Om ka niyam

  1. Ohm's Law In Hindi , Ohm Law In Hindi क्या है
  2. ओम का नियम
  3. ओम का नियम क्या है और ओम किस राशि का मात्रक है? » Om Ka Niyam Kya Hai Aur Om Kis Rashi Ka Matrak Hai
  4. Ohm's Law In Hindi
  5. ओम का नियम क्या है
  6. ओम का नियम? » Om Ka Niyam
  7. ओम का नियम क्या है? परिभाषा, सूत्र, सीमा ohm's law in hindi (om ka niyam)


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Ohm's Law In Hindi , Ohm Law In Hindi क्या है

Ohm Law in Hindi ओम का नियम : Ohm’s Law in Hindi क्या है एक जर्मन के भौतिक (physicist) विज्ञानी जॉर्ज ओम द्वारा विकसित किया गया था, जीनोने अपने सिद्धांत को विकसित करने के लिए कई प्रयोग किए और इस फोर्मिला को बनाया जिसमें उनोने विद्युत सर्किट को छूकर करंट नाप के यह कितना नुकसान पुहंचा सकता है ये भी देखा। Ohm Law in Hindi

ओम का नियम

I = V आरेख: इनमें से लाल रंग की सरल रेखा ओमीय युक्ति का और काले रंग की वक्र गैर-ओमीय युक्ति के वी-आई वैशिष्ट्य को निरूपित कर रही है जर्मनी भौतिकी एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष , ओम के नियम के अनुसार यदि अर्थात् V ∝ I या, V = I R R, को युक्ति का प्रतिरोध कहा जाता है। इसका एक मात्रक ओम (ohm) है। वास्तव में 'ओम का नियम' कोई नियम नहीं है बल्कि यह ऐसी वस्तुओं के 'प्रतिरोध' को परिभाषित करता है जिनको अब 'ओमीय प्रतिरोध' कहते हैं। दूसरे शब्दों में यह उन वस्तुओं के उस गुण को रेखांकित करता है जिनका V-I वैशिष्ट्य एक सरल रेखा होती है। ज्ञातव्य है कि अनओमीय युक्तियाँ कहते हैं। उदाहरण के लिये, अनुक्रम • 1 ज्यावक्रीय प्रत्यावर्ती धारा के लिये ओम का नियम • 2 सामान्यीकृत सम्बन्ध • 3 ओम के नियम का एक अन्य रूप • 4 अन्य तंत्रों से तुलना • 5 अरैखिक परिपथों में प्रतिरोध • 6 इन्हें भी देखें ज्यावक्रीय प्रत्यावर्ती धारा के लिये ओम का नियम [ ] किसी ज्यावक्रीय धारा वाले परिपथ के किसी अवयव की प्रतिबाधा (इम्पीडेंस) Z हो तो U _ = Z _ ⋅ I _ जहाँ, R, L, C श्रेणीक्रम में जुड़े हुए ओम के नियम का एक अन्य रूप [ ] j → = σ E → उस बिन्दु पर अन्य तंत्रों से तुलना [ ] अरैखिक परिपथों में प्रतिरोध [ ] इन्हें भी देखें [ ] • • • • • • Afrikaans • العربية • Asturianu • Azərbaycanca • Беларуская • Български • বাংলা • Brezhoneg • Bosanski • Català • کوردی • Čeština • Чӑвашла • Cymraeg • Dansk • Deutsch • Ελληνικά • Emiliàn e rumagnòl • English • Esperanto • Español • Eesti • Euskara • Estremeñu • فارسی • Suomi • Føroyskt • Français • Gaeilge • Gàidhlig • Galego • עברית • Hrvatski • Kreyòl ayisyen • Magyar • Հայ...

ओम का नियम क्या है और ओम किस राशि का मात्रक है? » Om Ka Niyam Kya Hai Aur Om Kis Rashi Ka Matrak Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। अवतार आपको कृष्णा ओम का नियम क्या है और हम किस राशि का मात्रक है तो देखे नियम आपको विस्तृत रूप से पढ़ना है तो आपका सारा ले सकते हैं और हम हैं वह प्रतिरोध का मात्रक है ओम प्रतिरोध का मात्रक होता है avatar aapko krishna om ka niyam kya hai aur hum kis rashi ka matrak hai toh dekhe niyam aapko vistrit roop se padhna hai toh aapka saara le sakte hain aur hum hain vaah pratirodh ka matrak hai om pratirodh ka matrak hota hai अवतार आपको कृष्णा ओम का नियम क्या है और हम किस राशि का मात्रक है तो देखे नियम आपको विस्तृत

Ohm's Law In Hindi

ओह्म के नियम की परिभाषा ( Definition of Ohm’s Law ) यदि किसी चालक यानि Conductor की भौतिक परिस्थितियों यानि लम्बाई,ताप,दाब आदि में कोई परिवर्तन नहीं किया जाये तब उस चालक के सिरों पर उत्पन्न विभवान्तर ( voltage ) उसमे बह रही धारा के समानुपाती होता है| ओह्म के नियम के सूत्र ( Ohms Law Formula ) यदि लगाया गया विभवान्तर V मान लेते है और बहने वाली धारा I मान लेते है तथा प्रतिरोध R मान लेते है तब इनके फॉर्मूले इस प्रकार होंगे ;- Ohm’s Law in hindi अगर आप इस त्रिभुज को याद रखेंगे तो आपको ओह्म के नियम के सभी फॉर्मूले ( Ohm’s Law Formula ) याद रहेंगे| वोल्टेज फार्मूला ( Voltage Formula ) अगर आपको v यानि वोल्टेज का फार्मूला चाहिए तो आपको v पर अंगुली रखनी है तब आपको I और R दिखाई देंगे तब वोल्टेज का फार्मूला I x R होगा| इसे भी पढ़ें: करंट का फार्मूला ( Current Formula ) इसी तरह अगर आपको I यानि करंट का फार्मूला पता करना है तो I पर अंगुली रखेंगे तो हमे V / R दिखाई देगा जो करंट निकालने का फार्मूला है| प्रतिरोध का फार्मूला – Resistance Formula इसी तरह R यानि प्रतिरोध का फार्मूला V / I होगा| यहाँ पर R एक Constant है जिसे Resistance यानि प्रतिरोध कहते है इसे Ω से दर्शाते है| V ∝ I ओह्म के नियम – Ohm’s Law • वोल्टेज या विभवांतर v का मान बढ़ाने पर धारा का मान भी बढ़ता है| • यदि चालक के विभवान्तर (voltage) और धारा (current) के बीच ग्राफ खीचे तो एक सरल रेखा प्राप्त होती है जो बताती है की विभवान्तर के बढने पर धारा भी बढ़ेगी और विभवान्तर के कम होने पर धारा भी कम होगी| • Ohm’s Law Metal Conductor के लिए ही apply होता है| • ताप और अन्य भौतिक परिस्थतियां Constant रहे यानि कोई परिवर्तन न हो और इनके कारण ...

ओम का नियम क्या है

ओम का नियम क्या है – What is Ohm Law In Hindi Ohm Law in Hindi ? किसी भी वस्तु का मान या उसकी वैल्यू पता करने के लिए हमें किसी न किसी प्रकार के फार्मूले की आवश्यकता होती है जिसकी मदद से हम उस वस्तु के बारे में बहुत ही आसानी से जान सकते हैं. जैसे कि अगर हमें किसी आयताकार वस्तुओं का क्षेत्रफल पता करना है तो हमें “लंबाई x चौड़ाई ” का फार्मूला इस्तेमाल करना होगा और आसानी से हमें उस आयताकार वस्तुओं का क्षेत्रफल पता चल जाएगा उसी प्रकार इलेक्ट्रिकल सर्किट में किसी भी कॉन्पोनेंट का करंट, वोल्टेज और प्रतिरोध पता करने के लिए भी एक फार्मूला का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसे हम Ohm Law के नाम से जानते हैं. किसी भी DC इलेक्ट्रिकल सर्किट में वोल्टेज करंट और प्रतिरोध के बीच में एक संबंध होता है जिसके बारे में सबसे पहले 1826 में जर्मन के physicist Georg Ohm ने पता लगाया था. इसीलिए इसका नाम ohm law रखा गया और Georg Ohm ने ही Ohm के नियम की खोज की थी . जॉर्ज ओम ने पाया कि किसी ओम के नियम के अनुसार V= IR की मदद से हम वोल्टेज का पता कर सकते हैं और इसी प्रकार यहां पर दूसरे फार्मूले भी दिए गए हैं जिसकी मदद से हम करंट और प्रतिरोध का भी पता कर सकते हैं.ओम नियम के अनुसार अगर सर्किट में वोल्टेज बढ़ेगी तो वैसे ही उसका करंट भी बढ़ेगा और जिस अनुपात में वोल्टेज घटेगी उसी अनुपात में करंट भी घटेगा. ओम के नियम के अनुसार यदि किसी ऊपर दिखाई गई त्रिभुज में आपको करंट वोल्टेज और प्रतिरोध ज्ञात करने का फार्मूला दिख जाएगा अगर आप इस त्रिभुज में से किसी भी एक अक्षर को छूपाएंगे जैसे कि आप अगर V को छुपाते हैं तो उसके नीचे आपको IR देखेगा तो यह वोल्टेज पता करने का फार्मूला है इसी प्रकार अगर आप कोई दूसरा I या R अक्सर छुपा...

ओम का नियम? » Om Ka Niyam

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपने मुझे ओम का नियम क्या है जब सभी प्रस्तुतियां समान हैं तो किसी चालक में प्रवाहित धारा का मान पर आरोप उसके स्तरों पर आरोप विभवांतर के समानुपाती होता है और इन को बराबर करने के लिए जिस समानुपात इस तरह का दौरा किया जाता है उसको प्रतिरोध कहते हैं बढ़ती रूप में स्कूल कर सकते हैं अभी कॉल टू जाफर की है ताकि सरोकारों पर दुकान तथा आई है कारण प्रवाहित धारा और पुस्तक का जन्मदिन aapne mujhe om ka niyam kya hai jab sabhi prastutiyan saman hain toh kisi chaalak mein pravahit dhara ka maan par aarop uske staron par aarop vibhavantar ke samanupati hota hai aur in ko barabar karne ke liye jis samanupaat is tarah ka daura kiya jata hai usko pratirodh kehte hain badhti roop mein school kar sakte hain abhi call to jaafar ki hai taki sarokaron par dukaan tatha I hai karan pravahit dhara aur pustak ka janamdin आपने मुझे ओम का नियम क्या है जब सभी प्रस्तुतियां समान हैं तो किसी चालक में प्रवाहित धारा

ओम का नियम क्या है? परिभाषा, सूत्र, सीमा ohm's law in hindi (om ka niyam)

इस लेख में हम भौतिक विज्ञान के चैप्टर ओम का नियम (What is ohm’s law in hindi) के बारे में पढ़ेंगे यह नियम बहुत ही महत्वपूर्ण है ओम का नियम कक्षा 10 व कक्षा 12 तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं मे भी Om ka Niyam Kya hai के चैप्टर से प्रश्न पूछे जातें है तो चलिए जानते है की ओम का नियम क्या है? ओम के नियम की परिभाषा, सीमा, अभ्यास, उदाहरण, और ओम के नियम का सत्यापन कैसे किया जाता है। ओम का नियम क्या है? किसे कहते है! What is ohm’s law in hindi सन् 1826 में जर्मन वैज्ञानिक डॉ. जार्ज साइमन ओम (George Simon Ohm) ने किसी चालक के सिरों पर लगाये गये विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित होने वाली ओम का नियम (Om ka Niyam) कहते है। इस नियम के अनुसार “यदि किसी चालक की भौतिक अवस्था (जैसे ताप, लम्बाई, क्षेत्रफल आदि) अपरिवर्तित रखी जाये तब उसके सिरों पर लगाये गये विभवान्तर तथा उसमें प्रवाहित होने वाली धारा का अनुपात नियत रहता हैं। अर्थात् यदि चालक के सिरों पर V विभवान्तर लगाने पर उसमें । धारा बहे तो ओम के नियम (ohm’s law in hindi) से V/I = नियतांक R = नियतांक इस नियतांक को चालक का विद्युत प्रतिरोध (electric resistance) कहते है तथा इसे R द्वारा व्यक्त करते है। प्रतिरोध :- किसी चालक का वह गुण जिसके वजह से वह अपने में प्रवाहित होने वाले आवेश के प्रवाह का विरोध करता है। प्रतिरोध का मात्रक एवं विमा- प्रतिरोध का S.I. मात्रक वोल्ट/एम्पियर या ओम (Ohm) होता है। ओम के नियम की परिभाषा (Definition of ohm’s law) :- यदि किसी चालक की भौतिक अवस्थाएं जैसे ताप, दाब, लंबाई, क्षेत्रफल आदि स्थिर रहता है तो उसके सिरों के मध्य उत्पन्न विभवान्तर प्रवाहित ओम का नियम का सूत्र (समीकरण) :- V = IR ओम का मात्रक (Unit) :- एक ओम की पर...

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