मनुष्य का श्वसन तंत्र pdf

  1. मानव श्वसन तंत्र की समस्त जानकारी
  2. मानव शरीर
  3. Swasan Tantra Notes PDF in Hindi Download
  4. मनुष्य का श्वसन तंत्र के प्रकार कार्य सम्पूर्ण जानकारी
  5. मानव श्वसन तंत्र (human respiratory system in hindi) , मनुष्य में श्वसन तंत्र की प्रक्रिया , चित्र , अंग
  6. मानव शरीर के तंत्र
  7. श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है
  8. श्वसन, तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क और आंखें
  9. मानव श्वसन तंत्र क्या है? चित्र, परिभाषा, प्रकार Human Respiratory system In Hindi
  10. श्वसन और पाचन तंत्र प्रश्न उत्तर: श्वसन और पाचन तंत्र के प्रश्न उत्तर pdf


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मानव श्वसन तंत्र की समस्त जानकारी

मनुष्य श्वसन तंत्र की संरचना मनुष्य में फेफड़ों द्वारा श्वसन होता है ऐसे श्वसन को फुफ्फुसीय श्वसन (Pulmonary Respiration) कहते हैं। जिस मार्ग से बाहर की वायु फेफड़ों में प्रवेश करती है तथा फेफड़ों से कार्बनडाईआक्साइड बाहर निकलती है उसे श्वसन मार्ग कहते हैं। मनुष्यों में बाहरी वायु तथा फेफड़ों के बीच वायु के आवागमन हेतु कई अंग होते हैं। ये अंग श्वसन अंग कहलाते हैं। ये अंग परस्पर मिलकर श्वसन तंत्र का निर्माण करते हैं। श्वसन तंत्र की संरचना मनुष्यों और जंतुओं में भिन्न होती है मानव में फेफड़े श्वसन तंत्र का प्रमुख भाग है खाद्य पदार्थों के ऑक्सीकरण से कोशिकाओं को ऊर्जा प्राप्त होती है श्वसन एक अपचयी और अनैच्छिक (involuntary) क्रिया है। श्वसन तंत्र से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु • वयस्कों में श्वसन दर 12-15 और बच्चों में 44 होती है। • अधिक समय तक ऊंचाई पर रहने से रुधिर में RBCs अर्थात हीमोग्लोबिन और CO2 की मात्रा बढ़ जाती है। • 11 किमी से अधिक ऊंचाई पर ऑक्सीजन सिलेंडर काम नहीं करता है। • सामान्य व्यक्ति एक बार श्वसन में 500 मिली वायु अन्दर लेता है। श्वसन तंत्र के भाग श्वसन तंत्र को चार भागों में बांटा गया हैं • बाह्य श्वसन तंत्र • वायु परिवहन / संवेदन श्वसन तंत्र • आन्तरिक श्वशन तंत्र • कोशिकीय श्वशन तंत्र 1. बाह्य श्वसन तंत्र इस प्रकार के श्वसन तंत्र में वायु नासमार्ग से होकर फेफड़ों तक पहुँचायी जाती हैं। बाह्य श्वसन तंत्र के 6 प्रकार होते हैं। • नासमार्ग • ग्रसनी • लारेक्सि • ट्रेकिया • फेफड़ा • डायाफ्राम (a). नासमार्ग यह श्वसन तंत्र का मुख्य भाग होता हैं जोकि म्यूकस कला का निर्माण करता हैं प्रतिदिन औसतन म्यूकस कला का निर्माण होता हैं। इसका मुख्य कार्य वायु में उपस्थित सूक्ष...

मानव शरीर

प्रत्येक प्राणी साँस लेता है। सांस लेना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें प्राणी खाद्य अणुओं को ऑक्सीकृत करके कोशिकाओं के लिए ऊर्जा पैदा करता है। सांस क्रिया के फलस्वरूप पानी और कार्बन डाईऑक्साइड बनते हैं। ये दोनों ही अपशिष्ट पदार्थ हैं, जिन्हें शरीर से बाहर निकालना जरूरी है। शरीर में हवा के अंदर जाने व बाहर निकलने की क्रिया निरंतर होती रहती है। सांस द्वारा हवा को अंदर लेने और बाहर निकालने की क्रियाओं में एक संबंध होता है। श्वास लेने वाली क्रिया को उच्छ्वास (Inspiration) और निकालने की क्रिया को निश्वसन (E×piration) कहते हैं। मनुष्य एक मिनट में 15 से 17 बार सांस लेता है। सांस की क्रिया तीन पदों में पूरी होती है–उच्छ्वास, निश्वसन तथा विश्राम। विभिन्न प्रकार के नाइट्रोजनी अपशिष्टों के अनुसार प्राणियों की श्रेणियाँ श्रेणी बनने वाला उत्पाद जल में घुलनशीलता उदाहरण अमोनोत्सर्जी (Ammonotelic) अतिविषैली अमोनिया अति घुलनशील जलीय प्राणी, जैसे अस्तिथ मछलियाँ यूरिओत्सर्जी (Ureotelic) कम विषैला यूरिया कम घुलनशील स्तनी जैसे मानव आदि जैसे मेंढक, टोड आदि यूरिकोत्सर्जी (Urieotelic) कम विषैला यूरिक अम्ल अघुलनशील ठोस अथवा अर्धठोस स्वरूप पक्षी,सरीसृप तथा कीट मनुष्य नाक या मुंह से हवा को शरीर के अंदर ले जाता है। हवा जब नाक से अंदर प्रवेश करती है तो यह हल्की-सी नम और गर्म हो जाती है। नाक धूल-कणों को भी हवा से दूर कर देती है। यह हवा श्वास नलिका (Windpipe) से होती हुई फेफड़ों में जाती है। श्वसन क्रिया के अंतर्गत उच्छ्वास में सीने का फूलना पेशियों की क्रिया है। यह क्रिया ऐच्छिक (Voluntary) और अनैच्छिक (Involuntrary) दोनों ही पेशियों द्वारा होती है। श्वसन की सामान्य क्रिया में केवल अंतरापर्शुका पेशियां (I...

Swasan Tantra Notes PDF in Hindi Download

Swasan Tantra Notes PDF in Hindi Download - आज की इस पोस्ट में Swasan Tantra Book कीपीडीएफ उपलब्ध करवाएंगे। इस पीडीएफ में Swasan Tantra Notes बुकसे सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य शामिल किये गए है। Swasan Tantra Notes PDF in Hindi मेरे पाठक अक्सर मुझसे पूछते रहते है कि Famous Swasan Tantra Notes Book PDF, Swasan Tantra Book PDF, Swasan Tantra Objective Questions and Answer PDF in Hindi Download, Swasan Tantra Handwritten Notes PDF Download in Hindi तथा Swasan Tantra class notes PDF उपलब्ध करवाए। इसी को देखते हुए यह पोस्ट तैयार की गयी है। Swasan Tantra Notes PDF आप सभी के लिए आगामी प्रतियोगी परीक्षा के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होंगे। Swasan Tantra PDF in Hindi- इस पोस्ट में हम आपको Swasan Tantra की बुक की पीडीएफ को डाउनलोड करने की लिंक उपलब्ध करवाएंगे जिसके माध्यम से आप इस पीडीएफको आसानी से डाउनलोड कर अपने मोबाइल अथवा लैपटॉप में सेव कर सकते हैं। जब भी समय मिले आप उसको पढ़ सकते हैं। यह पुस्तक बहुत ही महत्वपूर्ण है आप इसको अपने नजदीकी स्टोर से खरीद कर भी पढ़ सकते हैं। Swasan Tantra Questions in Hindi PDF Download • रक्त में पायी जाने वाली धातु है उत्तर — लोहा • कौन-साव शरीर में नये ऊतकों की वृद्धि के लिए पोषक तत्व प्रदान करता है? उत्तर — पनीर • विकासानुसार एक्टोडर्म की न्यूरल कैनाल के भाग से क्या बनता है उत्तर- मस्तिष्क • खोपड़ी में मस्तिष्क कहाँ स्थित रहता है? उत्तर- क्रेनियम में • मेरुरज्जु में ऊपर की तरफ बना गहता क्या कहलाता है? उत्तर- हॉर्सल सल्कस • मस्तिष्क तथा सुषुम्ना को उत्तेजनाएँ किसके द्वारा पहुँचती हैं? उत्तर- तंत्रिका तंतु • उत्तेजनाओं से उत्पन्न संवेदनाओं को शरीर के भिन...

मनुष्य का श्वसन तंत्र के प्रकार कार्य सम्पूर्ण जानकारी

प्रत्येक जीव को जीवित रहने हेतु ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है क्योंकि ऑक्सीजन ही कार्बनिक भोज्य पदार्थों का ऑक्सीकरण या विघटन करके ऊर्जा प्रदान करते हैं। भोज्य पदार्थों के ऑक्सीकरण की यही प्रक्रिया श्वसन (Respiration) कहलाती है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि जीवों में सम्पन्न होनेवाली वह ऑक्सीकरण क्रिया जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति में जटिल भोज्य पदार्थों का सामान्य शरीर तापमान पर विभिन्न एन्जाइमों के नियंत्रण में क्रमिक अपघटन होता है, जिसके फलस्वरूप सरल भोज्य पदार्थ CO 2 अथवा जल एवं CO 2 का निर्माण होता है तथा ऊर्जा मुक्त होती है, श्वसन कहलाती है। ऑक्सीजन के अंतर्ग्रहण (Ingestion) करने का कार्य श्वसन तंत्र (Respiratory system) करता है। श्वसन तंत्र के द्वारा शरीर की प्रत्येक कोशिका ऑक्सीजन की सम्पूर्ति प्राप्त करती है, साथ-ही-साथ ऑक्सीकरण उत्पादनों से मुक्त हो जाती है। श्वसन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को निम्नलिखित भागों में विभाजित किया जा सकता है- • बाह्य श्वसन (External respiration), 2. गैसों का परिवहन (Transportation of gases), 3. आन्तरिक श्वसन (Internal respiration)। • बाह्य श्वसन (External respiration): प्राणी और वातावरण के बीच श्वसन गैसों (O 2 एवं CO 2) के आदान-प्रदान अर्थात् ऑक्सीजन का शरीर में आना और कार्बन डाइऑक्साइड का शरीर से बाहर जाना बाह्य श्वसन कहलाता है चूंकि इस प्रकार की श्वसन क्रिया फुफ्फुसों (Lungs) में ही सम्पन्न होती है। इसलिए इसे फुफ्फुस श्वसन (Pulmonary respiration) भी कहते हैं। चूंकि इसमें ऑक्सीजन का रुधिर में मिलना तथा CO 2 का शरीर से बाहर निकलना सम्मिलित होता है, अतः इसे गैसीय विनिमय (Gaseous exchange) भी कहते हैं। स्तनधारियों में बाह...

मानव श्वसन तंत्र (human respiratory system in hindi) , मनुष्य में श्वसन तंत्र की प्रक्रिया , चित्र , अंग

प्रोटोजोअन्स , स्पंज और सीलेन्ट्रेटस में गैसों का आदान प्रदान: एक कोशिकीय (अकोशिकीय) अथवा बहुत छोटे बहुकोशिकीय जीवों की कोशिका झिल्ली बाह्य वातावरण के सीधे सम्पर्क में आती है। वायवीय बैक्टीरिया और प्रोटिस्ट जैसे अमीबा तथा पैरामिशियम में गैसों का आदान प्रदान वातावरण और जीव के शरीर के मध्य प्लाज्मा झिल्ली से विसरण द्वारा होता है। कुछ बहुकोशिकीय प्राणी जैसे स्पंज (सायकान) और सीलेन्ट्रेट (हाइड्रा) में विसरण द्वारा कोशिका और चारों ओर के जल के मध्य गैसों का आदान प्रदान होता है। एनेलिड्स में शरीर भित्ति श्वसन अंगो युक्त होती है और इनमे रुधिर केशिकाओं की आपूर्ति अच्छी होती है। रक्त हीमोग्लोबिन युक्त होता और प्लाज्मा में घुलित रहता है। श्वसन: केंचुओं में विशिष्ट श्वसन अंग नहीं होते है। गैसों का आदान प्रदान साधारण रूप से त्वचा द्वारा होता है जो कि पतली और संवहनीय होती है। जब त्वचा नम होती है तब प्रभावी आदान प्रदान तय होता है। त्वचा एपीडर्मल कोशिकाओं द्वारा श्लेष्मा स्त्रावण से और पृष्ठ छिद्रों द्वारा सिलोमीक द्रव की oozing से नम रहती है। श्वसन अंग: क्रस्टेशियन के श्वसन अंग गिल्स है और इनमे रक्त में श्वसन वर्णक हीमोसायनिन भी होता है। इन्सेक्ट में श्वसन अंग ट्रेकिया है। ये उत्पत्ति में एक्टोडर्मल और शाखित नलिकाकार संरचना है जो कि निश्चित ओपनिंग स्टीग्मेटा या स्पाइरेकल द्वारा बाहरी वातावरण से सम्पर्क रखते है और अन्दर उत्तको तक विस्तृत रहते है। ये आंतरिक रूप से क्युटिकल की सर्पिल बैण्ड द्वारा रेखित होती है जो कि इनको पिचकने से रोकती है। इन्सेक्ट में रक्त श्वसन में कोई भूमिका नहीं निभाता और यह श्वसन वर्णक रहित होता है क्योंकि ट्रेकिया उत्तक तक सीधे ही पहुँच जाती है। स्तनियो के अलावा वर्ट...

मानव शरीर के तंत्र

human body system in Hindi मानव शरीर के विभिन्न तंत्र List The 11 Organ Systems Of The Human Body: हमारा मानव शरीर विभिन्न तंत्रों एवं अंगों से मिलकर बना है. different organ system and its function में हम मानव शरीर के तंत्र को एक एक कर पूरा विस्तार के साथ जानेगे. blood and our body in hindi में चलिए हम जानते हैं. मानव शरीर के तंत्र Organ Systems Of Human Body In Hindi पाचन तंत्र (Digestive System) • सामान्य मानव की आहारनाल की लम्बाई 28-33 फीट की होती हैं. • आहारनाल के प्रमुख भाग मुखगुहा, ग्रासनली, आमाशय एवं आंत होती हैं. • दोनों जबड़ो के मध्य में स्थित गुहा को मुख गुहा कहते हैं मनुष्य के जबड़ों में ३२ दांत होते हैं. • मनुष्य के एक जबड़े में 4 कृतनक 2 रदनक 4 अग्रचवर्णक तथा 6 चवर्णक दांत पाए जाते हैं. • कृतनक सबसे आगे चपटे और धारदार होते है ये भोजन को काटने का कार्य करते हैं. • रदनक नुकीले होते हैं, जो भोजन को चीरते हैं. • अग्रचवर्णक भोजन को पीसते हैं. • दूध के दांत 20 होते हैं. • दांत के ऊपरी भाग को इनैमल कहते हैं जो शरीर का सबसे कठोर भाग होता हैं. पाचन तंत्र का सारांश (total organ systems in human body) • मुखगुहा के फर्श पर एक मोटी व मांसल जिह्वा पाई जाती हैं, जो भोजन चबाने एवं उसके लार मिश्रित करने में मदद करती हैं. • जिह्वा के अग्र भाग से मीठे स्वाद, पीछे के भाग से कड़वे स्वाद का तथा बगल के भाग से खट्टे स्वाद का आभास होता हैं. • ग्रासनली एक लम्बी नली होती हैं, जो आमाशय में खुलती हैं इसकी दीवार पेशीय व संकुचनशील होती हैं, जिसकी सहायता से भोजन आगे बढ़ता हैं. • आमाशय में जठर रस का स्त्रावण होता है जिससे HCL रेनिन व पेप्सिन एंजाइम पाए जाते हैं. आमाशय में भोजन लुगदी के समान हो जात...

श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है

श्वसन (Respiration) क्या है और यह कितने प्रकार के होते है हमें जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है. जब हम सांस लेते हैं तो हवा में अन्य कई प्रकार की गैस भी हमारे शरीर के अंदर जाती है. लेकिन उसमें से सिर्फ ऑक्सीजन को हमारा शरीर ले लेता है. और बाकि गैस को बाहर निकाल देता है. जिसमें सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड होता है.. सांस को अंदर लेना और बाहर छोड़ने की पूरी प्रक्रिया को श्वसन तंत्र द्वारा किया जाता है.. श्वसन की परिभाषा :-वायुमंडल में ऑक्सीजन शरीर की कोशिकाओं मे पहुंच कर भोजन का ऑक्सीकरण या जारण करती हैं तथा CO 2 गैस निकलती है..ऐसी सभी भौतिक एवं रासायनिक क्रियाओं श्वसन कहते हैं. 1.कोशिकीय श्वसन एवं ऑक्सीकारक एवं ऊर्जा प्रदान करने वाली प्रक्रिया है.. जिसमें जटिल कार्बनिक यौगिकों के टूटने से सरल यौगिक बनते हैं और CO 2 गैस निकलती है.. ऑक्सीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति के आधार पर श्वसन वायवीय एवं अवायवीय होता है.. (1) वायवीय श्वसन(Aerobic respiration) वह प्रक्रिया जिसमें ऑक्सीजन की उपस्थिति में श्वसन क्रियाधार का ऑक्सीकरण ,CO 2,H 2O मे होता है. एवं ऊर्जा प्राप्त होती है.. C 6H 12O 6+6CO2→6CO 2+6H 2O+686 kcal कोशिकीय श्वसन में ग्लूकोस के एक अणु से पाइरुविक अम्ल के 2 अणुओं के निर्माण की प्रक्रिया ग्लाइकोलाइसिस कहलाती है.. ग्लाइकोलाइसिस कोशिकाद्रव्य में संपन्न होती है.. क्रेब्स चक्र में पाइरुविक अम्ल के ऑक्सीकरण से ऊर्जा CO 2 तथा H 2O प्राप्त होती है.. यूकैरियोटिक कोशिका में एक ग्लूकोस अणु के पूर्ण ऑक्सीकरण से 36 ATP अणु प्राप्त होते हैं.प्रोकैरियोटिक कोशिका में एक ग्लूकोस अणु के ऑक्सीकरण अवायवीय दशा में 2 ATP जबकि वायवीय दशा में 38 ATP प्राप्त होते है. . श्व...

श्वसन, तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क और आंखें

श्वसन कशेरुक (उच्चतर जानवरों) में श्वसन निम्नलिखित तीन विधियों में से किसी एक द्वारा किया जाता है: • गहन या त्वचीय श्वसन, • गलफड़ या ब्रोन्कियल या, मछलियों या जलीय जानवरों की तरह जलीय श्वसन। • स्थलीय जानवरों में फेफड़े श्वसन। मेंढक की तरह उभयचर (जो भूमि पर और साथ ही पानी में रहते हैं) ने श्वसन के दोनों प्रकार विकसित किए हैं - त्वचीय और फेफड़े।श्वसन वर्णक, जो ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड को वहन करता है, मनुष्य में आरबीसी में पाया जाने वाला हीमोग्लोबिन है।एक व्यक्ति आराम करते समय प्रति मिनट लगभग 16 से 20 बार सांस लेता है।हालाँकि, यह व्यायाम दर मांसपेशियों के व्यायाम के समय और छोटे बच्चों में अधिक होती है। आदमी में श्वसन संगठन श्वसन अंग में नथुने, नाक कक्ष, स्वरयंत्र (या, आवाज बॉक्स), श्वासनली और दो ब्रोन्ची होते हैं।प्रत्येक ब्रोन्कस ब्रांकिओल्स में विभाजित और उप-विभाजित होता है जो अंत में वायु थैली या वायुकोशिका का नेतृत्व करते हैं।मनुष्य में फेफड़े लगभग 750 वर्ग मीटर की कुल सतह वाले 750,000,000 एल्वियोली से बने होते हैं।प्रत्येक फेफड़े में ब्रोन्कियल ट्री होता है जिसमें रक्त वाहिकाओं, नसों और फुस्फुस के साथ कई वायु थैली और वायुकोशीय इकाइयां होती हैं।ये सभी संयोजी ऊतक से बंधे हैं।श्वसन मार्ग तीन महत्वपूर्ण कार्य करता है: यह टर्बिनाल्स के जटिल स्क्रॉल के माध्यम से हवा को एक व्यापक सतह पर पास करता है, ताकि फेफड़ों में प्रवेश करने से पहले हवा को गर्म किया जाए।यह टरबाइनों को कवर करने वाले बलगम में धूल के कणों को पकड़कर हवा को फिल्टर करता है।इसकी आंतरिक दीवार में गंध की भावना है। जानवरों में श्वसन पिगमेंट रंग साइट (स्थित) धातु समूह जानवरों में वितरण हीमोग्लोबिन आरबीसी और प्लाज्म...

मानव श्वसन तंत्र क्या है? चित्र, परिभाषा, प्रकार Human Respiratory system In Hindi

मानव जीवन में श्वसन की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका हैं। इसलिए हमें मानव श्वसन तंत्र (Human Respiratory system In Hindi) के बारे में सम्पूर्ण ज्ञान होना चाइये। मानव श्वसन तंत्र कितने प्रकार के होते हैं (Types of Human Respiratory system In Hindi) मानव श्वसन तंत्र का चित्र , श्वसन क्या है किसे कहते हैं , श्वसन की परिभाषा, श्वसन के प्रकार इत्यादि के बारे में जानेगे। श्वसन क्या है / किसे कहते हैं ? (What is Respiratory ) कोशिकाओं में ऑक्सीजन की उपस्थिति में खाद्य पदार्थ का ऑक्सीकरण जिसमें ऊर्जा उत्पन्न होती है, श्वसन कहलाता है। ऊर्जा प्राप्त करने हेतु कोशिकाएँ पोषक तत्वों का O2 द्वारा ऑक्सीकरण करती हैं। इस क्रिया के फलस्वरूप ATP का निर्माण होता है तथा हानिकारक CO2 गैस उत्पन्न होती है। ऊर्जा (ATP) = भोजन + O 2 श्वसन एक जैव रासायनिक प्रक्रिया है, जिसमें ग्लूकोज का ऑक्सीकरण तथा विघटन होता है। जिसके फलस्वरूप कार्बनडाई ऑक्साईड (CO2), जल तथा ATP के रूप में ऊर्जा का निर्माण होता है। श्वसन प्रक्रिया/ अभिक्रिया का समीकरण :- C 6H 12O 6 + 6O 2 →6CO 2 + 12H 2O + 36 ATP मानव श्वसन प्रक्रिया के चरण (Step of Human Respiratory Process In Hindi) श्वसन की प्रक्रिया के चार चरण होते है। • बाह्य श्वसन • परिवहन • आन्तरिक श्वसन • कोशिकीय श्वसन बाह्य श्वसन :- वातावरण तथा फुफ्फुस अर्थात् फेंफड़ो के मध्य गैसों का आदान-प्रदान बाह्य श्वसन कहलाता है। परिवहन:- शरीर की 97% ऑक्सीजन का परिवहन हीमोग्लोबिन के रूप में होता है तथा केवल 3% ऑक्सीजन का परिवहन प्लाज्मा के रूप में होता है। • हीमोग्लोबिन एक संयुक्त प्रोटीन है जो कि हिम (Fe +2) तथा ग्लोबिन से निर्मित होता है। • हीमोग्लोबिन अम्ल तथा क्षार दोनों के समान व्य...

श्वसन और पाचन तंत्र प्रश्न उत्तर: श्वसन और पाचन तंत्र के प्रश्न उत्तर pdf

जीव विज्ञान #7 (श्वसन और पाचन तंत्र प्रश्न उत्तर: श्वसन और पाचन तंत्र के प्रश्न उत्तर pdf) Ques.मनुष्यों में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए _________ जिम्मेदार है। • श्लेष्मा • मेलेनिन • लसीका • हीमोग्लोबिन Ans:- हीमोग्लोबिन Ques.एक सामान्य मानव एक मिनट में ______ श्वसन करता है। • 10 – 15 बार • 14 – 18 बार • 35 – 45 बार • 45 – 55 बार Ans:- 14 – 18 बार Ques.हवा में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा जो, हम छोड़ते हैं वह लगभग _________ है। • 8 प्रतिशत • 4 प्रतिशत • 15 प्रतिशत • 20 प्रतिशत Ans:- 4 प्रतिशत Ques.एक स्तनपायी में गैसों का आदान-प्रदान ________ में होता है। • ट्रेकिआ • ब्रांकाई • ब्रांकिओल्स • वायु कोष्ठक Ans:- वायु कोष्ठक (Alveoli) Ques.किस गैस के साथ हीमोग्लोबिन अधिकतम सादृश्य (maximum affinity) होता है? • ऑक्सीजन • कार्बन डाइऑक्साइड • कार्बन मोनोऑक्साइड • नाइट्रोजन Ans:- कार्बन मोनोऑक्साइड Ques.मछली का श्वसन अंग कौन सा है? • कान • गलफडे • त्वचा • फेफड़े Ans:- गलफड़ा (Gills) Ques.हाइबरनेशन अवस्था के दौरान मेंढक _________ द्वारा श्वसन करता है। • केवल फेफड़े • केवल त्वचा • आंशिक रूप से फेफड़े और आंशिक रूप से त्वचा द्वारा • त्वचा और फेफड़े दोनों Ans:- केवल त्वचा Ques.फेफड़ों के आवरण को __________ कहा जाता है। • पेरीकार्डियम • फुफ्फुस झिल्ली • परीकंडरियम • पेरिटोनियम Ans:- फुफ्फुस झिल्ली (Pleural membrane) Ques.मनुष्यों में घ्राण (olfactory) रिसेप्टर्स ________ का पता लगाते हैं। • स्वाद • गंध • स्पर्श • सुनने Ans:- गंध Ques.एक आदमी के लिए आवश्यक ताजी हवा की मात्रा _______ है। • 100 घन फ़ीट हवा प्रत्येक 20 मिनट के लिए • हर 20 मिनट में 1000 क्यूबिक फीट हवा • प्रत्येक 10 मिनट के लिए 1...