ओम बन्ना का एक्सीडेंट कैसे हुआ

  1. Om Banna Story In Hindi : ओम बन्ना की कहानी / Om Banna Ki Kahani – Online Sujhav
  2. ओम बन्ना मंदिर(बुलेट बाबा मंदिर) के दर्शन की जानकारी
  3. Om Banna Story
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  5. Om Banna Story In Hindi : ओम बन्ना की कहानी / Om Banna Ki Kahani – Online Sujhav
  6. ओम बन्ना मंदिर(बुलेट बाबा मंदिर) के दर्शन की जानकारी


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Om Banna Story In Hindi : ओम बन्ना की कहानी / Om Banna Ki Kahani – Online Sujhav

श्री ओम बन्ना का जन्म आज से 34 वर्ष पहले चोटिला गांव में 05 मई 1965 वैशाख सुदी अष्टमी को हुआ था। | Om Banna अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर ओमसिंहजी पुत्र जोगसिंहजी जाति राजपूत निवासी चोटिला तहसील रोहट जिला पाली, पाली से अपने गांव चोटिला आ रहे थे, आते वक्त दुर्घटना घटित हुई | जिसमें ओम बन्ना के नाम से प्रसिद्ध स्थान के निकट ही इनका एक पेड़ के पास दिनांक 02-12-1988 मिगसर वद अष्टमी विक्रम संवत 2045 को स्वर्गवास हो गया जिसमें कुदरत का संजोग रहा कि ओम बन्ना के जन्म एवं स्वर्गवास की तिथि एक ही रही बताया जाता है कि ओम बन्ना मोटरसाइकिल से नीचे नहीं गिरे एवं उस पर ही बैठे रहे न ही मोटरसाइकिल नीचे गिरी मोटरसाइकिल भी इसी पेड़ के नीचे जाकर रुक गयी थी। Read More: • • • GST IN Hindi • Vipanan meaning in hindi • TAT IPL 2023 ओम बन्ना के थान के पास ही इनकी बुलेट मोटरसाइकिल रखी हुई है जिसके बारे में बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद पुलिस थाने में मोटरसाइकिल रखी होने के दौरान स्वतः ही स्टार्ट हो जाती थी जिस पर पुलिस कर्मियों द्वारा स्वयं ही मोटरसाइकिल को ओम बन्ना के स्थान पर लाया गया था जहां आज भी ओम बन्ना स्थान के पास ओम बन्ना om banna की प्रतिमा के साथ मोटरसाइकिल की भी पूजा अर्चना होती। श्रद्धालु शीश नवाकर मन्नते मांगते हैं वहीं नई मोटरसाइकिल आदि खरीदने वाले श्रद्धालु ओम बन्ना की मोटरसाइकिल के भी माला पहनाकर अपनी नई बाइक पर भी माला पहनाते हैं। यह भी बताया जाता है कि दुर्घटना के कुछ दिनों बाद ट्रक ड्राईवर को पहली बार इन्हों ने दिखावा दिया फिर यह दौर चलता रहा बाद में एक दिन ट्रक वाले को इन्होंने रूबरू प्रकट होकर इसी जगह पर रूकवाया एवं पत्थर की गाड़ी खाली करने को कहा व स्थान हेतु निर्माण...

ओम बन्ना मंदिर(बुलेट बाबा मंदिर) के दर्शन की जानकारी

3.3/5 - (3 votes) Bullet Baba Temple In Hindi, ओम बन्ना मंदिर, जिसे ‘बुलेट बाबा मंदिर’ के रूप में जाना जाता है, यह एक असामान्य बैकस्टोरी वाला मंदिर है, जो छोटिला गांव के पास, पाली और जोधपुर के बीच NH65 पर स्थित है। यह ओम बन्ना को समर्पित एक तीर्थस्थल है, जहां एक यात्री अपनी 350 सीसी रॉयल एनफील्ड बुलेट से गया था। जोधपुर से 50 किमी और पाली से 20 किमी दूर स्थित यह मंदिर धार्मिक रूप से आसपास के ग्रामीणों और श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। यह मंदिर रॉयल एनफील्ड के उत्साही लोगों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है। यह बुलेट बाबा मंदिर हाईवे का उपयोग करने वालों के यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी बेहद लोकप्रिय हो गया है। यदि आप भी इस अद्भुद मंदिर के बारे में जानना चाहते है तो इस लेख को जरूर पढ़े – Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास – Bullet Baba Temple History In Hindi Image Credit : Anshu Raj बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास एक रोचक कहानी से जुड़ा हुआ है। लगभग बीस साल से भी पहले इस स्थल पर एक घातक बाइक दुर्घटना हुई थी, जिसमें स्थानीय गांव के नेता ओम सिंह राठौड़ के इक्कीस वर्षीय बेटे की मौत दुर्घटना स्थल पर ही हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसकी मोटर बाइक को उस स्थान से हटा दिया और उसे पुलिस स्टेशन में रखा, लेकिन वह बाइक अगले दिन गायब हो गई और फिर से दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई। और यह घटना बार-बार दोहराती रही। जिसके बाद उसी स्थल पर ओम बन्ना मंदिर या बुलेट बाबा मंदिर का निर्माण किया गया। और यह ओम बन्ना मंदिर हाईवे का उपयोग करने वालों के यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी बेहद लोकप्रिय बन गया। मोटर बाइक पर सवार अधिकांश युवा, और राजमार...

Om Banna Story

Table of Contents • • • • • • • • • • • ओम बन्ना (Om Banna) कौन थे जीवन परिचय (जीवनी) ओम बन्ना (Om Banna) उर्फ ओम सिंह राठोड़, ओम बन्ना का जन्म विक्रम सम्वत २०२१ में वैशाख सुदी की चांदनी अष्ठमी को राजस्थान के चोटिला गाँव मे हुआ था | जो की राजस्थान मे जोधपुर – अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाली जिले के नजदीक स्थित है | ओम बन्ना के पिताजी का नाम जोग सिंह जी राठोड था | जो की चोटिला गाँव के सरपंच थे | ओम बन्ना को मोटर साइकल चलाने का बहुत शौक था | ओम बन्ना जरूरतमंदो की मदद करने वाले इंसान थे | आज पूरा विश्व ओम बन्ना को ओम बन्ना, राठोड बन्ना, बुलेट बाबा, चोटिला राजा आदि नामो से जनता है | ओम बन्ना कैसे ओम सिंह से श्री ओम बन्ना सा बने जैसा की आप सब को पता है ओम बन्ना (Om Banna) पहले ओम सिंह राठोड़ के नाम से जाने जाते थे | अपने ससुराल से घर जाते वक़्त बीच मे उनकी मोटरसाइकल दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी | जिसमे उनकी मृत्यु हो गयी थी | परंतु मृत्यु के बाद भी उनके तथा उनकी मोटरसाइकल के चमत्कार की वजह से लोगो के बीच ओम बन्ना के लिए श्रद्धा बढती गयी | चूंकि राजपूत युवा लड़को को सम्मान के लिए बन्ना बोला जाता है | इसलिए ओम सिंह राठोड़ को भी उनके चमत्कार की वजह से ओम बन्ना के नाम से जाना जाने लगा | ओम बन्ना (Om Banna Story) की पूरी वास्तविक कहानी ओम बन्ना उर्फ ओम सिंह राठोड (Om Singh Rathod) जैसे की हमने उपर बताया ओम बन्ना को मोटर साइकल चलाने का शौक था | 2 दिसम्बर 1988 की एक शाम जब ओम बनना अपनी मोटरसाइकल लेकर अपने ससुराल से जब घर जा रहे थे | तो पाली से 20KM दूर आकर एक जाल के पेड़ से टकराकर उनकी मोटरसाइकल दुर्घटनाग्रस्त हो गई | टक्कर इतनी भीषण थी की उसी जगह पर ओम बन्ना की मृत्यु हो गई | जब दुर्घटनाग्र...

Om Banna Story

Table of Contents • • • • • • • • • • • ओम बन्ना (Om Banna) कौन थे जीवन परिचय (जीवनी) ओम बन्ना (Om Banna) उर्फ ओम सिंह राठोड़, ओम बन्ना का जन्म विक्रम सम्वत २०२१ में वैशाख सुदी की चांदनी अष्ठमी को राजस्थान के चोटिला गाँव मे हुआ था | जो की राजस्थान मे जोधपुर – अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाली जिले के नजदीक स्थित है | ओम बन्ना के पिताजी का नाम जोग सिंह जी राठोड था | जो की चोटिला गाँव के सरपंच थे | ओम बन्ना को मोटर साइकल चलाने का बहुत शौक था | ओम बन्ना जरूरतमंदो की मदद करने वाले इंसान थे | आज पूरा विश्व ओम बन्ना को ओम बन्ना, राठोड बन्ना, बुलेट बाबा, चोटिला राजा आदि नामो से जनता है | ओम बन्ना कैसे ओम सिंह से श्री ओम बन्ना सा बने जैसा की आप सब को पता है ओम बन्ना (Om Banna) पहले ओम सिंह राठोड़ के नाम से जाने जाते थे | अपने ससुराल से घर जाते वक़्त बीच मे उनकी मोटरसाइकल दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी | जिसमे उनकी मृत्यु हो गयी थी | परंतु मृत्यु के बाद भी उनके तथा उनकी मोटरसाइकल के चमत्कार की वजह से लोगो के बीच ओम बन्ना के लिए श्रद्धा बढती गयी | चूंकि राजपूत युवा लड़को को सम्मान के लिए बन्ना बोला जाता है | इसलिए ओम सिंह राठोड़ को भी उनके चमत्कार की वजह से ओम बन्ना के नाम से जाना जाने लगा | ओम बन्ना (Om Banna Story) की पूरी वास्तविक कहानी ओम बन्ना उर्फ ओम सिंह राठोड (Om Singh Rathod) जैसे की हमने उपर बताया ओम बन्ना को मोटर साइकल चलाने का शौक था | 2 दिसम्बर 1988 की एक शाम जब ओम बनना अपनी मोटरसाइकल लेकर अपने ससुराल से जब घर जा रहे थे | तो पाली से 20KM दूर आकर एक जाल के पेड़ से टकराकर उनकी मोटरसाइकल दुर्घटनाग्रस्त हो गई | टक्कर इतनी भीषण थी की उसी जगह पर ओम बन्ना की मृत्यु हो गई | जब दुर्घटनाग्र...

Om Banna Story In Hindi : ओम बन्ना की कहानी / Om Banna Ki Kahani – Online Sujhav

श्री ओम बन्ना का जन्म आज से 34 वर्ष पहले चोटिला गांव में 05 मई 1965 वैशाख सुदी अष्टमी को हुआ था। | Om Banna अपनी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर ओमसिंहजी पुत्र जोगसिंहजी जाति राजपूत निवासी चोटिला तहसील रोहट जिला पाली, पाली से अपने गांव चोटिला आ रहे थे, आते वक्त दुर्घटना घटित हुई | जिसमें ओम बन्ना के नाम से प्रसिद्ध स्थान के निकट ही इनका एक पेड़ के पास दिनांक 02-12-1988 मिगसर वद अष्टमी विक्रम संवत 2045 को स्वर्गवास हो गया जिसमें कुदरत का संजोग रहा कि ओम बन्ना के जन्म एवं स्वर्गवास की तिथि एक ही रही बताया जाता है कि ओम बन्ना मोटरसाइकिल से नीचे नहीं गिरे एवं उस पर ही बैठे रहे न ही मोटरसाइकिल नीचे गिरी मोटरसाइकिल भी इसी पेड़ के नीचे जाकर रुक गयी थी। Read More: • • • GST IN Hindi • Vipanan meaning in hindi • TAT IPL 2023 ओम बन्ना के थान के पास ही इनकी बुलेट मोटरसाइकिल रखी हुई है जिसके बारे में बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद पुलिस थाने में मोटरसाइकिल रखी होने के दौरान स्वतः ही स्टार्ट हो जाती थी जिस पर पुलिस कर्मियों द्वारा स्वयं ही मोटरसाइकिल को ओम बन्ना के स्थान पर लाया गया था जहां आज भी ओम बन्ना स्थान के पास ओम बन्ना om banna की प्रतिमा के साथ मोटरसाइकिल की भी पूजा अर्चना होती। श्रद्धालु शीश नवाकर मन्नते मांगते हैं वहीं नई मोटरसाइकिल आदि खरीदने वाले श्रद्धालु ओम बन्ना की मोटरसाइकिल के भी माला पहनाकर अपनी नई बाइक पर भी माला पहनाते हैं। यह भी बताया जाता है कि दुर्घटना के कुछ दिनों बाद ट्रक ड्राईवर को पहली बार इन्हों ने दिखावा दिया फिर यह दौर चलता रहा बाद में एक दिन ट्रक वाले को इन्होंने रूबरू प्रकट होकर इसी जगह पर रूकवाया एवं पत्थर की गाड़ी खाली करने को कहा व स्थान हेतु निर्माण...

ओम बन्ना मंदिर(बुलेट बाबा मंदिर) के दर्शन की जानकारी

3.3/5 - (3 votes) Bullet Baba Temple In Hindi, ओम बन्ना मंदिर, जिसे ‘बुलेट बाबा मंदिर’ के रूप में जाना जाता है, यह एक असामान्य बैकस्टोरी वाला मंदिर है, जो छोटिला गांव के पास, पाली और जोधपुर के बीच NH65 पर स्थित है। यह ओम बन्ना को समर्पित एक तीर्थस्थल है, जहां एक यात्री अपनी 350 सीसी रॉयल एनफील्ड बुलेट से गया था। जोधपुर से 50 किमी और पाली से 20 किमी दूर स्थित यह मंदिर धार्मिक रूप से आसपास के ग्रामीणों और श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। यह मंदिर रॉयल एनफील्ड के उत्साही लोगों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है। यह बुलेट बाबा मंदिर हाईवे का उपयोग करने वालों के यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी बेहद लोकप्रिय हो गया है। यदि आप भी इस अद्भुद मंदिर के बारे में जानना चाहते है तो इस लेख को जरूर पढ़े – Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास – Bullet Baba Temple History In Hindi Image Credit : Anshu Raj बुलेट बाबा मंदिर का इतिहास एक रोचक कहानी से जुड़ा हुआ है। लगभग बीस साल से भी पहले इस स्थल पर एक घातक बाइक दुर्घटना हुई थी, जिसमें स्थानीय गांव के नेता ओम सिंह राठौड़ के इक्कीस वर्षीय बेटे की मौत दुर्घटना स्थल पर ही हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसकी मोटर बाइक को उस स्थान से हटा दिया और उसे पुलिस स्टेशन में रखा, लेकिन वह बाइक अगले दिन गायब हो गई और फिर से दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई। और यह घटना बार-बार दोहराती रही। जिसके बाद उसी स्थल पर ओम बन्ना मंदिर या बुलेट बाबा मंदिर का निर्माण किया गया। और यह ओम बन्ना मंदिर हाईवे का उपयोग करने वालों के यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी बेहद लोकप्रिय बन गया। मोटर बाइक पर सवार अधिकांश युवा, और राजमार...