मोदी जी का जन्म कब हुआ था

  1. आदि शंकराचार्य का जीवन परिचय
  2. स्वामी दयानन्द सरस्वती की जीवनी
  3. मोदी जी पहली बार प्रधानमंत्री कब बने? – ElegantAnswer.com


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आदि शंकराचार्य का जीवन परिचय

Shankaracharya Biography in Hindi: आदि शंकराचार्य जी एक ऐसे व्यक्तित्व वाले महापुरुष थे, जिन्होंने मानव जाति को ईश्वर की वास्तविकता का अनुभव कराया। इतना ही नहीं कई बड़े महा ऋषि मुनि कहते हैं कि जगतगुरु आदि शंकराचार्य स्वयं भगवान शिव के साक्षात अवतार थे। जगतगुरु आदि शंकराचार्य जी के जीवन एवं उनके कार्यों के बारे में वर्णन करना समुंद्र के सामने एक छोटी सी बूंद के सामान है। shankaracharya biography in hindi जगतगुरु आदि शंकराचार्य (adi shankaracharya in hindi) ने मानव जाति को ईश्वर क्या है और ईश्वर की क्या महत्वता इस मृत्युलोक में है, इन सभी का अर्थ पूरे जगत को समझाया। आदि शंकराचार्य ने अपने पूरे संपूर्ण जीवन काल में ऐसे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिनका महत्व हमारे भारत की संस्कृति के लिए वरदान के भाती है। आदि शंकराचार्य जी ने भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म को बहुत ही खूबसूरती से निखारा है और इसका पूरे विश्व भर में प्रचार-प्रसार किया है। आदि शंकराचार्य जी ने अपने ज्ञान के प्रकाश को अलग-अलग भाषाओं में प्रकाशमान किया और लोको सुबुद्धि और आस्था के प्रति सुदृढ़ रास्ता भी दिखाया। आदि शंकराचार्य जी ही ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने विभिन्न मठों की स्थापना किया और इसके साथ ही कई शास्त्र और उपनिषद की भी रचना की थी। आज हम इस लेख के माध्यम से जगतगुरु आदि शंकराचार्य जी के संपूर्ण जीवन (Shankaracharya Biography in Hindi) के बारे में जानने का प्रयास करेंगे और उनके द्वारा किए गए कुछ प्रमुख और महत्वपूर्ण कार्यों के बारे में जानेंगे। ऐसे अद्भुत व्यक्ति के जीवन परिचय को जानने के लिए हमारे इस लेख को अंतिम तक अवश्य करें। आदि शंकराचार्य का जीवन परिचय | Shankaracharya Biography in Hindi विषय सूची • • • • •...

स्वामी दयानन्द सरस्वती की जीवनी

Swami Dayanand Saraswati भारत के महान समाज-सुधारक, चिन्तक व देशभक्त महर्षि दयानन्द का बचपन का नाम मूलशंकर था. इनका जन्म संपन्न ब्राह्मण परिवार में सन 1824 को गुजरात के टंकरा गांव में हुआ था. इनके पिता का नाम कर्षण जी त्रिवेदी और माता का नाम शोभाबाई था. मूलशंकर का मन अध्ययन और एकांत चिंतन में अधिक लगता था. इनकी प्रारम्भिक शिक्षा संस्कृत में हुई. ये कुशाग्र बुद्धि और विलक्षण स्मृति वाले छात्र थे. 21 वर्ष की आयु में ये चुपचाप घर से निकल पड़े. सायले गांव (अहमदाबाद) में जाकर एक ब्रह्मचारी जी से दीक्षा लेकर शुद्ध चैतन्य ब्रह्मचारी बन गये. इसके बाद नर्मदा नदी के तट पर दंडी स्वामी पूर्णानन्द सरस्वती से सन्यास की दीक्षा लेकर ये दयानन्द सरस्वती हो गये. दीक्षा के उपरांत इन्होने सारा समय विद्या अध्ययन और योगाभ्यास में लगाया. इन्होने द्वारिका के स्वामी महात्मा शिवानन्द से योग विद्या का ज्ञान प्राप्त किया. इसके बाद मथुरा के स्वामी विरजानंद के चरणों में दयानंद ने ”अष्टाध्यायी महाभाष्य” और ”वेदांत सूत्र” आदि अनेक ग्रंथो का अध्ययन किया. स्वामी महर्षि दयानन्द ने जीवनभर आडम्बरो का विरोध किया. उन्होंने महान ग्रन्थ ”सत्यार्थ प्रकाश” लिखा जिसमे धर्म, समाज, राजनीति, नैतिकता व शिक्षा पर उनके संक्षिप्त विचार दिए गये है. सन 1875 में स्वामी जी ने ”आर्य समाज” की स्थापना की. इसका मुख्य उद्देश्य सभी मनुष्यों के शारारिक, आध्यातिम्क और सामाजिक स्वर को उठाना था. स्वामी दयानन्द ने वेदों और संस्कृत साहित्य के अध्ययन पर बल दिया. इन्होने नारी शिक्षा पर भी बल दिया. उन्होंने पर्दा प्रथा और बाल-विवाह का विरोध किया. विधवा विवाह और पुनर्विवाह का समर्थन किया. समाज में व्याप्त वर्ण-भेद, असमानता और छुआछूत की भावना का ...

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नरेंद्र मोदी भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री और वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य हैं. वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के भी सदस्य हैं. वह भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिनका जन्म 'स्वतंत्र भारत' में हुआ था. उन्हें अपनी पार्टी के लिए एक रणनीतिकार माना जाता है. आइये इस क्विज़ के माध्यम से नरेंद्र मोदी के द्वारा लिखी गई पुस्तकें, योजनाएं इत्यादि के बारे में जानते हैं. नरेंद्र मोदी का जन्म गुजरात के एक छोटे से शहर में हुआ था. बचपन से ही उनका संघर्ष शुरू हो गया था, वह अपने भाई के साथ अहमदाबाद में एक रेलवे स्टेशन के पास एक चाय की दुकान चलाते थे. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा की और अपने दृढ़ निश्चय और लगन के कारण वे भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री हैं. वह सभी की ताकत और प्रेरणा हैं. वह लगातार भारत के बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करते हैं. • नरेंद्र मोदी का जन्म कब और किस स्थान पर हुआ था? A. 17 सितंबर, 1950, मेहसाणा जिला, गुजरात B. 12 नवंबर, 1949, बोटाद जिला, अहमदाबाद C. 19 सितंबर, 1950, अरावली जिला, गुजरात D. 17 अक्टूबर, 1951, मोरबी जिला, गुजरात Ans A व्याख्या: नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को दामोदरदास मूलचंद मोदी और हीराबेन मोदी के घर गुजरात के मेहसाणा जिले के वडनगर में हुआ था. • मई 2019 में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा ओडिशा को कितनी वित्तीय सहायता की घोषणा की गई थी? A. 500 करोड़ B. 700 करोड़ C. 1000 करोड़ D. 1100 करोड़ Ans. C व्याख्या: पीएम नरेंद्र मोदी ने ओडिशा को 1000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी. चक्रवात के आने से पहले, उन्होंने पहले से ही लगभग 381 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा कर दी थी. • नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्...

मोदी जी पहली बार प्रधानमंत्री कब बने? – ElegantAnswer.com

मोदी जी पहली बार प्रधानमंत्री कब बने? इसे सुनेंरोकेंयह १९८४ के चुनाव के बाद अब तक का सबसे अधिक बहुमत है जो किसी एक पार्टी अथवा दल को मिला हो। १९८४ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस विजयी रही थी। तब मोदी ने २६ मई २०१४ को शाम ०६:०० बजे शपथ ग्रहण करने की घोषणा की। मोदी जी का विवाह कब हुआ? इसे सुनेंरोकेंजशोदाबेन नरेन्द्रभाई मोदी (विवाहपूर्व चिमनलाल मोदी; जन्म 1952) एक सेवानिवृत्त भारतीय शिक्षिका और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी हैं। उनके परिवारों ने उनका विवाह वड़नगर में पारम्परिक तरीके से करवाया। उनका विवाह 1968 में हुआ। 2013 में प्रधानमंत्री कौन था? इसे सुनेंरोकें2013 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह की ओर से बुलाई गई NIC की बैठक में नहीं पहुंचे थे पीएम नरेंद्र मोदी। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एक दिन पहले ही यास चक्रवात से हुई तबाही की समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शामिल नहीं हुई थीं। मोदी शादीशुदा है क्या? 14 प्रधानमंत्री कौन थे? इसे सुनेंरोकेंभारत के चौदहवें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह विचारक और विद्वान के रूप में प्रसिद्ध है। वह अपनी नम्रता, कर्मठता और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के एक गाँव में हुआ था। सामाजिक दर्जा क्या है? इसे सुनेंरोकेंसामाजिक दर्जा, सामाजिक इस्टेटस (अंगरेजी: social status; सोशल स्टेटस) केहू ब्यक्ति के सामाजिक वैलू हवे। समाज में लोगन के ऊँच-नीच के भावना, बेहतर चाहे कमतर होखे के भावना, कम आ बेसी आदर-सम्मान जोग होखे के भावना नियर चीजन के आधार पर बँटवारा हवे। ई बिभाजन लोगन के काम भा पेशा के आधार पर हो सके ला, चाहे जनम आ...

जानिए:

गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के पास इस्थित लुम्बिनी नामक वन में हुआ था। यह स्थान आपको अटपटा जरूर लग रहा होगा मगर यह नेपाल में स्थित है। गौतम बुद्ध के जन्म के पीछे भी एक रोचक कहानी है कुछ इतिहासकारों का ऐसा मानना है, कि कपिलवस्तु की महारानी जिनका नाम महामाया देवी था वह, अपने नैहर यानी कि अपने पिता के गांव देवदह जा रही थीं, और वह गर्भवती थी, और उनका नौंवा महीना चल रहा था, और देवदह जाने पर रास्ते में एक लुम्बिनी वन पड़ता था। और लुम्बिनी में एक शुद्धोधन नामक राजा का घर था तो उन्ही के घर पर गौतम बुद्ध का जन्म हुआ। ऐसा माना जाता है कि गौतम बुद्ध के जन्म के लगभग सात दिन के बाद ही उनके माता का देहांत हो चुका था और उनके जाने के बाद गौतम बुद्ध का लालन-पालन उनके मौसी गौतमी ने किया था, गौतम बुद्ध जब पैदा हुए थे तब इनका नाम सिद्धार्थ रखा गया था। गौतम बुद्ध कौन थे ? गौतम बुद्ध एक महान चरित्र वाले व्यक्ति थे इनका उल्लेख इतिहास के पन्नों में बड़े ही विचित्र शब्दों में किया गया है, इनके कर्मों के वजह से इन्हें भगवान का रूप भी दिया गया है। बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो इनके कर्मों और सिद्धांतों के अनुसार अपना धर्म परिवर्तन करके इनके ही धर्म का पालन करते हैं, और इनके नाम से ही एक धर्म भी बनाया गया है जिसे लोग बौद्ध धर्म के नाम से जानते हैं। गौतम बुद्ध अपने विचार ज्ञान समृद्धि के बदौलत दुनिया को एक नई राह प्रदान किए थे, और कई सारे लोग ऐसे भी हैं जो इनके बताए गए राह पर चलते हैं और वह काफी सुखी और संपन्न भी हैं। आप जान करके हैरान होंगे कि बौद्ध धर्म के विश्व में कुल अनुवाई तकरीबन 25% के आस पास है। कुछ देशों के सर्वे के अनुसार जापान, थाईलैंड, चीन, कंबोडिया, अमेरिका, साउथ कोरिया, मंगोलिया, वियतनाम, ने...