऊंचे भवनों के लिए पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति अनिवार्य होगी। बिल्डिंग बायलाज में संशोधन के बाद कई अहम बदलाव हुए हैं। राज्य ब्यूरो, पटना: राज्य के शहरी निकायों में बनने वाले मकान के लिए स्वीकृत नक्शे (भवन अनुज्ञा) की वैधता दो साल बढ़ा दी गई है। पहले स्वीकृत नक्शा तीन साल के लिए वैध होता था मगर अब इसकी वैधता पांच साल तक होगी। इसके अलावा 100 से अधिक आवास वाले ऊंचे भवनों के लिए पाइपलाइन से गैस की आपूर्ति अनिवार्य होगी। बिल्डिंग बायलाज में संशोधन के बाद कई अहम बदलाव हुए हैं। नए बायलाज में एकीकृत टाउनशिप को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एफएआर यानी फ्लोर एरिया रेशियो भी 3.0 की जगह 3.5 कर दिया गया है। इससे अपेक्षाकृत कम जगह पर ज्यादा ऊंची इमारतें बनाई जा सकेंगी। बहुमंजिली इमारतों के लिए अधिकतम ग्राउंड कवरेज 40 प्रतिशत रखा गया है। अब कम जोखिम वाले छोटे भवनों के लिए पार्किंग मानकों को संशोधित कर कम किया गया है। अब मकान के लिए पार्किंग की गणना बिल्ट अप एरिया से नहीं बल्कि सर्विस एरिया (बिल्ट अप एरिया का अधिकतम 15 प्रतिशत तक) के आधार पर होगी। बिल्ट अप एरिया से घटा कर बचे हुए एरिया के आधार पर शापिंग माल व मल्टीप्लेक्स के लिए 35 प्रतिशत, व्यावसायिक भवन में 30 प्रतिशत और आवासीय भवन में 25 प्रतिशत एरिया पार्किंग के लिए तय होगी। गंगा नदी के किनारे बनी शहर सुरक्षा दीवार से शहरी इलाके की ओर भूमि पट्टी में भवन निर्माण के नियमों में भी ढील दी गई है। पहले 200 मीटर दूरी तक की भूमि पट्ट...

मकान का नक्शा कैसे बनवाएं

मकान के नक्शे के बारे में हेलो दोस्तो आप सभी लोगों में से बहुत सारे लोगों के घर भी बने होंगे और मकान भी बने होंगे और दुकानें भी बने होंगे दोस्तों आप सभी लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि आप सभी लोगों ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो कि नक्शे से अपना घर में नहीं बनवाए होंगे नक्शे से घर बनाने का बहुत सारे बेकार के फायदे होते हैं नक्शे से घर अगर आप बनाते हैं तो आपको कम कीमत में अच्छा खसा घर और कम जगह में भी बन जाता है जगह आपके पास अगर काम है तो आपका घर बहुत अच्छा बन जाएगा थोड़ी ही जगह में तो नक्शा कैसे बनाना है नक्शा कहां से बनेगा इसी बात पर आजन चर्चा करने वाले हैं आपसे और आप को समझाने वाले हैं पूरा डिटेल में और आपको किसी भी प्रकार की अगर समस्या आती है तो उसका भी निवारण करने के लिए हम बिल्कुल तैयार हैं और अगर आपको नक्शा बनाने वाला कोई इंजीनियर नहीं मिल पा रहा है तो उसे से भी हम काटेक्ट करवा देंगे पूरा काम आपका हम करेंगे नक्शा कैसे बनवाएं नक्शा आप सभी लोगों को बनाने के लिए सबसे पहले क्या करना है कि इंजीनियर से सलाह लेनी है इंजीनियर आपको जो बताता है फिर अगर आपके समझ में कुछ अलग से आईडी आता है तो वह भी आपको इंजीनियर में बता देना इंजीनियर आपकी सारी बातें समझेगा और आपको ध्यान रहे कि बाहर बैठने वाला एक बात का और दोस्तों आंगन एक बीच में जरूर से जरूर हवा लेना है आंगन बहुत जरूरी होता है क्योंकि घर तभी सुंदर लगता है जब घर के बीच में आंगन होता है क्योंकि अब नए जमाने में लोग आंगन नहीं रख पाते हैं कहते हैं कि यह सब क्या होगा तो आपको मैं बताना चाहूंगा कि आंगन जरूर से जरूर आप रखें और आप सभी लोग उससे आपके घर की शोभा भी बढ़ेगी और प्लस में आपको बहुत सारे लोग होंगे जैसे कि आपके घर में उजाला भी आता रहेगा ...

भारत का मानचित्र (नक्शा)

EU GDPR Update: Hindi.mapsofindia has updated its Terms and Privacy Policy to give Users more transparency into the data this Website collects, how it is processed and the controls Users have on their personal data. Users are requested to review the revised Privacy Policy before using the website services, as any further use of the website will be considered as User\'s consent to Hindi.mapsofindia

मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से घर बैठे मिलेगी

प्रदेश के 168 नगरीय निकायों में मकान नक्शे की परमिशन अब ई सिग्नेचर से जारी होगी। इसे कोई भी घर बैठे डाउनलोड कर सकेगा। इसके लिए सूडा में फाइनल टेस्टिंग चल रही है। सब कुछ ठीक ठाक रहा, तो इसे हफ्ते भर के अंदर लागू कर दिया जाएगा। निकायों में मकान नक्शा ऑन लाइन करने की चल रही प्रक्रिया के 3 साल के अंदर यह नया अपडेशन है। अब तक आन लाइन जो नक्शे प्राप्त होते थे, उनमें डिजिटल सिग्नेचर हुआ करता था, इसलिए इसे सूडा से वेरीफाई कराने की जरूरत पड़ती थी। मकान नक्शे की यह सबसे आधुनिक और नई तकनीक होगी, जिसमें न केवल आन लाइन परमिशन मिलेगी बल्कि एफडीआर और अन्य शुल्क सीधे जमा कराए जा सकेंगे। मकान नक्शा पास कराने की जटिल प्रक्रिया, नागरिकों की परेशानी और इसमें चल रहे भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए नगरीय प्रशासन विभाग ने निकायों में 10 नवंबर 2014 से मकान नक्शे को आॅन लाइन करने की शुरुआत की थी। मकान नक्शा आॅन लाइन करने के बावजूद अभी भी आवेदकों को आवेदन की हार्ड कॉपी नगर निगम में जमा करने के लिए जाना पड़ता था। वहीं एफडीआर की राशि भी निगम में जमा कराई जाती थी। नए अपडेशन में अब किसी भी आवेदक को मकान नक्शे के लिए एक भी बार नगर निगम जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जाहिर है कि अब न तो लोगों को निगम जाने की जरूरत होगी और न ही इंजीनियर या क्लर्क से उनका वास्ता रहेगा। अपडेशन हफ्ते भर में मकान नक्शे के आॅन लाइन सिस्टम में सुधार किया गया है। इसके लिए निकायों के इंजीनियरों को सूडा द्वारा रायपुर में ट्रेनिंग भी दिलाई जा चुकी है। नए सिस्टम को लागू करने के लिए टेस्टिंग चल रही है और हफ्ते भर में यह काम पूरा हो जाएगा। अरुण शर्मा बिल्डिंग, ऑफिसर नगर निगम अब ये होगा मकान नक्शे डिजिटल सिग्नेचर से जारी होते थे। अब गवर्न...