नवरात्र कितने तारीख से शुरू है

  1. navratri kab se hai ramnavmi kis din padegi all you need to know about tithi smt shubh muhurat pujan samagri and puja vidhi and beliefs in hindu religion
  2. Ram Navami Special in 2022
  3. Navratri 2022 Date In India Shardiya Navratri Kab Se Hai Know Ghatasthapana Muhurat
  4. Chaitra Navratri 2023 : चैत्र नवरात्र 22 मार्च से शुरू
  5. Navratri 2022 Date Day कब से शुरू होगा नवरात्रि पर्व जानिये पूजा विधि और सभी तिथियों के बारे में
  6. navratri 2022 start date and kalash sthapna shubh muhurt
  7. Shardiya navratri 2022: कब है शारदीय नवरात्रि, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
  8. दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं
  9. दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं
  10. Navratri 2022 Date Day कब से शुरू होगा नवरात्रि पर्व जानिये पूजा विधि और सभी तिथियों के बारे में


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navratri kab se hai ramnavmi kis din padegi all you need to know about tithi smt shubh muhurat pujan samagri and puja vidhi and beliefs in hindu religion

navratri kab se hai ramnavmi kis din padegi all you need to know about tithi smt shubh muhurat pujan samagri and puja vidhi and beliefs in hindu religion | Chaitra Navratri/Ram Navmi 2021 Date: कल से चैत्र नवरात्र शुरू, जानें रामनवमी की तिथि, कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि समेत अन्य जानकारियां मुख्य बातें Chaitra Navratri 2021, Ram Navmi 2021 Date: कलश स्थापना के साथ 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. इस पावन पर्व में मां दुर्गा के सभी नौ स्वरूपों की विधिपूर्वक पूजा की जाती है. इस बार नवरात्रि का पर्व पूरे नौ दिन का है. मां दुर्गा इस बार घोड़े पर सवार होकर आकर रही है. इधर, 21 अप्रैल को रामनवमी भी पड़ रही है. ऐसे में आइये जानते हैं हिंदू धर्म के इन दोनों पर्व से जुड़ी सभी खास बातें, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त व तिथि समेत अन्य डिटेल... • नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें. • घर की साफ-सफाई करके ईशान कोण में एक लकड़ी की चौकी बिछाएं • एक मिट्टी का चौड़े मुंह वाला बर्तन लेकर उसमें मिट्टी रखें. • मिट्टीके पात्र में थोड़ा सा पानी डालकर मिट्टी गिली करके उसमें जौं बो दें. • एक मिट्टी का कलश या फिर पीतल के कलश में जल भरें और उसके ऊपरी भाग (गर्दन) में कलावा बांधें. • कलश में एक बताशा, पूजा की सुपारी, लौंग का जोड़ा और एक सिक्का डालें. • अब कलश के ऊपर आम या अशोक के पल्लव लगाएं. • एक जटा वाला नारियल लेकर उसके ऊपर लाल कपड़ा लपेटकर मौली बांधकर कलश के ऊपर रख दें. • सबसे पहले गणपति वंदन करें और कलश पर स्वास्तिक बनाएं. • घटस्थापना पूरी होने के पश्चात मां दुर्गा का आह्वान करते हुए विधि-विधान से माता शैलपुत्री का पूजन करें. • हिंदू पंचांग के अनुसार अप्...

Ram Navami Special in 2022

Chaitra Navratri 2022: आने वाले दिनों में शनिवार, 2 अप्रैल 2022 से शुरु होने वाली चैत्र नवरात्रि के संबंध में भक्तों के मन में दिनों को लेकर कुछ आशंकाएं व्याप्त हैं। ऐसे में जहां भक्त यह नवरात्रि 8 दिन की है या 9 दिन की इसे लेकर चिंतित हैं, तो वहीं इस बार रामनवमी कब पड़ेगी यह भी उनके लिए एक पहेली बनी हुई है।

Navratri 2022 Date In India Shardiya Navratri Kab Se Hai Know Ghatasthapana Muhurat

Navratri 2022 Date: आश्विन मास की नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि (shardiya navratri 2022 ) कहा जाता है. नवरात्रि के 9 दिन में शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा (Maa Durga) की पूजा-अर्चना की जाती है. इस साल 2022 में शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से शुरू होगी जो कि 05 अक्टूबर तक चलेगी. साल में चार नवरात्रि होती है जिसमें से 2 गुप्त और अन्य 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि कहलाती है. शारदीय नवरात्रि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलती है. दसवें दिन नवरात्रि पूजन का कलश और प्रतिमा विसर्जन किया जाता है. आइए जानते हैं शारदीय नवरात्रि घटस्थापना का शुभ मुहूर्त और इसके जुड़ी खास बातें. शारदीय नवरात्रि आश्विन मास की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर नवमी तिथि तक चलती है. पंचांग के अनुसार, इस बार अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि का प्रांरभ 26 सितंबर 2022 को सुबह 3 बजकर 24 मिनट से होगा. वहीं प्रतिपदा तिथि की समाप्ति 27 सितंबर, 2022 को सुबह 3 बजकर 8 मिनट पर होगा. घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 26 सितंबर को सुबह 6 बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 19 मिनट तक है. इस दिन अभिजित मुहूर्त सुबह 11 बजकर 54 मिनट से दोपहर 12 बजकर 42 मिनट तक रहेगा. नवरात्रि में किस दिन किन देवी की पूजा • 26 सितंबर 2022 - मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि • 27 सितंबर 2022- मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीय तिथि • 28 सितंबर 2022- मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि • 29 सितंबर 2022- मां कुष्मांडा (चौथा दिन) चतुर्थी तिथि • 30 सितंबर 2022- मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि • 1 अक्टूबर 2022- मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि • 2 अक्टूबर 2022- मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि • 3 अक्टूबर 2022- मां महा...

Chaitra Navratri 2023 : चैत्र नवरात्र 22 मार्च से शुरू

Chaitra Navratri 2023 : हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में चार नवरात्र मनाई जाती है। चैत्र और शारदीय नवरात्र के अलावा दो गुप्त नवरात्र होती हैं। नवरात्र पर मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना होती है। जल्द ही चैत्र नवरात्र की शुरुआत होने वाली है। चैत्र नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान से पूजा की जाएगी। चैत्र नवरात्र का महापर्व देश भर में काफी धूमधाम से मनाया जाता है। मां दुर्गा को सुख और समृद्धि की देवी कहा जाता है। चैत्र नवरात्र के दौरान व्रत रखने और पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से वो अपने भक्तों पर प्रसन्न होती हैं। साथ ही उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। चैत्र नवरात्र के दिनों में लोग अपने घर में अखंड ज्योति जलाते हैं और इन नौ दिनों में मां के नौ स्वरूपों की पूजा करते हैं। चैत्र नवरात्र में कलश स्थापना का भी विधान है। ऐसे में इस साल 2023 में चैत्र नवरात्र की शुरुआत कब से हो रही है, कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त कब है? चलिए जानते हैं… चैत्र नवरात्र 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त इस साल चैत्र माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से होगी। अगले दिन 22 मार्च 2023 को रात 8 बजकर 20 मिनट पर इस तिथि का समापन भी होगा। वहीं उदया तिथि के अनुसार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 22 मार्च 2023 से होगी। चैत्र नवरात्र में कलश स्थापना शुभ मुहूर्त 22 मार्च को प्रतिपदा तिथि सुबह 8 बजकर 20 मिनट तक ही है। ऐसे में 8 बजे से पहले ही घट स्थापना यानी कलश स्थापना हो जानी चाहिए। 22 मार्च को कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 29 मिनट से सुबह 07 बजकर 39 मिनट तक है। (अवधि – 01 घण्टा 10 मिनट) चैत्र नवरात्र में कलशस्थापना पूजा विधि • सबसे पहले प्र...

Navratri 2022 Date Day कब से शुरू होगा नवरात्रि पर्व जानिये पूजा विधि और सभी तिथियों के बारे में

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Shardiya Navratri 2022:हिंदू धर्म में नवरात्र का खास महत्व और मान्यता है। साल की दूसरी छमाही में होने पड़ने वाले नवरात्र इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसके साथ ही देश में फेस्टिवल सीजन शुरू हो जाता है। इसके दो महीने के भीतर दिवाली, दशहरा और करवा चौथ समेत दर्जनभर से अधिक त्योहार और पर्व पड़ते हैं। 26 सितंबर से शुरू हो रहा है नवरात्र देश-दुनिया में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाए जाने वाले नवरात्र की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। 26 सितंबर से शुरू होने वाले नवरात्र में एक सप्ताह से भी कम का समय बचा है, इसलिए इससे संबंधित तारीख और पूजा आदि के बारे में जरूर जान लें, ताकि त्योहार को लेकर किसी तरह को भ्रम ना रहे। 9 दिन तक होती है मां के विभिन्न रूपों की पूजा हिंदू मान्यता के अनुसार, नवरात्रि में 9 दिनों के दौरान मां दुर्गा को अपने घर में स्थापित किया जाता है। इस दौरान यानी 9 दिनों तक मां दुर्गा के नाम की अखंड ज्योति रखी जाती है। हिंदू धर्म में इस दौरान लोग मां मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन होती है घटस्थापना नवरात्र का महत्व और मान्यता इस बात से पता चलती है कि यह 9 दिवसीय त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है। भारत विविध मान्यताओं और आस्थाओं का देश है, इसलिए नवरात्र अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। बावजूद इसके एकरूपता भी होती है। मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन में घटस्थापना की जाती है।इसके साथ ही यानी घटस्थापना के साथ ही नवरात्रि का शुभारंभ हो जाता है। क्यों मनाई जाती है शारदीय नवरात्रि हिंदुओं की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शारदीय नवरात्रि का संबंध भगवान श्रीराम से है। माना जाता है...

navratri 2022 start date and kalash sthapna shubh muhurt

navratri 2022 start date and kalash sthapna shubh muhurt |Navratri 2022: 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, जानें किस मुहूर्त में कलश स्थापना कर मां दुर्गा को कर सकते हैं प्रसन्न Navratri 2022: 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, जानें किस मुहूर्त में कलश स्थापना कर मां दुर्गा को कर सकते हैं प्रसन्न Navratri Kalash Sthapna Muhurt: महाशक्ति के पर्व शारदीय नवरात्र 26 सितंबर 2022 से शुरू हो रहे हैं. इसके लिए सभी लोगों ने अभी से तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. इन तैयारियों का पहला भाग है कलश यानी घट की स्थापना. कहते हैं अच्छे मुहूर्त (Navratri Kalash Sthapna Muhurt) में कलश स्थापना की जाए और सच्चे मन से पूरी आस्था- श्रद्धा के साथ मां की आराधना की जाए तो वह अपने भक्तों पर अवश्य ही प्रसन्न होती हैं. आइए सबसे पहले जानते हैं कि घट की स्थापना किस तारीख को किस समय की जानी चाहिए. दिन - आश्विन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 26 सितंबर 2022 घट स्थापना मुहूर्त - प्रातः 06:11 से 07:51 बजे तक कुल अवधि - 01 घण्टा 40 मिनट घट स्थापना अभिजित मुहूर्त - पूर्वाह्न 11:48 बजे से 12:36 बजे तक कुल अवधि - 48 मिनट कर्म, भक्ति और ज्ञान की त्रिविध मन्दाकिनी है दुर्गा सप्तशती नवरात्र यानी शक्ति की उपासना, मां दुर्गा (Maa Durga) की आराधना कर हम अपने परिवार, समाज और राष्ट्र को शक्तिशाली बनाने की प्रार्थना कर सकते हैं. यह समय शक्ति भरने का माना गया है. इस लेख में हम दुर्गा सप्तशती ग्रंथ से कवच यानी व्यक्ति की सुरक्षा के विषय पर चर्चा करेंगे. दुर्गा सप्तशती में भगवती की कृपा के साथ ही उनके गूढ़ रहस्य भी हैं. यह ग्रंथ कर्म, भक्ति और ज्ञान की त्रिविध मन्दाकिनी है. भगवती की उपासना से सकाम भक्तों को मनोवांक्षित फल की ...

Shardiya navratri 2022: कब है शारदीय नवरात्रि, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

Shardiya navratri 2022 date: शारदीय नवरात्रि का महापर्व आने वाला है. इस बार शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक मनाई जाएगी. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपोें की पूजा की जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है. हिंदू मान्यता के अनुसार चैत्र और शारदीय नवरात्रि की ही ज्यादा मान्यता है. Shardiya navratri 2022 kab hai: भारत में कई सारे त्योहार मनाए जाते हैं और इन सारे त्योहारों की एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है. इन्हीं त्योहारों में से एक त्योहार है नवरात्रि. यह त्योहार मुख्यत: देवी दुर्गा को समर्पित किया जाता है. इस त्योहार में 9 दिन मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है. नवरात्रि साल में चार बार मनाई जाती है. हिंदू पंचांग के अनुसार, शारदीय नवरात्रि अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है. इस बार शारदीय नवरात्रि का महापर्व 26 सितंबर, सोमवार से शुरू होगा और 5 अक्टूबर, बुधवार तक मनाया जाएगा. फिर दसवें दिन दुर्गा मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है. शारदीय नवरात्रि का महत्व (Shardiya navratri 2022 importance) नवरात्रि में देवी शक्ति माँ दुर्गा के भक्त उनके नौ रूपों की बड़े विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं. नवरात्र के समय घरों में कलश स्थापित कर दुर्गा सप्तशती का पाठ शुरू किया जाता है. नवरात्रि के दौरान देश भर में कई जगहों पर मेले लगते हैं. इसके अलावा मंदिरों में जागरण और मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की झांकियां बनाई जाती हैं. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा करने से लोगों को हर मुश्किल परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है. इन नौ दिनों को बहुत पवि...

दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं

दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र, तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं Gupt Navratri 2022 Date and time इस साल अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार पहली नवरात्रि 02 फरवरी से शुरू हो रही है। हिंदी कैलेंडर 2078 के माघ मास की गुप्त नवरात्रि माघ मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा यानि दो फरवरी बुधवार से शुरू होकर 10 फरवरी 2022 बृहस्पतिवार तक रहेगी। जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: माघ महीने में आने वाले गुप्त नवरात्र दो फरवरी से शुरू हो रहे हैं। गुप्त नवरात्र में 10 महाविद्याओं की आराधना की जाती है। पर्व निर्णय सभा के सचिव डा नवीन चंद्र जोशी बताते हैं कि एक साल में चार नवरात्र आते हैं। चौत्र और आश्विन माह में आने वाले नवरात्र को मुख्य नवरात्र होते हैं। माघ व आषाढ़ में गुप्त नवरात्र आते हैं। ये नवरात्र गुप्त विद्याओं की साधना के लिए श्रेष्ठ होते हैं। ज्योतिषाचार्य डा नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक, गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं के साधना की जाती हैं। ये महाविद्याएं देवी मां का ही स्वरूप हैं। इन महाविद्याओं के नाम हैं- मां काली, तारा देवी, षोडषी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, और कमला देवी। गुप्त नवरात्र में तांत्रिक कियाएं की जाती हैं। गुप्त साधनाओं में राहु की स्थिति ज्यादा महत्वपूर्ण होती है और राहुकाल के समय कुछ विशेष पाठ करने से इनमें बड़े लाभ प्राप्त होते है। इस बार गुप्त नवरात्र ग्रहों की स्थिति के अनुसार ज्यादा महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस बार राहु अपनी मित्र राशि वृषभ में है। सूर्य-शनि मकर राशि में रहेंगे। सूर्य-शनि एक साथ एक ही राशि में होने से तंत्र क्रियाएं जल्दी सफल हो सकती हैं। ज्योतिषाचार्य डा गोपाल दत्त त्रिपाठी बताते हैं कि महावि...

दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं

दो फरवरी से शुरू होंगे माघ के गुप्त नवरात्र, तांत्रिक क्रियाओं के ल‍िए जानिए क्या होती हैं 10 महाविद्याएं Gupt Navratri 2022 Date and time इस साल अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार पहली नवरात्रि 02 फरवरी से शुरू हो रही है। हिंदी कैलेंडर 2078 के माघ मास की गुप्त नवरात्रि माघ मास के शुक्लपक्ष की प्रतिपदा यानि दो फरवरी बुधवार से शुरू होकर 10 फरवरी 2022 बृहस्पतिवार तक रहेगी। जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: माघ महीने में आने वाले गुप्त नवरात्र दो फरवरी से शुरू हो रहे हैं। गुप्त नवरात्र में 10 महाविद्याओं की आराधना की जाती है। पर्व निर्णय सभा के सचिव डा नवीन चंद्र जोशी बताते हैं कि एक साल में चार नवरात्र आते हैं। चौत्र और आश्विन माह में आने वाले नवरात्र को मुख्य नवरात्र होते हैं। माघ व आषाढ़ में गुप्त नवरात्र आते हैं। ये नवरात्र गुप्त विद्याओं की साधना के लिए श्रेष्ठ होते हैं। ज्योतिषाचार्य डा नवीन चंद्र जोशी के मुताबिक, गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं के साधना की जाती हैं। ये महाविद्याएं देवी मां का ही स्वरूप हैं। इन महाविद्याओं के नाम हैं- मां काली, तारा देवी, षोडषी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी, और कमला देवी। गुप्त नवरात्र में तांत्रिक कियाएं की जाती हैं। गुप्त साधनाओं में राहु की स्थिति ज्यादा महत्वपूर्ण होती है और राहुकाल के समय कुछ विशेष पाठ करने से इनमें बड़े लाभ प्राप्त होते है। इस बार गुप्त नवरात्र ग्रहों की स्थिति के अनुसार ज्यादा महत्वपूर्ण हो गए हैं। इस बार राहु अपनी मित्र राशि वृषभ में है। सूर्य-शनि मकर राशि में रहेंगे। सूर्य-शनि एक साथ एक ही राशि में होने से तंत्र क्रियाएं जल्दी सफल हो सकती हैं। ज्योतिषाचार्य डा गोपाल दत्त त्रिपाठी बताते हैं कि महावि...

Navratri 2022 Date Day कब से शुरू होगा नवरात्रि पर्व जानिये पूजा विधि और सभी तिथियों के बारे में

नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। Shardiya Navratri 2022:हिंदू धर्म में नवरात्र का खास महत्व और मान्यता है। साल की दूसरी छमाही में होने पड़ने वाले नवरात्र इसलिए भी अहम है, क्योंकि इसके साथ ही देश में फेस्टिवल सीजन शुरू हो जाता है। इसके दो महीने के भीतर दिवाली, दशहरा और करवा चौथ समेत दर्जनभर से अधिक त्योहार और पर्व पड़ते हैं। 26 सितंबर से शुरू हो रहा है नवरात्र देश-दुनिया में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाए जाने वाले नवरात्र की तैयारी अभी से शुरू हो गई है। 26 सितंबर से शुरू होने वाले नवरात्र में एक सप्ताह से भी कम का समय बचा है, इसलिए इससे संबंधित तारीख और पूजा आदि के बारे में जरूर जान लें, ताकि त्योहार को लेकर किसी तरह को भ्रम ना रहे। 9 दिन तक होती है मां के विभिन्न रूपों की पूजा हिंदू मान्यता के अनुसार, नवरात्रि में 9 दिनों के दौरान मां दुर्गा को अपने घर में स्थापित किया जाता है। इस दौरान यानी 9 दिनों तक मां दुर्गा के नाम की अखंड ज्योति रखी जाती है। हिंदू धर्म में इस दौरान लोग मां मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन होती है घटस्थापना नवरात्र का महत्व और मान्यता इस बात से पता चलती है कि यह 9 दिवसीय त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है। भारत विविध मान्यताओं और आस्थाओं का देश है, इसलिए नवरात्र अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। बावजूद इसके एकरूपता भी होती है। मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के पहले दिन में घटस्थापना की जाती है।इसके साथ ही यानी घटस्थापना के साथ ही नवरात्रि का शुभारंभ हो जाता है। क्यों मनाई जाती है शारदीय नवरात्रि हिंदुओं की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शारदीय नवरात्रि का संबंध भगवान श्रीराम से है। माना जाता है...