नाभिकीय ऊर्जा क्या है

  1. भारत में परमाणु ऊर्जा
  2. नाभिकीय ऊर्जा की परिभाषा क्या होती है , महत्व , लाभ , नाभिकीय विखण्डन , श्रृंखला अभिक्रिया , पुनरुत्पादन गुणांक – 11th , 12th notes In hindi
  3. Nuclear Fission in Hindi
  4. नाभिकीय ऊर्जा क्या है?
  5. नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy) क्या है ?
  6. नाभिकीय विखंडन का समीकरण, प्रकार, ऊर्जा, परिभाषा, श्रंखला, अभिक्रिया
  7. नाभिकीय ऊर्जा क्या है


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भारत में परमाणु ऊर्जा

अनुक्रम • 1 भावी परिदृश्य • 2 नाभिकीय ऊर्जा हेतु नीति • 3 दाबित भारी पानी रिएक्टर अभिकल्पन का विकास • 4 तीव्र प्रजनक रिएक्टर • 5 भारी जल • 6 नाभिकीय ईंधन एवं संरचनात्मक घटक • 7 नाभिकीय ईंधन चक्र का पश्च्यन्त (backend) • 8 अनुसन्धान एवं विकास • 9 अन्तत: • 10 वर्तमान स्थिति • 11 इन्हें भी देखें • 12 बाहरी कड़ियाँ • 13 सन्दर्भ भावी परिदृश्य [ ] भारत के विद्युत उत्पादन का बड़ा भाग निम्नलिखित से प्राप्त होता है: • [ • • गैर-पारम्पारिक स्रोतों (नाभिकीय, वायु, ज्वारीय तरंगों आदि) से भारत में प्रति व्यक्ति विद्युत की खपत लगभग 400 किलोवाट घंटा/वर्ष [ [ भारत में कोयले के अनुमानित भण्डार 206 अरब टन हैं (यह विश्व के कुल कोयले भंडार का लगभग 6% है) [ [ कोयला- 68%, भूरा कोयला-5.6% पौट्रोलियम - 20%, प्राकृतिक गौसें- 5.6% ऊर्जा की बढ़ती हुई माँग को देखते हुए यह पर्याप्त नहीं है और इसके अलावा भारतीय कोयले में सल्फर और राख की उच्च मात्रा होने के कारण इससे पर्यावरण समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। जल विद्युत उत्पादन क्षमता सीमित है और यह अनिश्चित मानसून पर निर्भर करती है। विद्युत उत्पादन के सन्दर्भ में किसी महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारे परम्परागत स्रोत अपर्याप्त हैं। समाप्त होते कोयले के भण्डार जल विद्युत की सीमित क्षमता के चलते नाभिकीय एवं अन्य गौर-परम्परागत स्रोतों के दोहन के द्वारा ही भविष्य में राष्ट्र की विद्युत आवश्यताएँ पूरी की जा सकती हैं। गौर परम्परागत स्रोतों में भारी क्षमता है और हमें इनका दोहन करना चाहिए। अपनी प्रकृति के कारण जहाँ अन्य गौर परम्परागत स्रोत लघु विकेन्द्रित अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त हैं वहीं नाभिकीय बिजलीघर बृहत केन्द्रीय उत्पादन केन्द्रों के लिए उपयुक्त ...

नाभिकीय ऊर्जा की परिभाषा क्या होती है , महत्व , लाभ , नाभिकीय विखण्डन , श्रृंखला अभिक्रिया , पुनरुत्पादन गुणांक – 11th , 12th notes In hindi

nuclear energy in hindi , नाभिकीय ऊर्जा की परिभाषा क्या होती है , महत्व , लाभ , नाभिकीय विखण्डन , श्रृंखला अभिक्रिया , पुनरुत्पादन गुणांक :- नाभिकीय नाभिकीय विखण्डन : जब कोई भारी नाभिक दो या दो से अधिक हल्के नाभिको में टूटते है तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय विखंडन कहते है। 92U 235 + 0n 1 → [ 92U 236 *] → 54Xe 140 + 38Sr 94 + 20n 1 92U 235 + 0n 1 → [ 92U 236 *] → 56Ba 144 + 36Kr 96 + 20n 1 92U 235 + 0n 1 → [ 92U 236 *] → 57La 148 + 35Br 85 + 20n 1 प्रकृति में युरेनियम के दो परन्तु U-238 का विखंडन तीव्रगामी न्युट्रोन द्वारा होता है जिसकी ऊर्जा लगभग 10 6 मेगा इलेक्ट्रॉन वोल्ट होती है। एक ग्राम युरेनियम-235 के विखण्डन से 5 x 10 23 Mev (मेगा इलेक्ट्रॉन वोल्ट) ऊर्जा प्राप्त होती है जो 20 टन TNT (ट्राई नाइट्रो टोलुइन) के विखंडन से प्राप्त ऊर्जा के तुल्य होती है। नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया : जब युरेनियम-235 का मंदगामी न्यूट्रोन द्वारा विखंडन होता है तो विखंडन के दौरान औसतन 2.5 न्यूट्रोन प्राप्त होते है। यह न्यूट्रोन नए नाभिको का विखंडन करते है जिसके कारण पीढ़ी दर पीढ़ी नाभिको के विखंडनो की संख्या से वृद्धि होती है जिसके कारण कुछ ही समय में अपार मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण विस्फोट हो जाता है , इस नाभिकीय विखण्डन की अभिक्रिया को नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया कहते है। नाभिकीय श्रृंखला अभिक्रिया पुन: उत्पादन गुणांक के आधार पर दो प्रकार की होती है। • नियंत्रित श्रृंखला अभिक्रिया • अनियंत्रित श्रृंखला अभिक्रिया पुनरुत्पादन गुणांक (K) : किसी पीढ़ी में नाभिकीय विखण्डन से प्राप्त न्युट्रोनो की संख्या तथा इससे पिछली पीढ़ी में विखण्डन से प्राप्त न्यूट्रोनो की संख्या का अनुपात पुनरुत...

Nuclear Fission in Hindi

आज के इस समय में हर तरफ न्यूक्लियर फिशन (nuclear fission in hindi) के नाम से आपको कुछ याद आ रहा हैं ! सोचिए , सोचिए | अगर आप थोडा सा प्रयास करें तो , आपको याद आयेगा की मैंने इस से पहले इस से जुड़ी कुछ मूलभूत तथ्य :- आगे बढ्ने से पहले मेँ आपको बता दूँ की न्यूक्लियर फिशन (nuclear fission in hindi) एक ऐसा प्रक्रिया है जो की प्रकृति में बहुत ही जरूरी हैं | बिना इस प्रक्रिया के आणविक स्तर पर कई सारे जैविक और रासायनिक प्रतिक्रिया होना बिलकुल भी संभव नहीं हैं | खैर यह प्रक्रिया आज के युग में बहुत महत्व रखता हैं , क्योंकि यह एक मूलभूत प्रक्रिया हैं | इसी प्रक्रिया के जरिए ही न्यूक्लिअर ऊर्जा का उत्पाद किया जाता हैं| आने वाले समय में न्यूक्लिअर ऊर्जा खैर चलिए आगे लेख में बढ़ते है और इसके बारे में कई सारे बातों को जानते हैं | परमाणु विखंडन क्या हैं – What is Nuclear Fission In Hindi ? :- किसी भी प्रक्रिया को आप अच्छे से उसके संज्ञा या परिभाषा से ही समझ सकते हैं | इसलिए चलिए सबसे पहले न्यूक्लियर फिशन (nuclear fission in hindi) क्या है उसके बारे में जानते हैं | मित्रों ! न्यूक्लियर फिशन एक प्रकार पारमाणविक प्रक्रिया है जिसमें किसी भी मौलिक पदार्थ का इसके अलावा अगर इस प्रक्रिया में काफी ज्यादा ऊर्जा निकलता हैं | इतनी भारी मात्र में ऊर्जा शायद ही कोई अन्य प्रक्रिया में निकलता हो | इसलिए इसे न्यूक्लियर पावर प्लांट के अंदर भी इस्तेमाल में लिया जाता हैं | मित्रों ! इस प्रक्रिया के जरिए पैदा होने वाले ऊर्जा की मात्रा में बदलाव मूल नाभिक के वजन पर निर्भर करता हैं | अगर नाभिक (nuclei) वजनदार होगा तो ऊर्जा की मात्रा भी उसी हिसाब से ज्यादा होगा | आपको मेँ और भी बता दूँ की 1 किलो यूरानियम के विखंड...

नाभिकीय ऊर्जा क्या है?

By: RF competition Copy Share (391) नाभिकीय ऊर्जा क्या है? | What Is Nuclear Energy? Mar 24, 2022 12:03PM 3292 नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy) कुछ परमाणुओं के नाभिक में अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा संचित रहती है। इस ऊर्जा को नाभिकीय ऊर्जा कहा जाता है। इस ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन करने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस मुक्त नहीं होती। अर्थात् नाभिकीय ऊर्जा का प्रयोग करने से पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा नहीं बढ़ती। The nuclei of some atoms store large amounts of energy. This energy is called nuclear energy. When electricity is produced from this energy, carbon dioxide gas is not released. That is, the use of nuclear energy does not increase the amount of carbon dioxide in the environment. भौतिक विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Physics.) अच्छे ईंधन का चयन कैसे करें? | How To Choose Good Fuel? नाभिकीय ऊर्जा निम्नलिखित दो अभिक्रियाओं में मुक्त होती है– 1. नाभिकीय संलयन 2. नाभिकीय विखण्डन। Nuclear energy is liberated in the following two reactions– 1. Nuclear Fusion 2. Nuclear Fission. भौतिक विज्ञान के इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़ें। (Also read these 👇 episodes of Physics.) ईंधन का ऊष्मीय मान या कैलोरी मान | Calorific Value Of Fuel नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) जब दो हल्के नाभिक परस्पर संयुक्त होकर एक भारी नाभिक बनाते हैं, तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहा जाता है। इस प्रक्रिया में द्रव्यमान की क्षति होती है। इससे ऊर्जा मुक्त होती है। उदाहरण– भारी हाइड्रोजन (इयूटीरियम) के नाभिकों के संलयन से हीलियम नाभिक बनता है। When two lighter nuclei combine ...

नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy) क्या है ?

यूरेनियम, रेडियम तथा थोरियम, आदि तत्वों के नाभिकों में कूल कणों ( नाभिकीय ऊर्जा‘ कहते हैं। नाभिकीय ऊर्जा, एक परमाणु के नाभिक (nucleus) या कोर (core) में पाई जाने वाली ऊर्जा है नाभिकीय ऊर्जा के दो स्रोत हैं: वह नाभिकीय अभिक्रिया जिसके फलस्वरूप एक भारी नाभिक विखंडित होकर दो हल्के नाभिकों में परिवर्तित हो जाता है तथा ऊर्जा की एक विशाल राशि विमुक्त होती है, ‘नाभिकीय विखण्डन’ कहलाती है। • 1939 ई. में जर्मन वैज्ञानिक ऑटो हान (Otto Hahn) और स्ट्रासामान (Strassman) ने बताया कि ( 92U 235) के नाभिक पर मंद वेग वाले न्यूट्रॉन से प्रहार करने पर यूरेनियम का नाभिक टूटकर 56BA 141 तथा 36Kr 92 में बदल जाता है। इस प्रक्रिया में तीन अन्य न्यूट्रॉन भी उत्पन्न होते हैं तथा ऊर्जा की एक विशाल राशि विमुक्त होती है। 2. नाभिकीय विखंडन प्रक्रिया में नाभिक के द्रव्यमान में कुछ क्षति होती है। द्रव्यमान की यह क्षति आइन्सटीन के समीकरण E=mc 2 (E= ऊर्जा, m द्रव्यमान से क्षति, C = प्रकाश का वेग) के अनुसार, ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। 3. नाभिकीय विखंडन की प्रक्रिया में उत्सर्जित इलेक्ट्रॉनों में से कुछ न्यूट्रॉन अन्य यूरेनियम नाभिकों पर प्रहार करते हैं जिसके परिणामस्वरूप प्रारम्भिक प्रक्रिया की पुनरावृत्ति होती है। इस प्रकार एक श्रृंखला प्रक्रिया (Chain process) प्रारंभ हो जाती है और ऊर्जा की अपार राशि विमुक्त होती है। परमाणु बम (Atom bomb) के विस्फोट में यही श्रृंखला प्रक्रिया तेजी से होती है। इस प्रक्रिया को नाभिकीय रिएक्टरों (Nuclear reactor) में नियंत्रित ढंग से सम्पन्न कराकर प्राप्त ऊर्जा का उपयोग शांतिपूर्ण एवं रचनात्मक कार्यों में किया जाता है। वह नाभिकीय अभिक्रिया जिसके फलस्वरूप दो हल्के नाभिक पर...

नाभिकीय विखंडन का समीकरण, प्रकार, ऊर्जा, परिभाषा, श्रंखला, अभिक्रिया

जब किसी भारी तत्व के परमाणुओं पर न्यूट्रॉनओं की बमबारी की जाती है तो भारी तत्व दो बराबर-बराबर हल्के तत्वों में टूट जाता है। एवं इसमें बहुत अधिक ऊर्जा का उत्सर्जन होता है इस प्रकार किसी भारी तत्व का हल्के-हल्के तत्वों में टूटने की प्रक्रिया को नाभिकीय विखंडन (nuclear fission in hindi) कहते हैं। नाभिकीय विखंडन का समीकरण आइयें नाभिकीय विखंडन को समीकरण द्वारा समझते हैं। इसमें एक तत्व यूरेनियम ( 92U 235) का प्रयोग करेंगे, यूरेनियम का परमाणु क्रमांक 92 तथा न्यूक्लिऑनों की संख्या 235 है। यूरेनियम के दो समस्थानिक होते हैं – 92U 238 तथा 92U 235 । जब यूरेनियम पर न्यूट्रॉन की बमबारी की जाती है एवं एक न्यूट्रॉन जब यूरेनियम से टकराता है। तब यूरेनियम इसको अवशोषित कर लेता है और एक आइसोटोप U 236 बन जाता है। परंतु यह अत्यंत अस्थायी होता है जिस कारण यह दो खंडों में विखंडित हो जाता है और साथ ही न्यूट्रॉन तथा ऊर्जा का भी उत्सर्जन होता है। चित्र द्वारा स्पष्ट किया गया है। तो इस प्रकार नाभिकीय विखंडन का समीकरण 92U 235 + 0n 1 → 92U 236 92U 236 → 56Ba 144 + 36Kr 89 + 3 0n 1 + ऊर्जा ” नाभिकीय विखंडन में उर्जा किस रूप से निकलती है। ” यह प्रशन एक नंबर में आ जाता है। इसलिए आपको यह समझना जरूरी है। नाभिकीय विखंडन में अत्यधिक ऊर्जा का उत्सर्जन होता है जिसे नाभिकीय ऊर्जा कहते हैं। गणना द्वारा ज्ञात किया गया कि यूरेनियम के इस नाभिक से लगभग 190 मेगा इलेक्ट्रॉन-वोल्ट ऊर्जा मुक्त होती है। एवं इस ऊर्जा का अधिकांश भाग विखंडन द्वारा प्राप्त हल्के नाभिकों (जैसे Ba तथा Kr) की गतिज ऊर्जा के रूप में प्राप्त होता है। तथा ऊर्जा का शेष भाग उत्सर्जित न्यूटनों की गतिज ऊर्जा तथा ऊष्मा विकिरणों के रूप में प्राप्त होता है।...

नाभिकीय ऊर्जा क्या है

नाभिकीय ऊर्जा के बारें में (Nuclear Power In Hindi) : इसे सरल शब्दों में समझे तो जब कोई भारी नाभिक दो या दो से अधिक हल्के नाभिको में टूटते है अर्थात नाभिकीय विखण्डन होता है या दो या दो से अधिक हल्के नाभिक मिलकर भारी नाभिक का निर्माण करते है इस प्रकार की प्रक्रियाओं के दौरान प्रचुर मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है जिसे नाभिकीय ऊर्जा के रूप में पहचाना जाता है। यह वह शक्ति है जिसे नियंत्रित (यानी, गैर-विस्फोटक) नाभिकीय अभिक्रिया से उत्पन्न किया जाता है। आज के समय में विद्युत उत्पादन के लिए वाणिज्यिक संयंत्र नाभिकीय विखण्डन का उपयोग करते हैं। नाभिकीय रिएक्टर से प्राप्त उष्मा पानी को गर्म करके भाप बनाने के काम आती है, जिसे फिर बिजली उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नाभिकीय रिएक्टर (nuclear fission) के बारें में : नाभिकीय रिएक्टर ऐसी डिवाइस हैं जिसमें नाभिकीय चेन रिएक्शन को नियंत्रित किया जाता है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की नाभिकीय विखंडन की नियंत्रित श्रृंखला अभिक्रिया द्वारा स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न की जाती है। नाभिकीय रिएक्टर की संरचना : उपरोक्त चित्र से आप नाभिकीय रिएक्टर की संरचना (nuclear reactor diagram) को समझ सकते है। जैसा की दिखाया गया है फास्ट ब्रीडर रिएक्टर का इस्तेमाल नाभिकीय ऊज्र उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। और रिएक्टर में मॉडरेटर (संलयन प्रक्रिया में न्यूट्रॉनों की बौछार को कम करने के लिए) के रूप में हेवी वाटर और ग्रेफाइट का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा रिएक्शन की दर कम करने के कैडमियम और बोरॉन की कंट्रोल राड का इस्तेमाल किया जता है। नाभिकीय रिएक्टर के उपयोग : यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको नाभिकीय रिएक्टर के उपयोगों से अवगत करा र...