नवरात्र 2023

  1. Gupt Navratri 2023 : जानें कब से शुरू हो रहा है गुप्त नवरात्रि, यहां है पूरी जानकारी
  2. Ashadha Gupt Navratri Date 2023: 19 जून से आषाढ़ी गुप्त नवरात्र उज्जैन के शक्तिपीठ हरसिद्धि में होगी साधना
  3. नवरात्री रंग 2023
  4. Chaitra Navratri 2023 Upay Do These 9 Things During 9 Days Of Navratri


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Gupt Navratri 2023 : जानें कब से शुरू हो रहा है गुप्त नवरात्रि, यहां है पूरी जानकारी

नई दिल्ली : Gupt Navratri 2023 : सनातन धर्म में गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है. वहीं एक साल में चार नवरात्र का पर्व बड़े ही श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. वहीं इस साल आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि की शुरूआत दिनांक 19 जून से हो रही है और इसका समापन दिनांक 28 जून को होगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुप्त नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है. वहीं तंत्र-मंत्र सीखने वाले साधकों के लिए गुप्त नवरात्रि बेहद ही खास होता है. इतना ही नहीं, गुप्त नवरात्रि में मां जगदंबे के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है, जिससे व्यक्ति की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है. ये भी पढ़ें - गुप्त नवरात्र का शुभ मुहूर्त क्या है हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत दिनांक 18 जून को सुबह 10 बजकर 06 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 19 मई को सुबह 11 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से गुप्त नवरात्र के दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 19 जून को प्रातःकाल 5 बजकर 30 मिनट से लेकर 7 बजकर 27 बजे तक रहेगा. इसके अलावा, इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 55 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में भी आप कलश स्थापना कर सकते हैं. ये भी पढ़ें - जानें गुप्त नवरात्र की पूजा विधि आषाढ़ माह में पड़ने वाले गुप्त नवरात्र के दिन नौ देवियों की पूजा-आराधना खासकर की जाती है. इस दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर शुभ मुहूर्त में पवित्र स्थान पर देवी की मूर्ति स्थापित करें. उसके बाद, गंगाजल से उस स्थान को पवित्र करें. अखंड ज्योति जला कर दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और उनके मंत्रों का जप करें. इससे जीवन में आ रही सभी परेशानियां दूर हो जा...

Ashadha Gupt Navratri Date 2023: 19 जून से आषाढ़ी गुप्त नवरात्र उज्जैन के शक्तिपीठ हरसिद्धि में होगी साधना

Ashadha Gupt Navratri Date 2023: उज्जैन (नईदुनिया प्रतिनिधि)। पंचांग की गणना के अनुसार आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा 19 जून सोमवार को गुप्त नवरात्र का आरंभ होगा। आर्द्रा नक्षत्र, वृद्धि योग, बव करण तथा मिथुन राशि के चंद्रमा की साक्षी में गुप्त नवरात्र का आरंभ होगा। इस बार नवरात्र पूरे नौ दिनों के रहेंगे। धर्मशास्त्रीय मान्यता के अनुसार नवरात्र के नौ दिनों में मां दुर्गा की विशिष्ट साधना की जा सकेगी। पौराणिक मान्यता के अनुसार 52 शक्तिपीठ अथवा सिद्धपीठों पर उपासना का विशेष महत्व होता है। जनकल्याण, राष्ट्र कल्याण के लिए योग्य साधक उपासना करेंगे। गुप्त नवरात्र में तिथि का बढ़ना श्रेष्ठ ज्योतिषाचार्य पं.अमर डब्बावाला ने बताया पौराणिक मान्यता के अनुसार वर्षभर में चार नवरात्र होते हैं जिनमें जो दो गुप्त और दो प्रकट नवरात्र आते हैं। आषाढ और माघ माह के नवरात्र गुप्त तथा चैत्र व अश्विन के नवरात्र को प्रकट नवरात्र की संज्ञा दी गई है। गुप्त नवरात्र में तिथि का बढ़ना श्रेष्ठ होता है। यह साधना की सफलता के लिए श्रेष्ठ संकेत माना जाता है। इस दृष्टि से इस दौरान की जाने वाली साधना उपासना मनोवांछित फल प्रदान करती है। साधना उपासना के लिए श्रेष्ठ समय देवी भागवत के अनुसार नवरात्र में चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की पूर्णता तथा संतान उत्पत्ति व पदोन्नति के लिए विधिवत साधना उपासना का अनुक्रम बताया गया है। योग्य आचार्य के सानिध्य में देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए वैदिक उपासना का अनुसरण करना चाहिए। इसी पक्षकाल में ग्रहों के नक्षत्र परिवर्तन भी होंगे ग्रह गोचर तथा परिभ्रमण की गणना से देखें तो 19 जून से लेकर 3 जुलाई के मध्य अलग-अलग ग्रहों के नक्षत्र परिवर्तन एवं बुध ग्रह का राशि परिवर्तन होगा। 30...

नवरात्री रंग 2023

ऑक्टोबर 21, 2023, शनिवारआज नवरात्रीच्या रंग - करडा स्लेटी रँग सन्तुलित विचारधारा का प्रतीक है तथा व्यक्ति को व्यावहारिक एवं सरल बनने हेतु प्रेरित करता है। यह रँग उन भक्तों के लिये उपयुक्त है, जो हलके रँग को प्राथमिकता देते हैं, लेकिन अपनी एक विशिष्ट शैली के साथ नवरात्रि उत्सव का आनन्द लेने के इच्छुक हैं। नवरात्री रंग 2023 नवरात्रि के प्रत्येक दिवस हेतु एक विशिष्ट रँग निर्धारित किया गया है। नवरात्रि के समय अपने जीवन में उस विशेष रँग को सम्मीलित करना अत्यन्त शुभः माना जाता है। विभिन्न राज्यों में यह प्रथा इतनी अधिक प्रचलित हो चुकी है कि नवरात्रि उत्सव से पूर्व टाइम्स ऑफ इण्डिया, मिड-डे, मुम्बई मिरर तथा डी एन ए जैसे लोकप्रिय दैनिक समाचार पत्रों द्वारा नवरात्रि के नौ रंगों के विषय में अलग से लेख प्रकाशित किये जाते हैं। नवरात्रि के प्रथम दिवस का रंग उस दिन पर आधारित होता है जिस दिन से नवरात्रि प्रारम्भ होती है, तथा शेष आठ दिनों तक एक निश्चित कर्मानुसार रंगो का निर्धारण किया जाता है।

Chaitra Navratri 2023 Upay Do These 9 Things During 9 Days Of Navratri

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023, बुधवार से हो रही है.निश्चित नौ दिन, नौ तिथि, नौ नक्षत्र, नौ शक्तियों की नवधाभक्ति के साथ देवी दुर्गा का विशेष पर्व 'वासन्तिक नवरात्रि' जो धर्म की अधर्म पर, सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक है. साधक को नई शक्ति का संचार करते कष्ट, आपदा, बाधा, दुष्प्रभावों-ऋतु विशेष तथा संक्रामक व्याधियों, चिंताओं, अभावों से मुक्त, सुरक्षित करते माना गया है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि अत्यन्त पवित्र है. इसी तिथि से प्रजापिता ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की थी तो इसी तिथि से चार युगों में पहले सतयुग का प्रारंभ हुआ था. चैत्र, आषाढ़, आश्विन, माघ के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक के नौ दिन नवरात्रि कहलाते हैं. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करने से मां प्रसन्न होती हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. आप इन 9 दिनों में इन 9 कार्यों को करके आप भी माता का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है. तो चलिए जानते है कौन से वो 9 काम. मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए 9 दिन करें ये 9 काम 1-माता को प्रसन्न करने के लिए लाल रंग के पुष्प और लाल चुनरी अर्पित करें. इससे घर में सुख-समृद्धि आएगी और सभी रूके हुए कार्य पूर्ण होंगे. 2-नवरात्रि पर दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. सप्तशती का पाठ बिना किसी त्रुटि के होना चाहिए इसलिए पाठ की समाप्ति पर माता रानी से अपनी भूल-चूक की माफी जरूर मांगें. अगर आप पाठ को खुद नहीं कर सकें तो आप किसी पंडित जी से भी करवा सकते है. 3-नवरात्रि के नौ दिनों तक गाय को रोटी के साथ गुड़ खिलाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और जीवन से सभी कष्ट समाप्त होते हैं. 4-नवरात्रि पर मां दुर्गा क...