अपठित गद्यांश

  1. CBSE Class 8 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांश
  2. Unseen Passage for Class 8 in Hindi अपठित गद्यांश
  3. 17+ अपठित गद्यांश पश्न
  4. Apathit gadyansh CBSE
  5. Class 7 Hindi Vyakaran Chapter 33 Apathit Gadyansh (CBSE 2023
  6. अपठित गद्यांश किसे कहते हैं। Apathit Gadyansh in Hindi


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CBSE Class 8 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांश

CBSE Class 8 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांश Pdf free download is part of CBSE Class 8 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांश ‘अपठित’ गद्यांश या पद्यांश का अर्थ है- जो पहले पढ़ा गया न हो। अपठित गद्यांश या पद्यांश पाठ्यपुस्तकों से नहीं लिए जाते। ये ऐसे गद्यांश या पद्यांश होते हैं जिन्हें छात्र पहले कभी नहीं पढ़ा होता। इस प्रकार के गद्यांश-पद्यांश देकर छात्रों से उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर पूछे जाते हैं। इन प्रश्नों का उत्तर देने के लिए अनुच्छेद को दो-तीन बार पढ़ना चाहिए। इसके बाद अनुच्छेद के नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखने चाहिए। भाषा स्पष्ट और शुद्ध होनी चाहिए। उदाहरण ( उत्तर सहित) 1. संसार में शांति, व्यवस्था और सद्भावना के प्रसार के लिए बुद्ध, ईसा मसीह, मुहम्मद चैतन्य, नानक आदि महापुरुषों ने धर्म के माध्यम से मनुष्य को परम कल्याण के पथ का निर्देश किया, किंतु बाद में यही धर्म मनुष्य के हाथ में एक अस्त्र बन गया। धर्म के नाम पर पृथ्वी पर जितना रक्तपात हुआ उतना और किसी कारण से नहीं। पर धीरे-धीरे मनुष्य अपनी शुभ बुधि से धर्म के कारण होने वाले अनर्थ को समझने लग गया है। भौगोलिक सीमा और धार्मिक विश्वासजनित भेदभाव अब धरती से मिटते जा रहे हैं। विज्ञान की प्रगति तथा संचार के साधनों में वृद्धि के कारण देशों की दूरियाँ कम हो गई हैं। इसके कारण मानव-मानव में घृणा, ईष्र्या वैमनस्य कटुता में कमी नहीं आई। मानवीय मूल्यों के महत्त्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का एकमात्र साधन है शिक्षा का व्यापक प्रसार। प्रश्न (क) मनुष्य अधर्म के कारण होने वाले अनर्थ को कैसे समझने लगा है (i) संतों के अनुभव से (ii) वर्ण भेद से (iii) घृणा, ईर्ष्या, वैमनस्य, कटुता से (iv) अपनी शुभ ब...

Unseen Passage for Class 8 in Hindi अपठित गद्यांश

Advertisements Students who want to score higher marks in class 8 should practice the unseen passage in class 8 before taking the CBSE board exam. Since you need to score higher marks in your exam, you must solve the unseen passage in class 8. We have provided you with the unseen passage for class 8 with questions and answers for you to improve your skills. Advertisements As you solve the passage, you will see some unseen passages with MCQs for class 8. You can solve these problems to become an expert and score well in your exam by solving them. English unseen passages for class 8 can also be practiced. Don’t start writing the answer when you haven’t seen the unseen passage. अपठित का शाब्दिक अर्थ है – जो पढ़ा नहीं गया – जो पाठ्यक्रम से जुड़ा हुआ नहीं है और जो अचानक ही पढ़ने के लिए दिया गया हो। इसमें गद्यांश से जुड़े विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देने को कहा जाता है। इस प्रकार इस विषय में यह अपेक्षा की जाती है कि पाठक द्वारा दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर उसी अनुच्छेद के आधार पर संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करें। प्रश्नों के उत्तर पाठक को अपनी भाषा शैली में देने होते है। अपठित गद्यांश के द्वारा पाठक की व्यक्तिगत योग्यता और अभिव्यक्ति की क्षमता का आकलन किया जाता है। अपठित का कोई क्षेत्र विशेष नहीं होता। विज्ञान कला साहित्य नागरिक शास्त्र या किसी भी विषय के उत्तर देने से मानसिक स्तर बढ़ता है और अभिव्यक्ति क्षमता को बढ़ाता है। अपठित गद्यांश को हल करने की विधि और विशेषताएं– • *अपठित गद्यांश को बहुत ध्यान पूर्वक मन ही मन में दो बार पढ़ना चाहिए। • *ग...

17+ अपठित गद्यांश पश्न

Apathit Gadyansh in Hindi : यहाँ आज इस लेख में 17+ अपठित गद्यांश पश्न-उत्तर सहित उपलब्ध कराएँगे जो छात्र हिंदी विषय से रूचि रखते है उन्हें अक्सर Apathit Gadyansh लिखने को मिलता है परीक्षा में कभी-कभी ऐसे गद्यांश दिए जाते हैं जिनका पाठ्यपुस्तकों से कोई संबंध नहीं रहता। फिर भी उस अंश से संबद्ध कई प्रकार के प्रश्न रहते हैं छात्रों को उनका उत्तर देना पड़ता है इस अभ्यास से बौद्धिक क्षमता और भाषा पर उनकी कैसी पकड़ है, इसका ज्ञान होता है इस पोस्ट में आपको Apathit Gadyansh For All Classes in Hindi के कुछ नमूने उपलब्ध कराये है जो आपको काफी पसंद आएगा। • • • • • • • • • • • • • • • • • छात्रों के लिए अपठित गद्यांश (1) विश्वविद्यालय कोई ऐसी वस्तु नहीं है जो समाज से काटकर अलग की जा सके। समाज दरिद्र है तो विश्वविद्यालय भी दरिद्र होंगे, समाज कदाचारी है, तो विश्वविद्यालय भी कदाचारी होंगे और सvvमाज में अगर लोग आगे बढ़ने के लिए गलत रास्ते अपनाते हैं तो विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र भी सही रास्तों को छोड़कर गलत रास्तों पर अवश्य चलेंगे। विश्वविद्यालयों और कॉलेजो में भी अशांति फैली है, जो भ्रष्टाचार फैला है, वह सब का सब समाज में फैलकर यहाँ तक पहुँचा है। समाज में जब सही रास्तों का आदर था, ऊँचे मूल्यों की कद्र थी, तब कॉलेजों में भी शिक्षक और छात्र गलत रास्तो पर कदम रखने से घबराते थे। लेकिन अब समाज ने विशेषतः राजनीति ने, ऊँचे मूल्यों की अवहेलना कर दी और अधिकतर लोगों के लिए गलत रास्ते ही सही बन गए तो फिर उसका प्रभाव कॉलेजों और विश्वविद्यालयों पर भी पड़ना अनिवार्य हो गया। छात्रों की अनुशासनहीनता की जाँच करनेवाले लोग परिश्रम तो खूब करते हैं, किंतु असली बात बोलने से घबराते हैं। सोचने की बात यह है ...

Apathit gadyansh CBSE

अपठित गद्यांश ( apathit gadyansh ) भी भाषा ज्ञान की दृस्टि से बेहद ही महत्वपूर्ण विषय है। अपठित अर्थात जो पढ़ा हुआ न हो और गद्यांश अर्थात किसी गद्य रचना का एक अंश। जब भी आप किसी भाषा के मूल तक पहुंचने का प्रयास करते हैं तब ये अपठित गद्यांश आपके भाषा कौशल को और निखारती है। स्कूल में बच्चों में भाषा सम्बन्धी ज्ञान को और निखारने के लिए इस विषय से परिचित कराया जाता है। आइये, हम इस विषय में सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास करें। अपठित गद्यांश के लाभ अपठित गद्यांश ( apathit gadyansh) को हर एक विद्यार्थी को पढ़ना ही होता है। भाषा की दृस्टि से ये बेहद ही आवश्यक है। ये विद्यार्थीयों में भावग्रहण की शक्ति को और परिस्कृत करता है। ये गद्यांश हमेशा शिक्षाप्रद ली जाती हैं ताकि ये भाषा ज्ञान के साथ -साथ ये ज्ञानवर्धक भी हो। दैनिक जीवन, पौराणिक कहानियां, ज्वलंत विषय, समाज, राजनीति आदि विषय ही मुख्यतः लिए जाते हैं। विद्यार्थी इन गद्यांशों को बड़ी ही एकाग्रता से पढ़ते हैं और उस विषय से सम्बंधित उत्तर भी देते हैं। उत्तर बेहद ही सठिक और उच्च व्याकरणिक कोटि के होते हैं। इन प्रश्नो में व्याकरणिक इकाइयां जैसे विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, वाक्य विश्लेषण आदि सम्मिलित होते हैं। ये सब मिलकर विद्यार्थीयों में बहुमुखी प्रतिभा को और निखारते हैं। अपठित गद्यांश का कैसे भावग्रहण किया जाता है ? अपठित गद्यांश बेहद ही महत्वपूर्ण विषय है। इसे बेहद ही एकाग्रता से पढ़ कर ही प्रश्नो को पूरा करने चाहिए। अगर आपको पहली बार में गद्यांश समझ में न आये तो आप इसे दोबारा पढ़ें। हर शब्दों पर विशेष ध्यान दे और उनके अर्थ को समझने का प्रयास करें। निम्न बातों पर धयान दें – • गद्यांश में आये कठिन शब्दों को अलग कर लें। इन कठिन श...

Class 7 Hindi Vyakaran Chapter 33 Apathit Gadyansh (CBSE 2023

Class 7 Hindi Grammar Chapter 33 अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh). Learn here about how to answer the questions given in Unseen Passages and practice the passage for CBSE Exam 2023-2024. All the contents are in updated format to academic session 2023-2024 State boards and CBSE board students. अपठित गद्यांश are given here for practice, which provide a general idea about to give answer to the questions given on the basis of passages. जो गद्यांश या पद्यांश पहले न पढ़े गए हों, जो आपकी पाठ्य पुस्तक से नहीं लिया गया हो, वे अपठित गद्यांश कहे जाते हैं। अपठित अंशों पर आधारित प्रश्नों के उत्तर छात्रों को अपनी मौलिक बुद्धि और ज्ञान के आधार पर देने होते हैं। इसलिए इनका बार-बार अभ्यास करना चाहिए। ऐसा करना छात्रों को कुशल बनाता है। अपठित गद्यांशों पर आधारित प्रश्नों का उत्तर देने से पहले निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिà...

अपठित गद्यांश किसे कहते हैं। Apathit Gadyansh in Hindi

अपठितगद्यांश– Apathit Gadyansh in Hindi Grammar अपठितगद्यांशगद्यसाहित्यकाऐसाअंशहैजिसेपहलेपढ़ानहींगयाहो, जोनिर्धारितपाठ्य-पुस्तकोंमेंसंकलितनहींहो। उस अपठितगद्यांशकीभाषाकठिननहींहोती, अपितुप्रेरणात्मकसामाजिकपरम्पराओंसेयुक्तहोतीहै।जिसेआसानीसेसमझाजासकताहै। अपठितगद्यांशकेगुण– 1 . इसमेंअभिव्यक्तिस्पष्टरूपसेहोतीहै। 2 . इसमेंविषय-वस्तुकीसम्पूर्णजानकारीहोतीहै। 3 . इसमेंबुद्धिकीएकाग्रतादिखाईदेतीहै। 4 . इसमेंतथ्योंकावास्तविकविवेचनहोताहै। 5 . इसमेंव्यावहारिकभाषाकाशुद्धप्रयोगहोताहै। (1 .) अपठितगद्यांश (Apathit Gadyansh) केउदाहरण —निम्नलिखितगद्यांशकोपढ़करनीचेदिएगएप्रश्नोंकेउत्तरदीजिए– प्रकृतिपर्यालोचनकेसिवायकविकोमानव-स्वभावकीआलोचनाकाभीअभ्यासकरानाचाहिए।मनुष्यअपनेजीवनमेंअनेकप्रकारकेसुख-दुःखआदिकाअनुभवकरताहै।उसकीदशाकभीएक-सीनहींरहतीहै।अनेकप्रकारकीविचार-तरंगेंउसकेमनमेंउठाकरतीहैं।इनविचारोंकीजाँच, ज्ञानऔरअनुभवकरना, सबकाकामनहींहै।केवलकविहीइनकाअनुभवकरानेमेंसमर्थहोताहै।जिसेकभीपुत्रशोकनहींहुआउसेकुलशोककायथार्थज्ञानहोनासंभवनहींहै; परयदिवहकविहैतोपुत्रशोकाकुलपितायामाताकीआत्मामेंप्रवेशसाकरकेउसकाअनुभवकरसकताहै।उसअनुभवकावहइसतरहवर्णनकरताहैकिसुननेवालाउसदुःखसेअभिभूतहोजाताहै, उसेऐसामालूमहोनेलगताहैकिस्वयंउसीपरवहदुःखपड़रहाहै।जिसकविकोमनोविकारोंऔरप्राकृतिकबातोंकायथेष्टज्ञाननहींहोता, वहकदापिअच्छाकविनहींहोसकताहै। ✅उपर्युक्तगद्यांशकाउचितशीर्षकहै– (1) मानवस्वभावकीआलोचना (2) यथार्थवादीसाहित्य (3) संवेदनशीलकवि (4) दुःखकीअनुभूति Ans. – (3) संवेदनशीलकवि कविअपनेसाहित्यमेंकिनप्रमुखतथ्योंकाचित्रणकरताहै– (1) प्रकृतिपर्यालोचन (2) मानवस्वभावकीआलोचना (3) (1) और (2) दोनों (4) मनोविकारोंकीअभिव्यंजना Ans. – (3) (1) और (2) दोनों लेखक...