पानीपत का 2 युद्ध कब हुआ

  1. [Solved] पानीपत का प्रथम युद्ध किस वर्ष में हुआ था?
  2. Battle of Panipat in Hindi
  3. पानीपत के तृतीय युद्ध में मराठों की पराजय के क्या कारण थे? – ElegantAnswer.com
  4. पानीपत का युद्ध कब हुआ था? » Panipat Ka Yudh Kab Hua Tha
  5. पानीपत का द्वितीय युद्ध
  6. Battle of Panipat (पानीपत के तीन युद्ध)


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[Solved] पानीपत का प्रथम युद्ध किस वर्ष में हुआ था?

• पानीपत का प्रथमयुद्ध1526 में लड़ा गया था। • पानीपत का प्रथम युद्ध मुगल आक्रमणकारी बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच लड़ा गया था। • इसने मुगल साम्राज्य की शुरुआतकी, अर्थात, बाबर ने लोदी को हराया और दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। Key Points पानीपत का द्वितीय युद्ध • यह 5 नवंबर 1556 को लड़ा गया था। • यह अकबर और सम्राट हेम चंद्र विक्रमादित्य (हेमू) के बीच लड़ा गया था। • इस युद्ध में अकबर ने हेमू को हराया था। पानीपत का तृतीय युद्ध • यह 1761 में लड़ा गया था। • यह पुणे के सदाशिवराव भाऊ पेशवा के अधीन अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली और मराठों के बीच लड़ा गया था। • अब्दाली ने यह युद्ध जीता। • युद्ध ने एक शक्ति शून्य का नेतृत्व किया जिसके कारण बाद में भारत पर अंग्रेजों की विजय हुई। Additional Information युद्ध तारीख किसके बीच लड़ा गया किसके द्वारा जीता गया पानीपत का प्रथम युद्ध 21 अप्रैल 1526 बाबर बनाम लोदी बाबर पानीपत का द्वितीय युद्ध 5 नवंबर, 1556 हेमू बनाम अकबर अकबर पानीपत का तृतीय युद्ध 14 जनवरी 1761 अब्दाली बनाम मराठा अब्दाली स्त्रोत:-

Battle of Panipat in Hindi

पानीपत का युद्ध: पानीपत हरियाणा में 56 वर्ग किमी में फैला एक छोटा सा जिला है, जो करनाल लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह जिला देश और विदेश में हथकरघा के लिए प्रसिद्ध है। भारतीय इतिहास की दृष्टि से यह बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। इस जिले के युद्धों ने भारत के इतिहास को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। इस लेख में पानीपत में हुए तीन महत्वपूर्ण युद्ध के बारे में चर्चा करेंगे। इस युद्ध को पानीपत का युद्ध के नाम से जाना जाता है। आप यहाँ Battle of Panipat in Hindi में पढ़ पाएंगे| इस लेख में आप पानीपत के युद्ध के बारे में जानकारी लेंगे | जानें की पानीपत का युद्ध यानी पानीपत का प्रथम युद्ध, पानीपत का द्वितीà¤...

पानीपत के तृतीय युद्ध में मराठों की पराजय के क्या कारण थे? – ElegantAnswer.com

पानीपत के तृतीय युद्ध में मराठों की पराजय के क्या कारण थे? इसे सुनेंरोकेंपानीपत के तीसरे युद्ध में मराठों की पराजय के कारण (1) मराठा सेनापति सदाशिवराव के व्यवहार से कई बड़े मराठा सेनापति असन्तुष्ट थे। वह प्रत्येक कार्य में अपनी मनमानी करता था और किसी से सलाह लेना आवश्यक नहीं समझता था। (2) मराठा सेनापति सदाशिवराव के पास प्रारम्भ से ही धन का अभाव था। पानीपत के प्रथम युद्ध के क्या कारण थे? इसे सुनेंरोकेंपानीपत के प्रथम युद्ध का प्रमुख कारण बाबर द्वारा बनाई गई महत्वाकांक्षी योजनाएं थी। बाबर दिल्ली सल्तनत के लोदी वंश के शासक इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली पर अधिकार स्थापित करना चाहता था। 12 अप्रैल, 1526 ई. को बाबर व इब्राहिम लोदी की सेनाएं पानीपत के मैदान में आमने-सामने आ गई जिनके मध्य 21 अप्रैल को युद्ध प्रारंभ हुआ। पानीपत का युद्ध कब और किसके बीच हुआ? इसे सुनेंरोकेंसन् 1526 में, काबुल के तैमूरी शासक ज़हीर उद्दीन मोहम्मद बाबर की सेना ने दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी, की एक ज्यादा बड़ी सेना को युद्ध में परास्त किया। युद्ध को 21 अप्रैल को पानीपत नामक एक छोटे से गाँव के निकट लड़ा गया था जो वर्तमान भारतीय राज्य हरियाणा में स्थित है। पानीपत के तृतीय युद्ध में किसकी विजय हुई? इसे सुनेंरोकेंइनमें से पानीपत का तीसरा युद्ध भारत के सैन्य इतिहास की एक क्रान्तिकारी घटना माना जाता है। यह युद्ध 14 जनवरी 1761 को अफगान लुटेरे अहमदशाह अब्दाली की फौज और सदाशिव राव भाऊ के नेतृत्व में मराठों के बीच लड़ा गया। इस युद्ध में लाखों मराठे खेत रहे और अहमद शाह अब्दाली विजेता बनकर उभरा। पानीपत में ही क्यों हुआ? इसे सुनेंरोकेंपानीपत भारतीय इतिहास में तीन प्रमुख लड़ाइयों का गवाह है। पानीपत की पहली लड़ाई 21...

पानीपत का युद्ध कब हुआ था? » Panipat Ka Yudh Kab Hua Tha

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न है पानीपत का युद्ध कब हुआ था तो 1526 में पानीपत का युद्ध हुआ था जिसमें बाबर ने दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी को युद्ध में हरा दिया पानीपत की दूसरी लड़ाई 5 नवंबर 1556 के उत्तर भारत के हिंदू शासक हेमू और अकबर के बीच में हुआ था जिसमें अकबर के सेनापति बैरम खान विजय हुआ था पानीपत का तृतीय युद्ध 14 जनवरी 1761 इसके को मकान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली और मुगल बादशाह लोगों के बीच में हुआ था जिसमें उनके को हार जाना पड़ा और मुग़ल सम्राट इस में भेजे हुए aapka prashna hai panipat ka yudh kab hua tha toh 1526 me panipat ka yudh hua tha jisme babar ne delhi ke sultan ibrahim lodi ko yudh me hara diya panipat ki dusri ladai 5 november 1556 ke uttar bharat ke hindu shasak hemu aur akbar ke beech me hua tha jisme akbar ke senapati bairam khan vijay hua tha panipat ka tritiya yudh 14 january 1761 iske ko makan aakramanakari ahmad shah abdali aur mughal badshah logo ke beech me hua tha jisme unke ko haar jana pada aur mughal samrat is me bheje hue आपका प्रश्न है पानीपत का युद्ध कब हुआ था तो 1526 में पानीपत का युद्ध हुआ था जिसमें बाबर ने

पानीपत का द्वितीय युद्ध

3 पानीपत के द्वितीय युद्ध के परिणाम पानीपत का द्वितीय युद्ध – मुगल सम्राट हुमायूं की मृत्यु के बाद दिल्ली और उसके आसपास के इलाके पर अफगान शासक आदिलशाह के सेनापति हेमू का कब्जा हो चुका था। जब हुमायूं की मृत्यु हुई तब उसका पुत्र अकबर पंजाब में था और वहां अफगानों विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रहा था। अकबर का राज्याभिषेक 1556 में 13 साल की उम्र में पंजाब के कलानौर में हुआ। 5 नवंबर 1556 को पानीपत का द्वितीय युद्ध अकबर और हेमू के बीच हुआ। हेमू आदिलशाह का सेनापति था, आदिलशाह ने हेमू को मुगलो को खदेड़ने कि जिम्मेदारी सौंपी थी। वास्तव में यह युद्ध हेमू और अकबर के सेनापति बैरम खां के बीच में हुआ था। अपने जीवन के शुरुआती शासन काल में अकबर बैरम खान के संरक्षण में रहा था। पानीपत के द्वितीय युद्ध के कारण हेमू ने दिल्ली, आगरा, और संभल से मुगलों को खदेड़कर का संपूर्ण क्षेत्र अपने अधिकार में कर लिया जिससे मुगल आक्रोशित थे। अकबर अपने पिता के खोए हुए सम्राज्य को वापिस हासिल करना चाहता था जिस पर अफगान शासक आदिल शाह का कब्जा हो चुका था। अकबर का सेनापति बेरम खां एक बहादुर योद्धा और सेनानायक था वह हेमू की बढ़ती शक्ति से चिंतित था। यह भी पढ़े – पानीपत के द्वितीय युद्ध के परिणाम पानीपत के द्वितीय युद्ध में हेमू 50 हजार सवारो और 5000 हाथियों तथा एक शक्तिशाली तोपखाना लेकर युद्ध में उतरा था। हेमू ने 22 लड़ाईयां लड़ी थी जिनमें से वह एक भी नहीं हारा था, आदिल शाह ने उसे विक्रमजीत की उपाधि देकर सेनापति बनाया था। 5 नवंबर 1556 को युद्ध के दौरान मुगलों के एक दस्ते ने हेमू के तोपखाने पर कब्जा कर लिया, लेकिन फिर भी युद्ध में हेमू की जीत निश्चित दिखाई देने लगी। मगर युद्ध के दौरान एक तीर हेमू की आंख ...

Battle of Panipat (पानीपत के तीन युद्ध)

भारतीय इतिहास में पानीपत के तीन युद्ध भारतीय इतिहास में पानीपत के मैदान में कुल 3 प्रकंपी लड़ाइयाँ लड़ी गई थीं। ये तीनों ही युद्ध भारतीय इतिहास में इसलिए अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं क्योंकि उन्होंने भारतीय इतिहास की दिशा तय की थी। भारतीय इतिहास में पानीपत के मैदान में लड़ी गई तीनों लड़ाइयों में से शुरुआती 2 लड़ाइयाँ तो विशुद्ध रूप से मध्य काल के दौरान ही लड़ी गई थीं, जबकि पानीपत की तीसरी लड़ाई मध्य काल व आधुनिक काल के संक्रमण के दौरान लड़ी गई थी। अगर इन युद्धों का परिणाम कुछ और होता, तो आज भारतीय इतिहास की स्थिति भी वर्तमान जैसी नहीं होती। लिंक किए गए लेख से IAS हिंदी की जान...