नवरात्र कितने तारीख को लगेगा

  1. chaitra navratri 2023 panchak kaal know the shubh muhurat of kalash sthapana navratri kitne din ki hai
  2. 2022 में पंचक कितने तारीख को लगेगा? – Expert
  3. Navratri 2021
  4. Chandra Grahan 2022 Date: नवंबर में इस तारीख को लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानिए कहां
  5. अमावस्या 2022: कब हैं अमावस्या तिथि
  6. मेला कितनी तारीख को है 2022? – ElegantAnswer.com


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chaitra navratri 2023 panchak kaal know the shubh muhurat of kalash sthapana navratri kitne din ki hai

chaitra navratri 2023 panchak kaal know the shubh muhurat of kalash sthapana navratri kitne din ki hai | Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि पर लगेगा पंचक, जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त; कितने दिन होगी पूजा | Hindi News Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि पर लगेगा पंचक, जानिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त; कितने दिन होगी पूजा Chaitra Navratri Panchak : चैत्र मास में पड़ने वाले नवरात्रों को चैत्र नवरात्रि कहा जाता है. हिंदू धर्म में मुख्य रुप से माता दुर्गा की दो नवरात्रि मनाई जाती है, जिसमें 9 दिनों तक माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है. हिंदू शास्त्रों में बताया गया नवरात्रि अधर्म पर विजय का पर्न है. इस साल चैत्र नवरात्र 22 मार्च को शुरु हो रहे हैं. इस साल चैत्र नवरात्रि के पहले पंचक लग रहे हैं. पंचक के दौरान शुभ कार्यों की मनाही होती है. इस दौरान शादी, मुंडन या कोई भी मंगल काम नहीं करने चाहिए, क्योंकि इसका शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है. आइए जानते हैं कि पंचक के दौरान कलश स्थापना कब की जाएगी और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र नवरात्र चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो रही है. चैत्र नवरात्रि का पहला दिन 22 मार्च है और 19 मार्च से पंचक लग रहे हैं जिसकी समाप्ति नवरात्रि के अगले दिन यानी 23 मार्च को होनी है. हालांकि, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चैत्र नवरात्रि अत्यधिक शुभ और खास अवसर है जिस चलते पंचक का चैत्र नवरात्रि पर कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ेगा और बिना किसी चिंता के चैत्र नवरात्रि मना सकेंगे. साल 2023 में नवरात्र कितने दिन के? हिंदू पंचांग के अनुसार बताया जा रहा है कि इस साल चैत्र नवरात्रि 10 दिनों की मन...

2022 में पंचक कितने तारीख को लगेगा? – Expert

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • 2022 में पंचक कितने तारीख को लगेगा? पंचक शुरू- 18 जून 2022, शनिवार को शाम 6 बजकर 43 मिनट से. पंचक समाप्त- 23 जून 2022, गुरुवार को प्रात: 6 बजकर 14 मिनट पर. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा की धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण और शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में भ्रमण की अवधि को पंचक कहा जाता है. इस महीने में पंचक कब से कब तक है? आषाढ़ का महीना 15 जून बुधवार से आरंभ हो रहा है। इस दिन आषाढ़ मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, लेकिन पंचंक 18 जून 2022, शनिवार से आरंभ हो रहा है। पंचांग के अनुसार 23 जून 2022, गुरुवार को पंचंक समाप्त होगा। पंचक कब से प्रारंभ हो रही है? पंचक काल को शुभ नहीं माना जाता है. मान्यता है कि इस काल में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है. पंचक 02 फरवरी, 2022, बुधवार को प्रात: 06:45 से शुरू हो चुके हैं, जो 06 फरवरी 2022, रविवार को सायंकाल 05:10 बजे तक रहेंगे. कहते हैं कि जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं. पंचक में कौन कौन से कार्य वर्जित होते हैं? पंचक के दौरान चारपाई बनवाना शुभ नहीं माना जाता। • पंचक के दौरान घास, लकड़ी, आदि जलने वाली वस्तुएं एकत्र नहीं करनी चाहिए। • दक्षिण दिशा में पंचकों के दौरान यात्रा नहीं करनी चाहिए। • पंचक के दौरान घर की छत नहीं बनवानी चाहिए। • शय्या का निर्माण पंचकों के दौरान नहीं करना चाहिए। ( जुलाई के महीने में पंचक कब है? वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस साल 16 जुलाई, शनिवार को सुबह 4:17 बजे से 20 जुलाई, बुधवार को दोपहर 12:50 बजे तक मृत्यु पं...

Navratri 2021

इस साल ‘शारदीय नवरात्रि ‘(Shardiya Navratri) 7 अक्टूबर, गुरुवार से शुरू हो रही है और 15 सितंबर को समाप्त होगी। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि के दौरान विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने पर माता रानी अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं। नवरात्रि के दौरान कई बार तिथियों को घटने-बढ़ने के कारण नवरात्रि भी 8 या 9 दिन की होती है। ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, इस साल चतुर्थी तिथि का क्षय होने से ‘शारदीय नवरात्रि’ आठ दिन की होगी। ऐसे में महाअष्टमी, महानवमी और दशमी तिथि में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। आइए जानें महाअष्टमी, महानवमी और दशमी किस तारीख को मनाई जाएगी ? ज्योतिषों के अनुसार, एक ही दिन में दो तिथियां पड़ने से ‘नवरात्रि’ 8 दिन तक चलेगी। 9 अक्टूबर दिन शनिवार को तृतीया सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन 10 अक्टूबर दिन रविवार को सुबह 5 बजे तक रहेगी। यह भी पढ़ें • इस साल नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा। जबकि 15 अक्टूबर को ‘विजयदशमी’ यानी दशहरा मनाया जाएगा। ‘नवरात्रि’ में मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा अर्चना की जाती है। हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप का पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस साल नवरात्रि आठ दिन के हैं। दरअसल इस बार चतुर्थी और पंचमी तिथि एक साथ पड़ रही है। ऐसे में 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे ‘शारदीय नवरात्र’ 14 अक्टूबर तक रहेंगे। कब है ‘महाअष्टमी’? इस साल ‘महाअष्टमी’ 13 अक्टूबर (बुधवार) को पड़ रही है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल चतुर्थी तिथि का क्षय होने से शारदी...

Chandra Grahan 2022 Date: नवंबर में इस तारीख को लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानिए कहां

Chandra Grahan in November 2022: कार्तिक मास की अमावस्‍या पर सूर्य ग्रहण लगा था, इसके 15 दिनों बाद कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. चे चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा. ये चंद्र ग्रहण इस साल का आखिरी ग्रहण होगा. भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को शाम 05.29 मिनट पर शुरू होगा और शाम 06.19मिनट पर खत्म होगा. भारत में इस चंद्र गहण को कुछ जगहों पर देखा जा सकेगा. यहां जानिए किन-किन जगहों पर दिखेगा ग्रहण और कितने बजे लगेगा सूतक? कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र की मानें तो नवंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहणभारत समेत दक्षिणी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, पेसिफिक, अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा. भारत में येअजमेर, अहमदाबाद, अमृतसर, बेंगलुरु, भोपाल, भुवनेश्‍वर, चंडीगढ, देहरादून, दिल्‍ली, गुवाहटी, जयपुर, जम्‍मू, कोल्‍हापुर, कोलकाता और लखनऊ, मदुरै, मुंबई, नागपुर, पटना, रायपुर, राजकोट, रांची, शिमला, सिल्‍चर, उदयपुर, उज्‍जैन, बडौदरा, वाराणसी, प्रयागराज, चेन्‍नई, हरिद्वार, द्वारका, मथुरा, हिसार, बरेली, कानपुर, आगरा, रेवाड़ी, लुधियाना आदि में नजर आएगा. कितने बजे लगेगा सूतक काल ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग जाता है. चूंकि भारत चंद्र ग्रहण दिखाई देगा, इसलिए सूतक भी मान्‍य होगा. सूतक काल में कई तरह की नकारात्‍मक चीजें वातावरण में मौजूद होने के कारण खाने, पीने, खाना बनाने आदि की मनाही होती है. वहीं मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा पाठ नहीं किया जाता. इसके अलावा गर्भवती स्त्रियों के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं. Zee Business Hindi Live TV यहां देखें क्‍या होता है चंद्र ग्रहण जब पृथ्वी, चंद्रमा औ...

अमावस्या 2022: कब हैं अमावस्या तिथि

अमावस्या या अमावस हिंदू पंचांगके अनुसार वह तिथि होती है जिसमें चंद्रमा लुप्त हो जाता है व रात को घना अंधेरा छाया रहता है। हिंदू मास को दो हिस्सों में विभाजित किया जाता है जिसमें चंद्रमा बढ़ता रहता है वह शुक्ल पक्ष कहलाता है पूर्णिमा की रात के पश्चात चांद घटते-घटते अमावस्या तिथि को पूरा लुप्त हो जाता है। इस पखवाड़े को कृष्ण पक्ष कहते हैं। 2022में कब है अमावस्या तिथि अमावस्या 2022 कब-कब हैं अमावस्या तिथि जनवरी 2, 2022, रविवार फरवरी 1, 2022, मंगलवार मार्च 2, 2022, बुधवार दर्श अमावस्या मार्च 31, 2022, बृहस्पतिवार अप्रैल 1, 2022, शुक्रवार अप्रैल 30, 2022, शनिवार मई 30, 2022, सोमवार जून 29, 2022, बुधवार जुलाई 28, 2022, बृहस्पतिवार अगस्त 27, 2022, शनिवार सितम्बर 25, 2022, रविवार अक्टूबर 25, 2022, मंगलवार नवम्बर 23, 2022, बुधवार दिसम्बर 23, 2022, शुक्रवार क्या है अमावस्या का महत्व? ज्योतिष शास्त्र व धार्मिक दृष्टि से यह तिथि बहुत महत्वपूर्ण होती है। पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिये इस तिथि का विशेष महत्व होता है क्योंकि इस तिथि को तर्पण, स्नान, दान आदि के लिये बहुत ही पुण्य फलदायी माना जाता है। भारत का प्रमुख त्यौहार दीपावली अमावस्या को ही मनाया जाता है। सूर्य पर ग्रहण भी इसी तिथि को लगता है। कोई जातक यदि काल सर्पदोष से पीड़ित है तो उससे मुक्ति के उपाय के लिये भी अमावस्या तिथि काफी कारगर मानी जाती है। क्या करें और क्या ना करें अमावस्या के दिन • अमावस्या तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती का पूजन करना शुभ माना जाता है। • इस तिथि पर पितरों का तर्पण करने का विधान है। यह तिथि चंद्रमास की आखिरी तिथि होती है। • इस तिथि पर गंगा स्नान और दान का महत्व बहुत है। • इस दिन क्रय-विक्रय और सभी शुभ...

मेला कितनी तारीख को है 2022? – ElegantAnswer.com

मेला कितनी तारीख को है 2022? इसे सुनेंरोकेंमाघ मेला 2022, 15 जनवरी से शुरू हो रहा है. माघ मेला शुरू होने में 7 दिन ही शेष बचे हैं इसी के चलते प्रशासन की तैयारियां जोरों शोरों पर है. माघ मेला प्राधिकरण ने भी अपनी कमर कस ली है,विभिन्न विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारी माघ मेले पर जमीनी स्तर पर साफ दिखाई देने लगी है. मेला कितने तारीख को पड़ेगा? इसे सुनेंरोकें21 अप्रैल 2021 को रामनवमी के मौके पर महाकुंभ का बड़ा स्नान होगा। इस दिन भी लाखों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाएंगे। रामनवमी के दिन नदियों का जल ग्रहों की चाल के मुताबिक बेहद पवित्र हो जाता है। वहीं, 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर महाकुंभ का अंतिम शाही स्नान है। हरिद्वार कुंभ मेला कब से कब तक चलेगा? इसे सुनेंरोकेंश्रद्धालुओं को करना होगा सरकारी गाइडलाइंस का पालन प्रदेश सरकार ने कुंभ मेला अवधि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तय की है. कुंभ मेला कब है 2023? इसे सुनेंरोकेंकुंभ के लिए जो नियम निर्धारित हैं उसके अनुसार प्रयाग में कुंभ तब लगता है जब माघ अमावस्या के दिन सूर्य और चन्द्रमा मकर राशि में होते हैं और गुरू मेष राशि में होता है। 1989, 2001, 2013 के बाद अब अगला महाकुंभ मेला यहां 2025 में लगेगा। अगला कुंभ मेला कब और कहां लगेगा? इसे सुनेंरोकें1986, 1998, 2010 के बाद अब अगला महाकुंभ मेला हरिद्वार में 2021 में लगेगा। सूर्य एवं गुरू जब दोनों ही सिंह राशि में होते हैं तब कुंभ मेले का आयोजन नासिक (महाराष्ट्र) में गोदावरी नदी के तट पर लगता है। 1980, 1992, 2003 के बाद अब अगला महाकुंभ मेला यहां 2015 में लगेगा। हरिद्वार के शाही स्नान कब कब है? इसे सुनेंरोकेंअधिसूचना के अनुसार, एक अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच 12 अप्रैल, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल क...