पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है

  1. पादप में भोजन का स्थानान्तरण कैसे होता है? समझाओ।
  2. Iv पादप में जाइलम उत्तरदायी है
  3. पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है?
  4. पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है?


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पादप में भोजन का स्थानान्तरण कैसे होता है? समझाओ।

पादप की पत्तियों में प्रकाश-संश्लेषण द्वारा निर्मित भोज्य पदार्थों का पौधे के अन्य भागों में स्थानान्तरण फ्लोएम (Pholem) नामक ऊतक द्वारा होता है। फ्लोएम चालनी नलिका तथा सहचर कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है। ऊर्जा का उपयोग करके फ्लोएम द्वारा भोजन का स्थानान्तरण होता है। वह स्थान जहाँ भोजन का निर्माण होता है, स्त्रोत (Source) कहलाता है तथा जहाँ इसका प्रयोग होता है, उपभोग (Sink) कहलाता है। स्रोत से भोज्य पदार्थ ATP की ऊर्जा का प्रयोग करके फ्लोएम की चालनी नलिकाओं में भरा जाता है। अब शर्करायुक्त चालनी नलिका में परासरण द्वारा जल प्रवेश करता है जिससे फ्लोएम ऊतकों में दाब बढ़ जाता है। फ्लोएम भोज्य पदार्थों का उच्च दाब क्षेत्र से कम दाब क्षेत्र की ओर परिवहन करता है। भोज्य पदार्थों का परिवहन उपभोग स्थल एवं संचय स्थल की ओर अधिक होता है।

Iv पादप में जाइलम उत्तरदायी है

Table of Contents Show • • • • • मेंढ़क, पक्षी और छिपकली के अग्रपाद • कैक्टस के कंटक और बोगनबिलिया के कंटक • चमगादड़ के पंख और तितली के पंख • चमगादड़ के पंख और तितली के पंख A. मेंढ़क, पक्षी और छिपकली के अग्रपाद 363 Views स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक है • कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल • क्लोरोफिल • सूर्य का प्रकाश • सूर्य का प्रकाश 133 Views पादप में जाइलम उत्तरदायी है जल का वहनभोजन का वहनअमीनो अम्ल का वहनअमीनो अम्ल का वहन 509 Views पायरूवेट के विखंडन से यह कार्बन डाइऑक्साइड, जल तथा ऊर्जा देता है और यह क्रिया होती है • कोशिकाद्रव • माइटोकांड्रिया • हरित लवक • हरित लवक 241 Views मनुष्य में वृक्क एक तंत्र का बहग है जो संबंधित है- • पोषण • श्वसन • उत्सर्जन • उत्सर्जन 269 Views

पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है?

आज के इस पोस्ट में हमलोग जानेंगे की Padap me Bhojan ka Sthanantaran Kaise Hota Hai और क्यों फ्लोयम उतक को पादप में भोजन का स्थानांतरण के लिए बहुत ही उपयोगी माना जाता है| जैसा की लगभग हम सभी जानते है की पादप में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के पश्चात भोजन का निर्मात होता है तो पादप के पत्तियों के द्वारा समपन्न होता है लेकिन क्या आपको पता है आखिर पादप द्वारा बनाया गया भोजन का स्थानातरण पापड़ के सभी भागो तक कैसे होता है| अगर आपको नहीं तो पता आप बिलकुल सही पोस्ट में आये है क्युकि आज के इस पोस्ट में हम इसी टॉपिक के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और आपको बिलकुल आसान भाषा में समझाने की कोशिश करूँगा| पादप में भोजन का स्थानांतरण पादप के पत्तियों के द्वारा प्रकश संश्लेषण की क्रिया करके बनाये गए उत्पाद या भोजन को पादप के विभिन्न भागो तक पहचाने की प्रक्रिया को स्थानातरण कहा जाता है और यह क्रिया पादप में फ्लोयम उत्तक के द्वारा सम्पन्न होती है| इसीलिए फ्लोयम उत्तक को पादप में भोजन का स्थानांतरण करने वाला उत्तक कहा जाता है| फ्लोयम भोजन के अलावा पादप में अमीनो अम्ल तथा अन्य पदार्थों का परिवहन करने का भी कार्य करता है| ये पदार्थ मुख्य रूप से जड़ के भंडारण अंगों, फलों, बीजों तथा वृद्धि वाले अंगों में ले जाये जाते है ताकि पादप का विकास सही ढंग से हो पाए|

पादप में भोजन का स्थानांतरण कैसे होता है?

पादपों की पत्तियाँ प्रकाश संश्लेषण क्रिया से अपना भोजन तैयार करती हैं और वह वहाँ से पादप के अन्य भागों में भेजा जाता है। प्रकाश संश्लेषण के विलेय उत्पादों का वहन स्थानांतरण कहलाता है। यह कार्य संवहन ऊतक के फ्लोएम नामक भाग के द्वारा किया जाता है। फ्लोएम एक कार्य के अतिरिक्त अमीनो अम्ल तथा अन्य पदार्थों का परिवहन भी करता है। ये पदार्थ विशेष रूप से जड़ के भंडारण अंगों, फलों, बीजों और वृद्धि वाले अंगों में ले जाए जाते हैं। भोजन तथा अन्य पदार्थों का स्थानांतरण संलग्न साथी कोशिका की सहायता से चालनी नलिका में ुप्रिमुखी तथा अधोमुखी दोनों दिशाओं में होता है। फ्लोएम से स्थानांतरण का कार्य जाइलम के विपरीत होता है। यह ऊर्जा के उपयोग से पूरा होता है। सुक्रोज़ जैसे पदार्थ फ्लोएम ऊतक में ए टी पी से प्राप्त ऊर्जा से ही स्थानांतरित होते हैं। यह दाब पदार्थों को फ्लोएम से उस ऊतक तक ले जाता है जहाँ दाब कम होता है। यह पादप की आवश्यकतानुसार पदार्थों का स्थानांतरण कराता है। वसंत ऋतु में यही जड़ और तने के ऊतकों में भंडारित शर्करा का स्थानांतरण कलिकाओं में कराता है जिसे वृद्धि के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है।