मोहब्बत की नहीं जाती मोहब्बत आजमाती है

  1. किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नही जाता हिंदी लिरिक्स
  2. ये हैं डॉ. सुनील जोगी की सर्वाधिक लोकप्रिय 5 कविताएं...
  3. मोहब्बत भरी शायरी :
  4. मोहब्बत भरी शायरी :
  5. किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नही जाता हिंदी लिरिक्स
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किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नही जाता हिंदी लिरिक्स

किसी से उनकी मंजिल का पता, पाया नहीं जाता, जहाँ है वो फरिश्तों का वहाँ, साया नही जाता।। मोहब्बत के लिये कुछ खास दील, मखसुस होते है, ये वो नगमा है जो हर एक साज पे, गाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। फ़कीरी में भी मुझको माँगने में, शर्म आती है, तेरा हो के किसी से हाथ, फैलाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। चमन तुमसे ही रोशन है, बहारे तुमसे है जिंदा, तुम्हारे सामने फूलों से, मुरझाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। मोहब्बत की नहीं जाती, मोहब्बत हो ही जाती है, ये शोला खुद भडकता है, इसे भड़काया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। मेरे टूटे हुये पेरौ तलब का, मुझपे एहसान है, तेरे दर से उठ के अब कही, जाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। किसी से उनकी मंजिल का पता, पाया नहीं जाता, जहाँ है वो फरिश्तों का वहाँ, साया नही जाता।। Singer – Kirtidan Gadhvi Popular Posts • तूने ओ बाबोसा कैसा जादू किया भजन लिरिक्स • माजीसा भगत बुलावे बेगा आवजो माँ भजन लिरिक्स • सासरिया री पोल तेजो नींद निसारे • गौ माता रे कारणे कथा भले शूरो री • बाबा रो मनडो मोयो रे आ भीलनी रंगीली लिरिक्स • भक्तों को दर्शन दे गया रे मेरा शीश का दानी लिरिक्स – Bhakto Ko Darshan De Gaya Re Mera Shish Ka Daani Lyrics • हे करुणाकर हे जग त्राता हे जगदीश्वर विश्वविधाता • कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया नंदलाला घनश्याम रे लिरिक्स • होई जाओ संत सुधारो थारी काया लिरिक्स • मटकी ना फोड़ तोह ते विनती करूँ मैं कर जोड़ लिरिक्स • मैंने मोहन को बुलाया है वो आता होगा लिरिक्स – Maine Mohan Ko Bulaya Hai Vo Aata Hoga Lyrics • मेरे रामजी भगवान जी ल...

ये हैं डॉ. सुनील जोगी की सर्वाधिक लोकप्रिय 5 कविताएं...

सुनील जोगी भारत के लोकप्रिय हास्य कवियों में से एक प्रमुख नाम है। उनकी कविता 'मुश्किल है अपना मेल प्रिये' ख़ासी लोकप्रिय हुई थी। जोगी ने हिंदी साहित्य में अपनी स्नातकोत्तर उपाधि और डॉक्टरेट (पीएचडी) की उपाधि प्राप्त की। वे 75 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। सुनील जोगी को भारत सरकार द्वारा 2015 में चौथा सर्वोच्च भारतीय नागरिक पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। मोहब्बत... कभी हमको हंसाती है, कभी हमको रूलाती है जिन्हें जीना नहीं आता, उन्हें जीना सिखाती है, खुदा के नाम पर लिखी, ये दीवानों की पाती है मोहब्बत की नहीं जाती, मोहब्बत खुद हो जाती है। खुदा के सामने दिल से इबादत कौन करता है तिरंगा हाथ में लेकर शहादत कौन करता है ये कसमें और वादे चार दिन में टूट जाते हैं वो लैला और मजनूं सी मोहब्बत कौन करता है। जीतने में क्या मिलेगा, जो मजा है हार में जिन्दगी का फलसफा है, प्यार के व्यापार में हम तो तन्हा थे, हमारा नाम लेवा भी न था इस मोहब्बत से हुआ चर्चा सरे बाजार में। सदा मिलने की चाहत की, जुदा होना नहीं मांगा हमें इंसान प्यारे हैं, खुदा होना नहीं मांगा हमेशा मंदिरों मस्जिद में, मांगा है मोहब्बत को कभी चांदी नही मांगी, कभी सोना नहीं मांगा। हर इक मूरत ज़रूरत भर का, पत्थर ढूंढ लेती है कि जैसे नींद अपने आप, बिस्तर ढूंढ लेती है अगर हो हौसला दिल में, तो मंजिल मिल ही जाती है नदी ख़ुद अपने क़दमों से, समन्दर ढूंढ लेती है तू नदी है तो अलग अपना, रास्ता रखना न किसी राह के, पत्थर से वास्ता रखना पास जाएगी तो खुद, उसमें डूब जाएगी अगर मिले भी समन्दर, तो फासला रखना वो जिनके दम से जहां में, तेरी खुदाई है उन्हीं लोगों के लबों से, ये सदा आई है समन्दर तो बना दिए, मगर बता मौला तूने सहरा में नदी, क्यूं नहीं ब...

मोहब्बत भरी शायरी :

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है इस संसार में मोहब्बत ने समय-समय पर अपने रंग दिखाए हैं। ये कब और कैसे हो जाये कोई नहीं कह सकता। लेकिन जिसको हो जाती है वो दुनिया को भूल कर अपने महबूब के खयालों में ही खोया रहता है। इसी मोहब्बत पर आधारित है यह शायरी संग्रह :- ‘ मोहब्बत भरी शायरी ‘ मोहब्बत भरी शायरी 1. जो मेरी मोहब्बत का अंदाजा हो जाए तो तेरी सिसकियाँ न बंद हो, याद करने से जो आये हिचकियाँ तो तेरी हिचकियाँ न बंद हो। मोहब्बत न सही धोखा ही दे जा, तेरे जिंदगी में आने की कुछ निशानी तो हो। 5. मेरी मोहब्बत का इम्तिहान मत लेना मुझे बेवफा का इल्जाम मत देना, मुझे जरुरत नहीं खुद को साबित करने की तुझ्र ऐतबार न हो तो प्यार का जाम मत देना। 6. न जाने मोहब्बत के क्या दस्तूर हो गए हैं, वो हमसे और हम उनसे बहुत दूर हो गए हैं। 7. मोहब्बत की एक बहुत ही ख़ास बात है ये किसी भी हालात में हो सकती है और ये किसी भी तरह के हालात पैदा कर सकती है। 8. बात ये थी कि मोहब्बत भी बेपनाह थी उस से, मगर उसके जाने के बाद ये राज राज ही रहा। 9. कोई पिंजरा हो तो कैद कर दूँ इसे ये मोहब्बत का परिंदा किसी भी दिल को अपना आशियाँ बना लेता है। 10. मोहब्बत की आग को कौन बुझा पाया है अब तक, इसके जले का आज तक इलाज कहाँ मिला। 11. मोहब्बत के शहर में आज महबूब से मुलाकात कर के आया हूँ, दिल देकर उसे सारी दुनिया की खुशियाँ लाया हूँ। 12. काश कुछ ऐसा हो कि तेरे दिल में मेरा बसर हो जाये, ये दुनिया बन जाए जन्नत अगर तुझ पर मेरी मोहब्बत का असर हो जाए। 13. इस जग के खिलाफ उसने जात-पात की रस्मों को तोड़ दिया, इस मोहब्बत का कमाल देखो यारो दो अनजान दिलों...

मोहब्बत भरी शायरी :

सूचना: दूसरे ब्लॉगर, Youtube चैनल और फेसबुक पेज वाले, कृपया बिना अनुमति हमारी रचनाएँ चोरी ना करे। हम कॉपीराइट क्लेम कर सकते है इस संसार में मोहब्बत ने समय-समय पर अपने रंग दिखाए हैं। ये कब और कैसे हो जाये कोई नहीं कह सकता। लेकिन जिसको हो जाती है वो दुनिया को भूल कर अपने महबूब के खयालों में ही खोया रहता है। इसी मोहब्बत पर आधारित है यह शायरी संग्रह :- ‘ मोहब्बत भरी शायरी ‘ मोहब्बत भरी शायरी 1. जो मेरी मोहब्बत का अंदाजा हो जाए तो तेरी सिसकियाँ न बंद हो, याद करने से जो आये हिचकियाँ तो तेरी हिचकियाँ न बंद हो। मोहब्बत न सही धोखा ही दे जा, तेरे जिंदगी में आने की कुछ निशानी तो हो। 5. मेरी मोहब्बत का इम्तिहान मत लेना मुझे बेवफा का इल्जाम मत देना, मुझे जरुरत नहीं खुद को साबित करने की तुझ्र ऐतबार न हो तो प्यार का जाम मत देना। 6. न जाने मोहब्बत के क्या दस्तूर हो गए हैं, वो हमसे और हम उनसे बहुत दूर हो गए हैं। 7. मोहब्बत की एक बहुत ही ख़ास बात है ये किसी भी हालात में हो सकती है और ये किसी भी तरह के हालात पैदा कर सकती है। 8. बात ये थी कि मोहब्बत भी बेपनाह थी उस से, मगर उसके जाने के बाद ये राज राज ही रहा। 9. कोई पिंजरा हो तो कैद कर दूँ इसे ये मोहब्बत का परिंदा किसी भी दिल को अपना आशियाँ बना लेता है। 10. मोहब्बत की आग को कौन बुझा पाया है अब तक, इसके जले का आज तक इलाज कहाँ मिला। 11. मोहब्बत के शहर में आज महबूब से मुलाकात कर के आया हूँ, दिल देकर उसे सारी दुनिया की खुशियाँ लाया हूँ। 12. काश कुछ ऐसा हो कि तेरे दिल में मेरा बसर हो जाये, ये दुनिया बन जाए जन्नत अगर तुझ पर मेरी मोहब्बत का असर हो जाए। 13. इस जग के खिलाफ उसने जात-पात की रस्मों को तोड़ दिया, इस मोहब्बत का कमाल देखो यारो दो अनजान दिलों...

किसी से उनकी मंजिल का पता पाया नही जाता हिंदी लिरिक्स

किसी से उनकी मंजिल का पता, पाया नहीं जाता, जहाँ है वो फरिश्तों का वहाँ, साया नही जाता।। मोहब्बत के लिये कुछ खास दील, मखसुस होते है, ये वो नगमा है जो हर एक साज पे, गाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। फ़कीरी में भी मुझको माँगने में, शर्म आती है, तेरा हो के किसी से हाथ, फैलाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। चमन तुमसे ही रोशन है, बहारे तुमसे है जिंदा, तुम्हारे सामने फूलों से, मुरझाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। मोहब्बत की नहीं जाती, मोहब्बत हो ही जाती है, ये शोला खुद भडकता है, इसे भड़काया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। मेरे टूटे हुये पेरौ तलब का, मुझपे एहसान है, तेरे दर से उठ के अब कही, जाया नही जाता, किसीं से उनकी मंजिल का पता, पाया नही जाता।। किसी से उनकी मंजिल का पता, पाया नहीं जाता, जहाँ है वो फरिश्तों का वहाँ, साया नही जाता।। Singer – Kirtidan Gadhvi Popular Posts • साँचा है तेरा दरबार ओ मैया शेरोवाली भजन लिरिक्स • फकीरी रहत निश्चिन्त सदैश राजस्थानी फकीरी भजन लिरिक्स • हे दुःख भंजन मारुती नंदन लिरिक्स • गाड़ी रे म्हारी सीधी रूणिचा जाई जामे बैठ चलो मेरा भाई लिरिक्स • तेरे नाम के पागल है हमें दुनिया की परवाह नहीं भजन लिरिक्स • भेरूजी रमता आवे जी म्हारे सोनाला रा नाथ लिरिक्स • दुनिया बनाने वाले वाह रे तेरी माया भजन लिरिक्स • शादी चले रचाने शंकर भूत बजाए थाल भजन लिरिक्स • कौन सा मंत्र जपूं मैं भगवन तुम धरती पर आओ लिरिक्स • हार गया हूँ जग से बाबा श्याम भजन लिरिक्स • तुझ संग प्रीत लगाई मोहना भजन लिरिक्स • तेरे दर पे सदा आता ही रहा हूँ मैं भजन लिरिक्स • हुई मुझसे प्रभु भूल करो क्षमा क्षम...

ये हैं डॉ. सुनील जोगी की सर्वाधिक लोकप्रिय 5 कविताएं...

सुनील जोगी भारत के लोकप्रिय हास्य कवियों में से एक प्रमुख नाम है। उनकी कविता 'मुश्किल है अपना मेल प्रिये' ख़ासी लोकप्रिय हुई थी। जोगी ने हिंदी साहित्य में अपनी स्नातकोत्तर उपाधि और डॉक्टरेट (पीएचडी) की उपाधि प्राप्त की। वे 75 से अधिक पुस्तकों के लेखक हैं। सुनील जोगी को भारत सरकार द्वारा 2015 में चौथा सर्वोच्च भारतीय नागरिक पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। मोहब्बत... कभी हमको हंसाती है, कभी हमको रूलाती है जिन्हें जीना नहीं आता, उन्हें जीना सिखाती है, खुदा के नाम पर लिखी, ये दीवानों की पाती है मोहब्बत की नहीं जाती, मोहब्बत खुद हो जाती है। खुदा के सामने दिल से इबादत कौन करता है तिरंगा हाथ में लेकर शहादत कौन करता है ये कसमें और वादे चार दिन में टूट जाते हैं वो लैला और मजनूं सी मोहब्बत कौन करता है। जीतने में क्या मिलेगा, जो मजा है हार में जिन्दगी का फलसफा है, प्यार के व्यापार में हम तो तन्हा थे, हमारा नाम लेवा भी न था इस मोहब्बत से हुआ चर्चा सरे बाजार में। सदा मिलने की चाहत की, जुदा होना नहीं मांगा हमें इंसान प्यारे हैं, खुदा होना नहीं मांगा हमेशा मंदिरों मस्जिद में, मांगा है मोहब्बत को कभी चांदी नही मांगी, कभी सोना नहीं मांगा। हर इक मूरत ज़रूरत भर का, पत्थर ढूंढ लेती है कि जैसे नींद अपने आप, बिस्तर ढूंढ लेती है अगर हो हौसला दिल में, तो मंजिल मिल ही जाती है नदी ख़ुद अपने क़दमों से, समन्दर ढूंढ लेती है तू नदी है तो अलग अपना, रास्ता रखना न किसी राह के, पत्थर से वास्ता रखना पास जाएगी तो खुद, उसमें डूब जाएगी अगर मिले भी समन्दर, तो फासला रखना वो जिनके दम से जहां में, तेरी खुदाई है उन्हीं लोगों के लबों से, ये सदा आई है समन्दर तो बना दिए, मगर बता मौला तूने सहरा में नदी, क्यूं नहीं ब...