Mohammad paigambar history in hindi

  1. Prophet Muhammad ki story
  2. मोहम्मद
  3. पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम
  4. पैगंबर मुहम्मद कौन थे
  5. महावीर
  6. पैगम्बर मोहम्मद का जीवन परिचय


Download: Mohammad paigambar history in hindi
Size: 15.49 MB

Prophet Muhammad ki story

Muslim मान्यता के अनुसा ,पैगम्बर मुहम्मद साहब(PBHU) god dwara bheje gye akhri aur sabse safal पैगम्बर हैं। Prophet Muhammad(PBHU) का जन्म कब हुआ था? prophet Muhammad Sahab(PBHU)का जन्म मक्का me 12 रबी अल-अव्वल आम अल-फिल / 8 june 570 A.D. या 571 A.D. me unke ज्ञानोदय (بعثت बिसत)से 40 saal pehle hua था। Prophet Muhammad(PBHU) ke janam pe chamatkar पैगंबर मुहम्मद साहब(PBHU)केjanam के samay अनेक chamatkar dikhai दिए।उदाहरण के लिए, Persia ki jalti hui aag. jo एक hazar से adhik varsho से jal rhi थी, बुझ गई। jis वर्ष Muhammad ka janm hua tha, usse pehle, kureshi आर्थिक तंगी से पीड़ित थे,lekin es saal उजाड़ भूमि lehlha uthi. और kureshi समृद्ध हो गए। पैगम्बर मुहम्मद साहब(PBHU) के नाम और शीर्षक Prophet Muhammad(PBHU)का नाम "Muhammad" आपके grandfather hazrat Abdul-muttalib ने रखा था। arabic में,"मुहम्मद" शब्द का अर्थ "जिस की प्रशंसा की जाए" है। यह शब्द अपनी मूल" حمد(प्रशंसा)" से लिया गया है, जिसका mean है प्रशंसा करना, यह name पहले कभी नहीं दिया गया। Prophet Muhammad(PBHU),ko rasool, khatam un nabiyyin, rehmatullilaalmeen, Prophet paigambar के khitab se bhi jana jata he, पैगंबर(आ.स.) ka sambandh arab के kuresh के sabse सम्मानित जनजाति बनू हाशिम से था। इस परिवार की कुलीनता, ईमानदारी और उदारता bhut प्रसिद्ध थी। यह परिवार हज़रत इब्राहिम (अ.स.) ke dharm per tha jise haneef dharm kha jata है। Prophet Muhammad(PBHU) का पालन-पोषण Prophet Muhammad(PBHU)ke पिता hazrat Abdullah-ebn-e-abdul-muttalib की मृत्यु paigambar muhammad के जन्म से 6 महीने pehle ho गई thi. और उनका पालन-पोषण unke grandfat...

मोहम्मद

• Acèh • Адыгабзэ • Afrikaans • Alemannisch • አማርኛ • Aragonés • Ænglisc • العربية • ܐܪܡܝܐ • الدارجة • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • Авар • Azərbaycanca • تۆرکجه • Башҡортса • Žemaitėška • Bikol Central • Беларуская • Беларуская (тарашкевіца) • Български • भोजपुरी • Bislama • Banjar • Bamanankan • বাংলা • བོད་ཡིག • Brezhoneg • Bosanski • Буряад • Català • 閩東語 / Mìng-dĕ̤ng-ngṳ̄ • Нохчийн • Cebuano • کوردی • Corsu • Qırımtatarca • Čeština • Cymraeg • Dansk • Dagbanli • Deutsch • Zazaki • ދިވެހިބަސް • Ελληνικά • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • Estremeñu • فارسی • Fulfulde • Suomi • Võro • Føroyskt • Français • Nordfriisk • Frysk • Gaeilge • Gagauz • 贛語 • Kriyòl gwiyannen • Gàidhlig • Galego • Avañe'ẽ • 𐌲𐌿𐍄𐌹𐍃𐌺 • ગુજરાતી • Gaelg • Hausa • 客家語/Hak-kâ-ngî • Hawaiʻi • עברית • हिन्दी • Fiji Hindi • Hrvatski • Kreyòl ayisyen • Magyar • Հայերեն • Interlingua • Bahasa Indonesia • Interlingue • Igbo • Ilokano • ГӀалгӀай • Ido • Íslenska • Italiano • 日本語 • Patois • Jawa • ქართული • Qaraqalpaqsha • Taqbaylit • Адыгэбзэ • Kabɩyɛ • Қазақша • ភាសាខ្មែរ • ಕನ್ನಡ • 한국어 • कॉशुर / کٲشُر • Kurdî • Kernowek • Кыргызча • Latina • Ladino • Lëtzebuergesch • Лакку • Лезги • Lingua Franca Nova • Limburgs • Ladin • Lombard • Lietuvių • Latviešu • Madhurâ • Malagasy • Олык марий • Minangkabau • Македонски • മലയാളം • Монгол • Bahasa Melayu • Malti • Mirandés • မြန်မာဘာသာ • مازِرونی • Nāhuatl • Napulitano • Plattdüütsch • Nedersaksies • नेपाली • नेपाल भाषा • Nederlands • Norsk nynorsk • Nor...

पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम

Pitro ki shanti ke upay : हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास हिंदू वर्ष का चौथा महीना होता है। आषाढ़ माह की अमावस्या के दिन का बहुत महत्व माना गया है। इस हलहारिणी अमावस्या भी कहते हैं। इसके बाद गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ हो जाता है। इस अमावस्या को दान-पुण्य और पितरों की शांति के लिए किए जाने वाले तर्पण के लिए बहुत ही उत्तम एवं विशेष फलदायी माना गया है। Vastu tips fro shoe and slipper: पहले के जमाने में लोग अपने जूते चप्पल घर के बाहर उतारक ही घर में जाते थे। घर में सभी बगैर चप्पल के रहते थे। परंतु आजकल कई लोग घर में चप्पल पहनकर रहते हैं। कुछ लोग तो घर में ही ही बाहर के जूते पहनकर आ जाते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि वास्तु के अनुसार घर में चप्पल पहनना चाहिए या नहीं। अशोक बहुत पवित्र पेड़ माना जाता है। इसके पत्तों का पूजा में इ्तेमाल होता है। अ शोक-अशोक नाम से ही स्पष्ट है कि जो शोक मिटाता है। दुख दूर करता है, संताप हरता है। कष्टों से मुक्ति देता है। अशोक के वृक्ष के कई लाभ हैं सबसे पहला तो यही कि शोक यानी दुख को सोख लेता है। अगर यह घर में है तो नकारात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं। चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है, जिन्होंने भी इस नीति का पालन किया वह सुखी हो गया है। आचार्य चाणक्य ने धर्म, राजनीति, अर्थ, राज्य, देश, जीवन, स्त्री, पुरुष सभी विषयों पर अपने विचार चाणक्य नीति में व्यक्त किए हैं। चाणक्य के अनुसार कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनके साथ रहने से जीवन नरक के रहने जैसा बन जाता है। अत: तुरंत ही ऐसे लोग और स्थान को छोड़ देने में ही भलाई है। Yogini Ekadashi 2023 Date And Muhurat : आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार इस एका...

पैगंबर मुहम्मद कौन थे

By पैगंबर मुहम्मद की जीवनी, पैगम्बर मुहम्मद साहब का वास्तविक नाम क्या है? इस्लाम से पहले मुहम्मद का धर्म क्या था? paigambar muhammad kaun the in hindi क्या आप भी जानाना चाहते हैं कि इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मुहम्मद कौन थे? paigambar muhammad kaun the in hindi? पैगंबर मुहम्मद की पत्नी का नाम क्या था? मुहम्मद पैगंबर कैसे बने? पैगंबर मुहम्मद ने अपनी ही बेटी से निकाह किया था ? अगर हां, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। यहां आपको इन सारे सवालों का जवाब मिल जाएगा। साथ ही हम यह भी बताएंगे कि इस्लाम से पहले पैगंबर मुहम्मद का धर्म क्या था? तो चलिए शुरू करते हैं। दोस्तों, पैगंबर मुहम्मद ने ही इस्लाम धर्म की स्थापना की थी। इसका मतलब साफ है कि मुहम्मद के आने के बाद ही इस्लाम धर्म आया। उसके पहले खुद मुहम्मद भी इस धर्म के नहीं थे। नीचे मैं बताऊंगा कि इस्लाम से पहले मुहम्मद का धर्म क्या था? और क्या मुहम्मद ने अपनी बेटी से निकाह किया था? अभी बस इतना जान लीजिए कि मुहम्मद के कारण ही इस्लाम अस्तित्व में आया। तो चलिए अब फटाफट इनके बारे में सबकुछ बता देते हैं। आपको पैगंबर मुहम्मद की जीवनी बताते हैं और उसके बाद उनके उद्देश्य और कार्यों पर भी चर्चा करेंगे। तो सबसे पहले जान लेते हैं कि paigambar muhammad kaun the in hindi 4 क्या मुहम्मद ने अपनी बेटी से निकाह किया था | पैगंबर ने आयशा से शादी क्यों की | आयशा कौन थी? पैगंबर मुहम्मद की जीवनी हिंदी में | paigambar muhammad kaun the in hindi विकिपीडिया के मुताबिक 570 ई – 8 जून 632 ई) को जन्मे मुहम्मद इस्लाम के संस्थापक थे। इन्हें इस्लामिक धर्म के मान्यता के अनुसार ईश्वर का संदेशवाहक भी माना जाता है। इन्हें इस्लाम के पैग़म्बर के रूप में भी जाना जाता ह...

महावीर

महावीर चौबीसवें पहाड़ पर उकेरी गयी तीर्थंकर महावीर की आकृति (तमिल नाडु) विवरण अन्य नाम वीर, अतिवीर, वर्धमान, सन्मति एतिहासिक काल ल॰ ५९९ – ५२७ ई॰पू॰ शिक्षाएं अहिंसा, अपरिग्रह, अनेकान्तवाद पूर्व तीर्थंकर गृहस्थ जीवन वंश इक्ष्वाकु पिता माता जन्म कल्याणक चैत्र शुक्ल त्रयोदशी जन्म स्थान कुण्डग्राम, कार्तिक कृष्ण अमावस्या मोक्ष स्थान लक्षण रंग चिन्ह आयु शासक देव मातंग यक्षिणी सिद्धायिका प्रथम गणधर गणधरों की संख्य ११ भगवान महावीर (Mahāvīra) अनुक्रम • 1 जीवन • 1.1 जन्म • 1.2 विवाह • 2 तपस्या • 3 केवल ज्ञान और उपदेश • 3.1 पाँच व्रत • 3.2 दस धर्म • 4 मोक्ष • 5 वर्तमान में • 6 साहित्य • 6.1 काव्यात्मक • 7 पुरातत्व • 8 इन्हेंभीदेखें • 9 नोट • 10 सन्दर्भ • 11 ग्रन्थ • 12 बाहरी कड़ियाँ जीवन जन्म भगवन महावीर का जन्म ईसा से 599 वर्ष पहले वैशाली गणतंत्र के कुण्डग्राम में [ विवाह तपस्या भगवान महावीर का साधना काल १२ वर्ष का था। केवल ज्ञान और उपदेश इन्हें भी देखें: जैन ग्रन्थों के अनुसार जैन ग्रन्थ, पाँच व्रत • सत्य ― सत्य के बारे में भगवान महावीर स्वामी कहते हैं, हे पुरुष! तू सत्य को ही सच्चा तत्व समझ। जो बुद्धिमान सत्य की ही आज्ञा में रहता है, वह मृत्यु को तैरकर पार कर जाता है। • अहिंसा – इस लोक में जितने भी त्रस जीव (एक, दो, तीन, चार और • अचौर्य - दुसरे के वस्तु बिना उसके दिए हुआ ग्रहण करना जैन ग्रंथों में चोरी कहा गया है। • अपरिग्रह – परिग्रह पर भगवान महावीर कहते हैं जो आदमी खुद सजीव या निर्जीव चीजों का संग्रह करता है, दूसरों से ऐसा संग्रह कराता है या दूसरों को ऐसा संग्रह करने की सम्मति देता है, उसको दुःखों से कभी छुटकारा नहीं मिल सकता। यही संदेश अपरिग्रह का माध्यम से भगवान महावीर दुनिया ...

पैगम्बर मोहम्मद का जीवन परिचय

Advertisement : पैगम्बर मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) जीवन परिचय | Life Story of Paigambar Muhammad in Hindi पैगम्बर मोहम्मद को पूरी दुनिया धर्म के इस्लामिक स्वरुप को लोगों तक पहुंचाने वाले प्रवर्तक के रूप में स्मरित करती है| • अन्य नाम - मुस्तफा, अहमद, हमीद • जन्म - मुह़म्मद इब्न अ़ब्दुल्लाह अल हाशिम 570 मक्का (शहर), मक्का प्रदेश, अरब (अब सऊदी अरब) • पिता - अब्दुल्लह इब्न अब्दुल मुत्तलिब • माता - आमिना बिन्त वहब • पत्नी - खदीजा बिन्त खुयलाद (595-619), सोदा बिन्त ज़मआ (619 -632), आयशा बिन्त अबी बक्र (619 -632), हफ्सा बिन्त उमर (624-632), ज़ैनब बिन्त खुज़ैमा (625-627), हिंद बिन्त अवि उमय्या (629 -632), ज़ैनब बिन्त जहाश (627-632), जुवय्रिआ बिन्त अल-हरिथ (628-632),राम्लाह बिन्त अवि सुफ्या (628-632), रयहना बिन्त जयद (629 -631), सफिया बिन्त हुयाई (629 -632), म्यूमा बिन्त अल-हरिथ (630-632),मरिया अल-क़ीबत्तिया (630-632) • बच्चे- बेटे: अल-क़ासिम, `अब्द-अल्लाह, इब्राहिम, बेटियाँ: जैनाब, रुक़य्याह, उम्कु ल्थूम, फ़ातिमः ज़हरा • संबंधी- अहल अल-बैत • अंतिम स्थान- मस्जिद ए नबवी, मदीना, हेजाज़, सऊ़दी अ़रब • मृत्यु- 8 जून 632 (उम्र 62) यस्रिब, अरब (अब मदीना, हेजाज़, सऊदी अरब) • मृत्यु का कारण- बुखार • स्मारक समाधि- मस्जिद ए नबवी, मदीना, हिजाज़, सऊदी अरब • अन्य नाम- मुस्तफा, अहमद, हमीद • प्रसिद्धि कारण- इस्लाम के पैगंबर • धार्मिक मान्यता- इस्लाम प्रारंभिक जीवन via : ytimg.com पैगम्बर मोहम्मद यानि हज़रत मोहम्मद "मोहम्मद इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मुतल्लिब" का जन्म 8 जून 570 ईस्वी पिता अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मुतल्लिब माता अमीना बिन्त वहब के घर मक्का शहर (वर्तमान सऊदी अरब) में हुआ था, इन्...