नारायण साकार हरि के फोटो

  1. Bhopal Fire In Satpura Building Jitu Patwari Of Congress Targeted Shivraj Singh Chouhan Government
  2. Narayan realizes the glory of Hari
  3. Yogini Ekadashi 2023 Date Time Shubh Muhurat What To Do In This Fast Lord Vishnu
  4. rajasthan on the political board of caste article by prabhu chawla unk
  5. Bhagirathvanshi martyr soul Shanti Narayan Mahayagya from 14


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Bhopal Fire In Satpura Building Jitu Patwari Of Congress Targeted Shivraj Singh Chouhan Government

Bhopal Fire: अब भी नहीं बुझी सतपुड़ा भवन की आग, सीएम शिवराज चौहान ने पीएम मोदी से की बात, कांग्रेस बोली- भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को जलाया Bhopal Fire News: कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने आग की घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये आग सतपुड़ा भवन में ही क्यों लगती है. पटवारी ने दावा किया कि सरकार ने अपने भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को जलाया है. Bhopal Fire Incident: भोपाल स्थित सतपुड़ा भवन में लगी आग को लेकर मध्य प्रदेश में सियासत गरमा गई है. आग की इस घटना को लेकर कांग्रेस मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार पर हमलावर है. वहीं कई घंटों के बाद भी आग अभी तक नहीं बुझ पाई है. इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी से बात की है. साथ ही आग बुझाने को लेकर सीएम शिवराज ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से बात कर एयरफोर्स की मदद मांगी है. उधर, सतपुड़ा भवन में आग की घटना पर एमपी कांग्रेस के बड़े नेता और विधायक जीतू पटवारी ने दावा किया है कि इस आग में एमपी सरकार ने अपने भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को जलाया है. उनके अलावा यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी यही दावा किया है. उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रियंका गांधी ने शंखनाद किया वहीं दूसरी तरफ सतपुड़ा भवन में आग लग गई, सरकार की विदाई के पहले भ्रष्टाचार के सबूत मिटाने का सिलसिला हुआ शुरू. 'भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को जलाया' आग की घटना को लेकर जीतू पटवारी ने कहा, "सतपुड़ा भवन में आज फिर आग लग गई. 50 फीसदी कमीशन वाली सरकार ने अपने भ्रष्टाचार के दस्तावेजों को जला दिया. ये आग पहली बार नहीं लगी है, इससे पहले ये आग 18 सितंबर 2018 को लगी थी. ये आग सतपुड़ा भवन में ही क्यों लगती है. सर्वे जनता के पक्ष में है. जनता के बीच ये मैसेज है कि मध्य प्रदेश...

Narayan realizes the glory of Hari

कोतवाली क्षेत्र के गांव जिगनिया में मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम का आयोजन हुआ, जिसमें भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं ने नारायण साकार हरि की महिमा का गुणगान किया। रविवार को आयोजित सत्संग में संतोष देवी, अंशु देवी ने नारायण साकार हरि की महिमा का गुणगान वंदना प्रार्थना के साथ किया। दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने भजन के माध्यम से नारायण साकार हरि की महिमा और सेवा कर्म का महत्व बताया। उदयपुर की बहन क्रांति देवी ने बताया कि सत्य के साथ आने से पहले बीमारियों से पीड़ित रहा करते थे। जब से सत्य का साथ किया है। उनकी सारी परेशानियां दूर हो गई । सराय पंजू के शिवम व ग्वाररू की बहन कामनी ने चेतावनी भजन सुनाया और नारायण साकार हरि का गुणगान किया। सोनकपुर की मिलक के ऋषि पाल सिंह ने कहा कि सत्य के साथ आने और वचन मानने से जीवन का कल्याण संभव है। इस दौरान मुख्य रूप से सरवन सिंह, महोबिया, परमवीर सिंह, सुधीर चौधरी और संजीव कुमार आदि सहित अनेक ने सहयोग दिया। कमेटी के अध्यक्ष मास्टर चेतन पाल सिंह ने साकार नारायण हरि की महिमा का गुणगान किया और सभी का आभार व्यक्त किया।

Yogini Ekadashi 2023 Date Time Shubh Muhurat What To Do In This Fast Lord Vishnu

Yogini Ekadashi 2023: हर महिने 2 एकादशी पड़ती हैं. एक कष्ण पक्ष में एक शुक्ल पक्ष में, पूरे साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं. जून माह में पड़ने वाले एकादशी को योगिनी एकादशी कहा जाता है. आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष के योगिनी एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस साल ये व्रत 14 जून 2023 , बुधवार के दिन रखा जाएगा. ये व्रत हर साल जून-जुलाई में रखा जाता है. योगिनी एकादशी का व्रत श्री हरि विष्णु के लिए रखा जाता है.इस दिन श्री नारायण भगवान की पूजा अर्चना की जाती है. इस व्रत को रखने से सभी पापों का नाश होता है, दुख दर्द दूर होते हैं. शुभ मुहूर्त (Panchang 14 june 2023) एकादशी तिथि प्रारंभ 13 जून सुबह 09:28 मिनट एकादशी तिथि समाप्त 14 जून सुबह 08: 28 मिनट योगिनी एकादशी का व्रत 14 जून, 2023, बुधवार के दिन रखा जाएगा. योगिनी ए कादशी पारण मुहूर्त 15 जून , गुरुवार सुबह 05:22 से 08:10 योगिनी एकादशी का व्रत रखने से जातक के सभी कष्टों का अंत होता और बीमारियों से मुक्ति मिलती है. अगर आप निरोग और स्वास्थ्य रहना चाहते है तो योगिनी एकादशी के व्रत को जरुर रखें. ऐसा माना जाता हि कि इस व्रत को रखने से 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही योगिनी एकादशी व्रत को रखने से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है. इस दिन क्या करें (Ekadashi Par Kya Karen) • योगिनी एकादशी के दिन श्री हरि के भजन करें और नाम का जाप करें. • इस दिन भजन- कीर्तन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. • इस दिन व्रत रखने और साधना करने से सभी समस्याओं का अंत होता है. • इस दिन केवल जलीय आहार ग्रहण करें. • इस दिन अपने गुस्से पर कंट्रोल रखें. • जितना ज्यादा संभव हो विष्णु जी के साथ शिव जी की भी उपासना करें. Discl...

rajasthan on the political board of caste article by prabhu chawla unk

राजस्थान का अतीत षड्यंत्रों, लड़ाइयों और दिलचस्प प्रेम कथाओं से हुआ भरा है. पुराने समय में जहां लड़ाइयां शौर्य के दम पर लड़ी जाती थीं, आज वहां जाति सबसे बड़ा हथियार बन चुकी है. हालांकि, दरबारी गप्पबाजी का चरित्र पहले जैसा ही है. अशोक गहलोत सरकार की उपलब्धियों से कहीं अधिक चर्चा बंद कमरों में बातचीत और चौराहों पर लगने वाली अटकलों की हो रही है, कि क्या सचिन पायलट कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे, और क्या भारतीय जनता पार्टी गहलोत या उनसे उम्र में छोटे उत्तराधिकारी को चुनौती देने के लिए वसुंधरा राजे को मैदान में उतारेगी. मगर दोनों ही खेमों में, योग्यता पर जाति भारी पड़ती है. कांग्रेस फिर सुर्खियों में है. पूर्व उपमुख्यमंत्री, 45 वर्षीय सचिन पायलट, पहले अपने लिए और उसके बाद पार्टी के लिए समर्थन जुटाने सड़क पर उतरते रहे हैं. वे अपना मकसद जमीनी कार्यकर्ताओं से संपर्क और वसुंधरा सरकार के समय भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई की मांग बताते हैं. मगर, उनका असल निशाना गहलोत हैं. पायलट ने अपनी पार्टी और अपने संरक्षकों को यह समझाया है कि वह आलाकमान से केवल यह कह रहे हैं कि वे चुनाव से पहले उन्हें मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित करने के वादे को पूरा करे. मगर आलाकमान को लगता है कि उम्र सचिन के पक्ष में है, वह थोड़ा और इंतजार कर सकते हैं. उसने पायलट को गहलोत सरकार को अस्थिर करने की उस नाकाम कोशिश के लिये माफ नहीं किया है, जब वे 19 विधायकों को लेकर बाहर चले गये थे. इस कदम के पीछे भारतीय जनता पार्टी का दिमाग बताया जा रहा था. मगर कांग्रेस के भीतर जारी रस्साकशी में जाति असल कारण है. गहलोत ने 1998, 2008 और 2018 में तीन बार अपना कार्यकाल पूरा कर पहले ही एक रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वह 1998 में ज...

Bhagirathvanshi martyr soul Shanti Narayan Mahayagya from 14

आदित्यपुर। देश विभाजन के दौरान शहीद हुए पूर्वजों की आत्मा की शांति हेतु जयप्रकाश उद्यान, आदित्यपुर में आगामी 14 जून से भागीरथवंशी शहीद आत्मा शांति नारायण महायज्ञ आहूत किया गया है, जिसका समापन आगामी 16 जून को होगा। इसका शुभारंभ 14 जून को प्रातः 7 बजे झंडोतोलन के साथ होगा। जबकि प्रातः 8 बजे 501 महिलाओं के द्वारा कलश यात्रा निकाली जायेगी। वहीं, संध्या 4 बजे से चित्रकूट धाम से पधारे श्रीश्री 108 स्वामी सीताराम शरण महाराज के द्वारा गीता महाग्रन्थ पर प्रवचन प्रस्तुत किया जायेगा। आगामी 15 जून को प्रातः 8 बजे से हवन यज्ञ, तर्पण और शाम 4 बजे से प्रवचन होगा। साथ हीं आगामी 16 जून को प्रातः 9 बजे से गीता पाठ होगा। वहीं, सिख समुदाय के लोग अंतिम अरदास करेंगे। तत्पश्चात गायत्री परिवार के द्वारा हवन के साथ महायज्ञ का समापन होगा। महायज्ञ का विधिवत समापन संध्या समय अंतिम प्रवचन के साथ होगा। इससे पूर्व दोपहर एक बजे से महाप्रसाद का वितरण किया जायेगा। इस अवसर पर संरक्षक हरि बल्लभ सिंह आरसी व आर के श्रीवास्तव, अध्यक्ष रमेश कुमार, मुख्य सचिव शिवपूजन सिंह, सहायक सचिव मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष कन्हैया दूबे, दिनेश सिंह, सुधीर सिंह, उमाशंकर तिवारी, सतीश सिंह, अनिता सिंह, दिनेश सिंह, डी डी त्रिपाठी, रविन्द्र सिंह, रघुनाथ प्रसाद, ब्रिजेश कुमार राय, गायत्री परिवार की डालिया भट्टाचार्या आदि उपस्थित थे।