नथुआ पुर की नौटंकी

  1. राजस्थान के लोक नाट्य — Study29 ख्याल, तुर्रा
  2. नाना पटोले, नौटंकी करणे तुमचा स्वभाव, मोदीजींबद्दल तोंड सांभाळून बोला; चंद्रकांत पाटलांचा काँग्रेस प्रदेशाध्यक्षांना इशारा
  3. पुरी


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राजस्थान के लोक नाट्य — Study29 ख्याल, तुर्रा

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नाना पटोले, नौटंकी करणे तुमचा स्वभाव, मोदीजींबद्दल तोंड सांभाळून बोला; चंद्रकांत पाटलांचा काँग्रेस प्रदेशाध्यक्षांना इशारा

काय म्हणाले चंद्रकांत पाटील? नाना पटोले यांनी विधानसभेच्या अध्यक्षपदाचा अचानक राजीनामा दिला. त्यानंतर वर्षभर निवडणूक लांबवून नियमबाह्य पद्धतीने निवडणूक घेण्याचा प्रयत्न करत राज्यपालांवर खापर फोडण्याचा त्यांच्या आघाडीचा प्रयत्न म्हणजे नौटंकी होती. नाना पटोलेंच्या राजकीय आयुष्यात नौटंकीचे अनेक प्रसंग आहेत. नौटंकी हा त्यांचा स्वभाव आहे. त्यांनी देशातील अत्यंत महत्त्वाच्या संवैधानिक पदावरील व्यक्तीच्या सुरक्षिततेबाबत काँग्रेस सरकारकडून गंभीर चूक झाली असताना त्याला नौंटकी म्हणणे निषेधार्ह आहे. पंतप्रधान मोदी यांच्याविषयी नाना पटोले यांनी तोंड सांभाळून बोलावे, असे चंद्रकांत पाटील म्हणाले आहे. ते म्हणाले की, नाना पटोले यांनी पंतप्रधानांच्या सुरक्षाव्यवस्थेची तूलना राहुल गांधी किंवा प्रियंका गांधी यांच्याशी करणे हास्यास्पद आहे. राहुल गांधी अमेठीमध्ये लोकसभा निवडणूक हारलेले आहेत तर प्रियंका गांधी अद्याप एकाही निवडणुकीत विजयी झालेल्या नाहीत. त्यांच्या सुरक्षेची तूलना देशातील महत्त्वाच्या पदावरील व्यक्तीच्या सुरक्षेशी करणे असा प्रकार नाना पटोलेच करू शकतात. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी हे देशातील अत्यंत लोकप्रिय पंतप्रधान असून ते जागतिक नेते आहेत, हे पटोले यांनी तुलना करताना विसरू नये, अशी टिकाही चंद्रकांत पाटलांनी केली. नाना पटोलेंना धमकी द्यायची आहे का? स्पष्ट करावे- चंद्रकांत पाटील नाना पटोले यांनी पंतप्रधानांविषयी आज घडलेल्या घटनेबाबत बोलताना राहुल गांधी यांच्या गाडीवर झालेल्या कथित हल्ल्याची आठवण करून दिली आहे. अशी आठवण करून देऊन नाना पटोले यांना धमकी द्यायची आहे का, हे त्यांनी स्पष्ट करावे. आज मोदीजींच्या गाडीवर हल्ला होण्यासाठी पटोले यांच्या पक्षाच्या सरकारने ढिसाळपणा केला का, हे सुद...

पुरी

अनुक्रम • 1 विवरण • 2 स्मारक एवं दर्शनीय स्थल • 2.1 जगन्नाथ मंदिर • 2.2 बालीघई बीच • 2.3 सत्यवादी (साक्षीगोपाल) - • 3 पर्व • 3.1 हिन्दू नव वर्ष • 3.2 रथयात्रा पर्व • 3.3 लोकनाथ मन्दिर • 3.4 अन्य • 3.5 बालीघाई तथा सत्यवादी • 4 आवागमन • 5 इन्हें भी देखें • 6 सन्दर्भ विवरण [ ] भारत के चार पवित्रतम स्थानों में से एक है पुरी, जहाँ समुद्र इस शहर के पांव धोती है। कहा जाता है कि यदि कोई व्यक्ति यहां तीन दिन और तीन रात ठहर जाए तो वह जीवन-मरण के चक्कर से मुक्ति पा लेता है। पुरी, भगवान स्मारक एवं दर्शनीय स्थल [ ] जगन्नाथ मंदिर [ ] यह 65 मी. ऊंचा मंदिर पुरी के सबसे शानदार स्मारकों में से एक है। इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में चोड़गंग ने अपनी राजधानी को दक्षिणी उड़ीसा से मध्य उड़ीसा में स्थानांतरित करने की खुशी में करवाया था। यह मंदिर नीलगिरी पहाड़ी के आंगन में बना है। चारों ओर से 20 मी. ऊंची दीवार से घिरे इस मंदिर में कई छोट-छोटे मंदिर बने हैं। मंदिर के शेष भाग में पारंपरिक तरीके से बना सहन, गुफा, पूजा-कक्ष और नृत्य के लिए बना खंबों वाला एक हॉल है। इस मंदिर के विषय में वास्तव में यह एक आश्चर्यजनक सत्य है कि यहां जाति को लेकर कभी भी मतभेद नहीं रहे हैं। [ बालीघई बीच [ ] पुरी से 8 कि॰मी॰ दूर नुआनई नदी के मुहाने पर बालीघई बीच, एक प्रसिद्ध पिकनिक-स्पॉट है, यह चारों ओर कॉसरीना पेड़ों से घिरा है। सत्यवादी (साक्षीगोपाल) - [ ] भगवान साक्षीगोपाल का मंदिर पुरी से केवल 20 कि॰मी॰ की दूरी पर है। केवल 'अनTला नवमी' के दिन यहां श्री राधा जी के पवित्र पैरों के दर्शन किए जा सकते हैं। बड़ा डांडा यहाँ का शॉपिंग का एक आदर्श स्थान है। पर्व [ ] हिन्दू नव वर्ष [ ] हिन्दू नव वर्ष की खुशी में यहां चंदन या...