मनुष्य में प्रतिवर्ती क्रिया के 2 उदाहरण लिखिए

  1. * प्रतिवर्ती क्रिया :
  2. प्रतिवर्ती क्रिया किसे कहते हैं? इसे उदाहरण सहित समझाइए।
  3. UP Board Solutions for Class 11 Biology Chapter 2 Biological Classification – UP Board Solutions
  4. अनैच्छिक क्रियाएँ तथा प्रतिवर्ती क्रियाएँ क्या हैं? ये एक


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* प्रतिवर्ती क्रिया :

Founder & Author: Nikhil Gujjar hello friends mera naam Nikhil hai mai worldgujjars.blogspot.com ka admim hu mai saharanpur district ke sarsawa me airforce station ke saamne rahta hu mujhe net par blogging karna achha lagta hai isliye maine ye blog banaya hai aap mere is site par teach se releted post pad sakte hai ..

प्रतिवर्ती क्रिया किसे कहते हैं? इसे उदाहरण सहित समझाइए।

प्रतिवर्ती क्रिया का अर्थ मनुष्य के दैनिक जीवन में कुछ क्रियाएँ, किसी बाह्य उद्दीपन के अनुक्रिया स्वरूप, बिना मस्तिष्क की जानकारी के अकस्मात् हो जाती हैं।उदाहरणतः किसी सर्प (साँप) को अकस्मात् देखते ही एकाएक कूदकर पीछे हट जाना। यहाँ सर्प ने या उद्दीपन का कार्य किया और चौंककर कूदना एक ऐसी अनैच्छिक क्रिया हुई, जिसके लिए मस्तिष्क ने प्रेरणा नहीं दी। ऐसी अनैच्छिक क्रियाओं को ही प्रतिवर्ती क्रियाओं (Reflex actions) की संज्ञा दी जाती हैं। इनके लिए किसी विचार अथवा प्रेरणा की आवश्यकता नहीं होती। ये क्रियाएँ मेरुरज्जु (Spinal cord) से नियन्त्रित होती हैं। बाह्य उद्दीपनों या संवेदनाओं को ग्राही अंगों (नेत्र, कान, नाक, जीभ एवं त्वचा) द्वारा ग्रहण कर संवेदी तन्त्रिका कोशिका से मेरुरज्जु तक पहुंचा दिया जाता हैं। मेरुरज्जु इन संकेतों को प्राप्त कर उचित आदेश निर्गत करता है। ये आदेश प्रेरक तन्त्रिका कोशिका द्वारा सम्बन्धित अंगों की ऐच्छिक पेशियों तक पहुँचा दिए जाते हैं। इस सम्पूर्ण मार्ग को प्रतिवर्ती चाप (Reflex arc) की संज्ञा दी जाती हैं। प्रतिवर्ती क्रिया के प्रकार प्रतिक्त क्रियाएँ दो प्रकार की होती हैं 1.अनुबन्धित प्रतिवर्ती क्रिया(Conditioned Reflex Action) कुछ | क्रियाएँ नियमित अभ्यास के बाद स्वचालित हो जाती हैं। इनका नियन्त्रण मस्तिष्क के स्थान पर मेरुरज्जु द्वारा होने लगता है; जैसे- भोजन देखकर मुंह में पानी आना, साइकिल चलाना, नृत्य करना एवं अन्य कौशल आदि। 2.अबन्धित प्रतिवर्ती क्रियाएँ(Unconditioned Reflex Action) ये प्रतिवर्ती क्रियाएँ अर्जित न होकर जन्मजात होती है; जैसे-तेज प्रकाश पड़ने पर पुतली का सिकुड़ना, ठण्ड में रोंगटे खड़े होना, छींकना, खाँसना, पलक का झपकना एवं उबासी लेना आ...

क्रिया

Solution (1) न्यूटन का गति-विषयक प्रथम नियम-इस नियम के अनुसार, “यदि कोई वस्तु विरामावस्था में है तो विरामावस्था में ही बनी रहेगी और यदि वह एक सरल रेखा में एकसमान वेग से चल रही है तो वह उसी प्रकार चलती रहेगी, जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल लगाकर उसकी वर्तमान अवस्था में परिवर्तन न किया जाए।" इसे गैलीलियो का नियम अथवा जड़त्व का नियम भी कहते हैं। उदाहरण 1- यदि कोई पुस्तक मेज पर रखी है तो वह तब तक उसी अवस्था में रहेगी, जब तक कि उस पर बाहर से कोई बल लगाकर उसे वहाँ से हटा न दिया जाए। उदाहरण 2-चलती बस का इंजन बन्द करने के बाद भी बस कुछ दूर चलकर रुक जाती है। यह घर्षण बल के कारण होता है। यदि घर्षण बल न हो तो बस चलती रहेगी। (2) न्यूटन का गति-विषयक द्वितीय नियम-इस नियम के अनुसार, "किसी वस्तु पर बाहर से लगाया गया बल, उस वस्तु के द्रव्यमान तथा उस वस्तु में बल की दिशा में उत्पन्न त्वरण के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती होता है।" बल (F) ∝ द्रव्यमान (m) × त्वरण (a) अथवा बल ( F ) = K × m × a ... . ( 1 ) (जहाँ K एक नियतांक है।) यदि हम बल F के मात्रक इस प्रकार चुनें कि एकांक बल, एकांक द्रव्यमान की वस्तु में एकांक त्वरण उत्पन्न कर सके, तब समीकरण (1) में F = 1 , m = 1तथा a = 1रखने पर, 1 = K × 1 × 1 अथवा K = 1 अतः समीकरण (1) से, F = m × a अर्थात् बल = द्रव्यमान × त्वरण इसे ही न्यूटन का गति-विषयक द्वितीय नियम कहते हैं। उदाहरण 1-क्रिकेट की गेंद पकड़ते समय खिलाड़ी अपने हाथ पीछे की ओर खींचता है। उदाहरण 2-बन्दूक की गोली शरीर में घुस जाती है। (3) न्यूटन का गति-विषयक तृतीय नियम-इस नियम के अनुसार, जब दो वस्तुओं में आपस में अन्योन्य क्रिया होती है तो पहली वस्तु द्वारा दूसरी वस्तु पर लगाया गया बल, दूसरी वस्तु द्वा...

UP Board Solutions for Class 11 Biology Chapter 2 Biological Classification – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 11 Biology Chapter 2 Biological Classification (जीव जगत का वर्गीकरण) These Solutions are part of अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. वर्गीकरण की पद्धतियों में समय के साथ आए परिवर्तनों की व्याख्या कीजिए। उत्तर : वर्गीकरण पद्धति (classification system) जीवों को उनके लक्षणों की समानता और असमानता के आधार पर समूह तथा उपसमूहों में व्यवस्थित करने की प्रक्रिया है। प्रारम्भिक पद्धतियाँ कृत्रिम थीं। उसके पश्चात् प्राकृतिक तथा जातिवृतीय वर्गीकरण पद्धतियों का विकास हुआ। 1. कृत्रिम वर्गीकरण पद्धति (Artificial Classification System) : इस प्रकार के वर्गीकरण में वर्षी लक्षणों (vegetative characters) या पुमंग (androecium) के आधार पर पुष्पी पौधों का वर्गीकरण किया गया है। कैरोलस लीनियस (Carolus Linnaeus) ने पुमंग के आधार पर वर्गीकरण प्रस्तुत किया था। परन्तु, कृत्रिम (UPBoardSolutions.com) लक्षणों के आधार पर किए गए वर्गीकरण में जिन पौधों के समान लक्षण थे उन्हें अलग-अलग तथा जिनके लक्षण असमान थे उन्हें एक ही समूह में रखा गया था। यह वर्गीकरण की दृष्टि से सही नहीं था।ये वर्गीकरण आजकल प्रयोग नहीं होते। 2. प्राकृतिक वर्गीकरण पद्धति (Natural Classification System) : प्राकृतिक वर्गीकरण पद्धति में पौधों के सम्पूर्ण प्राकृतिक लक्षणों को ध्यान में रखकर उनका वर्गीकरण किया जाता है। पौधों की समानता निश्चित करने के लिए उनके सभी लक्षणों—विशेषतया पुष्प के लक्षणों का अध्ययन किया जाता है। इसके अतिरिक्त पौधों की आंतरिक संरचना, जैसे शारीरिकी. भ्रौणिकी एवं फाइटोकेमेस्ट्री (phytochemistry) आदि को भी वर्गीकरण करने में सहायक माना जाता है। आवृतबीजियों का प्राकृतिक लक्षणों पर आध...

अनैच्छिक क्रियाएँ तथा प्रतिवर्ती क्रियाएँ क्या हैं? ये एक

अनैच्छिक क्रियाएँ- वे क्रियाएँ हैं जिन पर इच्छा का कोई नियंत्रण नहीं होता है। ये दो प्रकार की होती हैं- (a) इनका संबंध शरीर के आंतरिक अंगों से होता है तथा (b) मस्तिष्क द्वारा नियंत्रित होती है। 2. प्रतिवर्ती व्रिया- ये किसी बाहय उत्तेजना या उद्दीपन के कारण प्रतिक्रिया के फलस्वरूप अनैच्छिक रूप से होता है तथा मेरुरज्जु द्वारा नियंत्रित होती है।उदाहरण- (a) मुँह में भोजन देखकर लार आना। (b) सुई चुभाने पर हाथ हटा लेना । हेलो फ्रेंड्स प्रश्न है अनैच्छिक क्रिया है तथा प्रतिवर्ती क्रिया क्या है यह एक दूसरे से किस प्रकार भिन्न है आइए इस प्रश्न का उत्तर जानते हैं ठीक है तो सबसे पहले हम देखते हैं अनैच्छिक क्रिया तो आने चकरिया ऐसी क्या क्या कहते हैं जो क्या होता है जो किसी इच्छा से नहीं होती क्या होती है ऐसी क्रिया ऐसी क्रिया जो इच्छा से नहीं होती है इच्छा से नहीं होती है तथा उस पर इच्छा का कोई नियंत्रण नहीं होता ठीक है इच्छा का कोई नियंत्रण नहीं होता तथा इन क्रियाओं का संबंध इन प्रिया का संबंध शरीर के आंतरिक अंगों से होता है तथा मस्तिष्क से होता है किससे होता है मस्तिष्क से होता है इनकी राव का संबंध तथा यह क्रिया बिना इच्छा की होती है मतलब की इन क्रियाओं में इच्छा का कोई कार्य नहीं होता है तो यह क्या कहलाती आने चित्र जैसे कि राधा की धड़कन वह भी क्या होती है अनैच्छिक क्रिया होती है अब हम देखते हैं प्रतिवर्ती क्रिया प्रतिक्रिया होती है वह बालपन की प्रक्रिया होती है क्या होती है उद्दीपन की उद्दीपन की प्रतिक्रिया होती है और इसका नियंत्रण कौन करता है इसका नियंत्रण करती है मेरुरज्जु को नियंत्रित करती है मेरुरज्जु इसका नियंत्रण करती है मतलब कि जब संवेदी तंत्रिका तंत्र द्वारा जो प्रेरक तंत्रि...