नटराज पेंसिल कंपनी

  1. Natraj Pencil job offers fraud: नटराज पेंसिल पैकिंग जॉब के नाम से चल रहा है सोशल मीडिया पर फ्रॉड
  2. फैक्ट चेक: पेंसिल निर्माता कंपनी नटराज पेंसिल ने नहीं निकाली वर्क फ्रॉम होम वाली नौकरियां, फर्जी खबर हो रही है वायरल, जानें पूरा सच – News Mobile
  3. Rajesh Shukla on LinkedIn: नटराज 🖊🖍पेंसिल कंपनी दे रही है मौका घर बैठे काम कर..
  4. Natraj Packing Home Job
  5. Natraj Pencil Apsara Pencil


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Natraj Pencil job offers fraud: नटराज पेंसिल पैकिंग जॉब के नाम से चल रहा है सोशल मीडिया पर फ्रॉड

इन दिनों सोशल मीडिया पर एक मोबाइल नंबर देकर घर बैठे Natraj Pencil Box पैकिंग जॉब का ऑफर दिया जा रहा है। बदले में ₹15000 एडवांस देने के साथ महीने का ₹30000 वेतन देने की भी बात कही जाती है।आपको बता दें कि यह पैकिंग जॉब सोशल मीडिया पर खूब वायरल भी हो रही है। जानिए यह ऑफर फेक है या रियल… गौरतलब है कि सोशल मीडिया के फेसबुक व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर कई तरीके के फ्रॉड फल फूल रहे हैं और अधिकतम वेतन के साथ जॉब ऑफर किए जा रहे हैं। फेसबुक पर पोस्ट द्वारा Phone नंबर देकर कहा जाता है कि घर बैठकर पेंसिल पैकिंग जॉब के लिए ऑफर देकर कहा जाता है कि ” नटराज पेंसिल✏️📝 पैकिंग जॉब वर्क होम🏠 ऑल आपके घर पर कंपनी माल पहुंचाएगी 🚚 सैलेरी 30000 एडवांस 15000 मेल एंड फीमेल कोई भी कर सकता है✏️ नटराज पेंसिल घर बैठे✏️ कहीं पर भी हो ऑल इंडिया उपलब्ध है दिए गए नंबर पर हमसे संपर्क करें व्हाट्सएप एंड कांटेक्ट नंबर📞: और अलग अलग तरीके के हर पोस्ट में अलग नंबर। NPR टुडे ने घर बैठे पेंसिल पैकिंग जॉब वाली पोस्ट में दिए अलग-अलग नंबरों पर बात करके बताए गए वेतन वाली जॉब की सच्चाई जाननी चाही। दिए गए फोन नंबर पर NPR टुडे के रिपोर्टर ने बात की तो चौंका देने वाले खुलासे हुए जिसको सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। NPR टुडे के रिपोर्टर ने दिए गए कई नंबरो पर पर कॉल करके पेंसिल पैकिंग की जॉब करने के लिए कहा तो दूसरी ओर से बात कर रहे शख्स ने डिटेल के रूप में आधार कार्ड और फोटो की मांग की साथ ही जॉब कार्ड बनाने हेतु रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में ऑनलाइन ₹620 भेजने को कहा जिसके बाद NPR टुडे के रिपोर्टर ने पैसे भेजने के लिए थोड़ा समय मांगकर फोन रख दिया। NPR टुडे की टीम ने इस नटराज पेंसिल पैकिंग जॉब की सच्चाई जानने के लिए गूगल...

फैक्ट चेक: पेंसिल निर्माता कंपनी नटराज पेंसिल ने नहीं निकाली वर्क फ्रॉम होम वाली नौकरियां, फर्जी खबर हो रही है वायरल, जानें पूरा सच – News Mobile

फैक्ट चेक: नटराज पेंसिल ने नहीं निकाली वर्क फ्रॉम होम नौकरियां, फर्जी खबर हो रही है वायरल, जानें पूरा सच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि पेंसिल निर्माता कंपनी नटराज ने घर बैठे बेरोजगार लोगों के लिए अच्छी इनकम वाली नौकरी निकाली हैं। फेसबुक पर पोस्ट को शेयर कर अंग्रेजी भाषा में लिखा गया है कि,’ Natraj pen pencil packing homework job salary 25000 se 30000 advance 15000 joining fees 620 call me 8509354349′ फेसबुक के वायरल पोस्ट का फैक्ट चेक : न्यूज़मोबाइल की पड़ताल में हमने जाना कि वायरल पोस्ट फर्जी है। नटराज कंपनी ने खुद इस दावे का खंडन किया है। Jun 15, 2023 सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने पड़ताल की। इसके लिए सबसे पहले हमने वायरल दावे से संबंधित कुछ कीवर्ड्स से गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें गूगल पर दैनिक जागरण की वेबसाइट पर जनवरी 20, 2023 को छपी एक लेख में बताया गया है कि नटराज पेंसिल की पैकिंग कर घर बैठे नौकरी से हर महीने 30 हजार रुपये कमाने के नाम पर कुछ शातिर राजस्थान और मेरठ से ठगी कर रहे थे। इस संबंध में साइबर पुलिस और पुलिस थानों में ठगी की कई शिकायतें आयी थी। बताया गया है कि लोगों को 650 रुपये के पंजीकरण शुल्क देने के बाद हर महीने हजारों रुपये कमाने का लालच दिया जा रहा था। इसी पर साइबर पुलिस ने सावधान रहने और ऐसे लोगों के जाल में न फंसने की एडवाइजरी जारी की है। हिमाचल में शिमला सहित कई स्थानों पर लोगों से ठगी हुई है। इसके बाद हमें वायरल पोस्ट के फर्जी होने की आशंका हुई। जिसके बाद हमने गूगल पर और बारीकी से खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें Nataraj Pencils के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट से...

Rajesh Shukla on LinkedIn: नटराज 🖊🖍पेंसिल कंपनी दे रही है मौका घर बैठे काम कर..

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Natraj Packing Home Job

Natraj Packing Home Job नटराज पेन्सिअल पैक्किंग करके कमाओ 15000 से 25000 हर महिना घर बैठे अगर आप घर बैठे जॉब करना चाहते हैं तो आपके लिए बेस्ट जॉब है यह जॉब महिला पुलिस मैरिड अनमैरिड कोई भी कर सकता है इस जॉब में आपको पेंसिल पैकिंग का काम करना होता है कंपनी से आपको खाली बॉक्स और पेंसिल आपके घर तक डिलीवरी कर दी जाएगी और आपको पेंसिल पैकिंग घर बैठे करना होता है एक खाली डिब्बे में आपको 10:30 पेंसिल भरना होता है एक डिब्बे भरने का₹6 कंपनी से मिलता है इसी तरीके का कंपनी से आपको रबर कटर पेन और अन्य तरह का प्रोडक्ट आपको पैक करने के लिए कंपनी से दिया जाता है यह जॉब आपके घर पर ही आप बड़े आसानी से हर महीने का 25 से 30,000 इनकम कर सकते हैं 8420057217 8420057217 About Our Natraj Pencial Packing Home Job नटराज और अप्सरा पेंसिल की कहानी:तीन दोस्तों ने जर्मनी से सीखकर मुंबई में शुरू किया बिजनेस; आज 50 देश खरीदते हैं हिंदुस्तान की पेंसिल बचपन की कुछ यादें मिटाई नहीं जा सकतीं। नटराज पेंसिल का ये ऐड उन्हीं में से एक है। बड़े होने पर अब भले ही पेंसिल से दूरी बन गई हो, लेकिन अपनी फेवरेट पेंसिल की कहानी आप आज भी जानना चाहेंगे। तो चलिए, शुरू से शुरू करते हैं... भारत में था विदेशी पेंसिलों का दबदबा गुलामी के दिन थे। सूई से लेकर रेल तक विदेशों से बनकर आते थे। पेंसिल भी उन्हीं में से थी। 1939-40 के दौरान भारत में करीब 6.5 लाख रुपए की पेंसिल UK, जर्मनी और जापान जैसे देशों से इम्पोर्ट की जाती थीं। द्वितीय विश्व युद्ध शुरू होने के बाद अचानक सप्लाई थम गई। ऐसे में कुछ देसी कारोबारियों ने पेंसिल बनाने का फैसला किया। कलकत्ता, बॉम्बे और मद्रास में कई कारखाने लगाए गए।. • Selarry 15000 - 25000 • Work Frome Home...

Natraj Pencil Apsara Pencil

natraj pencil apsara pencil success story in hindi –दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे नटराज पेंसिल और अप्सरा पेंसिल की सफलता की कहानी के बारे में. नटराज पेंसिल (Natraj Pencil) और अप्सरा पेंसिल (Apsara Pencil) क्या है, यह तो हम सभी जानते ही है. हमने बचपन में इन पेंसिल का खूब इस्तेमाल किया है. नटराज और अप्सरा की पेंसिल ही नहीं बल्कि इरेजर, शार्पनर, स्केल सहित अन्य चीजें भी आती है, जिनका हमें पढ़ाई के दौरान उपयोग किया है. इसके अलावा एक समय पर टीवी पर नटराज पेंसिल और अप्सरा पेंसिल के विज्ञापन भी खासे चर्चित हुआ करते थे. इन दोनों ही पेंसिल से हमारी बचपन की यादें जुड़ी हुई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि नटराज पेंसिल और अप्सरा पेंसिल की शुरुआत कैसे हुई थी? और कैसे यह इतनी सफल हुई? सबसे पहले तो आपको बता दे कि नटराज पेंसिल और अप्सरा पेंसिल कोई दो अलग-अलग पेंसिल कंपनी नहीं नहीं बल्कि यह दोनों ही एक ही कंपनी हिंदुस्तान पेंसिल (hindustan pencil) के अलग-अलग ब्रांड है. कंपनी ने डुअल ब्रांड स्ट्रैटजी के तहत अपने दो अलग-अलग ब्रांड को मार्किट में उतारा था. तो चलिए शुरू करते हैं नटराज और अप्सरा पेंसिल की सफलता की कहानी. (natraj pencil apsara pencil success story in hindi) दोस्तों यह कहानी शुरू होती है देश की आजादी से पहले से. दरअसल ब्रिटिश शासनकाल में हमारे देश में सुई से लेकर जहाज तक विदेशों से आता था. भारत में बहुत कम चीजें बनती थी. 1940 के दशक में भारत में लगभग 6.50 लाख रूपए की पेंसिल हर साल ब्रिटेन, जर्मनी और जापान जैसे देशों से इम्पोर्ट की जाती थी. इस बीच जब द्वितीय विश्वयुद्ध हुआ तो विदेशों से पेंसिल भारत आना बंद हो गई. ऐसे में भारत में पेंसिल की कमी होने लगी. इसका फायदा उठाकर ...