निम्नलिखित में कौन-से रोग में नियमित रक्त चढाने की आवश्यकता पड़ती है ?

  1. MCQ Questions for Class 7 Hindi Chapter 6 रक्त और हमारा शरीर with Answers
  2. उच्च रक्तचाप के बारे में जानकारी
  3. रक्त और हमारा शरीर 7th Class NCERT CBSE Hindi Chapter 6
  4. खून चढ़ाने (रक्ताधान) के फायदे, प्रक्रिया और नुकसान
  5. प्रोटीन की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, से होने वाले रोग, दवा
  6. रक्त
  7. सीजोक्रोन 40mg टैबलेट: देखें उपयोग, दुष्प्रभाव, कीमत और विकल्प


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MCQ Questions for Class 7 Hindi Chapter 6 रक्त और हमारा शरीर with Answers

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उच्च रक्तचाप के बारे में जानकारी

रक्तचाप के सामान्य से अधिक होने की समस्या को उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन कहते हैं। रक्तचाप वह बल है जिसके साथ हृदय द्वारा पंप किया गया रक्त धमनियों की दीवारों पर दबाव डालता है। रक्तचाप दिन भर बढ़ता और गिरता रहता है। जब रक्तचाप समय के साथ ऊंचा बना रहता है, तो इसे उच्च रक्तचाप कहा जाता है। ब्लड प्रेशर को मापने के लिए जो रीडिंग लेते हैं उस में दो नंबर होते हैं। ऊपर वाली संख्या (सिस्टोलिक) उस बल को मापती है जिस से हृदय धड़कन द्वारा रक्त को धमनियों में पंप करता है। नीचे की संख्या (डायस्टोलिक) धमनियों में रक्त के उस बल को मापती है जो हृदय की धड़कनों के बीच के आराम की अवस्था में होता है। 120/80 एमएम एचजी की रीडिंग सामान्य मानी जाती है। 140/90 एमएम एचजी या इससे अधिक के रक्तचाप को उच्च रक्तचाप माना जाता है। यदि आपका रक्तचाप 120/80 और 139/89 के बीच है, तो आपको प्री-हाइपरटेंशन है। इसका मतलब है कि आपको अभी उच्च रक्तचाप नहीं है, लेकिन भविष्य में इसके विकसित होने की संभावना है। उच्च रक्तचाप के कुछ संभव कारण है: • धमनियों का संकुचित होना • रक्त की मात्रा सामान्य से अधिक मात्रा • दिल की धड़कन का सामान्य से अधिक तेज होना या धड़कन ज्यादा जोर से होना इनमें से कोई भी स्थिति धमनी की दीवारों पर दबाव बढ़ाएगी। उच्च रक्तचाप किसी अन्य मेडिकल प्रॉब्लम के कारण भी हो सकता है। क्या आपको उच्च रक्तचाप होने का खतरा है? उच्च रक्तचाप के जोखिम कारकों में शामिल हैं: • आयु और लिंग: जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती हैं, उच्च रक्तचाप होने की संभावना भी बढ़ती जाती है। 45 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों और 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में जोखिम बढ़ जाता है। • पारिवारिक इतिहास: व्यक्ति के परिवार में उच्च रक्तचाप का पारिवारिक ...

रक्त और हमारा शरीर 7th Class NCERT CBSE Hindi Chapter 6

प्रश्न: रक्त के बहाव को रोकने के लिए क्या करना चाहिए। उत्तर: रक्त के बहाव को रोकने के लिए उस स्थान पर कसकर एक साफ़ कपड़ा बाँध देना चाहिए। ताकि दबाव पड़ने से रक्त का बहना कम हो जाता है। फिर घायल व्यक्ति को जल्द ही डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। प्रश्न: खून को ‘भानुमती का पिटारा’ क्यों कहा जाता है? उत्तर:‘भानुमती का पिटारा’ यह एक ऐसी लोकोक्ति है जिसका अर्थ है एक पिटारे में भाँति-भाँति की वस्तुएँ। खून को भानुमती का पिटारा कहा गया है क्योंकि यदि सूक्ष्मदर्शी से खून की एक बूंद को जाँचा जाए तो उसमें लाखों की संख्या में लाल रक्त-कण मौजूद होते हैं जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते। इसके अलावा सफ़ेद कण व प्लेटलैट कण भी उसमें पाए जाते हैं। प्रश्न: एनीमिया से बचने के लिए क्या-क्या खाना चाहिए? उत्तर: एनीमिया से बचने के लिए हमें पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। मसलन हरी सब्जी, फल, दूध, अंडा और मांस का प्रयोग करना चाहिए। इनमें प्रोटीन, लौह तत्व और विटामिन काफ़ी मात्रा में मिलते हैं। ये रक्त के निर्माण में सहायक होते हैं, जिससे एनीमिया रोग होने का खतरा टल जाता है। प्रश्न: पेट में कीड़े क्यों हो जाते हैं? इनसे कैसे बचा जा सकता है। उत्तर: पेट में कीड़े दूषित जल और खाद्य पदार्थों द्वारा शरीर में प्रवेश करते हैं। अतः इनसे बचने के लिए खाद्य पदार्थ ग्रहण करना चाहिए। साफ़ जल पीना चाहिए और भोजन करने से पहले हाथ अच्छी तरह धोना चाहिए। इसके अलावे नंगे पैर हमें नहीं घूमना चाहिए, क्योंकि कुछ कीड़े ऐसे हैं, जिनके अंडों से उत्पन्न लार्वा त्वचा के रास्ते शरीर में प्रवेश कर आँतों में पहुँच जाते हैं। इनसे बचने के लिए जरूरी है कि शौचालय का प्रयोग किया जाए और नंगे पाँव नहीं घूमे। प्रश्न: रक्त के सफ़ेद कणों को ‘...

खून चढ़ाने (रक्ताधान) के फायदे, प्रक्रिया और नुकसान

ब्लड ट्रांसफ्यूजन को हिंदी में रक्ताधान कहा जाता है। आम बोलचाल की भाषा में इसे खून चढ़ाना कहा जाता है। रक्त दान से प्राप्त लाल रक्त कोशिकाओं, खून चढ़ाने के लिए आमतौर पर खून दान करने वाले स्वैच्छिक रक्तदाताओं से एकत्रित किया जाता है। दान किए गये खून की गहन जाँच होती है, ताकि किसी भी तरह के (और पढ़े - इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि खून चढ़ाना क्या होता है, रक्ताधान की प्रक्रिया क्या होती है और खून चढ़ाने के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं। साथ ही यह भी बताया गया है कि खून चढ़ाने की जरूरत किसे होती है। • • • • खून चढ़ाना एक मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें दान किया गया खून एक पतली नली से आपके हाथ की नस में चढ़ाया जाता है। इस प्रक्रिया से किसी का जीवन बचाया जा सकता है। अगर किसी को चोट या किसी ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रक्रिया आमतौर पर बिना किसी जटिलता के हो जाती है। अगर कभी जटिलता होती भी है तो वो बहुत कम होती है। लोगों को कई कारणों से खून चढ़ाने की आवश्यकता पड़ती है, जैसे (और पढ़े - खून के कुछ घटक होते हैं जो निम्नलिखित है - • लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन को शरीर में धारण करती हैं और शरीर से अपशिष्ट हटाती हैं। • सफेद रक्त कोशिकाएं संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। (और पढ़े - • प्लाज्मा खून का तरल भाग होता है। • प्लेटलेट्स सही से ब्लड क्लॉट होने में मदद करते हैं। (और पढ़ें - ट्रांसफ्यूजन या रक्त आधान आपके शरीर को जरूरत पड़ने वाले घटक प्रदान करता है। लाल रक्त कोशिकाएं सबसे अधिक चढ़ाई जाने वाली घटक है। आपको सारे घटक एक साथ मौजूद हो इस तरह का खून भी चढ़ाया जा सकता है किंतु ऐसे कम किया जाता है। शोधकर्ता कृत्रिम रक्तबनाने की कोशिश कर रहे हैं किंतु अब तक मानव रक्त का कोई उचित विकल्प नहीं मिला है। जब किसी...

प्रोटीन की कमी के लक्षण, कारण, इलाज, से होने वाले रोग, दवा

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रक्त

लहू या रुधिर या ख़ून एक शारीरिक मनुष्य-शरीर में करीब पाँच लिटर लहू विद्यमान रहता है। लाल रक्त कणिका की आयु कुछ दिनों से लेकर १२० दिनों तक की होती है। इसके बाद इसकी मनुष्यों में लहू ही सबसे आसानी से प्रत्यारोपित किया जा सकता है। एटीजंस से लहू को विभिन्न वर्गों में बांटा गया है और रक्तदान करते समय इसी का ध्यान रखा जाता है। महत्वपूर्ण एटीजंस को दो भागों में बांटा गया है। पहला ए, बी, ओ तथा दूसरा आर-एच व एच-आर। जिन लोगों का रक्त जिस एटीजंस वाला होता है उसे उसी एटीजंस वाला रक्त देते हैं। जिन पर कोई एटीजंस नहीं होता उनका ग्रुप "ओ" कहलाता है। जिनके रक्त कण पर आर-एच एटीजंस पाया जाता है वे आर-एच पाजिटिव और जिनपर नहीं पाया जाता वे आर-एच नेगेटिव कहलाते हैं। ओ-वर्ग वाले व्यक्ति को सर्वदाता तथा एबी वाले को सर्वग्राही कहा जाता है। परन्तु एबी रक्त वाले को एबी रक्त ही दिया जाता है। जहां स्वस्थ व्यक्ति का रक्त किसी की जान बचा सकता है, वहीं रोगी, अस्वस्थ व्यक्ति का खून किसी के लिये जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसीलिए खून लेने-देने में बहुत सावधानी की आवश्यकता होती है। लहू का pH मान 7.4 होता है कार्य • ऊतकों को आक्सीजन पहुँचाना। • पोषक तत्वों को ले जाना जैसे ग्लूकोस, • उत्सर्जी पदार्थों को बाहर करना जैसे- यूरिया कार्बन, डाई आक्साइड, • प्रतिरक्षात्मक कार्य। • संदेशवाहक का कार्य करना, इसके अन्तर्गत हार्मोन्स आदि के संदेश देना। • शरीर पी. एच नियंत्रित करना। • शरीर का ताप नियंत्रित करना। इन्हें भी देखें [ ] • सन्दर्भ [ ] • Afrikaans • Alemannisch • አማርኛ • Pangcah • Aragonés • Ænglisc • العربية • ܐܪܡܝܐ • مصرى • অসমীয়া • Asturianu • Atikamekw • Авар • Azərbaycanca • تۆرکجه • Башҡортса • Boarisch •...

सीजोक्रोन 40mg टैबलेट: देखें उपयोग, दुष्प्रभाव, कीमत और विकल्प

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