मकर संक्रांति कब है 2023

  1. Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति कब, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र व पूजा विधि, When is Makar Sankranti, know auspicious time, mantra and worship method.
  2. Makar Sankranti 2023 kab hai date time puja vidhi shubh muhrat
  3. मकर संक्रांति कब है 2023 , मकर सक्रांति को क्या दान करें
  4. मकर संक्रांति 2023


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Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति कब, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र व पूजा विधि, When is Makar Sankranti, know auspicious time, mantra and worship method.

Makar Sankranti 2023: मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का त्योहार इस साल 15 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा है. इस त्योहार के साथ कई धार्मिक मान्यताएं व सांस्कृतिक परंपराएं जुड़ी हुई हैं. मकर संक्रांति पर गंगा नदी में स्नान को शुभ माना गया है. इस दिन के स्नान को महास्नान तक कहा गया है. आज के दिन लोग सूर्य देव की उपासना और दान-पुण्य करते है, इस दिन खिचड़ी खाने का विशेष प्रचलन है. Makar Sankranti 2023: पूजा विधि • मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में पानी में काला तिल, हल्का गुड़ और गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें. • इसके बाद साफ वस्त्र धारण करें और एक तांबे के लोटे में पानी भर लें. • अब उसमें काला तिल, गुड़, लाल चंदन, लाल पुष्प, अक्षत् आदि मिला लें. • इसके बाद सूर्य देव को स्मरण करके उनके मंत्र का जाप करें. • फिर उनको जल अर्पित कर दें. • सूर्य देव की पूजा के बाद शनि देव को काला तिल अर्पित करें.

Makar Sankranti 2023 kab hai date time puja vidhi shubh muhrat

2021 में सामान्य रहने के बाद पिछले साल 2022 में मकर संक्रांति 14 और 15 जनवरी के चक्कर में फंसा रहा। लेकिन, पंचागों के अनुसार इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाना शुभ होगा। पंचागों के अनुसार 14 जनवरी की आधी रात बाद ही सूर्यदेव मकर राशि में करेंगे प्रवेश करेंगे। 15 जनवरी की दोपहर तक पुण्यकाल है। शास्त्र व पंचागों के अनुसार पुण्यकाल में चूड़ा-दही व तिल खाना शुभ होगा। हालांकि वर्षों से चली आ रही 14 जनवरी वाली परंपरा को मानने वाले इस दिन चूड़ा-दही का मजा लेंगे। आचार्य नवीनचंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि पंचागों के अनुसार इस बार 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्पष्ट है। 14-15 की आधी रात बाद 3 बजे भोर में मकर राशि के सूर्य हो रहे हैं। पुण्यकाल दोपहर तक है। इसलिए पुण्यकाल में स्नान व दान का विशेष महत्व है। Paush Purnima 2023 : पौष पूर्णिमा कब है? नोट कर लें पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और स्नान- दान का समय चूड़ा, तिल, मिठाई, खिचड़ी सामग्री व गर्म कपड़े दान करने से सुख-समृद्धि आचार्य श्री मिश्र ने बताया कि मकर राशि के सूर्य के साथ ही पुण्यकाल में स्नान व दान के बाद चूड़ा-दही व तिल खाना शुभ होगा। पुण्यकाल में स्नान के बाद तिल का होम करने और चूड़ा, तिल, मिठाई, खिचड़ी सामग्री, गर्म कपड़े दान करने व इसे ग्रहण करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। आचार्य ने कहा कि मकर राशि के सूर्य होते ही सूर्यदेव उतरायण हो जाते हैं और देवताओं के दिन और दैत्यों के लिए रात शुरू होती है। खरमास खत्म होने के साथ ही माघ माह शुरू हो जाता है। 13 जनवरी से शुरू होंगे इन राशियों के अच्छे दिन, देखें क्या आप भी हैं इस लिस्ट में शामिल पिछले 22 सालों में 12 वर्ष 15 जनवरी को मकर संक्रांति आचार्य नवीन चंद्र मिश्र वैदिक ने बताया कि कई पंचाग...

मकर संक्रांति कब है 2023 , मकर सक्रांति को क्या दान करें

मकर संक्रांति कब है 2023 , मकर सक्रांति को क्या दान करें मकर संक्रांति कब है 2023 , मकर सक्रांति को क्या दान करें , मकर सक्रांति किस दिन है , मकर सक्रांति को क्या दान करें , मकर सक्रांति का पुण्य काल कब है , मकर सक्रांति को पतंगबाजी करने का शुभ समय , मकर सक्रांति के दिन दान करने का शुभ समय क्या है , मकर सक्रांति के दिन क्या दान करना चाहिए , makar sakranti kab hai , makar sakranti ko kya Dan Karen , makar sakranti ko patangbaji karne ka muhurt पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी मकर सक्रांति का त्यौहार 15 जनवरी को है। इस त्यौहार के दिन दान पुण्य करने के साथ-साथ मनोरंजन के लिए पतंगबाजी करने का प्रचलन है। मकर सक्रांति क्यों मनाई जाती है ? मकर सक्रांति का पर्व (उत्सव) है जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के उपलक्ष में मनाया जाता है। खरमास की समाप्ति के बाद मकर सक्रांति के दिन से ही सभी मांगलिक कार्यों का आरंभ होता है। मकर सक्रांति को दूसरे किस नाम से जाना जाता है- मकर सक्रांति के 20 घंटे पहले तथा मकर सक्रांति के 6 घंटे बाद तक दान करने का समय सर्वश्रेष्ठ है। मकर सक्रांति के दिन सुबह 11:00 बजे तक कोई भी वस्तु दान करने के लिए सर्वश्रेष्ठ समय है वैसे तो यह पूरा दिन ही दान पुण्य करने के लिए श्रेष्ठ है किंतु सुबह 11:00 बजे तक का समय सर्वश्रेष्ठ है। मकर सक्रांति के दिन क्या दान करें मकर सक्रांति के दिन तिल का दान करना सबसे अच्छा रहता है। तिल के लड्डू बनाकर दान करना अच्छा है। इसके अलावा इस दिन ऊनी वस्त्रों का दान करना तथा कोई भी धार्मिक वस्तु का दान करना शुभ तथा श्रेष्ठ माना गया है। साथ ही इस दिन गायों को चारा डालना भी शुभ तथा श्रेष्ठ रहेगा।

मकर संक्रांति 2023

By Jan 13, 2023 मकर संक्रांति 2023| Makar Sankranti 2023 : मकर संक्रांति भारत का एक प्रमुख त्यौहार है। यह भारत के अलग- अलग राज्यों में विभिन्न नामों से जाना जाता है। सूर्य जब एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते है, तो इस राशि परिवर्तन को संक्रांति कहते है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व सूर्य के राशि परिवर्तन के मौके पर अर्थात पौष मास में जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश कर जाते है तब इस पर्व को मनाया जाता है। इस त्यौहार को तमिलनाडु में पोंगल कहते है। कर्नाटक, केरल और आंध्रप्रदेश में केवल संक्रांति कहते है। उत्तरप्रदेश बिहार में खिचड़ी, गुजरात में उतरायण , असम में बिहू के नाम से जानते .है नाम भले ही अलग है किन्तु पूरे देश में उत्साह और श्रद्धा से मनाया जाता है। विविधता में एकता का प्रत्यक्ष उदाहरण है। यह पर्व प्रतिवर्ष 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। सूर्य उत्तर की दिशा की ओर जाता है जिसे उतरायण कहते है। सूर्य के अपने दिशा परिवर्तन से ठण्ड धीरे-धीरे कम होने लगती है। भारत में कई धर्म, जाति और वर्ग के लोग रहते है। मकर संक्रांति का पर्व आपसी भाईचारा को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। हर त्यौहार का अपनी अलग महत्त्व और विशेषता होती है और लोग इन्हें पूरी मान्यताओं और परपंरा के साथ मानते है, इसी तरह मकर संक्रांति में तिल और पतंग का बड़ा महत्त्व है। Table of Contents • • • • • • • • • कब है मकर संक्रांति | When is Makar Sankranti वर्ष 2023 में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जायेगा, क्योंकि इस बार सूर्य 14 जनवरी की रात 8:57 मिनिट में मकर राशि में प्रवेश होंगे। मकर संक्रांति का पुण्यकाल सुबह 6:17 मिनट से शाम में 5:55 मिनट तक रहेगा। लेकिन महा...