मलमास प्रारंभ 2023

  1. Sawan Somvar 2023: इस बार 4 नहीं बल्कि 8 होंगे सावन सोमवार! जान लें वजह और तारीखें
  2. Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद बनेगा खास संयोग
  3. Kharmas 2023 खरमास के अंतिम दिनों में इन राशियों को मिलेगा भाग्य का भरपूर साथ
  4. Kharmas 2023 : आज से खरमास शुरू, वर्जित रहेंगे सभी शुभ काम, करें ये विशेष उपाय
  5. Devshayani Ekadashi 2023: कब है देवशयनी एकादशी? पूर्णिया के ज्‍योतिषी से जानें व्रत के नियम और महत्त्व
  6. Magh Month 2023 Vrat List: माघ मास के प्रमुख व्रत


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Sawan Somvar 2023: इस बार 4 नहीं बल्कि 8 होंगे सावन सोमवार! जान लें वजह और तारीखें

Sawan 2023 start date and end date in hindi: हिंदू नववर्ष यानी कि नया विक्रम संवत 2080 इस बार 12 की जगह 13 माह का होगा. इस हिंदू नववर्ष में 1 महीना मलमास का अधिक होगा. इस अतिरिक्‍त महीने को अधिकमास कहते हैं. दरअसल, कालगणना के अनुसार प्रत्येक तीसरे वर्ष में ऐसी स्थिति बनती है कि साल में एक महीना बढ़ जाता है. इस बार यह अधिकमास या मलमास सावन के महीने के बाद पड़ रहा है इसलिए सावन का महीना 30 दिन की बजाय 59 दिन का होगा. 59 दिन के सावन महीने के पीछे क्‍या है वजह? दरअसल, वैदिक पंचांग की गणना सौरमास और चंद्रमास के आधार पर होती है. एक चंद्रमास 354 दिनों का होता है वहीं एक सौरमास 365 दिनों का होता है. इस तरह से इन दोनों में 11 दिन का अंतर आ जाता है. लिहाजा 3 साल में यह अंतर 33 दिन का हो जाता है. इस तरह हर तीसरे वर्ष में 33 दिनों का अतिरिक्त एक माह बन जाता है. इन 33 दिनों के समायोजन को ही अधिकमास कहा जाता है. साल 2023 में अधिकमास के दिनों का समायोजन सावन के माह में हो रहा है. इस कारण से सावन एक की बजाय दो महीने का होगा और सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे. साल 2023 के सावन सोमवार और उनकी तारीख सावन का पहला सोमवार- 10 जुलाई 2023 सावन का दूसरा सोमवार - 17 जुलाई 2023 सावन का तीसरा सोमवार - 24 जुलाई 2023 सावन का चौथा सोमवार - 31 जुलाई 2023 सावन का पांचवा सोमवार - 7 अगस्‍त 2023 सावन का छठवां सोमवार - 14 अगस्‍त 2023 सावन का सातवां सोमवार - 21 अगस्‍त 2023 सावन का आठवां सोमवार - 28 अगस्‍त 2023

Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद बनेगा खास संयोग

• • Faith Hindi • Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद सावन के महीने में बनेगा खास संयोग Malmas 2023: शुरू होने वाला है मलमास, 19 साल बाद सावन के महीने में बनेगा खास संयोग Malmas 2023: हिंदी कैलेंडर में मलमास को अधिक मास भी कहा जाता है क्योंकि इसमें अन्य महीनों की तुलना में अधिक दिन होते हैं. आइए जानते हैं इस बार कब शुरू होगा मलमास? Malmas 2023 Kab Hai: अंग्रेजी कैलेंडर में लीप ईयर के बारे में लगभग सभी जानते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि हिंदी कैलेंडर में भी लीप ईयर होता है और इसे मलमास यानि अधिक मास कहा जाता है. जिस तरह लीप ईयर तीन साल में एक बार आता है, उसी तरह मलमास भी तीन साल में एक बार ही आता है. साल 2023 में मलमास लगने वाला है और सबसे महत्वपूर्ण बात है कि मलमास के दौरान 19 साल बाद बेहद ही खास संयोग बनेगा. आइए जानते हैं इसके बारे में डिटेल से. Also Read: • • • क्या होता है मलमास? हिंदू कैलेंडर के अनुसार तीन साल में एक बार एक अतिरिक्त माह आता है जिसे मलमास या अधिक मास कहा जाता है. कुछ जगहों पर इसे पुरुषोत्तममास भी कहते हैं. पंचांग के अनुसार जब सूर्य ग्रह राशि बदलकर एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है. ऐसे में 12 राशियां और 12 संक्रांति होती हैं. लेकिन जिस माह संक्रांति नहीं होती यानि सूर्य राशि नहीं बदलते उस माह मलमास होता है. मलमास में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य वर्जित माना गया है. कब लगेगा मलमास? हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 2023 में मलमास लगने वाजा है जो कि 18 जुलाई 2023 से लेकर 16 अगस्त 2023 तक रहेगा. स्पष्ट कर दें कि लीप ईयर की तरह मलमास हर साल नहीं, बल्कि केवल तीन साल में एक बार ही आता है. 19 साल बाद खास संयोग इस ...

Kharmas 2023 खरमास के अंतिम दिनों में इन राशियों को मिलेगा भाग्य का भरपूर साथ

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Kharmas 2023:वर्ष में कुछ ऐसे दिन होते हैं, जिन्हें धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इन सबमें खरमास भी एक है, जिसे हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि खरमास की अवधि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है और इसके खत्म होते ही सभी महत्वपूर्ण कार्य जैसे- विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश इत्यादि पुनः प्रारंभ हो जाते हैं। वर्तमान समय में चल रहे खरमास की शुरुआत पिछले महीने 16 दिसंबर 2022 के दिन से हुई थी और समापन माघ मास में 14 जनवरी 2023 के दिन होगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार 3 राशियां ऐसी हैं जिन्हें खरमास के अंतिम दिनों में बहुत लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं- डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

Kharmas 2023 : आज से खरमास शुरू, वर्जित रहेंगे सभी शुभ काम, करें ये विशेष उपाय

highlights • आज से खरमास शुरु • 12 राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव • इन विशेष उपायों से होगा लाभ नई दिल्ली : Kharmas 2023 : सूर्य जब भी किसी राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसे संक्रांति कहा जाता है. वहीं इस बार सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, इसलिए इस बार मीन संक्रांति पड़ रहा है. अब जब सूर्य मीन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, इससे बीमारी और रोग बढ़ जाता है. इस समय कोई भी शुभ काम करना भी वर्जित होता है. मीन संक्रांति को मीन मलमास भी कहा जाता है. अब मीन मलमास दिनांक 15 मार्च से लेकर दिनांक 14 अप्रैल तक रहेगा. इससे कुछ राशियों को सावधान रहने की आवश्यकता है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि कौन से शुभ कार्य नहीं करना है. 12 राशियों पर मीन मलमास का क्या प्रभाव पड़ेगा. मीन मलमास के विशेष उपाय क्या है. शुभ कार्य करना है वर्जित मीन मलमास लग जाने के बाद मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है. इस समय विवाह जैसे शुभ काम, नए मकान का निर्माण और नया व्यवसाय प्रारंभ नहीं करना चाहिए. क्योंकि मांगलिक कार्य करने के लिए गुरु ठीक अवस्था में होना चाहिए और मीन संक्रांति लग जाने के बाद से गुरु का प्रभाव कम हो जाता है. इस समय मुंडन भी नहीं कराना चाहिए. कोई भी शुभ काम इस समय के लिए टाल देना चाहिए. ये भी पढ़ें - सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने से कैसा रहेगा इन राशियों का हाल 1. मेष राशि मेष राशि वालों को अपनी आंखों का ध्यान रखना चाहिए और यात्रा करने से बचना चाहिए. 2. वृष राशि वृष राशि वालों के रुके काम पूरे हो सकते हैं और संपत्ति में भी वृद्धि होगी. 3. मिथुन राशि मिथुन राशि वालों को मान-सम्मान की प्राप्ति होगी और स्वास्थ्य में सुधार होगा. 4. कर्क राशि कर्क राशि वालों को स्वास्थ्य...

Devshayani Ekadashi 2023: कब है देवशयनी एकादशी? पूर्णिया के ज्‍योतिषी से जानें व्रत के नियम और महत्त्व

विक्रम कुमार झा/पूर्णिया. एकादशी कई प्रकार के होते हैं. इसमें से एक है देवशयनी एकादशी. इसको लेकर कई भक्तों में असमंजस की स्थिति है. इस असमंजस को दूर करने के लिए पूर्णिया के पंडित मनोत्पल झा ने विशेष जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देवशयनी एकादशी का विशेष महत्त्व है. इस एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की विशेष पूजा-आराधना की जाती हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि सामान्य तौर पर साल में 24 एकादशी होते हैं, लेकिन मलमास के कारण कभी-कभी साल में 26 एकादशी भी होते हैं. इन एकादशियों में देवशयनी एकादशी का खास महत्त्व है. पंडित जी कहते हैं कि सूर्य जब मिथुन राशि में प्रवेश करते हैं, तो देवशयनी एकादशी प्रारंभ हो जाती है. पुनः जब सूर्य तुला राशि में प्रवेश करते हैं तो हर तरह के मांगलिक कार्य शुरू होते हैं. पंडित जी कहते हैं कि इस वर्ष 29 जून 2023 दिन गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष तिथि को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी. देवशयनी एकादशी को विभिन्न नामों से भी जाना जाता है. इसे कई लोग पदनाम एकादशी भी कहते हैं, तो कई लोग हरीशायनी एकादशी. भगवान विष्णु का नाम हरि और पदनाम है. इसलिए इसे देवशयनी एकादशी कहते हैं. उन्होंने कहा यह एकादशी सब एकादशी में खास माना जाती है. यह ज्यादा फलदाई और शुभ होती है. देवशयनी एकादशी व्रत की मान्यताएं पंडित मनोत्पल झा के मुताबिक, देवशयनी एकादशी या हरीशायनी एकादशी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस एकादशी के बाद भगवान विष्णु देवलोक के अपने शयनकक्ष में आराम करने चले जाते हैं. जिससे आने वाले 4 महीने शुभ कार्य वर्जित होते हैं. उन्होंने कहा कि अगले अश्विन महीने से हर तरह के मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं. जिनके बाद संसार का कामकाज शुरू हो जाता है. पालनहार भगवान विष्णु पुनः संसार का पाल...

Magh Month 2023 Vrat List: माघ मास के प्रमुख व्रत

To Start receiving timely alerts please follow the below steps: • Click on the Menu icon of the browser, it opens up a list of options. • Click on the “Options ”, it opens up the settings page, • Here click on the “Privacy & Security” options listed on the left hand side of the page. • Scroll down the page to the “Permission” section . • Here click on the “Settings” tab of the Notification option. • A pop up will open with all listed sites, select the option “ALLOW“, for the respective site under the status head to allow the notification. • Once the changes is done, click on the “Save Changes” option to save the changes. Magh Month 2023 Vrat & Festival List in Hindi: संवत 2079, वर्ष 2023 में पवित्र माघ मास 7 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है। यह मास पवित्र नदियों में स्नान, दान-पुण्य आदि के लिए विशेष होता है। ज्योतिषीय दृष्टि से देखें तो इस मास में अनेक बड़े व्रत-पर्व आ रहे हैं। साथ ही बड़े ग्रहों का राशि परिवर्तन भी इस मास में होने वाला है। देवी आराधना के लिए गुप्त नवरात्रि भी इसी मास में आ रही है। माघ में मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण होगा अर्थात् देवताओं का दिन प्रारंभ होता है। इस मास में इस बार 17 जनवरी से शनि का राशि परिवर्तन भी हो रहा है। इसके साथ दो बार 8 जनवरी और 5 फरवरी को रवि पुष्य नक्षत्र का संयोग भी बन रहा है। • 8 जनवरी- रवि पुष्य योग प्रात: 7.13 से दूसरे दिन प्रात: 6.06 तक • 10 जनवरी- अंगारक चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि 8.55, सर्वार्थसिद्धि प्रात: 7.14 से 9.02 तक • 12 जनवरी- मंगल मार्गी रात्रि 2.28 पर • 13 जनवरी- बुध उदय पूर्व में प्रात: 10.41, रवियोग सायं 4.35 से...