पंचवर्षीय योजना नोट्स

  1. पंचवर्षीय योजना क्या है, 1
  2. [PDF] पंचवर्षीय योजना Panchvarshiya Yojna PDF
  3. पंचवर्षीय योजना
  4. पंचवर्षीय योजना क्या है ? Five Year Plan, 13वीं पंचवर्षीय योजना की जानकारी हिंदी में
  5. पंचवर्षिक योजना: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है
  6. पंचवार्षिक योजना: तुम्हाला सर्व माहिती असणे आवश्यक आहे
  7. भारत में पंचवर्षीय योजनाओं के लक्ष्य तथा प्राप्तियां


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पंचवर्षीय योजना क्या है, 1

देश में हर 5 साल पर भारत सरकार के द्वारा देश के नागरिकों के लिए सामाजिक और आर्थिक विकास प्रदान हेतु कई प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है जिनमें से विशेष तौर पर पंचवर्षीय योजना होती है जोकि हर 5 साल पर केंद्रीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम के तौर पर चलती है वर्तमान समय में अब तक देश में 13 Panchvarshiya Yojanaसुचारू रूप से चलाई जा चुकी है जिसके माध्यम से देश में रोजगार के अवसर नागरिकों को प्रदान करना कृषि विकास के क्षेत्र में कार्य करना भौतिक संसाधनों का उपयोग करना माननीय एवं उत्पादकता को बढ़ावा देना आदि का कार्य इन योजनाओं के द्वारा चलाया जा चुका है जिससे बहुत सी सुविधाएं देश के नागरिकों को प्रदान की जाती है Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • Panchvarshiya Yojana Kya Hoti Hai? भारत में हर 5 साल पर सरकार के द्वारा एक ऐसी योजना शुरू की जाती है जिसके माध्यम से कृषि के विकास में,व्यापक संसाधनों में माननीय एवं उत्पादकता को बढ़ावा देने में तथा देश में बेरोजगारी दर को कम करने के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने में नागरिकों को जोड़ा जाता है जिससे कि देश का भी विकास कार्य तेजी से बढ़ता है ऐसी योजनाओं को ही हम पंचवर्षीय योजना के नाम से जानते हैं जो कि सामाजिक और आर्थिक स्थिति को और भी ज्यादा मजबूत बनाने का कार्य करती हैं और इससे देश में केंद्रीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम की भी शुरुआत होती है। यह भी पढ़े: पंचवर्षीय योजना का उद्देश्य क्या है जैसा कि हम जानते हैं कि पंचवर्षीय योजनाओं को आरंभ करने का मुख्य कारण देश की विकास की स्थिति को बढ़ाने का था जिससे विकास दर बढ़ सके और देश भी तरक्की की राह पर चल सके ऐसे में Panchvarshiya Yojana के द्वारा निवेश को भी बढ़ाने का कार्...

[PDF] पंचवर्षीय योजना Panchvarshiya Yojna PDF

Download Panchvarshiya Yojna pdf, पंचवर्षीय योजना प्रश्नोत्तरी pdf, पंचवर्षीय योजना PDF, यहाँ से आप पंचवर्षीय योजना से जुड़े सभी महत्वपूर्ण प्रश्नों को पीडीऍफ़ के रूप में बिलकुल मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है| अगर हम पंचवर्षीय योजना की शुरुआत कैसे हुई, इसके बारे में बात करे तो, सर्वप्रथम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु के द्वारा वर्ष 1951 ईस्वी में किया गया था| इस योजना का मकसद भारत की स्थिति को बेहतर बनाने का था| पंचवर्षीय योजना का नेतृत्व योजना आयोग के द्वारा किया जाता था, परन्तु वर्तमान समय में इसका नाम बदलकर नीति आयोग कर दिया गया है| Panchvarshiya Yojna PDF प्रत्येक 5 साल में केंद्र सरकार के द्वारा देश के लोगो के लिए आर्थिक तथा समाजिक विकास हेतु शुरू किये गये योजना को ही पंचवर्षीय योजना कहा जाता है| पंच वर्षीय योजना के पदेन अध्यक्ष देश के प्रधान मंत्री होते है| इस के अलावे एक मनोनित उपध्याक्ष भी होता है| जिस का दर्जा कैबिनेट मंत्रियो समान होता है| वर्ष 2014 में निर्वाचित नरेद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने योजना आयोग के बदले नीति आयोग का गठन किया| जिसका पूरा नाम National Institution For Transforming India है| अगर आप भी पंचवर्षीय योजना के बारे में सम्पूर्ण जानकरी प्राप्त करना चाहिए है तो इस पोस्ट में शेयर किये गए पीडीऍफ़ नोट्स का अध्ययन एक बार अच्छे से जरुर करे| क्युकि इस पीडीऍफ़ नोट्स में पंचवर्षीय योजना के बारे में सरल भाषा में विस्तार से दिया गया है| Panchvarshiya Yojna PDF Overview PDF Name पंचवर्षीय योजना PDF Language Hindi No. of Pages 7 PDF Size 260 KB Category Polity Quality Good Download पंचवर्षीय योजना PDF निचे दिए गए डाउनलोड बटन का अनुसरण करके आप इस पीड...

पंचवर्षीय योजना

पंचवर्षीय योजनाकी शुरुआत सर्वप्रथम 1928में सोवियत संघ में जोसेफ स्टालिनने की। इसके बाद अन्य साम्यवादी एवं पूंजीवादी देशों में भीपंचवर्षीय योजनाके स्वरूप को स्वीकार किया गया।पंचवर्षीय योजना Table of Content • • • • • • • • • • • • • • • • भारत की पंचवर्षीय योजनायें भारत में योजना आयोग पंचवर्षीय योजनाके कार्यान्वयन की देखरेख करता है जिसकी स्थापना 1950में की गई थी l योजना आयोग का नाम बदलकर 1 जनवरी 2015को नीति आयोग कर दिया गया।पंचवर्षीय योजनाओं का समय समय पर मूल्यांकन भी किया जाता है।पंचवर्षीय योजनाओं का अंतिम अनुमोदन राष्ट्रीय विकास परिषद द्वारा किया जाता है जिसकी स्थापना 1952में की गई थी। प्रथम पंचवर्षीय योजना (1951 - 1955) • प्रथम पंचवर्षीय योजना 1951में शुरू हुई जो कि हेराल्ड डोमर समृद्धि मॉडल पर आधारित थी। • इस योजना को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री द्वारा संसद में पेश किया गया l • इस मॉडल में कृषि व सिंचाई को प्राथमिकता दी गई। • इसी योजना के तहत 1952में सामुदायिक विकास कार्यक्रम 1953 में राष्ट्रीय प्रसार सेवा की शुरुआत की गई। • इसके अलावा इस योजना में भाखड़ा नागल दामोदर घाटी व हीराकुंज ऐसी बहुउद्देशीय परियोजनाएं भी बनाई गई। • यह एक सफल योजना थी जिसमें प्राप्त वृद्धिदर लक्ष्य वृद्धि दर से अधिक थी। • लक्ष्य वृद्धि दर - 2.1% • प्राप्त वृद्धि दर - 3.6% दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956 -1961) • यह योजना पीसी महालनोविस मॉडलपर आधारित थी। • इस योजना में भारी उद्योगों और सार्वजनिक क्षेत्रको बढ़ावा दिया गया। • इसके तहत राउरकेला उड़ीसा भिलाई छत्तीसगढ़ वह दुर्गापुर पश्चिम बंगाल इस्पात कारखानों की नींव डाली गई। • इसके अलावा इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चितरंजन लोकोमोटिव की स्थापना भी की गई। • यह य...

पंचवर्षीय योजना क्या है ? Five Year Plan, 13वीं पंचवर्षीय योजना की जानकारी हिंदी में

भारत की 13वीं पंचवर्षीय योजना क्या है | Five Year Plans of India | Indian Panchvarshiya Yojana | भारत की पंचवर्षीय योजनाएं पंचवर्षीय योजना हर पांच वर्षो में केंद्र सरकार के द्वारा देश के Five Year Plans केंद्रीकृत और एकीकृत राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम है। जिसके अंतर्गत समाज में लोगो के लिए नए नए बदलाव किये जा सके। केंद्र सरकार के द्वारा अब तक इस 12 पंचवर्षीय योजनाएं लागु की जा चुकी है। इस योजना के माध्यम से देश में कृषि विकास रोज़गार के अवसर प्रदान करना मानवीय, व भौतिक ससाधनो का उपयोग करके उत्पादकों को बढ़ावा देना है। आपको हम अपने इस लेख के माध्यम से इस योजना से जुडी सभी जानकारी प्रदान करने जा रहे है। अतः आप हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़े। • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956) पहली पंचवर्षीय योजना वर्ष 1951 में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने शुरू की थी, जिसका कार्यकाल वर्ष 1956 तक चला| यह भारत की राष्ट्रीय योजना है, जिसे योजना आयोग द्वारा प्रधान मंत्री की अध्यक्षता में विकसित और कार्यान्वित किया जाता है। इसके अलावा, इस प्रथम योजना के दौरान पांच इस्पात संयंत्रों की नींव रखी गई थी। Highlights of Five Year Plans योजना का नाम पंचवर्षीय योजना, Five Year Plans आरम्भ की गई भारत सरकार द्वारा आरम्भ का वर्ष 1951 लाभार्थी सभी वर्गों के भारतीय निवासी पंचवर्षीय योजनाओं की संख्या 13 उद्देश्य कृषि और रोजगार के अवसरों का विकास लाभ विभिन्न वर्ग, समुदाय के लोगों के लिए योजनाओं की शुरुआत आधिकारिक वेबसाइट श्रेणी केंद्र सरकारी योजनाएं प्रथम पंचवर्षीय योजना का लक्ष्य • न्यूनतम समय में खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर...

पंचवर्षिक योजना: वह सब जो आपको जानना आवश्यक है

पंचवर्षिक योजना, या पंचवर्षीय योजना, भारत सरकार द्वारा देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई थी। प्रदर्शन संकेतकों को यह निर्धारित करने के लिए स्थापित किया गया था कि क्या पंचवर्षीय योजनाएं उनके कार्यान्वयन में सफल हो रही हैं। यह समन्वित और एकीकृत राष्ट्रीय आर्थिक पहल का एक हिस्सा है, और अब 13 विशिष्ट पंचवर्ष योजनाएँ हैं। कई क्षेत्रों को सुविधाएं प्रदान करके, परियोजना का उद्देश्य कृषि विकास को प्रोत्साहित करना, विभिन्न रोजगार संभावनाएं प्रदान करना और मौजूदा संसाधनों को बढ़ाना है। • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पंचवर्षीय योजना: पंचवर्षीय योजनाओं की विशेषताएं • ये परियोजनाएं सामाजिक निष्पक्षता, गरीबी उन्मूलन, रोजगार, आधुनिकीकरण आदि को लक्षित करती हैं। • इन पंचवर्षीय योजनाओं का मूल उद्देश्य देश की आर्थिक स्थिति और इसके निवासियों के जीवन की गुणवत्ता दोनों में सुधार करना है। • वे उत्पादन बढ़ाते हैं, संसाधन आवंटन का अनुकूलन करते हैं, और रोजगार पैदा करते हैं। पंचवर्षीय योजना: पंचवर्षीय योजनाओं के लाभ • कार्यक्रम के तहत शुरू की गई विभिन्न योजनाएं उत्पादन में वृद्धि, संसाधनों का उचित आवंटन और नौकरी के अवसरों में वृद्धि हुई। • भारत की खनिज संपदा का भी तेजी से दोहन किया जा रहा था और दुर्लभ धातुओं के भंडार वाले दूरदराज के क्षेत्रों का दोहन किया जा रहा था। • एक बार देशी खनिज संपदा का दोहन किया गया, बिजली की लाइनें खड़ी की गईं, और बिजली का उत्पादन किया जा रहा था – भारी उद्योगों का उदय होने लगा। • विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक प्रणालियों में दूरसंचार एक प्राथमिक कारक बन गया, जिसने देश के विभिन्न हिस्सों के बीच संचार को और बढ़ावा दिया और देश को एक एकीकृत नेटवर्क ...

पंचवार्षिक योजना: तुम्हाला सर्व माहिती असणे आवश्यक आहे

पंचवार्षिक योजना, किंवा पंचवार्षिक योजना, भारत सरकारने देशाच्या आर्थिक आणि सामाजिक विकासाला चालना देण्यासाठी सुरू केली होती. पंचवार्षिक योजना त्यांच्या अंमलबजावणीत यशस्वी होत आहेत की नाही हे तपासण्यासाठी कार्यप्रदर्शन निर्देशक स्थापित केले गेले. हा समन्वित आणि एकात्मिक राष्ट्रीय आर्थिक उपक्रमांचा एक भाग आहे आणि आता 13 वेगळ्या पंचवर्षीय योजना आहेत. अनेक क्षेत्रांना सुविधा देऊन, प्रकल्पाचा कृषी विकासाला प्रोत्साहन देणे, विविध रोजगाराच्या संधी उपलब्ध करून देणे आणि विद्यमान संसाधने वाढवण्याचा हेतू आहे. • • • • • • • • • • • • • • • • • • • पंचवर्षीय योजना: पंचवार्षिक योजनांची वैशिष्ट्ये • हे प्रकल्प सामाजिक निष्पक्षता, दारिद्र्य निर्मूलन, रोजगार, आधुनिकीकरण इ. • या पंचवार्षिक योजनांचा मूलभूत उद्देश देशाची आर्थिक स्थिती आणि तेथील रहिवाशांचे जीवनमान दोन्ही सुधारणे हा आहे. • ते आउटपुट वाढवतात, संसाधन वाटप ऑप्टिमाइझ करतात आणि नोकऱ्या निर्माण करतात. पंचवर्षीय योजना: पंचवार्षिक योजनांचे लाभ • कार्यक्रमांतर्गत विविध योजना सुरू केल्या उत्पादन वाढले, संसाधनांचे योग्य वाटप आणि नोकरीच्या संधी. • भारतातील खनिज संपत्तीचेही अधिकाधिक शोषण केले जात होते आणि दुर्मिळ धातूंचा साठा असलेल्या दुर्गम प्रदेशांनाही लुटले जात होते. • एकदा का देशी खनिज संपत्तीचा वापर केला गेला, वीजवाहिन्या उभारल्या गेल्या आणि वीजनिर्मिती झाली – जड उद्योगांचा उदय होऊ लागला. • दूरसंचार हे इलेक्ट्रिकल आणि इलेक्ट्रॉनिक प्रणालींमध्ये एक प्राथमिक घटक बनले, ज्यामुळे देशाच्या विविध भागांमधील दळणवळण वाढले आणि देशाला एका एकीकृत नेटवर्कखाली आणले. • जड यंत्रसामग्री आणि इतर उद्योगांमध्ये वापरता येणारे औद्योगिक भाग तयार करण्यात भारत ...

भारत में पंचवर्षीय योजनाओं के लक्ष्य तथा प्राप्तियां

पंचवर्षीय योजनाओं के सामान्य लक्ष्य आर्थिक प्रणाली :- यह एक ऐसी व्यवस्था को दर्शाता है जिसके द्वारा किसी अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या का समाधान किया जाता है। अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या :- सभी अर्थव्यवस्थाओं में उपलब्ध संसाधन उनकी आवश्यकताओं के संबंध में सीमित होते हैं। इसलिए, प्रत्येक अर्थव्यवस्था को तीन केंद्रीय समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ये “ संसाधन आवंटन” की मूल समस्या हैं। क्या उत्पादन करें :- यह चुनाव की समस्या है कि “किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाना चाहिए और कितनी मात्रा में”। क्योंकि संसाधन सीमित हैं, इसलिए हम जितना चाहें उतनी मात्रा में हर वस्तु का उत्पादन नहीं कर सकते। प्रत्येक अर्थव्यवस्था को इस समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि प्रत्येक अर्थव्यवस्था में असीमित आवश्यकताओं के संबंध में संसाधन दुर्लभ होते हैं। उत्पादन कैसे करें : उत्पादन कैसे करें की यह समस्या तकनीकी के चुनाव से संबंधित है। उत्पादन की दो तकनीकें हैं :- (1 ) श्रम प्रधान तकनीक जिसमें पूंजी से अधिक श्रम का उपयोग किया जाता है (2) पूंजी प्रधान तकनीक जिसमें श्रम से अधिक पूंजी का उपयोग किया जाता है। एक अर्थव्यवस्था को यह तय करना होगा कि किस तकनीक का उपयोग किया जाना है ताकि कुशल उत्पादन प्राप्त किया जा सके उदाहरण: श्रम और पूंजी उत्पादन के दो कारक हैं। इन्हें आदर्श रूप से संयोजित किया जाना चाहिए, ताकि साधन की प्रति इकाई उत्पादकता अधिकतम हो सके। लेकिन भारत में पूंजी की तुलना में श्रम प्रचुर मात्रा में है। यदि हम एक आदर्श अनुपात (श्रम और पूंजी के बीच) पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो बहुत सारा श्रम अनुपयोगी रह जाएगा। भारी बेरोजगारी अपने आप में एक सामाजिक बुराई है। तदनुसार, हमारे देश की सरकार आ...