Pad kise kahate hain

  1. बहुपद की परिभाषा एवं प्रकार
  2. पद किसे कहते है
  3. Pad Kise Kahate Hain
  4. पद किसे कहते हैं?(परिभाषा, भेद एवं उदाहरण)
  5. Pad kise kahate hain
  6. पद किसे कहते हैं
  7. Pad Kise Kahate Hain: Definition and Types


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बहुपद की परिभाषा एवं प्रकार

गणित के बहुपद क्लास 10 के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण विषय होता है. क्योंकि, इस चैप्टर से लगभग 10 मार्क्स के प्रश्न पूछे जाते है, जिसमे अधिकतक प्रश्न Bahupad के सूत्र से होते है. ऐसे में Bahupad ka Sutra, परिभाषा एवं ट्रिक्स समझना अत्यंत आवश्यक है. हालांकि शिक्षक मानते है कि इसके बिना गणित के सवाल हल करना बहुत मुश्किल है. क्योंकि, बहुपद गणित का आधार होता है, जिसके बिना मैथ्स में विशेषज्ञ होना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन बहुपद का अध्ययन कर वह उपलब्धि हासिल अवश्य किया जा सकता है. बहुपद के महत्वपूर्ण सूत्र के साथ साथ परिभाषा भी यहाँ सामिल है जो आपको गणित का अच्छा जानकर बनाने में मदद करेगा. बहुपद किसे कहते है, बहुपद की परिभाषा की अध्ययन ध्यान करे, क्योंकि यही आपकी आधार है और यही अच्छे मार्क्स दिलाने में मदद करेगा. Table of Contents • • • • • • • • • • • • बहुपद किसे कहते है? बहुपद की परिभाषा: बीजगणित में धन (+) और ऋण (-) चिह्नों से सम्बंधित पदों के व्यंजक को बहुपद कहते हैं. दुसरें शब्दों में, बहुपद किसे कहते है? चर, अचर, चर के गुणांक तथा ऋणेतर घातांक के जोड़, घटाव या गुणन की क्रिया वाले अर्थात, a + a₁x + a₂x² + a₃x³ +…………………… + anxⁿ के रूप में रहने वाले व्यंजक को बहुपद कहते है. जहाँ जहाँ a, a₁, a₂, a₃ ……an अचर वास्तविक संख्याएँ है और n पूर्ण संख्या है. Or चर एवं अचर के पदों के समूह को बहुपद कहा जाता है. Or धनात्मक(+) और ऋणात्मक (-) चिह्नों में शामिल कई पदों के व्यंजक को बहुपद कहते हैं. जैसे:- 5x 5 + 4xy 3 + 4x 2 y 3+ y 2 + yz आदि. बहुपद के प्रकार चर एवं अचर बहुपद को सामिल करने से जो पद प्राप्त होते है उन्हें बीजीय बहुपद कहा जाता है. जैसे:- • x – 8 • x + 64 • x+1, आदि. बीजीय बहुपद मुख्य...

पद किसे कहते है

Pad Kise Kahate Hain :- आज का हमारा लेख पद किसे कहते है के बारे में है। तो अगर आप पद के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख को ध्यान से पढ़े, तो चलिए शुरू करते है। पद किसे कहते है | Pad Kise Kahate Hain पद किसे कहते है :- हिंदी के वाक्य यानी कि sentence में प्रयोग किए जाने वाले शब्दों और अक्षरों को ही पद कहा जाता है। जैसे अंग्रेजी शब्द में ( A, B, C, D, इत्यादि ) होते है, ठीक उसी तरह से हिंदी मे भी वर्णमाला, व्यंजन, और स्वर इत्यादि होते है। और इनको एक साथ मिलाया जाता है, तो ये एक वाक्य का निर्माण करते है और वाक्य के निर्माण करने में जो शब्द का इस्तेमाल किया जाता है, आमतौर पर उसे ही हम पद कहते है। अगर हम इसे सरल भाषा में कहें, तो पद एक ऐसा शब्द होता है, जिसके जुड़ाव से हम एक वाक्य बना सकते हैं। जब कोई भी शब्द को वाक्य में स्थापित करके उस शब्द का प्रयोग किया जाता है और उस शब्द का प्रयोग किये गए वाक्य में से एक सही मतलब निकल कर जब हमारे सामने आता है, तो उसे हम पद कहते हैं। पद व्याकरण हिंदी यानी कि ” Hindi Grammar” का एक आवश्यक हिस्सा होता है। और हिंदी का व्याकरण बनाने में अहम रोल निभाता है, अर्थात् एक शब्द का अंग और भाग ही पद कहलाता है, और आमतौर पर इन दोनों में कोई फर्क नही होता है । पद को अंग्रेजी भाषा मे ” Post ” भी कहते है। पद की परिभाषा | Pad Ki Paribhasha | Pad Kise Kahate Hain पद की परिभाषा क्या है :- आपस मे जब दो या दो से अधिक यानी कि ( एक से ज्यादा ) व्यंजन एक साथ, एक जुट हो कर के मिलते हैं, तो शब्द गठन होता है। किंतु जब इसी शब्द को हम किस वाक्य में इस्तेमाल करते है, तो भी इसे हम पद कहते हैं। अन्य शब्दों में पद की परिभाषा – जब भी हम किसी शब्द का प्रयोग किस...

Pad Kise Kahate Hain

472 Pad Kise Kahate Hain :- आज के इस लेख की मदद से हम जानने वाले हैं, कि पद किसे कहते हैं ? दोस्तों, पद हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और इससे जुड़े काफी सारे सवाल हिंदी व्याकरण की परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। तो अगर आप पद से जुड़ी अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े और पद से जुड़ी जानकारी प्राप्त करें, तो चलिए शुरू करते हैं। Inside Contents • • • • • • • • • Pad Kise Kahate Hain | पद किसे कहते है ? जिन शब्दों को मिलाकर के वाक्य का निर्माण होता है, उन्हीं शब्दों को पद कहा जाता है । दोस्तों, जैसे हिंदी भाषा मे भी वर्णमाला, व्यंजन, और स्वर इत्यादि होते है, ठीक उसी प्रकार से अंग्रेजी शब्द में ( A, B, C, D, E, F…. Z ) होते है, और पद को अंग्रेजी भाषा मे ” Post ” कहते है। अगर इन सभी शब्दों को एक साथ मिलाया जाता है, तो ये एक वाक्य यानी कि Sentence का निर्माण करते है और वाक्य के निर्माण करने में जो छोटे छोटे शब्द का प्रयोग किया जाता है, तो उसे ही हम पद कहते है। हम आप के जानकारी के लिए बता दे, कि पद हिंदी व्याकरण का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। और यह हिंदी व्याकरण बनाने में अपना अहम भूमिका निभाता है, अर्थात् अगर हम स्पष्ट रूप से देखे, तो एक शब्द का पूरा हिस्सा और भाग – पद ही होता है। पद का परिभाषा | Pad Ki Paribhasha दो या दो से अधिक जब स्वर या व्यंजन आपस में एकजुट होते हैं, तब एक शब्द का निर्माण होता है और वही कुछ शब्द जब मिलकर के एक वाक्य का गठन करते हैं, तब उस शब्द को ही पद कहा जाता है। जब हम किसी शब्द को वाक्य का अर्थ निकालने के लिए प्रयोग करते हैं, तो उस शब्द में मौजूद छोटे-छोटे स्वर या व्यंजन वाक्य के अर्थ को स्पष्ट रूप से दर्शा...

पद किसे कहते हैं?(परिभाषा, भेद एवं उदाहरण)

पद किसे कहते हैं?(परिभाषा, भेद एवं उदाहरण) (Pad Kise Kahate hai, paribhasha, Vaid, udaharan )–नमस्कार दोस्तों, आज हम यहां पर हिंदी व्याकरण के एक महत्वपूर्ण भाग पद किसे कहते हैं के बारे में विस्तार से जानने वाले है। मुख्य परीक्षाओं मे पद के विषय मे बहुत बार पूछा जाता है। यह टॉपिक आगामी परीक्षाओं में बहुत ही महत्वपूर्ण है !यहां पर हम पद को निम्न स्टेप्स में जानेंगे जो कि निम्न प्रकार से है ! • पद किसे कहते हैं? ( pad Kise Kahate Hain ) • पद के प्रकार ( pad ke Prakar ) • पद के उदाहरण ( Pad Ke udaharan ) Page Contents • • • • • • • • • • • • • • पद किसे कहते हैं? (Pad Kise Kahate hai ) पद हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाता है अर्थात शब्द का ही दूसरा अंग पद होता है या हम यह भी कह सकते हैं जब कोई सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, उसे पद कहते हैं। उदाहरण ( पद ) :- • नरेश ने गाना गाया प्रस्तुत पंक्ति में नरेश शब्द है और एक वाक्य में परिणत होता है, यह वाक्य अब पद बन जाता है। क्योंकि यह वाक्य के नियम का पालन करता है। पद-परिचय की परिभाषा – Pad Parichay डेफिनिशन जैसे हम अपना परिचय देते हैं, ठीक उसी प्रकार एक वाक्य में जितने शब्द होते हैं, उनका भी परिचय हुआ करता है। वाक्य में प्रयुक्त प्रत्येक सार्थक शब्द को पद कहते है तथा उन शब्दों के व्याकरणिक परिचय को पद-परिचय, पद-व्याख्या या पदान्वय कहते है। व्याकरणिक परिचय से तात्पर्य है – वाक्य में उस पद की स्थिति बताना, उसका लिंग, वचन, कारक तथा अन्य पदों के साथ संबंध बताना। उदाहरण :- • नरेश ने संजू को पुस्तक दी नरेश = संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, ‘ने’के साथ कर्ता कारक, द्विकर्मक क्रिया ‘दी’के साथ। संजू = संज्ञा, व्यक्तिव...

Pad kise kahate hain

जैसे – सीता गाती है। ईश्वर रक्षा करे। यहाँ ‘सीता, ‘ईश्वर’आदि शब्द वाक्य में प्रयुक्त होकर ‘पद’में परिवर्तित हो गए हैं। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि जब सार्थक वर्ण-समूह अर्थात अर्थपूर्ण शब्द का प्रयोग वाक्य में किया जाता है, तो उस शब्द को पद कहते हैं। शब्द पद कब बन जाता है जब कोई सार्थक शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है जैसे – राम आम खा रहा है। इस में राम, आम, खा रहा है ये सभी पद है। हिन्दी में पद के पाँच भेद या प्रकार हैं (1) संज्ञा (2) सर्वनाम (3) क्रिया (4) विशेषण (5) अव्यय। संज्ञा संज्ञा की परिभाषा की बात करे तो किसी भी व्यक्ति, नाम, जाति, जगह, गुण, द्रव्य, धर्म आदि को संज्ञा कहा गया है। संज्ञा के पांच प्रकार होते हैं। व्यक्तिवाचक संज्ञा: जो संज्ञा किसी विशेष वस्तु, स्थान, प्राणी आदि के नाम का बोध कराए, उसे हम व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जातिवाचक संज्ञा: किसी शब्द से किसी प्राणी, वस्तु की समस्त जाति का बोध हो, उन शब्दों को जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है। भाववाचक संज्ञा: जो संज्ञा शब्द में किसी गुण, दोष, भाव या पदार्थ की अवस्था आदि चीजों का बोध कराए, भाववाचक संज्ञा कहलाती है। समुदायवाचक संज्ञा: जब किसी संज्ञा के शब्द से व्यक्तिओं, वस्तुओं आदि की समूह का बोध हो, उसे समुदायवाचक संज्ञा कहा जाता है। द्रव्यवाचक संज्ञा: वह संज्ञा जो पदार्थ की वस्तु जैसे द्रव्य, धातु आदि का बोध कराए, उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं। सर्वनाम जिन शब्दों का प्रयोग किसी वस्तु, स्थान, व्यक्ति आदि के नाम हो या संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किया जाए, उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे हम किसी व्यक्ति का नाम न लेकर उसे आप, तुम आदि कहकर संबोधित करते हैं। सर्वनाम को 6 भागों में बाटा गया है, जो निम्न है: 1. पुरुषवाच...

पद किसे कहते हैं

1 • • • पद किसे कहते हैं Pad kise Kahate Hain Pad kise Kahate Hain वाक्य के अंदर प्रयुक्त होने वाले शब्द को पद कहते हैं। पद हिंदी व्याकरण के अनुसार वह शब्द होता है, जो किसी वाक्य में किसी विशेष कार्य, क्रिया या स्थिति का बोध कराता होता है। हर वाक्य में कम से कम एक पद होता है। यह वाक्य का सबसे छोटा अंग होता है। इसके अलावा हिंदी व्याकरण में पदों को चार वर्गों में विभाजित किया जाता है – संज्ञा पद, क्रिया पद, विशेषण पद और सर्वनाम पद। संज्ञा पद नाम की वस्तु को दर्शाते हैं, क्रिया पद किसी क्रिया को दर्शाते हैं विशेषण पद गुणवचन, संख्या आदि को दर्शाते हैं और सर्वनाम पद नाम की जगह के लिए प्रयोग किए जाते हैं। पद के भेद पद के पांच भेद होते हैं संज्ञा सर्वनाम विशेषण क्रिया संज्ञा किसे कहते हैं किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, भाव या विषय के नाम को बताता है। संज्ञा शब्दों के बारे में सोचते समय हम किसी वस्तु के नाम को सोचते हैं जो हमारी दृष्टि में होती है। उदाहरण के लिए – लड़का, किताब, दुकान, सुंदरता, स्वतंत्रता, आदि संज्ञाएं हैं। वचन किसे कहते हैं | Vachan Kise Kahate Hain संज्ञा के प्रकार संज्ञा (Noun) भाषा का वह शब्द होता है जिससे किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव के नाम को जाना जाता है। संज्ञा के निम्नलिखित प्रकार होते हैं: व्यक्तिवाचक संज्ञा: जो शब्द किसी व्यक्ति के नाम को बताता हो, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे: राम, श्याम, रितिका, रिया। वस्तुवाचक संज्ञा: जो शब्द किसी वस्तु के नाम को बताता हो, उसे वस्तुवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे: किताब, घड़ी, बाइक, घर। स्थानवाचक संज्ञा: जो शब्द किसी स्थान के नाम को बताता हो, उसे स्थानवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे: अमेरिका, लंदन, इंडिया गेट, रेलवे ...

Pad Kise Kahate Hain: Definition and Types

• सीता ने गीता को किताबें दी। • सीता गाती है। • ईश्वर रक्षा करें। पद के प्रकार – • संज्ञा • सर्वनाम • विशेषण • क्रिया • अव्यय संज्ञा – किसी भी व्यक्ति, वस्तु , गुण, द्रव्य, नाम, जाति, जगह, धर्म, इत्यादि के किसी भी नाम को संज्ञा कहा जाता है। संज्ञा को अंग्रेजी मे Noun कहते है, संज्ञा के भी पाँच भेद होते है । सर्वनाम – संज्ञा के स्थान पर उपयोग किए जाने वाले शब्दों को ही सर्वनाम कहते है। जैसे कि कोई मनुष्य के नाम की जगह पर तुम या आप या वह, इत्यादि विशेषण – जो शब्द संज्ञा और सर्वनाम की विशेषता को दर्शाता है और उसके जगह पर अपना बोध कराता है, उन शब्दों को हम विशेषण कहते है, विशेषण को अंग्रेजी में Adjective कहते है। क्रिया – जिन जिन शब्दों के माध्यम से किसी वाक्य में करने या होने का बोध होता है, तो उस शब्द को हम क्रिया कहते हैं और उस शब्द को क्रिया के रूप में प्रयोग किया जाता है। अव्यय – जिन जिन शब्दों में लिंग, कारक, वचन, क्रिया इत्यादि के वजह से उन में कोई भी परिवर्तन नहीं आता हो, उन्हें अव्यय कहते है। शब्द और पद में अंतर शब्द पद वर्णों की स्वतंत्रा और सार्थक को शब्द कहते हैं। वाक्य में प्रयुक्त शब्द को पद कहते हैं। शब्द का मात्रा अर्थ परिचय के बारे में होता है पद का मात्रा व्यवहारिक परिचय के बारे में होता है। सार्थक और निरर्थक दोनों में शब्द होता है। वाक्य के अर्थ को संकेत देने के लिए पद का उपयोग होता है। आशा करते है कि Pad Kise Kahate Hain के बारे में सम्बंधित यह लेख आपको पसंद आएगा एवं ऐसे लेख पढ़ने के लिए हमसे के माध्यम से जुड़े।