नारको टेस्ट क्या होता है

  1. Narco Test क्या होता है
  2. नार्को टेस्ट क्या है? इसमें पोलीग्राफ मशीन का क्या योगदान है
  3. Narco Test क्या है? नार्को टेस्ट कैसे किया जाता है?
  4. NARCO Test क्या है? नार्को टेस्ट क्यों और कैसे किया जाता है?


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Narco Test क्या होता है

दोस्तों आज का हमारा विषय है कि Narco Test क्या होता है। जैसे कि हम सब जानते हैं कि देश में अपराध दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं और ऐसे में कुछ अपराधी होते हैं जो अपना जुर्म कुबूल नहीं करना चाहते इससे हालात और गंभीर हो जाते हैं और उनको कुबूल करवाने के लिए नार्को टेस्ट किया जाता है इसी चीज को मद्देनजर रखते हुए आज हम आपको अपना आर्टिकल के माध्यम से नार्को टेस्ट क्या होता है नार्को टेस्ट कैसे और क्यों किया जाता है जैसी संपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं नार्को एक तरह का ऐसा टेस्ट है जिसका इस्तेमाल करके किसी चीज के बारे में व्यक्ति से उसका सच उगलवाया जाता है। जैसे की हम सब जानते हैं कि देश के अपराध बढ़ते जा रहे हैं और अपराधी अपना जुर्म कबूल नहीं करना चाहते और वह जुर्म की संख्या बढ़ा देते हैं। ऐसे में सीबीआई जांच के द्वारा इस टेस्ट की मदद ली जाती है यह जरूरी नहीं कि अपराधी सब कुछ सच-सच बता दें। इस टेस्ट कि मदद से अपराधी को ट्रुथ सिरम इंजेक्शन दिए जाते हैं ताकि वह खुद अपना सच उगल दे। दोस्तों आपको बता दें कि यह एक फोरेंसिक टेस्ट है जो इन्वेस्टिगेशन अधिकारी डॉक्टर साइकोलॉजिस्ट और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में किए जाते हैं। नार्को टेस्ट कैसे किया जाता है? • नारको टेस्ट में किसी भी अपराधी को ट्रुथ ड्रग या पेंटोथोल का इंजेक्शन लगाया जाता है जिससे अपराधी ऐसी स्थिति में होता है जहां न वह पूरी तरह से बेहोश होता है और ना ही पूरी तरह से होश में। और ऐसे समय में व्यक्ति की सोचने की क्षमता बिल्कुल खत्म हो जाती है। • इस स्थिति में उस अपराधी से प्रश्न पूछे जाते हैं। और ऐसी स्थिति में इंसान सच ही बोलता है क्योंकि झूठ बोलने में इंसान का ज्यादा दिमाग इस्तेमाल होता है जबकि सच बोलने में दिमाग ...

नार्को टेस्ट क्या है? इसमें पोलीग्राफ मशीन का क्या योगदान है

नार्को टेस्ट क्या है? इसमें पोलीग्राफ मशीन का क्या योगदान है | ब्रेन मेपिंग टेस्ट क्या है ? हाईलाइटस :- . नार्को टेस्ट क्या है . पोलीग्राफ टेस्ट मशीन क्या है . ब्रेन मैपिंग टेस्ट क्या होता है . इन सब टेस्ट के प्रयोग के तरीके नार्को टेस्ट का सबसे पहला परीक्षण 1922 में राबर्ट हाउस नामक टेक्सास के डॉक्टर ने दो मुजरिमों पर किया था | नार्को टेस्ट एक ऐसा टेस्ट है, जिसमे किसी मुजरिम को आधा बेहोश करके ये जाना जाता है की वो सच बोल रहा है या झूठ | इसके लिए आरोपी को साईको एक्टिव दवा इथेनॉल, (sodium pentothal) सोडियम पेंटाथॉल, (sodium amytal ) सोडियम अमाईटल या बार्बीचुरेट्स आदि केमिकल ड्रग्स के इंजेक्शन दिए जाते हैं, कई लोग इसको ट्रुथ ड्रग्स (truth drug) भी कहते हैं | क्योंकि यह दवाई व्यक्ति को आधा बेहोश कर देती है, जिससे व्यक्ति आधी बेहोसी की स्थिति में चला जाता है वो ना तो पूरी तरह से बेहोश होता है और ना ही पूरी तरह से होश में रहता है | जब भी हम इस प्रकार की आधी बेहोशी की हालत में होते हैं तो हम चाह कर भी झूठ नहीं बोल पाते है, क्योंकि झूठ बोलने के लिए हमको अपने दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करना होता है, ज्यादा सोचना होता है और कल्पनाओ का सहारा लेना पड़ता है अपनी तरफ से भी कुछ बातें जोड़नी होती हैं और कुछ बाते छुपानी होती है जिसके लिए हमें अपने दिमाग का ज्यादा इस्तेमाल करना होता है और आधी बेहोशी की हालत में ऐसा करना सम्भव नही होता है | जबकि सच बोलने के लिए हमको न तो कुछ जोड़ना होता है और न ही कुछ छुपाना होता है | जो हमने देखा होता है या फिर किया होता है वो पहले से ही हमारे दिमाग में रिकॉर्ड रहता है | तो हमें सच बोलने के लिए क़म दिमाग का इस्तेमाल करना होता है | नार्को टेस्ट क्या है ? नार्को ट...

Narco Test क्या है? नार्को टेस्ट कैसे किया जाता है?

आपने देखा होगा कि कई बार पुलिस किसी अपराधी को थर्ड डिग्री देकर भी परेशान हो जाती है, लेकिन वह मुंह खोलने और अपना जुर्म कुबूल करने को तैयार नहीं होता। वहीं कई ऐसे high profile केस आते हैं, जिन्हें खोलने का पुलिस पर जबरदस्त दबाव होता है। लेकिन उसके सारे जांच अस्त्र असफल साबित हो चुके होते हैं। ऐसे में अपराधी से सच उगलवाने के लिए उसकी ओर से Narco Test का सहारा लिया जाता है। इस Test को Narco analysis नाम से भी पुकारा जाता है। इस Test के बारे में जानने के लिए आइए करीब 12 साल पहले चलें। आपको चर्चित निठारी कांड जरूर याद होगा। निठारी में एक के बाद एक हुई बच्चों की मौतों का सच सामने लाने के लिए पुलिस और जांच एजेंसियों पर बहुत दबाव था। ऐसे में निठारी कांड के मुख्य अभियुक्तों मनिंदर सिंह पंधेर और सुरेंद्र कोली पर Narco Test आजमाया गया। उस वक्त इस Test की चर्चा हर जुबान पर थी। और इतना पीछे जाने की भी जरूरत नहीं। करीब डेढ़ साल पहले ही जम्मू कश्मीर राज्य के कठुआ जिले में आरिफा नाम की बच्ची के साथ हुए रेप कांड में भी अभियुक्तों का नार्को टेस्ट किए जाने की मांग प्रमुख तौर से उठी थी। उम्मीद की जा रही थी कि इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। साथियों, क्या आप जानते हैं कि नार्को टेस्ट क्या है? यह कब शुरू हुआ या फिर इसे कैसे किया जाता है? अगर आपका जवाब न में है तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं। आज हम आपको Narco Test से जुड़ीNarco Test in Hindi, Narco Test Kya Hai, Narco Test Kya Hota Hai, What is Narco Test in Hindi की बारीक से बारीक जानकारी तफ्सील से देने की कोशिश करेंगे। आइए जानते हैं Narco Test के बारे में। साथियों, Narco Test एक ऐसा Test है, जिसके जरिए किसी व्यक्ति से सच बुलवाने की क...

NARCO Test क्या है? नार्को टेस्ट क्यों और कैसे किया जाता है?

आज आपको हम डिटेल में बताएँगे की Narco test क्या होता है, नार्को टेस्ट कैसे किया जाता है और NARCO Test क्यों किया जाता है| अगर आपने इसके बारे में कही सुना या देखा है तभी आप नारको टेस्ट के बारे में जानने के लिए आयें हैं तो हमारे बनाये गए इस आर्टिकल में आपको पूरी नॉलेज दी गयी है इसलिए इसको शुरू से लेकर अंत तक जरुर पड़े| • • • • • • NARCO Test क्या है Narco Test का प्रयोग किसी व्यक्ति से जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है| यह कोई दवा नही होती बल्कि एक टेस्ट होता है जो मशीनों व् ड्रग्स की सहायता से किसी अपराधी पर कानून की इजाजद लेकर किया जाता है| आम भाषा में कहे तो अपराधी से सच उगलवाने की पूरी संभावना रहती है| यह बहुत कम देखा गया है कि नारको टेस्ट करने के बाद अपराधी सच न बोले| NARCO Test कैसे किया जाता है नारको टेस्ट करने से पहले व्यक्ति का फिजिकल टेस्ट यानी कि शारीरिक परीक्षण करना बहुत जरूरी होता है. इसमें यह क्या किया जाता है कि मनुष्य पूरी तरह से स्वस्थ है. वह किसी रोग से पीड़ित तो नहीं है या उसे पहले से कोई बीमारी तो नहीं है या बहुत ज्यादा बुजुर्ग तो नहीं है क्या दिमागी रूप से वह सही है या नहीं है. अगर ऐसा पाया जाता है तो उसके साथ नारको टेस्ट करने की सरकार द्वारा इजाजत नहीं मिलती है फिर बाद में व्यक्ति की सेहत उम्र और जेंडर के आधार पर उसको दवाइया व् ड्रग्स दिया जाता है| कई बार ऐसा भी देखा गया है की दवाईयों के अधिक डोज से नारको टेस्ट फेल भी हो जाता है. इससे व्यक्ति अधिक बेहोशी की स्थिति में भी चला जाता है. जिसकी वजह से वह जबाब भी नही दे पाता है| NARCO Test कौन करता है ये टेस्ट फॉरेंसिक एक्सपर्ट, जांच अधिकारी, डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक आदि की टीम एकसाथ मिलकर करती है. इसके ल...