नवरात्रि का पांचवां दिन

  1. आज का पंचांग, 30 September 2022: नवरात्रि का पांचवां दिन, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें पूरा पंचांग
  2. Navratri 5th Day 2022: Fifth day of Navratri is fruitful for these two zodiac signs Skandmata fulfills these wishes
  3. Pm Narendra Modi Wishes On Fifth Day Of Navratri, Says May Goddess Skandamata Bless Country People
  4. Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि का आज पांचवां दिन, जानें स्कंदमाता की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, chaitra navratri 2023 day 5 maa skandmata puja vidhi shubh muhurat mantra
  5. नवरात्रि के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता का ऐसे करें पूजन, होगा विशेष लाभ।
  6. Navratri 2022 5th Day: Godess Skandmata Is Worshiped On The Fifth Day Of Navratri, Know The Pujan Vidhi, Mantra And Prasad
  7. navratri me maa skandamata ki puja shardiya navratri 2022 fifth day worship maa skandamata know puja vidhi prasad shubh muhurat mantra jaap katha Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar


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आज का पंचांग, 30 September 2022: नवरात्रि का पांचवां दिन, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें पूरा पंचांग

• • Faith Hindi • आज का पंचांग, 30 September 2022: नवरात्रि का पांचवां दिन, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें पूरा पंचांग आज का पंचांग, 30 September 2022: नवरात्रि का पांचवां दिन, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, पढ़ें पूरा पंचांग Aaj Ka Panchang, 30 September 2022 : हिंदु पंचांग के अनुसार आज नवरात्रि का पांचवां दिन है और मां स्कंदमाता का पूजन किया जाता है. आइए जानते हैं पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और क्या है आज राहुकाल की स्थिति. Aaj Ka Panchang, 30 September 2022: हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन बेहद ही खास होता है और फिलहाल शारदीय नवरात्रि चल रहे हैं. नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों का पूजन किया जाता है. ( today panchang in hindi) कहते हैं कि मां दुर्गा को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए यह सबसे बेहतर समय होता है. यहां हम आपको बताएंगे आज के शुभ व अशुभ मुहूर्त के बारे में सबकुछ. आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय सूर्योदय का समय : 06:13 ए एम सूर्यास्त का समय : 06:08 पी एम चंद्रोदय का समय: 10:28 ए एम चंद्रास्त का समय : 09:07 पी एम नक्षत्र : अनुराधा – 04:19 ए एम, अक्टूबर 01 तक आज का करण : बव – 11:23 ए एम तक बालव – 10:34 पी एम तक आज का योग प्रीति – 10:33 पी एम तक आज का वार : शुक्रवार आज का पक्ष : शुक्ल पक्ष हिन्दु लूनर दिनांक शक सम्वत: 1944 शुभकृत् विक्रम सम्वत: 2079 राक्षस गुजराती सम्वत: 2078 प्रमादी चन्द्रमास: आश्विन – पूर्णिमान्त आश्विन – अमान्त आज का शुभ मुहूर्त (Aaj Ka Shubh Muhurat) आज अभिजीत मुहूर्त 11:47 ए एम से 12:35 पी एम तक है. विजय मुहूर्त 02:10 पी एम से 02:58 पी एम तक रहेगा. आज का अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka Ashubh Muhurat) दुर्मुहूर्त 08:...

Navratri 5th Day 2022: Fifth day of Navratri is fruitful for these two zodiac signs Skandmata fulfills these wishes

Navratri 5th Day 2022, Maa Skandmata: नवरात्रि का पांचवां दिन 30 सितंबर 2022, गुरुवार को है। शारदीय नवरात्र की पंचमी तिथि पर भगवती दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा की जाती है। देवी के इस स्वरूप की आराधना से व्यक्ति की सद्कामनाएं पूर्ण होती हैं। वहीं उसके मोक्ष का मार्ग भी सुलभ हो जाता है। स्कंद कार्तिकेय की माता होने के कारण ही देवी के इस स्वरूप को स्कंदमाता नाम मिला। काशी खंड, देवी पुराण और स्कंद पुराण में देवी का विराट वर्णन किया गया है। किस राशि के लिए शुभ- सभी 12 राशियों के लिए शुभ रहेगा दिन। खासकर मकर और कुंभ राशि वालों के लिए उत्तम। इसे भी पढ़ें: नवरात्रि का पांचवां दिन इन राशियों के लिए लकी, इन राशि वालों के लिए जोखिम भरा समय आज का शुभ रंग- देवी स्कंदमाता को लाल व स्वर्ण आभा वाला रंग प्रिय है। किस रंग के जातक पहने कपड़ें- जातक पूजा के समय लाल, गुलाबी, पीत रंग के वस्त्र धारण करें। कौन-सी मनोकामनाएं होती हैं पूरी- मां स्कंदमाता की अर्चना करने से जातक के घर में संतान की वृद्धि होती है। इसके अलावा जातक राजभय से मुक्त रहता है। आज के दिन का महत्व- सूर्यमंडल की अधिष्ठात्री होने के कारण मां स्कंदमाता की पूजा से साधक का मुखमंडल तेज और कांति से चमक उठता है। दसों महाविद्या और नौ दुर्गा जातक पर प्रसन्न होती हैं।

Pm Narendra Modi Wishes On Fifth Day Of Navratri, Says May Goddess Skandamata Bless Country People

नवरात्रि का पांचवां दिन: पीएम मोदी बोले- देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर सदा बना रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्गा माता के बहुत बड़े उपासक है. वे बहुत लंबे समय से नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखते रहे हैं. फिर चाहे कोई चुनाव हो या फिर विदेशी दौरा, प्रधानमंत्री किसी भी हालत में नवरात्रि के व्रत को नहीं छोड़ते. नई दिल्ली: देशभर में शारदीय नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है. कोरोना काल होने की वजह से मंदिरों में भीड़ तो नहीं है लेकिन लोगों की आस्था में कोई कमी नहीं आयी है. आज नवरात्रि का पांचवां दिन है और पांचवें दिन देवी स्कंदमाता की पूजा अर्चना की जाती है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने देवी स्कंदमाता का ध्यान करते हुए देशवासियों के लिए आशीर्वाद की कामना की है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''नवरात्रि में आज देवी दुर्गा के पंचम स्वरूप मां स्कंदमाता की आराधना का दिन है. मेरी कामना है कि नवचेतना का सृजन करने वाली देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर सदा बना रहे.'' नवरात्रि में आज देवी दुर्गा के पंचम स्वरूप मां स्कंदमाता की आराधना का दिन है। मेरी कामना है कि नवचेतना का सृजन करने वाली देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद देशवासियों पर सदा बना रहे। — Narendra Modi (@narendramodi) बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुर्गा माता के बहुत बड़े उपासक है. वे बहुत लंबे समय से नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखते रहे हैं. फिर चाहे कोई चुनाव हो या फिर विदेशी दौरा, प्रधानमंत्री किसी भी हालत में नवरात्रि के व्रत को नहीं छोड़ते. स्कंदमाता की पूजा करने से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं स्कंदमाता की पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है. स्कंदमाता मोक्ष प्रदान करने वाली देवी हैं...

Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि का आज पांचवां दिन, जानें स्कंदमाता की पूजा विधि और शुभ मुहूर्त, chaitra navratri 2023 day 5 maa skandmata puja vidhi shubh muhurat mantra

भगवान स्कंद की माता : पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू कहते हैं कि स्कंद का अर्थ भगवान कार्तिकेय से है. भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कंद है और मां को अपने बेटे के नाम से पुकारा जाना प्रिय है. मां स्कंदमाता भगवान कार्तिकेय की माता है. शिव गौरी पुत्र भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कंद है. इनका नाम स्कंदमाता के रूप में प्रचलित हुआ. वे कहते हैं कि प्रथम दिन मां पार्वती के ही स्वरूप मां शैलपुत्री का पूजन होता है और और पांचवें दिन स्कंद माता का पूजन होता है. कुमुद के पुष्प का अर्पण : पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू कहते हैं कि कुमुद पुष्प देवी को अति प्रिय है. वैसे तो देवी पूजन में प्रयुक्त होने वाले सभी प्रकार के पुष्पों का अपना महत्व है. देवी को सभी प्रकार के पुष्प अर्पित किए जाते हैं, लेकिन यदि शास्त्रसम्मत बात करें तो स्कंदमाता के पूजन में कुमुद के पुष्प से पूजन अर्चन और मंत्र अर्चन करना उत्तम होता है. पढ़ें : Daily Rashifal 26 March : कैसा रहेगा आज का दिन, जानिए अपना आज का राशिफल खीर मालपुआ और ऋतुफल का भोग : पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू कहते हैं कि शुद्ध मन से और अपने सामर्थ्य अनुसार देवी को लगाए गए भोग का फल मिलता है. साधक को भी पूजा करते समय इन बातों का विशेष तौर पर ख्याल रखना चाहिए. देवी को भी वो भोग स्वीकार होता है. लेकिन यदि पसंद की बात करें तो देवी को खीर, मालपुआ का भोग लगाना चाहिए.

नवरात्रि के पांचवें दिन माँ स्कंदमाता का ऐसे करें पूजन, होगा विशेष लाभ।

जैसा कि आप जानते हैं कि भारत में 2 अप्रैल, 2022 से चैत्र नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है जिसमें माँ दुर्गा के 9 दिव्य रूपों की विधिविधान से पूजा-अर्चना की जाती है। चैत्र नवरात्रि का पांचवां दिन स्कंदमाता को समर्पित होता है। आइए जानते हैं कि माँ दुर्गा के इस स्वरूप का क्या महत्व है तथा स्कंदमाता को प्रसन्न करने की पूजा विधि क्या है। माँ स्कंदमाता का स्वरूप सिंह यानी शेर पर सवारी करने वाली माँ स्कंदमाता की 4 भुजाएं होती हैं। गोद में बालक स्कन्द अर्थात कार्तिकेय विराजमान होते हैं। एक भुजा में कमल का फूल होता है। इनकी बायीं तरफ़ की ऊपर वाली भुजा को वरमुद्रा कहा जाता है और नीचे सफेद रंग का दूसरा कमल का फूल होता है। कमल के फूल पर आसन होने के कारण इन्हें पद्मासना भी कहा जाता है। मान्यता है कि स्कंदमाता की सच्चे दिल से पूजा करने से ज्ञान बढ़ता है। यही वजह है कि इन्हें विद्यावाहिनी दुर्गा के नाम से भी जाना जाता है। भविष्य से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान मिलेगा विद्वान ज्योतिषियों से बात करके पूजा विधि • चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन सबसे पहले दिव्य स्नान करें। • उसके बाद माता की पूजा की तैयारी कर लें। • माँ स्कंदमाता की मूर्ति, फोटो या प्रतिमा को गंगा जल से पवित्र करें। • इसके बाद माता को कुमकुम, अक्षत, फूल, फल आदि अर्पित करें। • फिर मिठाई का भोग लगाएं। • माता के सामने घी का दीपक या दीया प्रज्वलित करें। • उसके बाद सच्ची निष्ठा से माँ स्कंदमाता की पूजा करें। • इसके बाद घंटी बजाते हुए माता की आरती करें। • स्कंदमाता की कथा पाठ करें। • और आख़िरी में माँ स्कंदमाता के मंत्रों का जाप करें। बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा माँ स्क...

Navratri 2022 5th Day: Godess Skandmata Is Worshiped On The Fifth Day Of Navratri, Know The Pujan Vidhi, Mantra And Prasad

Navratri 2022 5th Day: नवरात्रि के पांचवें दिन होती है मां स्कंदमाता की पूजा, यहां जानें पूजा विधि, मंत्र और प्रसाद Navratri 2022 5th Day: आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. नवरात्रि के पांचवें दिन आदिशक्ति मां दुर्गा की स्कंदमाता के रूप में पूजा की जाती है. इन्हें पद्मासनादेवी भी कहते हैं. कुमार कार्तिकेय की माता होने के कारण इनका नाम स्कंदमाता पड़ा. Navratri 2022 5th Day: आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. नवरात्रि के पांचवें दिन आदिशक्ति मां दुर्गा की स्कंदमाता के रूप में पूजा की जाती है. इन्हें पद्मासनादेवी भी कहते हैं. कुमार कार्तिकेय की माता होने के कारण इनका नाम स्कंदमाता पड़ा. इस दिन स्कंदमाता की पूजा करने से जीवन मे सुख और शांति आती है. स्कंदमाता मोक्ष प्रदान करने वाली देवी हैं. माता के स्वरूप की बात करें तो स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं. इनके दाहिनी तरफ की नीचे वाली भुजा, जो ऊपर की ओर उठी हुई है, उसमें कमल पुष्प है. बाईं तरफ की ऊपर वाली भुजा में वरमुद्रा में तथा नीचे वाली भुजा जो ऊपर की ओर उठी है उसमें भी कमल पुष्प ली हुई हैं. इनका वर्ण पूर्णतः शुभ्र है. ये कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं. माना जात है कि स्कंदमाता अपने भक्तों से बहुत जल्द प्रसन्न हो जाती है. ऐसी मान्यता है कि स्कंदमाता की पूजा करने से मोक्ष के द्वार खुल जाते हैं. वहीं नि:संतान को माता के आर्शीवाद से संतान प्राप्ति होती है. माना जाता है स्कंदमाता की पूजा करने से भगवान कार्तिकेय भी प्रसन्न होते हैं. मां स्कंदमाता को केले और इससे बनी चीजों का भोग लगाया जाता है. यह भी पढ़ें • Navratri Day 2023 5th Day : आज की जाएगी मां स्कंदमाता की पूजा, जानें शुभ रंग, मंत्र और पूजा विधि • Chaitra Navratri 2023: साल 2023 में च...

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navratri me maa skandamata ki puja shardiya navratri 2022 fifth day worship maa skandamata know puja vidhi prasad shubh muhurat mantra jaap katha Latest News in Hindi, Newstrack Samachar, Aaj Ki Taja Khabar | मां स्कंदमाता की पूजा नवरात्रि का पांचवां दिन Navratri 2022 Fifth day Maa skandmata: क्यों पड़ा मां दुर्गा ये नाम जानिये कथा और स्तुति : newstrack मां स्कंदमाता की पूजा नवरात्रि का पांचवां दिन नवरात्रि का पांचवां दिन मां स्कंदमाता की पूजा का विधान है। राक्षसों का संहार करने के लिए मां ने इस रूप में अवतार लिया था। आज जो भी भक्त स्कंदमाता की पूजा करता है। उनकी सारी इच्छा पूरी होती है।मां स्कंदमाता कार्तिकेय की मां भी है। 30 सितंबर को नवरात्रि का पांचवां दिन है। नवरात्रि के पांचवे दिन मां के पंचम स्वरूप माता स्कंदमाता की पूजा- अर्चना की जाती है। मां अपने भक्तों पर पुत्र के समान स्नेह लुटाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां की उपासना से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। मां का स्मरण करने से ही असंभव कार्य संभव हो जाते हैं। भगवान कार्तिकेय की मातादेवी स्कंदमाता का स्वरूप भगवान स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता होने के कारण दुर्गा जी के इस पांचवें स्वरूप को स्कंद माता नाम प्राप्त हुआ है। भगवान स्कंद जी बालरूप में माता की गोद में बैठे होते हैं इस दिन साधक का मन विशुद्ध चक्र में अवस्थित होता है। मां दुर्गा का पंचम रूप स्कंदमाता के रूप में जाना जाता है स्कंदमाता दुर्गा मां का 5वां रूप है। कहते हैं कि मां के रूप की पूजा करने से मूढ़ भी ज्ञानी हो जाते हैं। स्कंद कुमार कार्तिकेय की मां होने के कारण इन्हें स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है। इनके विग्रह में भगवान स्कंद बालरूप में इ...