नारकोटिक्स कोटा

  1. केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों की बड़ी कार्रवाई, 90 लाख से अधिक कीमत का डोडा चूरा बरामद
  2. Rajasthan: केन्द्रीय नारकोटिक्स टीम की कोटा संभाग में बड़ी कार्रवाई
  3. CENTRAL BUREAU OF NARCOTICS, KOTA
  4. 2 लाख नए पट्टे जारी हों, प्रति किलो अफीम पर 10
  5. अफिम फसल के नष्टीकरण हेतु आवेदन आमंत्रित


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केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों की बड़ी कार्रवाई, 90 लाख से अधिक कीमत का डोडा चूरा बरामद

Editor-Manish Mathur जयपुर 22 फरवरी 2021 – केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों कोटा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चिप्स की आड़ में अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा का परिवहन करते हुए ट्रक सहित चालक को गिरफ्तार कर 90 लाख से अधिक का डोडा चूरा बरामद किया है। कोटा. केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों कोटा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चिप्स की आड़ में अवैध मादक पदार्थ डोडा चूरा का परिवहन करते हुए ट्रक सहित चालक को गिरफ्तार कर 90 लाख से अधिक का डोडा चूरा बरामद किया है। पिछले एक वर्ष में ब्यूरों की अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ यह दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी ने बताया कि शुक्रवार शाम को को मुखबिर की सूचना पर बारां जिले के फतेहपुर टोल प्लाजा पर एक ट्रक डिटेन कर कोटा लाया गया। रात्रि अधिक होने से शनिवार को ट्रक की तलाशी ली गई तो उसमें चिप्स के बोरों के पीछे बरों में डोडा चूरा भरा मिला। मजदूर लगाकर ट्रक को खाली करवाया तो ट्रक में आगे रखे 160 बोरों में चिप्स भरा मिला, जबकि चिप्स के बोरों के पीछे 233 बोरों में डोडा चूरा भरा मिला। ब्यूरों ने डोडा चूरा, ट्रक को जब्त कर चालक जोधपुर निवासी रामनिवास विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। चालक को रविवार को न्यायालय में पेश किया जहां से पांच दिन का रिमांड मिला है। चालक को मिलते थे 50 हजार ब्यूरों की पूछताछ में चालक ने बताया कि वह पहले बस चलाने का काम करता था। लेकिन लालच में उसने पिछले दो साल से ट्रक चलाना शुरू कर दिया। उसे एक चक्कर के 50 हजार रुपए मिलते थे। चालक ने बताया कि ट्रक में माल कहां से भरा यह मुझे पता नहीं। मुझे यह ट्रक आगर में दिया गया और कहा की इसे जोधपुर लेकर जाना है। पूछताछ में चालक ने अभी यह नहीं बताया कि ट्रक में माल कहां से भरा व जोधपुर...

Rajasthan: केन्द्रीय नारकोटिक्स टीम की कोटा संभाग में बड़ी कार्रवाई

कोटा: राजस्थान की बड़ी खबर में आपको बता दें कि कोटा संभाग में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरों की बड़ी कारईवाई सामने आई है। जिला उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी के निर्देशन में आज जयपुर और चित्तौड़गढ़ नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने कार्रवाई करते हुए चित्तौड़गढ़ हाईवे से 2 अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्करों के पास से 9 किलो अफीम बरामद हुई है। बता दें कि कोटा व जयपुर महानगर में गांजा, अफीम और चरस के साथ अब हेरोइन भी सप्लाई होने लगी है। केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने ऐसे ही मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। अभी पढ़ें – MP News: एंटेरो और पॉक्स वायरस की चपेट में प्रदेश, बच्चों को बनाता है शिकार उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना पर कोटा-झालावाड़ रोड पर महाना टोल बैरियर पर एक यात्री बस को रुकवाया। बस में सवार तीन संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली गई। उनके पास दो थैलियों में कुल 345 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो बस में सवार तीन संदिग्ध झालावाड़ जिले के अकलेरा स्थित कंवरपुरा गांव निवासी मोहनलाल, रामपुरिया गांव निवासी कन्हीराम और मांगीलाल को गिरफ्तार किया। तीनों ने पूछताछ में कबूला कि वो हेरोइन कोटा और जयपुर में सप्लाई करना चाहते थे। हेरोइन के बारे में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की चित्तौड़गढ़ व जयपुर के संयुक्त निवारक दल ने चितौड़गढ़ में कार्रवाई की है। डूंगला मंगलवाड़ रोड़ जिला चितौड़गढ़ में गणपति पेट्रोलियम के सामने एक बाइक को जब्त किया। अभी पढ़ें – Uttarkashi Avalanche: चौबीस घंटे बाद भी बचाव कार्य जारी, सरसावा और बरेली से तीन ओर हेलीकॉप्टर तैनात, अब तक 14 रेस्क्यू तलाशी मे...

CENTRAL BUREAU OF NARCOTICS, KOTA

कोटा. केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने करौली जिले मुंडरी गांव में चरागाह भूमि पर अवैध अफीम काश्त जब्त कर मौके पर ही नष्ट करवाया गया। कोटा के नारकोटिक्स उपायुक्त विकास जोशी ने बताया कि गोपनीय सूचना पर ब्यूरो कोटा के निवारक दल ने अधीक्षक बीएन मीणा के नेतृत्व व करौली पुलिस के सहयोग से करौली जिले मंडरायल थाना क्षेत्र के मुंडरी गांव में चरागाह भूमि पर 3825 वर्ग मीटर में अवैध अफीम काश्त को जप्त कर मौके पर ही नष्ट किया गया। उन्होंने बताया कि उक्त अफीम काश्त से अफीम के अंतरराष्ट्रीय मूल्य के हिसाब से 50 लाख का अफीम उत्पादन होता। काश्तगार के खिलाफ मामला दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान करौली पुलिस उपाधीक्षक मनराज मीणा, थानाधिकारी मानसिंह मय जाप्ता मौजूद रहे। निवारक दल में जेपी मीणा, आरके प्रसाद, बलवंत कुमार, पूरणमल मीणा व आरके चौधरी सहित अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने पिछले दिनों भी एक बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें एक ट्रक में अवैध मादक पदार्थ भरकर ले जाते हुए पकड़ा था।

2 लाख नए पट्टे जारी हों, प्रति किलो अफीम पर 10

कोटा में उप नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी की अध्यक्षता एवं सांसद दुष्यंत सिंह के मुख्य आतिथ्य में विभाग के सभीअधिकारियों, राजस्थान के प्रमुख अफीम किसानों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच तीन घंटे की बैठक हुई। इसमें नई अफीम नीति समयानुसार किसान हित एवं देश हित में बनाने के लिए किसानों ने सुझाव दिए। भारतीय किसान संघ अफीम संघर्ष समिति प्रांत मंत्री लाभचंद धाकड़ ने बताया कि कोटा में हुई विभाग की बैठक में सभी अधिकारियों के सामने अफीम संघर्ष समिति के सदस्य किसान नेता सोहनलाल आंजना, नारकोटिक्स विभाग की अफीम सलाहकार समिति सदस्य और सरपंच गोपाल लाल धाकड़ कनेरा, सलाहकार समिति सदस्य एवं हीरालाल जाट ने किसानों की ओर से विभाग को सुझाव दिए और सुझाव युक्त ज्ञापन उप नारकोटिक्स आयुक्त को सौंपा। इसमें निम्न मांगे नई नीति में शामिल करने के लिए की गई। जो पट्टे सीपीएस पद्धति में बहाल किए गए हैं, उन सभी पट्टों को लुवाई-चिराई में शामिल किया जाए, वहीं 1998 से अभी तक किसी भी कारण से कटे हुए सभी पट्टे जीरो औसत और जीरो मार्फिन के मापदंड पर बहाल किया जाएं और उन्हें भी लुवाई-चिराई में ही शामिल करें, क्योंकि प्राकृतिक कारणों, फैक्ट्री में तकनीकी गड़बड़ी अथवा अन्य कारणों से जो अफीम पट्टे काटे गए, रोके गए, उनमें किसान का किसी भी प्रकार से दोष नहीं है। किसान निर्दोष है। ईमानदारी से सरकार को मेडिसिन के लिए अफीम फसल तैयार करके सौंपता है। किसान के सीपीएस पद्धति में पोस्ता की पैदावार आधी ही होती है, उससे उसका रोजगार प्रभावित हो रहा है। प्रति किलो अफीम पर 10 से 15 हजार रुपए किसान को सरकार द्वारा दिए जाएं, क्योंकि किसान के प्रति दस आरी पर 125000 रुपए का खर्चा हो रहा है और विभाग प्रति किलो नाम मात्र के पैसे...

अफिम फसल के नष्टीकरण हेतु आवेदन आमंत्रित

वर्तमान फसल वर्ष 2022 -23 में यदि किसी किसान की बीना चिरा लगाए अफीम की फसल क्षतिग्रस्त हो गई है तो वह किसान विभागीय निगरानी में जुताई के द्वारा नष्टीकरण हेतु आवेदन पत्र संबंधित जिला अफीम अधिकारी के कार्यालय में दिनांक 15-03-2023 को शाम 6:00 बजे तक प्रस्तुत कर सकते हैं, इसके बाद प्राप्त आवेदनों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि संभावना अफीम फसल दोनों प्लांटों में से किसी एक प्लांट की संपूर्ण अफीम फसल नष्टीकरण हेतु प्राप्त आवेदन पर कारवाही प्राथमिकता के आधार पर यथासंभव शीघ्रतापूर्ण पारंभ की जावेगी। यदि किसी आवेदनकर्ता कृषक की बिना चीरा लगाएं अफीम की फसल के चिरा लगाए जाने वाले प्लांट के किसी क्षतिग्रस्त भाग को विभागीय निगरानी के जुदाई के द्वारा नष्ट कराया, अथवा देरी से बुवाई की जाने वाली अफीम की फसल छोटी हो तथा उसमें डोडे नहीं बने हो तो ऐसे दोनों प्रकार क्षतिग्रस्त अफीम फसलो की विभागीय निगरानी में जुताई के द्वारा यथासंभव शीघ्रतापुण कराया जाएगा। नारकोटिक्स आयुक्त के द्वारा अनुमोदित आवेदन का प्रारूप केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की आधिकारिक वेबसाइट www.cdn.nic.in पर उपलब्ध है। इस वेबसाइट के अनुमोदित प्रारूप मैं दिया गया आवेदन पत्र ही मान्य होगा। अन्य किसी दूसरे प्रारूप में प्रेषित आवेदन पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी। अधिक जानकारी के लिए संबंधित जिला अफीम अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।