नवंबर की अमावस कब की है

  1. Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi जानें साल 2022 में कब
  2. Hindu Calendar 11 Month Is Magh 2022 Know The Date Of Mauni Amavasya And Magha Purnima 2022
  3. साल 2020 की 12 अमावस्या कब
  4. मार्च में अमावस्या कब है 2022?
  5. 21 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार है? – ElegantAnswer.com
  6. नवंबर में कब हैं कौन
  7. अमावस्या 2023 की तारीखें New Delhi, India के लिए


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Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi जानें साल 2022 में कब

Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi: जानें, साल 2022 में कब-कब है अमावस्या, देखें यहां पूरी लिस्ट Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi इस दिन पूजा जप तप का विधान है। शास्त्रों में निहित है कि अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। वहीं अमावस्या के दिन दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। Amavasya 2022 Date And Timing In Hindi: हिंदी पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की पाक्षिक यानी चतुर्दशी के एक दिन बाद अमावस्या पड़ती है। इस दिन पूजा, जप, तप का विधान है। शास्त्रों में निहित है कि अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पूजा करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। वहीं, अमावस्या के दिन दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। अत: देशभर में श्रद्धालु अमावस्या के दिन पवित्र नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। साथ ही तिल तर्पण भी करते हैं। आइए जानते हैं कि साल 2022 में कब-कब अमावस्या है- -चैत्र अमावस्या शुक्रवार 1 अप्रैल, 2022 को है। चैत्र अमावस्या तिथि 31 मार्च को दोपहर में 12 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर 1 अप्रैल को सुबह में 11 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। -वैशाख अमावस्या शनिवार 30 अप्रैल, 2022 को है। वैशाख अमावस्या तिथि 30 अप्रैल को देर रात 12 बजकर 59 मिनट से शुरू होकर 1 मई को देर रात 1 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगी। -ज्येष्ठ अमावस्या सोमवार 30 मई, 2022 को है। ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 29 मई को दोपहर में 2 बजकर 56 मिनट से शुरू होकर 30 मई को शाम में 5 बजे समाप्त होगी। -आषाढ़ अमावस्या बुधवार 29 जून, 2022 को है। आषाढ़ अमावस्या तिथि 28 जून को सुबह में 5 बजकर 53 मिनट पर शुरू होकर 29 जून को सुबह में 8 बजकर 23 मिनट पर समाप्त होगी...

Hindu Calendar 11 Month Is Magh 2022 Know The Date Of Mauni Amavasya And Magha Purnima 2022

Magh Maas 2022: पंचांग के अनुसार 18 जनवरी से माघ माह का आरंभ हो रहा है. हिंदू धर्म में इस मास को बहुत ही पवित्र माना गया है. माघ के महीन में स्नान, दान और पूजा पाठ का विशेष महत्व बताया गया है. माघ के महीने का अपना धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है. इसे जानना और समझना आवश्यक है. Hindu Calendar Magha 2022: पंचांग और ज्योतिष गणना के अनुसार माघ महीने का आरंभ 18 जनवरी 2022 से होगा. पूर्णिमा की तिथि के समापन के साथ ही पौष मास भी समाप्त होगा. माघ के महीने में पवित्र नदी में स्नान, दान आदि के लिए अत्यंत शुभ माना गया है. माघ मास में 'कल्पवास' माघ के महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है. इस महीने कल्पवास किया जाता है. माघ मास में ही युधिष्ठिर ने महाभारत युद्ध के युद्ध में वीरगति को प्राप्त हुए अपने सगे संबंधियों को सदगति दिलाने के लिए कल्पवास किया था. माघ मास का समापन 16 फरवरी 2022 को होगा. माघ के महीने को हिंदू कैलेंडर के अनुसार वर्ष का ग्यारहवाँ महीना माना गया है. निरोग रहने के लिए इस बात का रखें ध्यान माघ मास में सूर्य देव का विशेष महत्व बताया गया है. मान्यता है कि माघ मास में पवित्र नदियों में स्नान करने से सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्त होती है. ये ऊर्जा कई प्रकार के रोगों से भी बचाती है. माघ मास में अनुशासित जीवन शैली को अपनाने से कई प्रकार की समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है. माघ अमावस्या 2022 कब है? माघ मास में अमावस्या की तिथि 01 फरवरी 2022, मंगलवार को पड़ रही है. इसे मौनी अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन स्नान एवं दान करते हैं और मौन व्रत रखने की परंपरा है. पितरों के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किया जाता है. माघ पूर्णिमा 2022 कब है? पंचांग के अनुस...

साल 2020 की 12 अमावस्या कब

Amavasya 2020 साल में 12 अमावस्या होती हैं। इस दिन जप-तप, ध्यान और देवी-देवताओं का पूजन किया जाए तो जीवन से नकारात्मकता का नाश हो जाता है। 108 बार तुलसी की परिक्रमा करने से मन को शांति की अनुभूति होती है। जो लोग आध्यात्मिक मार्ग पर बढ़ना चाहते हैं उनके लिए भी यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। आइए जानें साल भर की 12 अमावस कब-कब आ रही हैं...

मार्च में अमावस्या कब है 2022?

हमारे धार्मिक शास्त्रों में अमावस्या Amavasya और पूर्णिमा Purnima तिथि का बहुत महत्व माना गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष हर महीने में पूर्णिमा और अमावस्या पड़ती है। पूर्णिमा शुक्ल पक्ष में अमावस्या कृष्‍ण पक्ष में आती है। इन दोनों पक्षों में आने वाली इस खास तिथि पर देवी-देवताओं का पूजन, पितृ तर्पण, श्राद्ध कर्म, उपाय, तीर्थस्थलों पर स्नान, यज्ञ, जप-तप, दान आदि बहुत से कर्म किए जाते हैं। विषयसूची Show • • • • इन तिथियों पर किए गए कर्म या कार्य जहां व्यक्ति को सुखी और समृद्ध जीवन देते है, वहीं कुंडली में चल रहे अशुभ दोषों से भी मुक्ति दिलाते हैं। यहां पाठकों के लिए नववर्ष 2022 (New Year 2022) में आनेवाली समस्त अमावस्या (Amavasya 2022) और पूर्णिमा (Purnima 2022) की खास तिथियों की जानकारी। आइए जानते हैं- Amavasya Purnima 2022 List Date पौष अमावस्या रविवार 2 जनवरी, 2022। माघ अमावस्या मंगलवार 1 फरवरी, 2022। फाल्गुन अमावस्या बुधवार 2 मार्च, 2022। चैत्र अमावस्या शुक्रवार 1 अप्रैल, 2022।

21 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार है? – ElegantAnswer.com

21 अक्टूबर को कौन सा त्यौहार है? इसे सुनेंरोकेंआज के व्रत त्योहार – कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रारंभ, सर्वार्थ सिद्धि योग। आज का शुभ मुहूर्त 21 अक्टूबर 2021 : अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 28 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से 02 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। अक्टूबर महीने की अमावस कब है? ये हैं अक्टूबर महीने के बड़े त्योहारों की पूरी लिस्ट (Festivals in October 2021) • गांधी जयंती 02 अक्टूबर 2021 (शनिवार) • इंदिरा एकादशी 02 अक्टूबर 2021 (शनिवार) • लाल बहादुर शास्त्री जयंती02 अक्टूबर 2021 (शनिवार) • मासिक शिवरात्रि04 अक्टूबर 2021 (सोमवार) • महालय06 अक्टूबर 2021 (बुधवार) • सर्व पितृ अमावस्या 06 अक्टूबर 2021 (बुधवार) नवंबर में कौन सा त्यौहार आता है? इसे सुनेंरोकेंहिंदू पंचांग के अनुसार, इसे कार्तिक (Diwali 2021 Date) का महीना भी कहा जाता है. नवंबर में धनतेरस, दिवाली, गोवर्धन, भाईदूज और छठपूजा (Chhath Puja 2021 Date) समेत कई बड़े और (Bhai Dooj 2021 Date) खास त्योहार आने वाले है, जो कि बड़ी धूमधाम से मनाए जाएंगे. नवंबर का महीना त्योहारों से भरा पड़ा है. 21 अक्टूबर 2021 को क्या है? इसे सुनेंरोकें21 अक्टूबर 2021 द‍िन गुरुवार को कार्त‍िक मास का कृष्ण पक्ष, प्रत‍िपदा त‍िथि रहेगी 10 बजकर 15 म‍िनट तक, उसके बाद द्व‍ित‍ीया त‍िथ‍ि लग जाएगी. अश्व‍िनी नक्षत्र 16 बजकर 17 म‍िनट त‍क फ‍िर भरणी नक्षत्र लग जाएगा. चंद्रमा होंगे मेष राष‍ि में और भगवान सूर्य तुला राश‍ि में व‍िराजमान होंगे. अमावस्या कब है October 2021? इसे सुनेंरोकेंआज 06 अक्टूबर 2021 और दिन बुधवार है। आज पितृ विसर्जन अमावस्या है इसे सर्व पितृ अमावस्या भी कहते हैं। आज पितृ पक्ष का समापन हो रहा है। Aaj Ka Panchang:...

नवंबर में कब हैं कौन

Festivals 2020: 2020 में नवंबर की शुरुआत होते ही त्योहारों की बौछार होने को त्योहार हैं। हिंदू पंचांग के मुताबिक इस महीने को कार्तिक मास कहा जाता है। कहते हैं कि यह साल भर का सबसे शुभ महीना होता है। इस महीने के बारे में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि वो महीनों में कार्तिक हैं। इस महीने के बारे में शास्त्रों में भी बहुत महिमा गाई गई है। मान्यता है कि कार्तिक महीने के इतना अधिक शुभ होने की वजह से ही इस महीने में हिंदू धर्म के कई बड़े त्योहार आते हैं। लेकिन तिथियों और सूर्योदय के समय में परिवर्तन होने की वजह से कई त्योहारों की तारीखों में लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। यहां जानिये हिंदू पंचांग के अनुसार सभी त्योहारों की सही तारीखें – 11 नवंबर, बुधवार – साल की 24 एकादशियों में से एक है कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली रमा एकादशी। यह व्रत वैष्णव भगवान विष्णु की प्रसन्नता के लिए रखते हैं। 13 नवंबर, शुक्रवार – त्रयोदशी – प्रदोष व्रत/ काली चौदस/ धनतेरस इस दिन तीन त्योहार हैं। धनतेरस पर मां लक्ष्मी और धनवन्तरी जी की पूजा की जाती हैं। जबकि काली चौदस की वजह से मां काली को और प्रदोष व्रत की वजह से शिव जी की आराधना की जाती है। 14 नवंबर, शनिवार – अमावस्या – दीवाली दीवाली के दिन शुभ मुहूर्त में माता महालक्ष्मी और भगवान गणेश की उपासना की जाती है। कहते हैं कि सच्चे मन से पूजा करने से इस दिन घर में मां लक्ष्मी आती हैं। 15 नवंबर, अमावस्या/ प्रतिपदा – गोवर्धन पूजा इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाया था। इसलिए इस दिन श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत बनाकर उनकी पूजा की जाती है। 16 नवंबर, प्रतिपदा/ द्वितीया – भाई दूज इस दिन भाईयों को तिलक किया जाता है। यह भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार ...

अमावस्या 2023 की तारीखें New Delhi, India के लिए

हिन्दू दिन के अनुसार पड़ने वाली अमावस्या के अलग-अलग नाम होते हैं। जैसे सोमवार को पड़ने वाले अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं जो कि बहुत फलदायक होता है। उसी तरह शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या कहते हैं जो कि किसी व्यक्ति के लिए बहुत भाग्यशाली रहता है। पितृदेव को अमावस्या का स्वामी माना जाता है इसीलिए इस दिन पितरों को याद करने और उनकी आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध कर्म या पूजा -पाठ करना अनुकूल माना जाता है। बहुत से लोग अपने पूर्वजों के नाम से हवन करते है और प्रसाद आदि चढ़ाते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो अमावस्या को पृथ्वी के चक्र में होने वाली एक सामान्य घटना माना जाता है. लेकिन अलग-अलग जगह के लोगों की अपनी मान्यताओं के अनुसार इसे शुभ और अशुभ रूप में देखा जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार माघ के महीने में आने वाली मौनी अमावस्या को बहुत ही शुभ माना जाता है। 2023 में अमावस्या कब है? हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष में 12 अमावस्याएँ होती हैं। जो लोग इस तिथि में विश्वास रखते हैं उनको इस दिन का बहुत इंतज़ार रहता है वे यह जानने में इच्छुक रहते हैं कि अमावस्या कब है? क्यूंकि इस दिन के लिए उन लोगों को कई सारी तैयारियां करनी होती हैं किन्तु कई लोगों को यह ज्ञात नहीं होता और वह इंटरनेट पर – अमावस्या कब है? अमावस्या कब की है? – आदि लिखकर सही तिथि की जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं। इसीलिए यहाँ हम आपको वर्ष 2023 में आने वाली सभी अमावस्या की तिथि और दिन बता रहे है। अमावस्या के दिन किए जाने वाले उपाय ●अमावस्या के दिन आटे की छोटी-छोटी गोलियां बना लें और किसी तालाब में मछलियों को खिलाएं। ऐसा करने से आपको पुण्य मिलेगा और धन लाभ होगा। यदि आप यह काम घर के बच्चे से करवाते है...