फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी 2023

  1. आमलकी एकादशी 2023: जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व
  2. Rangbhari Ekadashi 2023 Date Tithi shubh Muhurat Saubhagya Yoga And shiv parvati puja Importance
  3. Amalaki Ekadashi 2023: आमलकी एकादशी व्रत आज, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
  4. amalaki ekadashi 2023 shubh muhurat puja vidhi lord vishnu puja muhurat and significance sry
  5. Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: कब है आमलकी एकादशी? नोट कर लें डेट और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
  6. Rangbhari Ekadashi 2023: When is Rangbhari Ekadashi in February or March Know date and auspicious time
  7. Amalaki Ekadashi 2023 date tithi vishnu puja muhurat parana time bhadra samay and importance
  8. ekadashi vrat 2023 list
  9. Amalaki Ekadashi 2023: 2 या 3 मार्च? कब है आमलकी एकादशी, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और उपाय
  10. ekadashi vrat 2023 list


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आमलकी एकादशी 2023: जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

आमलकी 2023 भगवान विष्णु के वैभव की स्तुति करने के लिए मनाई जाती है। अमलाकी का मतलब आंवला होता है, जिसे हिंदू धर्म और आयुर्वेद दोनों में सबसे अच्छा घटक बताया गया है। पद्म पुराण के अनुसार आंवले का पेड़ भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है और श्री हरि और देवी लक्ष्मी का वास माना जाता है। भगवान विष्णु का निवास होने के कारण, मूर्ति की पूजा पेड़ के ठीक नीचे की जाती है, इसलिए इसे प्रत्यक्ष रूप से कहा जाता है। इस दिन आंवले का लेप बनाकर उसके जल से स्नान करें, आंवला पूजन करें, उसका सेवन करें और दान करें। अमल एकादशी का दिन हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष को आमलकी एकादशी मनाई जाती है। एक वर्ष में लगभग 24 से 26 एकादशी होती हैं और प्रत्येक एकादशी का अपना विशेष महत्व होता है, और ऐसा ही आमलकी एकादशी का भी होता है। आमलकी एकादशी को आम भाषा में आंवला एकादशी भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में आंवला को खास माना जाता है। आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। दूसरा आयुर्वेद में इसके गुणों के कारण। मान्यता है कि जब विष्णु जी ने सृष्टि के लिए ब्रह्मा जी को जन्म दिया, उस समय उन्होंने आंवले के पेड़ को भी जन्म दिया। इसलिए इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भगवान की पूजा की जाती है। यह दिन रंगों के हिंदू त्योहार होली के मुख्य उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। आमलकी एकादशी 2023 आमलकी एकादशी 2023 समय – फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है। आमलकी एकादशी महाशिवरात्रि और होली के बीच आती है। वर्तमान में, यह अंग्रेजी कैलेंडर में फरवरी या मार्च के महीने में मनाया जाता है। पारण का अर्थ है उपवास तोड़ना। एकादशी व्रत के अगले दिन...

Rangbhari Ekadashi 2023 Date Tithi shubh Muhurat Saubhagya Yoga And shiv parvati puja Importance

रंगभरी एकादशी का महत्व काशी के शिव भक्तों के लिए विशेष होता है. रंगभरी एकादशी पर सुबह से ही सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बने हुए हैं. फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करते हैं. इस तिथि को ही आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी भी होती है. यह एक ऐसी एकादशी है, जिसमें सिर्फ भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है, जबकि आमलकी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. रंगभरी एकादशी का महत्व काशी के शिव भक्तों के लिए विशेष होता है. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि रंगभरी एकादशी कब है, पूजा का मुहूर्त और महत्व क्या है? रंगभरी एकादशी 2023 तिथि पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 02 मार्च दिन गुरुवार को सुबह 06 बजकर 39 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि की समाप्ति 03 मार्च दिन शुक्रवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगी. उदयातिथि के आधार पर रंगभरी एकादशी 03 मार्च शनिवार को मनाई जाएगी. यह भी पढ़ें: इस साल कब है होली? क्या है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, जान लें भद्रा काल रंगभरी एकादशी 2023 पूजा मुहूर्त भगवान शिव की नगरी काशी में रंगभरी एकादशी के दिन प्रात:काल में बाबा विश्वनाथ की पूजा होती है. उनको रंग, लाल गुलाल विशेष रूप से चढ़ाया जाता है. इस दिन सुबह से ही सौभाग्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बने हुए हैं. दोनों योग में पूजा पाठ का उत्तम फल प्राप्त होता है. सौभाग्य में रंगभरी एकादशी इस साल रंगभरी एकादशी पर सौभाग्य योग प्रात:काल से लेकर शाम 06 बजकर 45 मिनट तक है. उसके बाद से शोभन योग प्रारंभ हो जाएगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग प्रात: 06 बजकर 45 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 4...

Amalaki Ekadashi 2023: आमलकी एकादशी व्रत आज, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

• • Faith Hindi • Amalaki Ekadashi 2023: आमलकी एकादशी व्रत आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा और जानें पूजन विधि Amalaki Ekadashi 2023: आमलकी एकादशी व्रत आज, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा और जानें पूजन विधि Amalaki Ekadashi 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार आज फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है. जिसे आमलकी एकादशी या आंवला एकादशी के नाम से जाना जाता है. Amalaki Ekadashi 2023: वैसे तो प्रत्येक व्रत और पूजा का अपना एक खास महत्व होता है. लेकिन हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. कहते हैं कि एकादशी का व्रत रखने से मनुष्य को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और फाल्गुन की एकादशी यानि आमलकी एकादशी का महत्व बहुत खास है. मान्यता है कि आमलकी एकादशी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति को 10 गायों के दान जितना पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन भगवान विष्णु, भगवान शिव और आंवले के पेड़ का पूजन किया जाता है. पंचांग के अनुसार आज यानि 3 मार्च को आमलकी एकादशी का व्रत रखा जाएगा. आइए जानते हैं पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि. Also Read: • • • आमलकी एकादशी 2023 शुभ मुहूर्त फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आमलकी एकादशी तिथि 2 मार्च को सुबह 6 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 3 मार्च को सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार आमलकी एकादशी यानि आंवला एकादशी का व्रत 3 मार्च को रखा जाएगा. इस व्रत का पारण 4 मार्च को सुबह 6 बजकर 48 मिनट से सुबह 9 बजकर 9 मिनट तक होगा. आमलकी एकादशी पूजन विधि आमलकी एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और फिर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें. इसके बाद भगवान व...

amalaki ekadashi 2023 shubh muhurat puja vidhi lord vishnu puja muhurat and significance sry

आमलकी एकादशी के दिन सबसे पहले स्नान करके भगवान विष्णु की प्रतिमा के समक्ष हाथ में तिल, कुश, मुद्रा और जल लेकर संकल्प करें कि मैं भगवान विष्णु की प्रसन्नता एवं मोक्ष की कामना से आमलकी एकादशी का व्रत रखता हूं. मेरा यह व्रत सफलता पूर्वक पूरा हो इसके लिए श्री हरि मुझे अपनी शरण में रखें. संकल्प के पश्चात षोड्षोपचार सहित भगवान की पूजा करें. भगवान की पूजा के पश्चात पूजन सामग्री लेकर आंवले के वृक्ष की पूजा करें. सबसे पहले वृक्ष के चारों की भूमि को साफ करें और उसे गाय के गोबर से पवित्र करें. पेड़ की जड़ में एक वेदी बनाकर उस पर कलश स्थापित करें. इस कलश में देवताओं, तीर्थों एवं सागर को आमत्रित करें. कलश में सुगन्धी और पंच रत्न रखें. इसके ऊपर पंच पल्लव रखें फिर दीप जलाकर रखें. कलश के कण्ठ में श्रीखंड चंदन का लेप करें और वस्त्र पहनाएं. अंत में कलश के ऊपर श्री विष्णु के छठे अवतार परशुराम की स्वर्ण मूर्ति स्थापित करें और विधिवत रूप से परशुराम जी की पूजा करें. रात्रि में भगवत कथा व भजन कीर्तन करते हुए प्रभु का स्मरण करें.

Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: कब है आमलकी एकादशी? नोट कर लें डेट और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

• • Faith Hindi • Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: कब है आमलकी एकादशी? नोट कर लें डेट और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: कब है आमलकी एकादशी? नोट कर लें डेट और जानें पूजा का शुभ मुहूर्त Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: होली से पहले आने वाली आमलकी एकादशी का विशेष महत्व माना गया है और इस दिन आंवला के पेड़ का पूजन किया जाता है. Amalaki Ekadashi 2023 Date and Timing: हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह दो और साल में कुल 24 एकादशी के व्रत आते हैं. प्रत्येक एकादशी का अपना एक विशेष महत्व है और कहते हैं कि एकादशी का व्रत करने से जातकों को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है. फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी के नाम से जाना जाता है. कुछ जगह इसे आंवला एकादशी या रंगभरी एकादशी भी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के साथ आंवले के पेड़ की पूजा करने का विधान है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है. आइए जानते हैं इस साल कब है आमलकी एकादशी, शुभ मुहूर्त और इसका महत्व. Also Read: • • • आमलकी एकादशी 2023 तिथि व शुभ मुहूर्त फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आमलकी एकादशी तिथि 2 मार्च को सुबह 6 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 3 मार्च को सुबह 9 बजकर 12 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार आमलकी एकादशी यानि आंवला एकादशी का व्रत 3 मार्च को रखा जाएगा. इस व्रत का पारण 4 मार्च को सुबह 6 बजकर 48 मिनट से सुबह 9 बजकर 9 मिनट तक होगा. आमलकी एकादशी का महत्व हिंदू धर्म में आमलकी एकादशी का विशेष महत्व माना गया है. यह एकमात्र ऐसी एकादशी है जब भगव...

Rangbhari Ekadashi 2023: When is Rangbhari Ekadashi in February or March Know date and auspicious time

Rangbhari Ekadashi 2023: फरवरी या मार्च कब है रंगभरी एकादशी? जानें डेट, शुभ मुहूर्त व व्रत पारण का समय व नियम When is Rangbhari Ekadashi 2023: रंगभरी एकादशी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करना शुभ माना गया है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित मानी गई है। ऐसे में इस दिन श्रीहरि की पूजा भी होती है। Rangbhari Ekadashi 2023:फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को रंगभरी एकादशी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के साथ माता पार्वती व भगवान शंकर की पूजा करते हैं। इस तिथि को ही आंवला एकादशी या आमलकी एकादशी भी कहा जाता है। रंगभरी एकादशी शिव भक्तों के लिए बेहद खास मानी गई है। दरअसल यह एक मात्र एकादशी है जिसमें भगवान शिव व माता पार्वती की उपासना की जाती है। 13 फरवरी से इन राशि वालों के जीवन में नहीं रहेगी किसी चीज की कमी, सूर्य के समान चमकेगा भाग्य एकादशी के दिन बन रहे शुभ संयोग- रंगभरी एकादशी के दिन कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इस दिन सौभाग्य योग शाम 06 बजकर 45 मिनट तक रहेगा। इसके बाद शोभन योग प्रारंभ होगा। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। इस योग में किए गए कार्यों का परिणाम सकारात्मक प्राप्त होता है। रंगभरी एकादशी 2023 डेट- हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी 02 मार्च 2023, गुरुवार को सुबह 06 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ होगी और समाप्ति 03 मार्च 2023, शुक्रवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगी। उदया तिथि के अनुसार, रंगभरी एकादशी 03 मार्च, शनिवार को है। महाशिवरात्रि 18 या 19 फरवरी कब है? जानें सही डेट, शुभ संयोग, शुभ मुहूर्त व महत्व आमलकी या रंगभरी 2023 व्रत पारण का समय- रंगभरी एकादशी 2023 व्रत का पारण 04 मार्च को किया जाएगा।...

Amalaki Ekadashi 2023 date tithi vishnu puja muhurat parana time bhadra samay and importance

फाल्गुन शुक्ल एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी व्रत रखा जाता है. आमलकी एकादशी के दिन 3 शुभ योग बन रहे हैं. Amalaki Ekadashi 2023: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं. आंवले के पेड़ को आदि पेड़ कहा जाता है क्योंकि जब सृष्टि की रचना के लिए ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई, तभी भगवान विष्णु ने आंवले के पेड़ की भी उत्पत्ति की. अंवाले के पेड़ को देव वृक्ष कहा जाता है क्योंकि उसमें देवताओं का वास होता है. आंवले के पेड़ की पूजा करने से सभी देवों का आशीर्वाद मिलता है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं आमलकी एकादशी व्रत के पूजा मुहूर्त, पारण समय और महत्व के बारे में. आमलकी एकादशी 2023 पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 02 मार्च गुरुवार को सुबह 06 बजकर 39 मिनट पर प्रारंभ हो रही है और यह तिथि 03 मार्च शुक्रवार को सुबह 09 बजकर 1 मिनट पर खत्म हो जाएगी. ऐसे में उदयाति​थि को मानते हुए आमलकी एकादशी व्रत 03 मार्च को रखा जाएगा. यह भी पढ़ें: कब से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि? क्या है कलश स्थापना मुहूर्त? जान लें राम नवमी तारीख आमलकी एकादशी 2023 पूजा मुहूर्त 03 मार्च को आमलकी एकादशी व्रत की पूजा आप सुबह से कर सकते हैं क्योंकि इस दिन सुबह से लेकर शाम तक सौभाग्य योग है, उसके बाद से शोभन योग प्रारंभ होगा. इस दिन आप सुबह 06 बजकर 45 मिनट से दिन में 11 बजकर 06 मिनट तक विष्णु पूजा कर सकते हैं. आमलकी एकादशी 2023 पारण समय आमलकी एकादशी व्रत का पारण 4 मार्च को सुबह 06 बजकर 44 मिनट से सुबह 09 बजकर 03 मिनट के मध्य तब कर लेना चाहिए. इस दिन द्...

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एकादशी के दिन की हिन्दू धर्म में बहुत महता है। हर माह में दो एकादशी तिथि आती है एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। ekadashi vrat 2023 list देखने से पहले आइए पहले थोड़ा हिन्दू पंचांग को समझते हैं। इस वर्ष 2023 में 24 नहीं बल्कि 26 एकादशी आएगी इसका कारण है 2023 में अधिक मास का होना। हर 3 साल में 1 अधिक मास आता है। अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होगा और 16 अगस्त 2023 को समाप्त होगा । यानि Ekadashi July 2023 एवं Ekadashi August 2023 में 2 एकादशी अधिक आएंगी। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • हिन्दू पंचांग में एकादशी की तिथि – एकादशी का तात्पर्य है ग्यारह (11)। एकादशी यानि एक और दस। हिन्दू पंचांग में महीने को दो भागों में बाँटा गया है । कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष । प्रत्येक पक्ष में 15 दिन होतें हैं यानि 15 तिथि होती हैं । प्रत्येक पक्ष के ग्यारहवें दिन को एकादशी कहते हैं अर्थात हर माह में दो एकादशी आती है एक कृष्ण पक्ष की और 1 शुक्ल पक्ष की। अतः सामान्यतया साल में 24 एकादशी आती हैं । ekadashi 2023 list in hindi देखने से पहले आइए जानते है सभी एकादशी के नाम । ekadashi vrat list in hindi जैसा की हमने पढ़ा की हर माह में 2 एकादशी की तिथि आती हैं। आइए जानते हैं ekadashi vrat 2023 list में कृष्ण पक्ष एकादशी एवं शुक्ल पक्ष एकादशी । ekadashi vrat 2023 list हिन्दू माह शुक्ल पक्ष एकादशी कृष्ण पक्ष एकादशी चैत्र (March-April) कामदा वरूथिनी वैशाख (April-May) मोहिनी अपरा ज्येष्ठ (May-June) योगिनी आषाढ़ (June-July) कामिका श्रावण (July-Aug) पुत्रदा अजा भाद्रपद (Aug – Sept) परिवर्तिनी इंदिरा आश्विन (Sept – Oct) पापांकुशा रमा कार्तिक ...

Amalaki Ekadashi 2023: 2 या 3 मार्च? कब है आमलकी एकादशी, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और उपाय

फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आमलकी एकादशी व्रत रखा जाता है. इस बार 3 मार्च को एकादशी है. पंचांग के अनुसार फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की आमलकी एकादशी तिथि की शुरुआत 2 मार्च 2023 सुबह 6 बजकर 39 मिनट से होगी. शास्त्रों के अनुसार सूर्योदय से शुरू होने वाली एकादशी तिथि का प्रभाव पूरे दिन भर रहता है. मान्यता है कि आंवला एकादशी के दिन जो लोग पूरे विधि विधान से व्रत रखते हैं उन्हें भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है. आंवला एकादशी (Amalaki Ekadashi 2023 Tithi) एकादशी तिथि आरंभ- सुबह 6:39 बजे, 2 मार्च 2023 एकादशी तिथि खत्म- सुबह 9:11 बजे तक, 03 मार्च 2023 एकादशी पारण- 4 मार्च 06:44 AM से 09:03 AM तक भगवान विष्णु की पूजा का खास महत्व मान्यता है कि आमलकी एकादशी के दिन आंवला और श्री हरि विष्णु की पूजा करने से मोक्ष मिलता है. आंवले के पेड़ को देव वृक्ष कहा जाता है क्योंकि उसमें देवताओं का वास होता है. इसलिए इस दिन आंवले के वृक्ष के नीचे भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. सेहत के लिए भी आंवता बेहद अहम माना जाता है. आंवला एकादशी के दिन व्रतियों को सुबह उठकर नहा धोकर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि के दिन किया जाता है. क्या करें आमलकी एकादशी के दिन व्यक्ति को श्रीहरि को आंवले का भोग लगाना चाहिए. इस दिन पीले वस्त्र धारण करने चाहिए. आमलकी एकादशी के दिन व्यक्ति को आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजा अर्चना करनी चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु को 21 पीले फूलों की माना बनाकर अर्पित करें. इस दिन आंवले के पेड़ की 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए.

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एकादशी के दिन की हिन्दू धर्म में बहुत महता है। हर माह में दो एकादशी तिथि आती है एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में। ekadashi vrat 2023 list देखने से पहले आइए पहले थोड़ा हिन्दू पंचांग को समझते हैं। इस वर्ष 2023 में 24 नहीं बल्कि 26 एकादशी आएगी इसका कारण है 2023 में अधिक मास का होना। हर 3 साल में 1 अधिक मास आता है। अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होगा और 16 अगस्त 2023 को समाप्त होगा । यानि Ekadashi July 2023 एवं Ekadashi August 2023 में 2 एकादशी अधिक आएंगी। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • हिन्दू पंचांग में एकादशी की तिथि – एकादशी का तात्पर्य है ग्यारह (11)। एकादशी यानि एक और दस। हिन्दू पंचांग में महीने को दो भागों में बाँटा गया है । कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष । प्रत्येक पक्ष में 15 दिन होतें हैं यानि 15 तिथि होती हैं । प्रत्येक पक्ष के ग्यारहवें दिन को एकादशी कहते हैं अर्थात हर माह में दो एकादशी आती है एक कृष्ण पक्ष की और 1 शुक्ल पक्ष की। अतः सामान्यतया साल में 24 एकादशी आती हैं । ekadashi 2023 list in hindi देखने से पहले आइए जानते है सभी एकादशी के नाम । ekadashi vrat list in hindi जैसा की हमने पढ़ा की हर माह में 2 एकादशी की तिथि आती हैं। आइए जानते हैं ekadashi vrat 2023 list में कृष्ण पक्ष एकादशी एवं शुक्ल पक्ष एकादशी । ekadashi vrat 2023 list हिन्दू माह शुक्ल पक्ष एकादशी कृष्ण पक्ष एकादशी चैत्र (March-April) कामदा वरूथिनी वैशाख (April-May) मोहिनी अपरा ज्येष्ठ (May-June) योगिनी आषाढ़ (June-July) कामिका श्रावण (July-Aug) पुत्रदा अजा भाद्रपद (Aug – Sept) परिवर्तिनी इंदिरा आश्विन (Sept – Oct) पापांकुशा रमा कार्तिक ...